19/06/2023
▶️क्षत्रिय का दुर्भाग्य◀️
कभी क़ासिम तो कभी गजनी से भिड़ा क्षत्रिय !
हार तो तय थी...पर लड़ा क्षत्रिय !
हारना ही था उसे , वो अकेला लड़ा था ,
क्या जन्मभूमि ये तुम्हारी नहीं थी ? फिर क्यों अकेला लड़ा क्षत्रिय ?
पत्नी सती हुई ,बच्चे अनाथ !!
हिन्दू तो बचा पर , भरी जवानी में
मरा क्षत्रिय !
सदियों से रक्त दे माटी को सींचा ,
जन,जन्मभूमि और धर्म की वेदी पर
मिटा क्षत्रिय !
▶️मौत होती तो भी लड़ लेता,पर...अपनों की घृणा से ..अब सहमा क्षत्रिय !
जिनके लिए सब कुछ खोया , क्यों उनकी ही नज़रों में बुरा ?
फ़िल्मों का क्षत्रिय !
कहानियों-क़िस्सों का क्षत्रिय !
कविताओं का क्षत्रिय !
▶️जब दुबक बैठे थे घरों में सब तमाशबीन ,
तब पीढियां युद्धभूमि में बलिदान कर रहा था क्षत्रिय ,
▶️आज बुद्धिजीवी पानी पी पीकर बरगलाते और कोसते
कि आखिर कौन है ये क्षत्रिय..?
कौन बताए उन्हें कि केशरिया बॉध कर , मूंछों पर तांव देकर मौत को गले लगाने वाला जांबाज ही था क्षत्रिय ।।