05/05/2017
मेडिकल में भिड़े बिचौलिये
हंगामा. कम कीमत पर खून बेचने का मामला, मारपीट
मुजफ्फरपुर : मेडिकल में इन दिनों बिचौलिये हावी हैं. परिसर के अंदर, तो दूर बाहर भी मरीज से लेकर दवा काउंटर समेत खून बेचने के नाम पर गोरखधंधा कर रहे हैं. गुरुवार को कुछ इसी तरह का मामला देखने को मिला है. एसकेएमसीएच परिसर में कम कीमत पर खून देने को लेकर दो बिचौलिये आपस में भिड़ गये. इस दौरान दोनों के बीच मारपीट तक की नौबत आ गयी. मामला बिगड़ता देख लोगों ने आेपी पुलिस को इसकी सूचना दी. सूचना पर पहुंची पुलिस को आते देख दोनों फरार हो गये.
बताया जाता है कि शिवहर की लालपरी देवी को शहर के एक निजी अस्पताल में भरती कराया गया. जहां पर डॉक्टर ने उसे तत्काल खून चढ़ाने की सलाह दी. इसस पर परिजन सुनील कुमार ने एसकेएमसीएच पहुंचे, तो वहां पर ब्लड बैंक में बताया गया कि किसी भी परिजन को खून देना हाेगा. साथ ही पांच सौ रुपये शुल्क भी देना होगा.
इसी बीच ब्लड बैंक के पास खड़े एक बिचौलिये ने उसे पांच हजार रुपये में खून उपलब्ध कराने की बात कही. कुछ देर बाद दूसरा बिचौलिया भी वहां पहुंचा. उसने तीन हजार रुपये में खून देने की बात कही. मरीज के परिजन तीन हजार रुपये में खून लेने पर राजी हो गये. इसके बाद बिचौलिये ने ब्लड बैंक में खून दिया और तीन हजार रुपये लेकर परिजन को खून उपलब्ध करा दिया. इस बात की जानकारी जब पहले बिचौलिये को हुई, तो दोनों आपस में उलझ गये और मारपीट करने लगे. हालांकि, पुलिस के आने से पहले ही दोनों एसकेएमसीएच से भाग निकले.
मुजफ्फरपुर : मेडिकल में इन दिनों बिचौलिये हावी हैं. परिसर के अंदर, तो दूर बाहर भी मरीज से लेकर दवा काउंटर समेत खून बेचने के नाम पर गोरखधंधा कर रहे हैं. गुरुवार को कुछ इसी तरह का मामला देखने को मिला है. एसकेएमसीएच परिसर में कम कीमत पर खून देने को लेकर दो बिचौलिये आपस में भिड़ गये. इस दौरान दोनों के बीच मारपीट तक की नौबत आ गयी. मामला बिगड़ता देख लोगों ने आेपी पुलिस को इसकी सूचना दी. सूचना पर पहुंची पुलिस को आते देख दोनों फरार हो गये.
बताया जाता है कि शिवहर की लालपरी देवी को शहर के एक निजी अस्पताल में भरती कराया गया. जहां पर डॉक्टर ने उसे तत्काल खून चढ़ाने की सलाह दी. इसस पर परिजन सुनील कुमार ने एसकेएमसीएच पहुंचे, तो वहां पर ब्लड बैंक में बताया गया कि किसी भी परिजन को खून देना हाेगा. साथ ही पांच सौ रुपये शुल्क भी देना होगा. इसी बीच ब्लड बैंक के पास खड़े एक बिचौलिये ने उसे पांच हजार रुपये में खून उपलब्ध कराने की बात कही. कुछ देर बाद दूसरा बिचौलिया भी वहां पहुंचा.
उसने तीन हजार रुपये में खून देने की बात कही. मरीज के परिजन तीन हजार रुपये में खून लेने पर राजी हो गये. इसके बाद बिचौलिये ने ब्लड बैंक में खून दिया और तीन हजार रुपये लेकर परिजन को खून उपलब्ध करा दिया. इस बात की जानकारी जब पहले बिचौलिये को हुई, तो दोनों आपस में उलझ गये और मारपीट करने लगे. हालांकि, पुलिस के आने से पहले ही दोनों एसकेएमसीएच से भाग निकले.
एक पांच, तो दूसरा तीन हजार रुपये पर हुआ राजी
पहले भी हो चुकी है मारपीट
पहले भी परिजनों व बिचौलिये के बीच मारपीट की घटनाएं हो चुकी है. बावजूद अस्पताल प्रशासन सबक नहीं ले रहा है. िबचौलिये मरीज के परिजनों से ऊंची कीमत लेकर खून बेच रहे हैं.
ऐसी कोई भी शिकायत नहीं आयी है. अगर मरीज के परिजन शिकायत करते हैं, तो कार्रवाई की जायेगी.
संजय साह, अस्पताल प्रबंधक, एसकेएमसीएच