12/09/2016
दमोह।
घुराघाट में किराए के मकान में रहने वाले जितेन्द्र राजपूत की हत्या का खुलासा करते हुए पुलिस ने हत्यारोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। शुक्रवार सुबह घर में सो रहे जितेन्द्र की अज्ञात बदमाशों द्वारा गला रेतकर हत्या किए जाने का मामला जितना पेंचिदा था, उसके हत्या की कहानी भी उतनी ही चौंकाने वाली है। रविवार को एसपी तिलक सिंह ने प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन कर मामले का खुलासा करते हुए आरोपियों को मीडिया के सामने पेश किया।
एसपी श्री सिंह ने बताया कि मृतक की पत्नी सविता के उसके जीजा वीरसिंहपुर जिला पन्ना निवासी रामेंद्र सिंह उर्फ बड़े राजा से प्रेमसंबंध हैं। वह उससे शादी करना चाहती है। इसलिए उसने अपने पति जितेंद्र को रास्ते से हटाने के लिए प्रेमी बड़े राजा को तैयार किया। अपनी पत्नी की मौत के बाद से बड़े राजा लगातार जितेंद्र की पत्नी सविता से प्रेम संबंध बनाए हुए था।
जितेन्द्र की हत्या की पठकथा सविता ने ही तैयार की थी। योजना को अंजाम देने के लिए बड़े राजा ने पवई के सोनू खान की मदद से आदतन अपराधी बमीठा निवासी लकी महाराज उर्फ नरेश, संतोष मिश्रा व कुंवरलाल लोधी को घटना के दिन जित्तू के घर भेजा। 7 व 8 सितंबर की रात दो बार दरवाजा खुलवाने का प्रयास किया गया, लेकिन सविता ने पूरी योजना जानते हुए भी जित्तू के जागे रहने के कारण दरवाजे नहीं खोला व मोबाइल पर हटा में घटना पर नजर रखे बैठे जीजा बड़े राजा को अपनी जायलो कार में बैठकर सुबह होने की सलाह दी।
जिससे बाइक पर संतोष मिश्रा, कुंवरलाल लोधी व लकी महाराज सुबह होने का इंतजार करते रहे। 9 सितंबर की सुबह साढ़े सात बजे सविता पानी भरने के बहाने घर से निकल गई,दरवाजा खुला छोड़ दिया व मोबाइल पर अपने प्रेमी को सूचना दी कि दरवाजा खुला है काम कर दो। सूचना पाकर बड़े राजा ने तैयार बैठे संतोष, कुंवरलाल, लकी को जित्तू को कहा। इसके बाद लकी ने मकान के भीतर दाखिल होकर एक बार हिचकिचाहट दिखाई तो संतोष मिश्रा व कुंवरलाल ने जित्तू की गर्दन पर चाकुओं से हमला कर उसे मौत के घाट उतार दिया।
बड़े राजा को हत्या की सूचना देकर आरोपी पन्ना-अमानगंज की ओर भाग निकले। बीच में हिनोता के पास हैंडपंप पर हाथ पैर धोए, कपड़े उतारे व मेहनताने की राशि के लिए सोनू खान से संपर्क किया। इसी बीच सविता के कहने पर बड़े राजा को जित्तू के मकान मालिक ने फोन से घटना की सूचना दी। जिससे किसी को शक न हो। इसी बीच हटा टीआई ने जित्तू की बाइक पर लिखे वीरसिंहपुर व बड़े राजा की जायलो पर लिखे वीरसिंहपुर से घटना के तार जोड़ने का प्रयास शुरू कर दिया।
अंतिम संस्कार में शामिल होने आया जीजा
मृतक का जीजा बड़े राजा मकान मालिक की सूचना पर जित्तू के अंतिम संस्कार में शामिल होने हटा पहुंचा तो हटा पुलिस की टीम ने उसे कब्जे में ले लिया, पहले तो उसने होशियारी दिखाकर अपनी जायलो जीप छोड़कर ऑल्टो कार पकड़ ली, लेकिन उसकी यह चतुराई काम नहीं आई। इसी दौरान मृतक की पत्नी अपने पति की हत्या में देवर रविंद्र को फंसाना चाह रही थी। उसने मृतक व रविंद्र के एक दिन पूर्व हुए विवाद को आधार बनाकर पुलिस के सामने ऐसी तस्वीर पेश की जैसे रविंद्र ने अपने भाई की हत्या करा दी हो, लेकिन हटा टीआई वीरेंद्र सिंह, एसआई परिहार, प्रधान आरक्षक आसिफ, एएसआई सिलास, एएसआई दुबे, आरक्षक शैलेंद्र आदि ने प्रयास कर हत्याकांड में शामिल आरोपी संतोष मिश्रा को छोड़कर सभी आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की।
पुलिस ने इस हत्याकांड में रामेंद्र उर्फ बड़े राजा पिता रामाधार वीरसिंहपुर थाना पवई, कुवंरलाल लोधी सुनवाही जिला पन्ना, संतोष मिश्रा, सोनू खान, अशोक लोधी आदि पर मामला दर्ज किया गया है। संतोष मिश्रा अभी फरार है। मृतक की पत्नी सविता को भी अभी गिरफ्तार नहीं किया गया है। घटना में प्रयुक्त चाकू पुलिस ने बरामद कर लिया गया है।
डेढ़ माह पूर्व भी की थी जान से मारने की कोशिश
मृतक के जीजा ने घटना के डेढ़ माह पहले भी जित्तू की हत्या करने के लिए कुवंरलाल को भेजा था। जिस समय कुंवरलाल जित्तू की हत्या करने उसके घर पहुंचा जित्तू की पड़ोसन ने कुंवरलाल के पास कट्टा देख लिया था और तुरंत ही डायल 100 को सूचना दी। पुलिस को आते देख कुंवरलाल वहां से भाग गया था।
आरोपी जीजा ने बताया कि उसने जित्तू को मारने के लिए एक लाख 80 हजार रुपए की सुपारी दी थी, जिसके बयाने के रूप में दस हजार रुपए पहले दे दिए गए थे। हत्या करने के बाद पांच-पांच हजार रुपए और दिए व बाकी की राशि शीघ्र ही दी जानी थी। उसके पहले ही पुलिस ने इस हत्याकांड के मास्टरमाइंड को गिरफ्तार कर लिया। वारदात के 72 घंटे के भीतर मामले का पर्दाफाश करने वाली पुलिस टीम को एसपी तिलक सिंह ने 5 हजार रुपए नकद का इनाम देने की घोषणा की है।