Giridih News

Giridih News यह पेज

गिरिडीह को जिला 6 दिसंबर 1972 कोबनाया गया था। उसके बाद से निम्न पार्टियों ने गिरिडीह लोकसभा/ विधानसभा का प्रतिनिधित्व कि...
17/05/2021

गिरिडीह को जिला 6 दिसंबर 1972 को
बनाया गया था।
उसके बाद से निम्न पार्टियों ने गिरिडीह लोकसभा/ विधानसभा का प्रतिनिधित्व किया।
दुर्भाग्य है कि एक भी अच्छा सरकारी अस्पताल नहीं बन पाया।
और स्वास्थ सुविधाओं में हम आज भी पिछड़े हुए हैंl

सीपीआई- 1972,1977,1985
कॉग्रेस - 1980,1990
जेएमएम- 2005,2019( वर्तमान)
बीजेपी - 1995,2000,2009,2014
---------------------------------
लोकसभा-
जनता पार्टी - 1977
कांग्रेस- 1980,1984
जेएमएम-1991,2004
बीजेपी -1989,1996,1999,2009,2014,
आजसू- 2019 (वर्तमान)
---------------------------------
सरकारें....

1)- बाबूलाल मरांडी -(BJP)-2 साल 123 दिन

2) अर्जुन मुंडा- (BJP)- 1 साल 349 दिन

3) शिबू सोरेन - (JMM)10 दिन

4) अर्जुन मुंडा-(BJP)- 1 साल 191 दिन

5) मधु कोड़ा (स्वतंत्र) 1 साल 343 दिन

6) शिबू सोरेन (JMM) 145 दिन

7) शिबू सोरेन(JMM) 153 दिन

8) अर्जुन मुंडा ( BJP)- 2 साल 129 दिन

9) हेमंत सोरेन (JMM) 1 साल 168 दिन

10) रघुवर दास (BJP)-
5 साल 1 दिन

11) हेमंत सोरेन (JMM) 1 साल 132 दिन

(Source-wiki)

21/04/2021
Jpsc fee
13/02/2021

Jpsc fee

गुरु गोबिंद सिंह जी महाराज की 354वें प्रकाश पर्व********************आज 20 जनवरी है। आज ही के दिन खालसा पंथ के संस्थापक, ...
20/01/2021

गुरु गोबिंद सिंह जी महाराज की 354वें प्रकाश पर्व
********************

आज 20 जनवरी है। आज ही के दिन खालसा पंथ के संस्थापक, सिखों के दसवें गुरु, परम ज्ञानी और भारतीय संस्कृति के संरक्षक गुरु गोविंद सिंह जी की जयंती है। आज हम इस दिन को गुरु पर्व के तौर पर मनाते हैं।
इस पवित्र दिन को मेरी यही कामना है कि गुरु गोविंद जी आप सभी भाई बहनों पर कृपा करें और आपके अंदर बुराइयों से लड़ने के लिए सत्य, का साथ देने के लिए हिम्मत और शक्ति दें।
इस दिन को सिख समुदाय गुरु गोविंद सिंह जी के प्रकाश पर्व के रूप में मनाता है।
इनके पिता का नाम गुरु तेग बहादुर और माताजी का नाम गुजरी था। इनका जन्म पटना साहिब में 1666 ईस्वी में हुआ था।
इनका सारा जीवन परोपकार और त्याग का जीता जागता उदाहरण है।वे एक आध्यात्मिक गुरु थे जिन्होंने मानवता को शांति, प्रेम, करुणा, एकता और समानता की सीख दी। उन्होंने कभी भी धनसंपदा, राजसत्ता की प्राप्ति या यश के लिए लड़ाईयां नहीं लड़ी। उन्होंने अन्याय, अधर्म, दमन, अत्याचार के खिलाफ लड़ाइयां लड़ी।
गुरु गोबिंद सिंह जी का कला और साहित्य के प्रति अगाध प्रेम था।इन्होंने संगीत वाद्य यंत्र "दिलरुबा" का अविष्कार किया था।" दसम ग्रंथ" के अतिरिक्त इन्होंने अनेक पुस्तकों की रचना की थी। कहा जाता है कि इनके दरबार में 52 कवि थे।
दसवें गुरु के 11 अनमोल वचन:-
1. आपनी जीविका इमानदारी पूर्वक काम करते हुए चलाएं। 2.अपनी कमाई का दसवां हिस्सा दान करें ।
3.काम में खूब मेहनत करें,और काम में कोताही ना करें। 4.अपनी जवानी, जाति और कुल धर्म को लेकर घमंडी होने से बचें।
5. दुश्मन का सामना करने से पहले साम, दाम, दंड और भेद का सहारा लें, और अंत में ही आमने-सामने के युद्ध में लड़े। 6.किसी की चुगली निंदा करने से बचें, और किसी से ईर्ष्या करने के बजाय मेहनत करें। 7.हमेशा जरूरतमंद व्यक्तियों की मदद जरूर करें।
8.खुद को सुरक्षित रखने के लिए नियमित व्यायाम और घुड़सवारी का अभ्यास जरूर करें ।
9.किसी भी तरह के नशे और तंबाकू का सेवन ना करें।
10.गुरुबानी को कंठस्थ कर लें।
11.अपने सारे वादे पर खरा उतरने की कोशिश जरूर करें।
गुरु गोबिंद सिंह जी के 354वें प्रकाश पर्व के अवसर पर उन्हें कोटि कोटि नमन।इस पवित्र अवसर पर आपको और आपके पूरे परिवार को बहुत बहुत बधाइयां और शुभकामनाएं।

सवा लाख से एक लड़ाऊं,
चिडियन ते मैं बाज़ तुड़ाऊं,
तबै गुरुगोबिंद सिंह नाम
कहाऊँ।।

ब्रिस्बेन में भारत की ऐतिहासिक जीत पर  #टीम_इंडिया को बधाई।ऑस्ट्रेलियाई दर्शकों की भद्दी टिप्पणी का अपने उच्च कोटि के प्...
19/01/2021

ब्रिस्बेन में भारत की ऐतिहासिक जीत पर #टीम_इंडिया को बधाई।
ऑस्ट्रेलियाई दर्शकों की भद्दी टिप्पणी का अपने उच्च कोटि के प्रदर्शन से जवाब देते हुए जिस प्रकार से खिलाड़ियों ने खेल भावना को दर्शाया है वह काबिले तारीफ़ है।

जब कोई सोचता है कि ज़िंदगी में सबकुछ खत्म हुआ है, उस वक़्त यदि हमारा कोई छोटा सा प्रयास उसकी ज़िंदगी में सपनों को फ़िर स...
07/01/2021

जब कोई सोचता है कि ज़िंदगी में सबकुछ खत्म हुआ है, उस वक़्त यदि हमारा कोई छोटा सा प्रयास उसकी ज़िंदगी में सपनों को फ़िर से ज़िंदा करे तो इससे बढ़कर और ख़ुशी क्या हो सकती हैं।प्रशासनिक सेवा के कारण इस तरह की ख़ुशी का मौका कई बार मिला है। 'बेटी सपना, तुम्हारा डॉक्टर बनने का सपना पूरा हो यहीं शुभकामनाएं और आशीर्वाद।'

(एक साल पहले ठंड के दिनों में कंबल बांटते वक़्त इस प्यारी बच्ची से मुलाकात हुयी थी।माता पिता के देहांत के बाद स्कूल छोड़कर घर में रहने वाली यह बच्ची सिर झुकाकर भीड़ में खड़ी थी।उसको अभिभावक बन कस्तूरबा आवासीय स्कूल में दाखिल करवाकर प्रतिमाह दो हज़ार रुपये की व्यवस्था सरकारी योजना से की थी।आज वहीं बेटी डॉक्टर बनने का सपना देख रही है।)

महान खिलाड़ी, श्रेष्ठ व्यवस्थापक, अनेक भाषाओं के विद्वान तथा झारखंड आंदोलन के सर्वोच्च नेता एवं "ऑक्सफोर्ड ब्लू" का खिताब...
03/01/2021

महान खिलाड़ी, श्रेष्ठ व्यवस्थापक, अनेक भाषाओं के विद्वान तथा झारखंड आंदोलन के सर्वोच्च नेता एवं "ऑक्सफोर्ड ब्लू" का खिताब पाने वाले हॉकी के एकमात्र अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी जयपाल सिंह मुंडा जी की जयंती पर शत्-शत् नमन।

अंतराष्ट्रीय हॉकी लीजेंड माइकल किंडो का निधन,जयपाल सिंह के बाद  ओलिंपिक(1972 म्यूनिख)  में खेलने वाले झारखंड के दुसरे खि...
01/01/2021

अंतराष्ट्रीय हॉकी लीजेंड माइकल किंडो का निधन,
जयपाल सिंह के बाद ओलिंपिक(1972 म्यूनिख) में खेलने वाले झारखंड के दुसरे खिलाड़ी थे

1975 वर्ल्ड कप में स्वर्ण पदक जीतने वाली हॉकी टीम के सदस्य थे

किंडो ने 1971 विश्व कप में कांस्य पदक,
1972 ओलंपिक में कांस्य पदक,
1973 विश्व कप में रजत पदक सहित एशियन गेम,
एशिया कप, कॉमनवेल्थ गेम सहित दुनिया के सभी बड़े प्रतियोगिता में देश को मेडल दिलाए थे.

'आयरन गेट' के नाम से मशहूर थे
1972 में भारत सरकार ने अर्जुन अवार्ड से सम्मानित हुए थे और इस अवार्ड को पाने वाले वे झारखंड के पहले खिलाड़ी थे

माइकल किंडो का जन्म 1947 में झारखंड के सिमडेगा जिले के बैघमा गांव में हुआ था.
किंडो ने सेना की नौकरी करते हुए भारतीय हॉकी टीम में जगह बनाई थी.

31/12/2020

अलविदा वर्ष 2020
तुमसे छोटा सही
बेहतर था उन्नीस।
याद रहोगे जेहन में
ऐसे दिए तूने टीस।
अब जाओ वर्ष 2020
कारोंना को लाया
दहशत फैलाया
कांपे डर से दशों दिश।
अलविदा 2020
बड़े बड़े शुर वीर
काल के गाल में समाए
जीना हुआ दूभर जब से तुम आये
जपते रहे हम जिनको
रक्षा किये वो ईश।
अब चल भी जा 2020
यादों के झरोखों में रहोगे
बीते हुए लम्हों में बहोगे
तेरे ही कारण दुनियां रही है पीस
अब जाओ भी 2020
तूने दिया अनेकों अवसर न मिल सका मैं
तू कर्म में मग्न था
मैं ब्यस्त था कथन में।
नई उम्मीदों की कोंपलें फूटेगी
आ रहा 2021
अब जाओ भी 2020।

खेल जगत की महान हस्तियों में से एक “हॉकी के जादूगर” मेजर ध्यानचंद जी के पुण्यतिथि पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि.विश्वपटल ...
03/12/2020

खेल जगत की महान हस्तियों में से एक “हॉकी के जादूगर” मेजर ध्यानचंद जी के पुण्यतिथि पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि.

विश्वपटल पर देश को गौरवान्वित करने वाले मेजर ध्यानचंद जी का अनुशासित जीवन प्रत्येक खिलाड़ी के लिए प्रेरणास्रोत हैं।

स्वतंत्र भारत के प्रथम राष्ट्रपति और संविधान सभा के अध्यक्ष श्री राजेंद्र प्रसाद जी की जयंती पर उन्हें सादर नमन। असाधारण...
03/12/2020

स्वतंत्र भारत के प्रथम राष्ट्रपति और संविधान सभा के अध्यक्ष श्री राजेंद्र प्रसाद जी की जयंती पर उन्हें सादर नमन।

असाधारण प्रतिभा के धनी श्री राजेंद्र प्रसाद जी की सरलता एवं नि:स्वार्थ भावना से राष्ट्र सेवा में समर्पण समस्त देशवासियों के लिए आदर्श है।

वर्ष 1971 भारत-पाक युद्ध के वीर शहीद, मां भारती के जाबाज सपूत, परमवीर चक्र विजेता लांस नायक अल्बर्ट एक्का जी की पुण्यतिथ...
03/12/2020

वर्ष 1971 भारत-पाक युद्ध के वीर शहीद, मां भारती के जाबाज सपूत, परमवीर चक्र विजेता लांस नायक अल्बर्ट एक्का जी की पुण्यतिथि पर कोटि-कोटि नमन.

महान फुटबॉलर डिएगो माराडोना अब हमारे बीच नहीं रहे।फुटबॉल के खेल एवं खेल प्रेमियों के दिल में उन्होंने अपनी एक अलग पहचान ...
26/11/2020

महान फुटबॉलर डिएगो माराडोना अब हमारे बीच नहीं रहे।

फुटबॉल के खेल एवं खेल प्रेमियों के दिल में उन्होंने अपनी एक अलग पहचान बनाई।

ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे।

रमेश घोलप। कोडरमा के जिलाधिकारी (डीसी)। माँ-पुत्र की संघर्ष कथा पढ़ें।आप निश्चित प्रेरित होंगे। ...........................
23/11/2020

रमेश घोलप। कोडरमा के जिलाधिकारी (डीसी)।
माँ-पुत्र की संघर्ष कथा पढ़ें।आप निश्चित प्रेरित होंगे। ...................................................
'.... ्या_सोच_रही_होंगीं?'
(जब माँ मेरे ऑफिस में आयी थी)
आठ बच्चों में सबसे छोटी होने के कारण वह सबकी 'लाडली' थी। घर में उसकी हर जिद पूरी करने के लिए चार बड़े भाई, तीन बहने और माता-पिता थे यह बात वह हमेशा गर्व के साथ कहती है। 'फिर तुमको बचपन में स्कूल में भेजकर पढ़ाया क्यों नहीं?' इस सवाल का उसके पास कोई जवाब नहीं होता ।इस बात का उसे दुख ज़रूर है पर इसके लिए वह किसी को दोषी नहीं मानती।
शादी के बाद वह लगभग मायके जितने ही बड़े परिवार की 'बड़ी बहु' बनी थी। उससे बातचीत के क्रम में कभी भी शिकायत के सुर नहीं सुने, लेकिन लगभग १९८५ में गाँव देहात में जो सामाजिक व्यवस्थाएँ थी उसके अनुरूप माता-पिता की 'छोटी लाडली बेटी' और ससुराल की 'बड़ी बहु' में जो फ़र्क़ था उसे उसने करीब से देखा था। जिस व्यक्ति से शादी हुयी है, उनको शराब पीने की आदत है यह पता चलने के बाद, कई बार उस आदत के परिणाम भुगतने के बाद भी कभी उसने अपने मायके में माता-पिता को इसकी शिकायत नहीं की।ख़ुद के दुख को नज़र अंदाज़ कर परिवार के भविष्य को सोचकर वह लड़ती रही। हालात की ज़ंजीरो को तोड़कर अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए और घर चलाने के लिए ख़ुद को भी कमाई के लिए कुछ करना होगा इस सच्चाई को स्वीकार कर उसने रिश्तेदारों के विरोध के बावजूद चूड़ियाँ बेचने का काम शुरू किया।गाँव गाँव जाकर चूड़ियाँ बेची।दो बच्चों को पढ़ाने और पति के बिगड़ते शारीरिक स्वास्थ्य का चिकित्सा उपचार करवाने के लिए वह परिस्थितियों से दो हात कर 'मर्दानी' की तरह लड़ती रही।पति की मृत्यु के तीसरे दिन मुझे यह कहकर कॉलेज की परीक्षा के लिए भेजा था कि 'तुमने अपने पिता को वचन दिया था, की जब मेरा १२वी का रिजल्ट आएगा तो आपको मेरा अभिमान होगा।रिजल्ट के दिन वो जहाँ भी होंगे उनको तुझपर पर गर्व होना चाहिए। तु पढ़ेगा तभी हम लोगों का संघर्ष समाप्त होगा।' उस वक़्त उसने एक 'कर्तव्य कठोर माँ' की भूमिका निभायी थी।
मेरे बड़े भाई का शिक्षक का डिप्लोमा पूर्ण हुआ था। मैं भी डिप्लोमा की पढ़ाई कर रहा था और बड़े भाई को नौकरी नहीं लग रही थी, तब बहुत लोगों ने उसे कहा की, 'अब पढाई छोड़कर बड़े बेटे को गाँव में मज़दूरी के लिए भेज दो।' लेकिन 'बड़ा बेटा मज़दूरी नहीं बल्कि नौकरी ही करेगा' कह कर वह चूड़ियाँ बेचने के साथ साथ दूसरे गाँव में भी मज़दूरी के लिए जाने लगी और बड़े बेटे को आगे की पढ़ाई के लिए शहर भेज दिया।
मुझे २००९ में प्राथमिक शिक्षक की नौकरी लग गयी। २०१० में हम लोगों को रहने के लिए ख़ुद का घर नहीं था, तब मैंने टीचर की सरकारी नोकरी का इस्तीफ़ा देकर सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करने का निर्णय लिया। उस समय भी वह मेरे निर्णय के साथ खड़ी रही।'हम लोगों का संघर्ष और कुछ दिन रहेगा, लेकिन तुम्हारा जो सपना है उसको हासिल करने के लिये तू पढ़ाई कर' यह कहकर मेरे ऊपर 'विश्वास' दिखानेवाली मेरी 'आक्का' (माँ) और मेरे विपरीत हालात यही पढ़ाई की दिनों में सबसे बड़ी प्रेरणा थी।सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी के दिनों में जब भी पढ़ाई से ध्यान विचलित होता था, तब मुझे दूसरों के खेत में जाकर मज़दूरी करनेवाली मेरी माँ याद आती थी।
मेरे ऊपर के उसके विश्वास को सही साबित कर मैं २०१२ में आईएएस (उसकी भाषा में 'कलेक्टर') बना। पिछले साल जून में मैंने दूसरी बार 'कलेक्टर' का पदभार ग्रहण किया।उसके बाद वह एक दिन ऑफिस में आयी थी।बेटे के लिए अभिमान उसके चेहरे पर साफ़ दिखायी दे रहा था।
उसकी भरी हुयी आँखो के देखकर मैं सोच रहा था, 'जिले की सभी लड़कियों को शिक्षा मिलनी चाहिए इसकी ज़िम्मेदारी कलेक्टर पर होती है, यह सोचकर उसके अंदर की उस लड़की को क्या लग रहा होगा जो बचपन में शिक्षा नहीं ले पायी थी?' अवैध शराब के उत्पादन और बिक्री रोकने के लिए हम प्रयास करते है यह सुनकर पति की शराब की आदत से जिस महिला का संसार ध्वस्त हुआ था, उसके अंदर की वह महिला क्या सोच रही होगी?, जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में सरकार की सभी जन कल्याणकारी आरोग्य योजना एवं सुविधाएँ आम लोगों तक पहुँचे इसके लिए हम प्रयास करते है यह मेरे द्वारा कहने पर, पति की बीमारी के दौरान जिस पत्नी ने सरकारी अस्पताल की अव्यवस्था एवं उदासीनता को बहुत नज़दीक से झेला था, उसके अंदर की उस पत्नी को क्या महसूस हो रहा होगा?, संघर्ष के दिनों में जब सर पर छत नहीं था, तब हम लोगों का नाम भी बीपीएल में दर्ज करकर हमको एक 'इंदिरा आवास' का घर दे दीजिए इस फ़रियाद को लेकर जिस महिला ने कई बार गाँव के मुखिया और हल्का कर्मचारी के ऑफिस के चक्कर काटे थे, उस महिला को अब अपने बेटे के हस्ताक्षर से जिले के आवासहीन ग़रीब लोगों को घर मिलता है यह समझने पर उसके मन में क्या विचार आ रहें होंगे?, पति की मृत्यू के बाद विधवा पेंशन स्वीकृत कराने के नाम से एक साल से ज़्यादा समय तक गाँव की एक सरकारी महिला कर्मी जिससे पैसे लेती रही थी, उस महिला के मन में आज अपना बेटा कैम्प लगाकर विधवा महिलाओं को तत्काल पेंशन स्वीकृत कराने का प्रयास करता है यह पता चलने पर क्या विचार आये होंगे?'
आईएएस बनने के बाद पिछले ६ साल में उसने मुझे कई बार कहा है, "रमू, जो हालात हमारे थे, जो दिन हम लोगों ने देखे है वैसे कई लोग यहाँ पर भी है। उन ग़रीब लोगों की समस्याएँ पहले सुन लिया करो, उनके काम प्राथमिकता से किया करो।ग़रीब, असहाय लोगों की सिर्फ़ दुवाएँ कमाना। भगवान तुझे सब कुछ देगा!''
एक बात पक्की है..'संस्कार और प्रेरणा का ऐसा विश्वविद्यालय जब घर में होता है, तब संवेदनशीलता और लोगों के लिए काम करने का जुनून ज़िंदा रखने के लिए और किसी बाहरी चीज़ की ज़रूरत नहीं होती।'
-रमेश घोलप IAS
ज़िलाधिकारी, कोडरमा(झारखंड)

16/11/2020

सा़गुन सोहराय परब के अवसर पर सभी झारखण्डवासियों को अनेक-अनेक शुभकामनाएं और जोहार।
साथ ही भाई दूज और चित्रगुप्त पूजा के पावन पर्व पर भी सभी को हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई।

16/11/2020

भाई दूज के पावन अवसर पर आप सभी को बहुत-बहुत शुभकामनाएं।

गिरीडीह के बच्चे किसी दूसरे राज्य के बच्चे से किसी भी मामले में कमजोर नही है। एक छात्र के द्वारा ctet की तैयारी फ्री में...
13/11/2020

गिरीडीह के बच्चे किसी दूसरे राज्य के बच्चे से किसी भी मामले में कमजोर नही है। एक छात्र के द्वारा ctet की तैयारी फ्री में करवाया जा रहा है है । आपसभी लोग उनको support कीजिये।

https://youtu.be/x9iBxi5tRJE

Subscribe, एंड शेयर

This video helpful for ctet,tet 2021. plzz watch this video for sure sucess in ctet 2021

12/11/2020

आप सभी को धनतेरस की हार्दिक शुभकामनाएं।

31/08/2020

अनलॉक-4 के दौरान बस,रेस्टुरेंट, होटल सभी धीरे धीरे पटरी पर आ रही है लेकिन आपका कर्तव्य ये होना चाहिए कि आप जब भी घर से बाहर निकले मास्क का प्रयोग जरूर करें

आपकी सतर्कता ही आपका बचाव है।

15/08/2020

आज झारखंड एवं पूरे विश्व के चहेते क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी है। आप हमेशा अपने चहेते के दिलों में बसे रहेंगे।

10/08/2020

गिरीडीह जिले में कोरोना का संक्रमण बीते एक सप्ताह से तीव्र गति से हो रही है लेकिन आपको इससे घबराने की जरूरत नही है ,सभी लोग मास्क को पहने,दिनभर में दो से तीन बार सेनिटाइजर का प्रयोग करें और हो सके तो ज्यादा से ज्यादा गर्म पानी का सेवन करें।

06/08/2020

अभी हमारे देश मे Covid-19 के मरीज के स्वास्थ्य होने की गति बहुत ही तेज होते जा रही है। किसी को भी कोरोना से डरना नही है बल्कि उससे जो भी व्यक्ति लड़ रहे है उसकी हौसला आफजाई करनी है।

26/07/2020

अब झारखंड में कोरोना की जांच बहुत तीव्र गति से की जा रही है जिससे Covid-19 के मरीजों की भी संख्या ज्यादा सामने आ रही है ।।आप सभी लोगों से अनुरोध है कि जब भी घर से निकले मास्क का प्रयोग जरूर करें ।

16/07/2020

जमुआ प्रखंड में 8 कोरोना मरीजों की पुष्टि हुई है मौके पर टीम को भेजकर सभी मरीजों को क्वारंटाइन सेंटर लाया गया है। आशा है कि ये सभी जल्द से जल्द स्वास्थ्य होकर अपने घर को जाएंगे।

15/07/2020

गिरिडीह के लिए बहुत ही अच्छी खबर आइसोलेशन सेंटर में इलाजरत 8 लोगों ने कोरोना को मात दिया है। कोरोना को मात देकर स्वस्थ हुए लोगों में जमुआ, गांडेय, सरिया व देवरी क्षेत्र के रहने वाले वाले हैं। सभी ठीक हुए लोगो का ताली बजाकर सम्मानित कर उन्हें आज उनके घर भेज दिया गया है।

12/07/2020

कोरोना अभी हवा में भी फैल रही है इसीलिए सभी लोग सतर्क रहें और मास्क का प्रयोग जरूर करें।।।

19/06/2020

*- आज से जिला मुख्यालय के शहरी क्षेत्र में कंटेन्मेंट जोन के बाहर खुल सकेंगी कपड़ा और जूता-चप्पल दुकानें....*

जानकारी दी गई कि मुख्य सचिव, झारखंड सरकार द्वारा जारी निर्देश के आलोक में जिला मुख्यालय के शहरी क्षेत्र में कंटेन्मेंट जोन के बाहर दिनांक 19.06.2020 से कपड़ा दुकानें और जूता-चप्पल की दुकानें खुल सकेंगी। अन्य पाबंदियां पूर्व की तरह लागू रहेंगी।

16/06/2020

बीते कल बदडीहा स्थित स्कूल में जो कोरोना मरीज रहे थे उसमें से 2 मरीज स्वस्थ होकर अपने घर को लौट गए हैं

गिरिडीह जिले के 13 कोरोना मरीज हुए पूरी तरह स्वस्थ गिरिडीह जिला अंतर्गत पूर्व के 13 कोरोना संक्रमित मरीज जो बेंगाबाद प्र...
14/06/2020

गिरिडीह जिले के 13 कोरोना मरीज हुए पूरी तरह स्वस्थ
गिरिडीह जिला अंतर्गत पूर्व के 13 कोरोना संक्रमित मरीज जो बेंगाबाद प्रखंड के 1 तथा गिरिडीह सदर प्रखंड के 5, धनवार प्रखंड के 2 एवं डुमरी प्रखंड के 1 तथा पीरटांड़ प्रखंड के 4 कुल 13 कोरोना मरीज उनकी जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई है। इस आलोक में आज उन्हें ए.एन.एम हॉस्टल आइसोलेशन वार्ड, बदडीहा से तालियां बजाकर सम्मानपूर्वक विदा किया गया। जिला प्रशासन द्वारा तालियों की गड़गड़ाहट एवं फूल बरसा कर मरीजों को अस्पताल से विदा किया गया।

पीरटांड़ के पिपराडीह गांव में हत्यारोपी को निशाना बनाकर हमला किया है जिस के मध्य नजर देखते हुए प्रतिशोध में ग्रामीण ने घ...
14/06/2020

पीरटांड़ के पिपराडीह गांव में हत्यारोपी को निशाना बनाकर हमला किया है जिस के मध्य नजर देखते हुए प्रतिशोध में ग्रामीण ने घटना को अंजाम दिया है पीड़ित परिवार को हर संभव मदद की जाएगी पीड़ित परिवार को अन्यत्र शिफ्ट कराया जा रहा है तथा गांव में फोर्स को तैनात कर दिया गया है

*- ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से जिले के विभिन्न पंचायतों में मनरेगा, बिरसा हरित ग्राम योजना तथा आम...
13/06/2020

*- ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से जिले के विभिन्न पंचायतों में मनरेगा, बिरसा हरित ग्राम योजना तथा आम बागवानी का कार्य किया जा रहा है.
*- बाहर से आए प्रवासी मजदूरों को ग्रामीण स्तर पर शुरू किए गए विकासात्मक योजनाओं से जोड़ा जा रहा है

कल धनवार प्रखंड में 7 कोरोना मरीजों की पुष्टि हुई है जिसको लेकर गाँव को सील कर दिया गया है।
13/06/2020

कल धनवार प्रखंड में 7 कोरोना मरीजों की पुष्टि हुई है जिसको लेकर गाँव को सील कर दिया गया है।

09/06/2020

बीते कल गिरिडीह जिले में 11 कोरोना मरीजों की पुष्टि हुई है जिसमें से गिरिडीह के 4, डुमरी से 3, गावां से 1,तथा बेंगाबाद प्रखंड से 4 कोरोना मरीज की पुष्टि हुई है। इन सभी के के गांवों को सील कर दिया गया है तथा senitization का कार्य भी प्रारंभ कर दिया गया है
आप अपने घरों में ही रहे ,सुरक्षित रहे।

आज धनवार प्रखंड के नवागढ़ चट्टी में एक कोरोना मरीज की पुष्टि हुई है जिसको लेकर उस गांव को पूरी तरह से सील कर दिया गया है...
02/06/2020

आज धनवार प्रखंड के नवागढ़ चट्टी में एक कोरोना मरीज की पुष्टि हुई है जिसको लेकर उस गांव को पूरी तरह से सील कर दिया गया है ना कोई व्यक्ति यहां से बाहर जा सकता है ना ही कोई व्यक्ति इस गांव में प्रवेश कर सकता है सभी अपने अपने घरों में रहे और भारत सरकार द्वारा जनहित में जारी नियमों का पालन करें

02/06/2020

आज जमुआ के 3, बिरनी के 2, गांडेय के1 तथा देवरी के 1 कोरोना मारिजों ने कोरोना जैसी भयंकर बीमारी को मात देकर एवं स्वस्थ होकर अपने घर को चले गए

Address

Giridih

Website

Alerts

Be the first to know and let us send you an email when Giridih News posts news and promotions. Your email address will not be used for any other purpose, and you can unsubscribe at any time.

Contact The Business

Send a message to Giridih News:

Share

Nearby media companies



You may also like