The Speaking India: New ERA of Journalism
लोकतंत्र का चौथा स्तंभ कहे जाने वाला मीडिय। वो मीडिया जिसने हर मुद्दे को उठाकर समाज को आईना दिखाया। वो मीडिया जो एक बुलंद आवाज़ बनकर हर संघर्ष में खड़ा हुआ। पर आज लोकतंत्र का मजबुत स्तंभ भी बेड़ी में बंधकर रह गया । अपनी ताकत को भुलकर रास्ते से भटक गया। जो कभी स्वतंत्रता में सबसे आगे खुद को रखता था, आज वो खुद गुलाम हो गया..। राजनीति के साथ और भी मायाजाल में खुद को बुना गया । मीडिया अपनी स्वतंत्र आवाज़ को दबा गया । पर अब नही दबेगी ये आवाज़, हर मुद्दे पर होगा पर्दाफाश । बुलंद आवाज़ से बोलेंगे, फरेब ना फिज़ा में घुलनें देंगे । हर विश्वास साथ हम लाएंगे । नई पहचान बनकर आएंगे । हम हैं आपकी आवाज़, स्वतंत्र भारत की आवाज़।