04/08/2022
............दैनिक क्षितिज किरण..............
#अंकुर_अभियान_धरती_को_बचाने_का_अभियान: #सीएम_शिवराज
!! ग्वालियर-चंबल संभाग में एक साथ 7 हजार 738 स्थान पर हुआ पौध-रोपण, मुख्यमंत्री वर्चुअली शामिल हुए !!
भोपाल, (निप्र)। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि जन-भागीदारी से पौध-रोपण के लिए आरंभ अंकुर अभियान धरती को बचाने का अभियान है। इसमें ग्वालियर और चंबल संभाग के 8 जिलों की प्रत्येक पंचायत और नगरीय क्षेत्र के प्रत्येक वार्ड में 75-75 पौधे लगाने का कार्य किया जा रहा है। ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, दतिया, मुरैना, भिण्ड और श्योपुर जिलों के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में अंकुर अभियान में 7 हजार 738 स्थान पर एक साथ बड़े पैमाने पर पौध-रोपण किया जा रहा है। जन-भागीदारी के साथ आरंभ प्रकृति-संरक्षण का यह कार्य अनुकरणीय है। प्रदेश के अन्य संभाग और जिले भी प्रकृति-संरक्षण के इस कार्य का अनुसरण करेंगे। मुख्यमंत्री चौहान बुधवार को ग्वालियर-चंबल संभाग के 8 जिलों में पौध-रोपण कार्यक्रमों को भोपाल से वर्चुअली संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम में ग्वालियर-चंबल संभाग में एक साथ 7 हजार 738 स्थान पर पौध-रोपण हुआ। इस अवसर पर कृषि मंत्री कमल पटेल, उद्यानिकी राज्य मंत्री भारत सिंह कुशवाह तथा प्रमुख सचिव पर्यावरण एवं महानिदेशक एप्को अनिरूद्ध मुखर्जी उपस्थित थे। पर्यावरण मंत्री हरदीप सिंह डंग कार्यक्रम में वर्चुअली शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने 28 जुलाई से आरंभ पौधरोपण महाअभियान में शिवपुरी जिले में सर्वाधिक 59 हजार 442 पंजीयन होने पर शुभकामनाएँ दी। मुख्यमंत्री सभी 8 जिलों में हुए कार्यक्रम से वर्चुअली जुड़े। उन्होंने कहा कि अन्य जिलों में भी बड़ी संख्या में लोग पौध-रोपण कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिवर्तन के संकट समाधान के लिए संयुक्त राष्ट्र संघ के ग्लासगो सम्मेलन में पंचामृत की सौगात दी थी। पंचामृत में भारत द्वारा निर्धारित लक्ष्य की प्राप्ति में वृक्षा-रोपण की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा कि पेड़-पौधे हमें ऑक्सीजन ही नहीं देते, अपितु एक पेड़ अनेक जीव-जंतुओं के लिए जीवन का स्त्रोत है। प्रदेश में हरियाली अमावस्या 28 जुलाई से 15 अगस्त तक पौध-रोपण महाअभियान चलाया जा रहा है, जिसमें विभिन्न समुदायों, छात्रों, स्वयंसेवी संगठनों, सामाजिक एवं धार्मिक संगठनों, रहवासी-कल्याण समितियों और धर्मगुरूओं को जोड़ कर जन-सामान्य को पौध-रोपण के लिए प्रेरित किया जा रहा है। उन्होंने प्रदेशवासियों को अपने जन्म-दिवस, विवाह वर्षगाँठ और परिजनों की स्मृति में पौधे लगाने के लिए प्रेरित किया।
चौहान ने कहा कि आजादी के अमृत काल में वृक्षा-रोपण महाअभियान में शामिल व्यक्तियों द्वारा राष्ट्र-ध्वज के साथ पौध-रोपण करना लोगों को हर घर तिरंगा अभियान में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने के लिए प्रेरित करेगा। उन्होंने हर घर तिरंगा अभियान में प्रदेशवासियों को पूरे उत्साह और उमंग के साथ हिस्सा लेने के लिए प्रेरित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। हम सब स्वतंत्रता दिवस पर तिरंगा क्रय कर गर्व और गौरव के साथ अपने घर पर ध्वज लहराएँ।
मुख्यमंत्री ने अशोकनगर जिले के हरनाम सिंह रघुवंशी की वृक्षा-रोपण के लिए प्रतिबद्धता की प्रशंसा की। उल्लेखनीय है कि वरिष्ठ नागरिक रघुवंशी द्वारा अब तक 2 हजार पौधे लगाए गए हैं और सभी पौधे जीवित एवं स्वस्थ हैं। वृक्षा-रोपण महाअभियान में ग्वालियर जिले में 25 हजार 142, गुना में 24 हजार 140, अशोकनगर में 25 हजार 968, दतिया में 39 हजार 573, श्योपुर में 13 हजार 805, मुरैना में 24 हजार 335 और भिण्ड जिले में 17 हजार 744 व्यक्तियों द्वारा अंकुर कार्यक्रम में पंजीयन कराया गया है।