27/08/2024
*उभरते/नए गायकों को सम्मान का मंच देने वाली एकमात्र संस्था - रफ़ीज़ फैन क्लब मुंबई (RFCM)*
*श्री. सुनील नारायण वाडकर*, परिवार में तीसरी संतान। बचपन में उनकी पारिवारिक स्थिति बहुत ख़राब थी। इसलिए, परिवार और पिताजी के सहयोग में उन्होंने 7 साल की उम्र से ही पान-टपरी चलाना शुरू कर दिया, उन्होंने घर-घर दूध पहुँचाना शुरू कर दिया, उन्होंने त्योहारों के दौरान सड़कों पर गेंदे के फूल बेचना शुरू कर दिया। इसके साथ ही, उन्होंने अपनी पाठशाला शिक्षा पूरी करते करते महाविद्यालय में इलेक्ट्रॉनिक्स और दूरसंचार की शिक्षा भी पूरी की और तुरंत नौकरी पर लग गये। लेकिन जीवन में इतनी कड़ी मेहनत करते हुए; उन्हें बचपन से ही गाने का बहुत शौक था। इसलिए, उन्होंने गायन के प्रति अपने जुनून को क़भी खत्म नहीं होने दिया। 'स्क्रू डाइवर को छोड़ दो और माइक अपने हाथ में पकड़ लो', यह जुनून उनके अंदर के गायक को इशारा करने लगा। उस समय उन्हें एहसास हुआ कि गायन के प्रति उनके जैसे जुनून रखने वाले कई उभरते गायक हैं; जिनके पास प्रतिभा है लेकिन कोई मंच नहीं है और अन्य आयोजक दर्शकों की कम प्रतिक्रिया, प्रायोजन की कमी के कारण नए गायकों को मौका देने का जोखिम नहीं उठाते हैं।
लेकिन सुनील वाडकरजी ने यह जोखिम उठाने की ठानकर उभरते गायकों को सम्मान का मंच देने के लिए १६ दिसंबर २०१२ को *'रफ़ीज़ फैन क्लब मुंबई'(RFCM)* की स्थापना की और इस संस्था के माध्यम से अब तक उभरते कलाकारों के लिए मुंबई के ८ अलग-अलग थिएटरों में ३० बड़े Grade -1 संगीत कार्यक्रम आयोजित किए जा चुके हैं। इसके अलावा यह संस्था मुंबई के विभिन्न १२ मॉल्स में सक्रिय है और कई संगीत कार्यक्रमों का आयोजन कर नए गायकों को मंच प्रदान करती है। यह संस्था अब तक 5000 से अधिक उभरते गायकों को मंच प्रदान कर चुकी है।
इन विभिन्न कार्यक्रमों के बीच *'महाराष्ट्र आयडल २०२४''* यह भव्य गायन प्रतियोगिता' पिछले लगभग साढ़े तीन महीने से ४ अलग-अलग आयु समूहों (०-१५, १६-३०, ३१-६० औऱ ६१ वर्ष से ऊपर) में आयोजित की गई थी।
इस भव्य गायन प्रतियोगिता में पूरे भारत से लगभग ५५० गायक प्रतियोगी शामिल हुये। इस भव्य गायन समापन का समारोह १७ अगस्त २०२४ को, वाशी नवी मुंबई के विष्णुदास भावे सभाग्रह में, सुबह ११ से लेकर शाम ७ बजे तक बड़े पैमाने पर औऱ बड़ी धूमधाम से आयोजित किया गया था।