30/01/2022
*● 👉 डॉ. रावण वर्मा साहब ने DS-4 एवं BSP की तर्ज पर PS-5 और SMS पार्टी बनाई है क्या ?*
*● 👉🏿 क्या BAMCEF की तरह, AJJAKS भी "जनरेटर" साबित होगा ?*
*🌷🙏🌷👉🏿एक चिंतन👈🏿🌷🙏🌷*
निश्चित रूप से *"आवश्यकता आविष्कार की जननी है !"*
*👉 हम जानते है कि मान्यवर कांशीराम साहब का परिनिर्वाण हो जाने के बाद विसमतावादी, मनुवादी एवं संविधान विरोधी ताकतों ने मान्यवर कांशीराम साहब का बहुजन आन्दोलन, मध्य प्रदेश में खत्म कर दिया।*
*👉यह सही है कि मधयप्रदेश में पिछड़ा-शोषित समाज सामाजिक- राजनैतिक बदलाव के लिए, एक राजनीतिक विकल्प की अवश्यकता महसूस कर रहा था।*
*👉 विकल्प की दृष्टि से प्रखर कांशीरामवादी डॉ.रावण वर्मा ने मान्यवर कांशीराम साहब से प्रेरित होकर बहुजन समाज को राजनीतिक दृष्टि से दिशा देने के लिए महत्वपूर्ण कार्य किया है।*
*👉 यह भी सत्य है कि बिकल्प की कमी के कारण बहुजन समाज के लोग मनुवादी पार्टियों में टिकिट एवं पद पाने के लिए गुलाम और चमचा बने हुए है। वहीं कुछ लोग बहुजन महापुरूषों के मिशन के नाम पर बेगारी करने के लिए मजबूर हो गए हैं ।*
*👉🏿 यह भी सत्य है कि मध्य प्रदेश 65 साल का हो गया जिसमें 46 साल कांग्रेस और 18 साल के लगभग बीजेपी जैसी मनुवादी पार्टियों के शासन सत्ता रही है।*
*👉 हमने देखा है कि जब कांशीराम का बहुजन आंदोलन एक बिकल्प के रूप में था । तो भयभीत होकर, दबाब में आकर बर्ष 2002-2003 की तत्कालीन सरकार ने आरक्षित वर्ग के लिए नीतियां और सरकारी खजानों के दरवाजे खोल दिए जैसे :-*
1. निशुल्क, जमीनों के पट्ठे दे दिए गए,
2. छात्रावास खोले दिए गए,
3. बंदूकों के लाइसेंस दे दिए गए,
4. पदोन्नति नियम 2002 बनाया गया।
5. बैकलॉग के रिक्त पदों पर भर्ती की गई।
6. ग्रामीण क्षेत्रों में वर्षों से पड़े sc st सरकारी मुलाजिमों को शहरी क्षेत्र में पदस्थापना दी गई।
7. विशेष भर्ती अभियान चलाया गया, जिससे कई युवाओं को रोजगार मिला।
8. छात्रवृति में बुद्धि कर दी गई।
9. sc St के बेरोजगारों को सरकारी कामों में ठेकेदारी दी गई
10. पुलिस थानों में तत्काल रिपोर्ट दर्ज होने लगीं।
11. sc,st,obc के जो नेता सवर्ण पार्टियों में लूप लाइन में पड़े हुए थे उन नेताओं को महत्वपूर्ण पद पर आसीन किया गया,
12. महेंद्र बौद्ध जी जैसे sc विधायक को ग्रह मंत्री बनाया गया,
13. sc,st के विद्यार्थियों को प्राइवेट स्कूलों में निशुल्क प्रवेश दिया जाने के आदेश प्रसारित हुए।
*लेकिन 2003 से 2022 तक 18 बर्ष बीत गए, विकल्प खत्म हो गया तो अब इन मनुवादी पार्टियों को वोट चले जाने का कोई भय नहीं है । इसलिए बहुजन बहुजन आंदोलन पर कई तरह के संकट आ गए :-* जैसे_
1.-- नेतृत्व का संकट,
2.-- विचारधारा का संकट,
3.-- संवैधानिक हक अधिकार का संकट,
4.-- आरक्षण का संकट,
5.-- बेरोजगारी का संकट,
6-- हत्या एवं बलात्कार की जघन्य घटनाएं।
*सरकारों द्वारा हक अधिकार देना तो दूर, पिछड़ा शोषित समाज के प्रतिनिधित्व (आरक्षण) को विभिन्न तरीकों से खत्म और किया जा रहा है* जैसे :-
1. सरकारी संस्थानों का प्राइवेटाइजेशन किया जा रहा है जिससे नौकरियां खत्म हो रही हैं।
*2. आउटसोर्सिंग के माध्यम से भर्ती की जा रही है जिसमें आरक्षण का कोई प्रावधान नहीं है।*
3. पदोन्नति नियम खत्म कर दिया गया जिससे नई नौकरियां सृजित नहीं हो पाई।
*4. लोअर और हायर जुड़िसरी के माध्यम से आरक्षण खत्म किया जा रहा है।*
5. नौकरियों को लिंगर ऑन बनाए रखा जा रहा है।
*6.नगरीय प्रशासन में वाल्मिक समाज की नौकरी खत्म कर, सफाई कार्य चंद पैसों में ठेके पर कराकर, उनका शोषण करना।*
7. सेवा निवृत व्यक्ति को पुनः उसी पद पर आसीन करके युवाओं का हक मारना।
*8. 180000 बैकलॉग के रिक्त पदों को ना भरना, पदोन्नति रोके रखना*
9. Sc st वर्ग के सरकारी मुलाजिमों की विना कारण, द्वेष भाव से वेतन रोकना, विभागीय जांच शुरू करना, इंक्रीमेंट रोकना, स्थानांतरण करना।
10. बच्चों की छात्रवृति में कटौती करना।
11. पुलिस थानों में झूठे केस दर्ज करना।
12. सरकारी नौकरियों को लिंगरऑन बनाए रखना।
13.एकल पद प्रणाली विकसित कर नौकरियों को ख़त्म किया जा रहा है।
इसके अतिरिक्त बेरोजगारी, भ्रष्टाचारी, जमाखोरी, महंगाई, अन्याय, जातीय अत्याचार, मनमानी, शोषण तो चरम पर है।
*डॉ.रावण वर्मा साहब ने 8 बर्ष तक अजाक्स में प्रांतीय सचिव रहकर, पीएस-5 एवं अजाक्स के मध्यम से प्रदेश का भ्रमण करके, तमाम सरकारी मुलाजिमों, बुद्धि जीवियों एवं समाज हितेसियों से विचार- विमर्श एवं चिन्तन-मनन कर, मान्यवर कांशीराम साहब से प्रेरित होकर, केबल 08 वर्ष 08 माह की अपनी राजपत्रित अधिकारी की सरकारी नौकरी से 24 सितंबर 2020 को त्यागपत्र दिया और 26 जनवरी 2022 को एक राजनीतिक बिकल्प "समतामूलक समाज पार्टी" की घोषणा की है जिसे "SMS पार्टी" कहते है।*
*अब मप्र में भी देश के अन्य राज्यों की तरह गैर-बीजेपी, गैर-कांग्रेसी बिकल्प के रूप में SMS पार्टी, एक राजनीतिक विकल्प होगी।*
*अजाक्स प्रदेश का नहीं पूरे देश का एक वुद्धिजीवियों का अनुशासित एवं शासन से मान्यता प्राप्त संगठन है। वह हमेशा संविधानिक तरीके से आरक्षित वर्ग के हितों के लिए संघर्ष करता है, किंतु अपेक्षित परिणाम नहीं नाते। क्योंकि वह एक गैर-राजनीतिक संगठन है बीजेपी- कांग्रेस दोनों मनुवादी पार्टियों को उसका कोई भय नहीं है।*
*यदि SMS पार्टी गैर-बीजेपी, गैर-कांग्रेसी राजनीतिक पार्टी के रूप में उभरेगी तो निश्चित ही वह "[प्रदेश के लोगो की, प्रदेश के लिए, प्रदेश के लोगों के द्वारा]" एक मजबूत राजनीतिक बिकल्प बनेगा।*
*मप्र में पिछड़ा शोषित समाज के अम्बेडकरवादी, संविधानवादी, सरकारी मुलाजिम, अजाक्स एवं बुद्ध को मनाने वाले लोग अपनी नैतिक जिम्मेदारी मानकर BAMCEF की तरह SMS पार्टी को ऊर्जा देने का काम करना होगा। तभी मप्र का भला होगा*
*वोट की दिशा निर्धारण कर, सत्ता प्राप्त करने में अपनी अहम भूमिका निभाने का प्रदेश के बुद्धिजीवी वर्ग के लिए,सही समय है। यदि ये बामसेफ की तरह 5T यानि टाइम, टैलेंट, ट्रेजरी, ट्रिक एण्ड टेक्निक प्रदान करें तो निश्चित रूप से SMS पार्टी उक्त हक-अधिकारों को लागू करने, कराने एवं जातीय अत्याचार से निजात दिलाने में कारगर सिद्ध होगी।* और वोट की दिशा निर्धारित कर, SMS पार्टी के माध्यम से मप्र में मान्यवर कांशीराम साहब का सपना, बहुजन समाज को "हुक्मरान" बनाकर, साकार किया जा सकता है।*
*जय भीम, जय प्रबुद्ध भारत, जय जय कांशीराम*
_चिंतक एवं मानवतावादी मार्गदर्शक_
*देवेन्द्र सिंह राजोरिया*
सम्भागीय अध्यक्ष मप्र अजाक्स ग्वालियर,8319590159