03/10/2023
गौरी नमस्कार मंत्र अर्थ
सर्वमङ्गलमङ्गल्ये शिवे सर्वार्थसाधिके।
शरण्ये त्र्यम्बके गौरी नारायणि नमोऽस्तु ते
भावार्थ:
नारायणी! तुम सब प्रकार का मंगल प्रदान करने वाली मंगलमयी हो । कल्याण दायिनी शिवा हो । सब पुरुषार्थो को सिद्ध करने वाली, शरणागत वत्सला, तीन नेत्रों वाली एवं गौरी हो । तुम्हें नमस्कार है।🙏🌼