SAHITYAM COMPETITION CLASSES

SAHITYAM COMPETITION CLASSES पेज पर पहली बार आये हैं तो लाइक कर दीजिए 🌿🌿
(8)

08/09/2024
08/09/2024
28/07/2024

आज का सुविचार ☀

05/07/2024

झारखंड के 13वें मुख्यमंत्री के रूप में हेमंत सोरेन ने गुरुवार को राजभवन के दरबार हॉल में शपथ ली. राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने उन्हें पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलायी. गुरुवार की शाम 4:45 बजे शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया गया. राज्यपाल ने हेमंत सोरेन सरकार को सप्ताह भर के अंदर विश्वास मत हासिल करने का निर्देश दिया है.....

29/06/2024

Congratulations to world champion Team 🇮🇳.

A glorious moment for our nation.

Our players put up a stellar performance throughout the with unmatched team spirit and sportsmanship. The nation swells with pride at their historic achievement.
Well done 👏

21/06/2024

Objective+ Expression+ personality= REALIZM

21/06/2024

माध्यमिक शिक्षा विभाग में 1.23 लाख से अधिक पद खाली, इनमें से 84 हजार पद केवल शिक्षकों के... 👨🏻‍🏫👨🏻‍🏫

🗞️🗞️ 𝑵𝒆𝒘𝒔 𝑼𝒑𝒅𝒂𝒕𝒆 🗞️🗞️

Celebrating my 3rd year on Facebook. Thank you for your continuing support. I could never have made it without you. 🙏🤗🎉
21/06/2024

Celebrating my 3rd year on Facebook. Thank you for your continuing support. I could never have made it without you. 🙏🤗🎉

21/06/2024

#राघवेन्द्र_नारायण_के_गीत
-----------
#हुई रात तब मिली है
--------
हुई रात तब मिली है मोहलत,दिनभर रहे पीसते चक्की
दुनिया कब फुरसत देती है,कर पाएं हम अपने मन की--१

वही है चक्कर जिसमें हमको,कोल्हू के बैलों सा चलना
नहीं निकल पाता आजीवन, जिससे बाहर कोई व्यक्ति --२

अन्त नहीं है इसका कोई,चक्कर पर चक्कर हैं लगते
हो जाती इक दिन हमको,इस चक्कर से ही आसक्ति --३

जिससे नहीं मोहब्बत कोई,उसके साथ भी रहते रहते
रहने की आदत पड़ जाती,मर जाती ख्वाहिश की मुक्ति --४

मुमकिन नहीं है दुनिया का,विश्लेषण पूरा कर पाना
अपराधी से भी इस दिल की ,होने लगती है अनुरक्ति --५

चाह नहीं रहती फिर भी, रिश्ते को हम रखें संजोए
इस जग की यह ही परिपाटी,मुश्किल है चलनी मनमर्जी --६

जो भी हो हम शुक्रगुजार हैं, रात्रि हमारी अपनी होती
नहीं कोई कोलाहल दिन का,रहती है मन की बेफिक्री --७

बैठ सितारों को देखें या, कमरे में हम रहें एकाकी
नहीं किसी की दखलंदाजी,स्वप्नों की महफ़िल सजती--८

नीरवता मन मोहित करती,शांति हमारा करती स्वागत
नींद की अपनी ही माया है,सारी रात सूकूं से कटती--९

सूरज के उगते ही होता, पुनः जगत यह कारोबारी
हर इन्सां की अपनी पीड़ा,अपनी धुन में हर पशु पक्षी--१०

नहीं रात होती तो कैसे,रुकता पहिया सूर्यदेव का
कैसे किरणें चन्दा की तब,छत पर आहिस्ता से उतरतीं--११

कैसे शबनम हरी दूब पर,सुबह चमकती मोती बनकर
कैसे चोरी छुपे प्रेयसी,अपने प्रिय से सज-धज मिलती!--१२

© राघवेन्द्र नारायण २१/६/२०२४

24/05/2024

#राघवेन्द्र_नारायण_के_गीत
----------
#कोई कुछ भी कहे
--------
कोई कुछ भी कहे, कहता रहे,हम अपनी धुन में मस्त
सभी स्वीकार है हमें, हो चाहे वह , खुशी अथवा कष्ट--१

नहीं यह ज़िन्दगी रहती सदा,इक सी, सदा चलती
अजीब रास्ते इसके , कभी हर्ष तो कभी संघर्ष--२

कभी यह स्वप्न से भी खूबसूरत, और आकर्षक
कभी बदसूरत इतनी, पूछिए मत, हिम्मत करती पस्त--३

सभी की मंजिलें अपनी, ठिकाने सभी के अपने
नहीं दो लोग होते एक से,इस दुनिया में, किसी वक्त--४

अवरोधक कौन कब आए, अचानक कौन हो दुश्मन
नहीं कोई जानता है यह,मगर यह बात है ध्रुव सत्य--६

पराया बन जाए अपना , अपने हों विमुख, जाने कौन
किसका काम आ जाए, मुसीबत में, हमें कब रक्त--७

जिसपर नाज था ,हो जाए, हमारी शर्म का जरिया
जो हमसे करता था नफरत,हो जाए वह हमारा भक्त--८

अजीब है दास्तां ए जिंदगी, सुनते हैं आए हम
हमने जब से पढ़ा इसको, हुए हम तब से अष्टावक्र--९

कितना कोई संभाले , पर नहीं संभव संभालना
हिफाजत कीजिए कितनी,हो जाना ही है इसको नष्ट--१०

शुरू में रहती है कोमल,विशुद्ध इसका सरल स्वरूप
मगर हो जाती है यह अन्ततः, बेईमान और पथभ्रष्ट--११

नहीं कोई भविष्यवाणी, नहीं कोई सच कयास होता
जीवन वह रेत का प्रासाद, होना ही है इसको ध्वस्त !--१२

© राघवेन्द्र नारायण २४/५/२०२४

Address

Sultanpur

Website

Alerts

Be the first to know and let us send you an email when SAHITYAM COMPETITION CLASSES posts news and promotions. Your email address will not be used for any other purpose, and you can unsubscribe at any time.

Contact The Business

Send a message to SAHITYAM COMPETITION CLASSES:

Videos

Share

Nearby media companies


Other Digital creator in Sultanpur

Show All