The Reports of Sitamarhi

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02/01/2024

*बड़ी खबर-ड्राइवरों का चक्का जाम हड़ताल खत्म, हिट एंड रन कानून का विरोध कर रहे ट्रांसपोर्टरों और सरकार के बीच हुई बातचीत,फिलहाल यह कानून नही होगी लागू,गृह मंत्रालय के केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने आगे ट्रांसपोर्ट और ड्राइवर संगठन से बातचीत और सलाह के बाद ही कानून लागू करने पर होगा विचार*

साल के पहले दिन ISRO का धमाकेदार 'फर्स्ट डे, फर्स्ट शो'।नए साल के पहले दिन, 1 जनवरी 2024 को ISRO ने इतिहास रच दिया है। स...
02/01/2024

साल के पहले दिन ISRO का धमाकेदार 'फर्स्ट डे, फर्स्ट शो'।
नए साल के पहले दिन, 1 जनवरी 2024 को ISRO ने इतिहास रच दिया है। सुबह 9 बजकर 10 मिनट पर इसरो PSLV-C58/XPoSat को लॉन्च कर दिया है। इससे अंतरिक्ष और ब्लैक होल के रहस्य का पता लगाया जा सकेगा। इस मिशन का जीवनकाल करीब पांच साल का होगा।

31/12/2023
31/12/2023

*ब्रेकिंग सीतामढ़ी:- महिला सशक्तिकरण की बात करने वाले सीएम नीतीश के बिहार पुलिस का अमानवीय चेहरा आया सामने, महिला के ऊपर ताबड़तोड़ लाठियां बरसाते दिखे थानाध्यक्ष, मामला सीतामढ़ी जिले के सुरसंड थाना की*
Sarkar

राजधानी पटना में राजनीतिक गलियारों से बड़ी खबर, ललन सिंह दिया इस्तीफा, ललन सिंह ने JDU अध्यक्ष का पद छोड़ा, सीएम नीतीश को...
30/12/2023

राजधानी पटना में राजनीतिक गलियारों से बड़ी खबर, ललन सिंह दिया इस्तीफा, ललन सिंह ने JDU अध्यक्ष का पद छोड़ा, सीएम नीतीश को सौंपा इस्तीफा.

जटायु का झुंड पहुंचा अयोध्याविलुप्त गिद्ध कहाॅं से आये अयोध्याजी?चमत्कार या संयोग ।🔥🔥🚩जो हो रहा है सचमुच अद्भुत ही हो रह...
30/12/2023

जटायु का झुंड पहुंचा अयोध्या
विलुप्त गिद्ध कहाॅं से आये अयोध्याजी?

चमत्कार या संयोग ।
🔥🔥🚩

जो हो रहा है सचमुच अद्भुत ही हो रहा है और जिसने अपने जीवन काल में यह सब देख लिया उसका परम सौभाग्य ही कहा जायेगा

अयोध्या में दिखाई दे रहा गिद्धों का झुंड

लोग बोले रहे हैं कि राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा से पहले प्रभु राम के भक्त पहुंचने लगे है अयोध्या

रामायण के प्रमुख पात्र जटायु और संपाती नाम के गिद्ध थे जो दोनो भाई थे और राजा दशरथ के मित्र जिन्होंने जानकी हरण करके ले जाते रावण से युद्ध किया था और घायल हो गए

प्रभु श्री राम जब जानकी जी की खोज में जंगल में भटक रहे थे तो जटायु ने सबसे पहले उन्हें रावण द्वारा सीता हरण की जानकारी दी थी और अपने प्राण त्याग दिए थे

प्रभु श्री राम ने अपने पिता से सदृश जानकर उनका दाह संस्कार विधि विधान से किया था

कलयुग में विलुप्त प्रजाति के गिद्ध झुंड ग्रामीणों को दिखाई देने लगे हैं जो पहले नहीं दिखाई देते थे

जय श्री सीताराम

हरी अनंत हरी कथा अनंता

27/12/2023

मेरे कृपालु राम...

शबरी बोली, यदि रावण का अंत नहीं करना होता तो हे राम! तुम यहाँ कहाँ से आते ?

राम गंभीर हुए और कहा कि "भ्रम में न पड़ो माते!

राम क्या केवल रावण का वध करने यहां आये है...?

अरे रावण का वध तो मेरा अनुज लक्ष्मण भी कर सकता था।

राम हजारों कोस चल कर इस गहन वन में आया है तो केवल तुमसे मिलने आया है माते, ताकि हजारों वर्षों बाद जब कोई पाखण्डी भारत के अस्तित्व पर प्रश्न खड़ा करे।

तो इतिहास चिल्ला कर उत्तर दे कि इस राष्ट्र को क्षत्रिय राम और उसकी भीलनी माँ ने मिल कर गढ़ा था।

जब कोई कपटी भारत की परम्पराओं पर उँगली उठाये तो काल उसका गला पकड़ कर कहे कि नहीं। यह एकमात्र ऐसी सभ्यता है जहाँ एक राजपुत्र वन में प्रतीक्षा करती एक दरिद्र वनवासिनी से भेंट करने के लिए चौदह वर्ष का वनवास स्वीकार करता है।

राम वन में बस इसलिए आया है ताकि जब युगों का इतिहास लिखा जाय तो उसमें अंकित हो कि सत्ता जब पैदल चल कर समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुँचे तभी वह रामराज्य है।

राम वन में इसलिए आया है, ताकि भविष्य स्मरण रखे कि प्रतिक्षाएँ अवश्य पूरी होती हैं।

सबरी एकटक राम को निहारती रहीं।

राम ने फिर कहा:- कि राम की वन यात्रा रावण युद्ध के लिए नहीं है माता! राम की यात्रा प्रारंभ हुई है भविष्य के लिए, आदर्श की स्थापना के लिए, धर्म की स्थापना के लिए।

राम आया है ताकि विधर्मियों को बता सके कि अन्याय का अंत करना ही धर्म है l

राम आया है ताकि युगों को सीख दे सके कि विदेश में बैठे शत्रु की समाप्ति के लिए आवश्यक है कि पहले देश में बैठी उसकी समर्थक सूर्पणखाओं की नाक काटी जाए और खर-दूषणो का घमंड तोड़ा जाय।

और राम आया है ताकि युगों को बता सके कि रावणों से युद्ध केवल राम की शक्ति से नहीं बल्कि वन में बैठी बूढ़ी शबरी के आशीर्वाद से जीते जाते हैं।

सबरी की आँखों में अश्रु भर आए,

उसने बात बदलकर कहा:- कन्द खाओगे पुत्र राम...।

राम मुस्कुराए बोले, "बिना खाये जाऊंगा भी नहीं माँ..."

संसार को मर्यादा का पाठ पढ़ाने वाले पुरुषोत्तम श्री राम चन्द्र की जय 🙏🚩🎉

*ब्रेकिंग सीतामढ़ी:-लोडेड देशी कट्टा और जिंदा कारतूस के साथ तीन बदमाश चढ़े पुलिस के हत्थे, सदर डीएसपी रामकृष्णा के नेतृत...
26/12/2023

*ब्रेकिंग सीतामढ़ी:-लोडेड देशी कट्टा और जिंदा कारतूस के साथ तीन बदमाश चढ़े पुलिस के हत्थे, सदर डीएसपी रामकृष्णा के नेतृत्व में बैरगनिया थाना पुलिस की कार्रवाई, लगभग 2 लाख रुपए लूट और दिनदहाड़े फायरिंग की घटना को दिया था अंजाम,सदर डीएसपी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दी जानकारी*

Jai shree Ram ji
25/12/2023

Jai shree Ram ji

 #शिवप्राप्ति_हेतु_पार्वती_माता_की_दृढ़_निश्चय_और_कठोर_तपस्या 🙏🌹🚩🕉️सती मां ने प्राण त्यागते समय शिव से यह वर मांगा कि हर...
15/07/2023

#शिवप्राप्ति_हेतु_पार्वती_माता_की_दृढ़_निश्चय_और_कठोर_तपस्या 🙏🌹🚩🕉️सती मां ने प्राण त्यागते समय शिव से यह वर मांगा कि हर जन्म में आप ही मेरे पति हों। इसी कारण उन्होंने हिमाचल के घर जाकर पार्वती का जन्म लिया। जब पार्वती ने हिमाचल के घर में जन्म तब से उनके घर में सुख और सम्पतियां छा गई। पार्वती जी के आने से पर्वत शोभायमान हो गया। जब नारद जी ने ये सब समाचार सुने तो वे हिमाचल पहुंचे। वहां पहुंचकर वे हिमाचल से मिले और हंसकर बोले तुम्हारी कन्या गुणों की खान है। यह स्वभाव से ही सुन्दर, सुशील और शांत है। यह कन्या सुलक्षणों से सम्पन्न है। यह अपने पति को प्यारी होगी।

अब इसमें जो दो चार अवगुण है वे भी सुन लो। गुणहीन, मानहीन, माता-पिता विहीन, उदासीन, लापरवाह। इसका पति नंगा, योगी, जटाधारी और सांपों को गले में धारण करने वाला होगा।

यह बात सुनकर पार्वती के माता-पिता चिंतित हो गए। उन्होंने देवर्षि से इसका उपाय पूछा। तब नारद जी बोले जो दोष मैंने बताए मेरे अनुमान से वे सभी शिव में है। अगर शिवजी के साथ विवाह हो जाए तो ये दोष गुण के समान ही हो जाएंगे।

यदि तुम्हारी कन्या तप करे तो शिवजी ही इसकी किस्मत बदल सकते हैं। तब यह सुनकर पार्वतीजी की मां विचलित हो गई। उन्होंने पार्वती के पिता से कहा आप अनुकूल घर में ही अपनी पुत्री का विवाह किजिएगा क्योंकि पार्वती मुझे प्राणों से अधिक प्रिय है। पार्वती को देखकर मैंना का गला भर आया। पार्वती ने अपनी मां से कहा मां मुझे एक ब्राहा्रण ने सपने में कहा है कि जो नारदजी ने कहा है तु उसे सत्य समझकर जाकर तप कर। यह तप तेरे लिए दुखों का नाश करने वाला है। उसके बाद माता-पिता को बड़ी खुशी से समझाकर पार्वती तप करने गई।

पार्वतीजी ने शिव को पति रूप में पाने के लिए तपस्या आरंभ की। लेकिन शिव को सांसारिक बंधनों में कदापि रुचि नहीं थी, इसलिए पार्वतीजी ने अत्यंत कठोर तपस्या की ताकि शिव प्रसन्न होकर उनसे विवाह कर लें।

जब सप्तर्षि सती की परीक्षा लेने गए

सप्तर्षि ने पार्वती से जाकर पूछा तुम किस के लिए इतना कठिन तप कर रही हो। तब पार्वती ने सकुचाते हुए कहा आप लोग मेरी मुर्खता को सुनकर हंसेंगें। मैं शिव को अपना पति बनाना चाहती हूं। पार्वती की बात सुनकर सभी ऋषि हंसने लगे और बोले की तुमने उस नारद का उपदेश सुनकर शिव को अपना पति माना है जो सब कुछ चौपट कर देता है। उनकी बातों पर विश्वास करके तुम ऐसा पति चाहती हो जो स्वभाव से ही उदासीन, गुणहीन निर्लज्ज, बुरे वेषवाला , बिना घर बार वाला , नंगा और शरीर पर नागों को धारण करने वाला है।ऐसे वर के मिलने से कहो तुम्हे क्या सुख मिलेगा।

अब हमारा कहा मानो हमने तुम्हारे लिए बहुत अच्छा वर चुना है। हमने तुम्हारे लिए जो वर चुना है वह लक्ष्मी का स्वामी और वैकुंठपुरी का रहने वाला है। तब पार्वती उनकी बात सुनकर बोली कहा है कि मेरा हठ भी पर्वत के ही समान मजबूत है। मैं अपना यह जन्म शिव के लिए हार चुकी हूं। मेरी तो करोड़ जन्मों तक यही जिद रहेगी। पार्वती की यह बात सुनकर सभी ऋषि बोले आप माया हैं और शिव भगवान है। आप दोनों समस्त जगत के माता-पिता है।

यह कहकर सप्तर्षि पार्वती को प्रणाम करके वहां से चले गए।

पार्वतीजी की दृढ़ निष्ठा ने जीत लिया शिवजी का मन

वर्षो तपस्या करने के बाद एक दिन पार्वतीजी के पास एक ब्रह्मचारी आया। वह ब्रह्मचारी तपस्विनी पार्वती का अघ्र्य स्वीकार करने से पूर्व बोल उठा - तुम्हारे जैसी सुकुमारी क्या तपस्या के योग्य है? मैंने दीर्घकाल तक तप किया है। चाहो तो मेरा आधा या पूरा तप ले लो, किंतु तुम इतनी कठिन तपस्या मत करो। तुम चाहो तो त्रिभुवन के स्वामी भगवान विष्णु भी..। किंतु पार्वती ने ऐसा उपेक्षा का भाव दिखाया कि ब्रह्मचारी दो क्षण को रुक गया।

फिर बोला - योग्य वर में तीन गुण देखे जाते हैं - सौंदर्य, कुलीनता और संपत्ति। इन तीनों में से शिव के पास एक भी नहीं है। नीलकंठ, त्रिलोचन, जटाधारी, विभूति पोते, सांप लपेटे शिव में तुम्हें कहीं सौंदर्य दिखता है? उनकी संपत्ति का तो कहना ही क्या, नग्न रहते हैं। बहुत हुआ तो चर्म(चमड़ा) लपेट लिया। कोई नहीं जानता कि उनकी उत्पत्ति कैसे हुई।

ब्रह्मचारी पता नहीं क्या-क्या कहता रहा, किंतु अपने आराध्य की निंदा पार्वती को अच्छी नहीं लगी। अत: वे अन्यत्र जाने को उठ खड़ी हुईं। तब शिव उनकी निष्ठा देख ब्रह्मचारी रूप त्याग प्रकट हुए और उनसे विवाह किया। जहां दृढ़ लगन, कष्ट सहने का साहस और अटूट आत्मविश्वास हो, वहां लक्ष्य की प्राप्ति अवश्य होती है।

पार्वती अपने तप को पूर्ण होते देख घर लौट आईं और अपने माता-पिता से सारा वृत्तांत कह सुनाया। अपनी दुलारी पुत्री की कठोर तपस्या को फलीभूत होता देखकर माता-पिता के आनंद का ठिकाना नहीं रहा।

उधर शंकरजी ने सप्तर्षियों को विवाह का प्रस्ताव लेकर हिमालय के पास भेजा और इस प्रकार विवाह की शुभ तिथि निश्चित हुई।
🙏💐🕉️🚩

12/07/2023

*ताकत वर था, ओर होता भी क्यूँ नही अपने झुंड में रहता था! एक दिन सेकुलरी के चलते किसी के चक्कर मे आकर अपने झुंड से अलग हो गया!* *नतीजा आप देख ही रहे हो, खुद अपनी मौत को अपने ऊपर लेकर ढो रहा हैं! समझदार तो समझ गए होंगे (बाकी वाले हमें क्या बोलकर समझ तो वे भी गए होंगे)*

👉सीमा हैदर - 4 बच्चे,उम्र 27 साल,5वीं पास होकर भी फराटेदार अंग्रेजी बोलना,कंप्यूटर चलाने की बहुत अच्छी जानकारी होना,पांच...
12/07/2023

👉सीमा हैदर - 4 बच्चे,उम्र 27 साल,
5वीं पास होकर भी फराटेदार अंग्रेजी बोलना,
कंप्यूटर चलाने की बहुत अच्छी जानकारी होना,
पांच- पांच पासपोर्ट होना,
तीन-तीन मोबाइल फोन का होना,
सिमकार्ड का पाया जाना,
भाई पाकिस्तान सेना में होना,
पाकिस्तान से दुबई,
दुबई से नेपाल ,
चुपके से नेपाल के रास्ते भारत आना,
आते हीं तुरन्त साड़ी,नमस्ते,अभिवादन,सादगी व भारतीय परिवेश में ढल जाना,फर्राटेदार हिंदी व अँग्रेजी बोलना,उर्दू का एक लफ्ज भी जुबान पर नहीं आने देना।
मीडिया इंटरव्यू कर रहा है,,,,,
ये कोई उत्सव मनाने की विषय नहीं, गंभीर चिंता की विषय है।🤔🤔🙄🤔🤔🤔
✌️✌️✌️

एक बंदा एक किसान के पास पहुँचा.....किसान खेत में धान रोप रहा था..... बंदे ने किसान से कहा बंदा : किसान भईया में भी तालाब...
09/07/2023

एक बंदा एक किसान के पास पहुँचा.....
किसान खेत में धान रोप रहा था..... बंदे ने किसान से कहा
बंदा : किसान भईया में भी तालाब में आपके साथ घास पकड़ सकता हूँ
किसान : बाबू जे तालाब न है खेत है और घास न पकड़नी धान रोपना है
बंदा : ओके.... समझ गया.... पर धान किधर है
किसान : अरे भईया यही है.... हरा हरा...हमरी तरह गाड़ीये इसको...
बंदा : ठीक है..... गाड़ने के बाद फिर इसे कब खोदेंगे....
किसान : खोदेंगे काहे..... भईया इसको काटते हैं बड़ा होने पर....
बंदा : हम्म..... काट कर क्या करेंगे फिर...
किसान : चावल निकालेंगे.... और क्या करेंगे
बंदा : लेकिन काटेंगे तो धान..... फिर चावल कैसे निकालेंगे...
किसान : धान का छिलका हटा चावल निकलेगा....
बंदा : तो चावल लगा सीधे चावल क्यों नहीं निकालते..... धान को क्यों काटते छीलते हैं आप बेचारे को
किसान : भईया चावल धान से ही निकालता है....
बंदा : पर चावल तो बोते नहीं..... बोते तो धान हैं
फिर चावल कैसे निकलता है.... धान में चावल कौन डालता है
किसान : बाबू..... ये धान नहीं घास ही है और ये खेत नहीं तालाब ही है आप सही कहे थे आइये तालाब से घास पकड़ते हैं....

अब आपको इस महान ज्ञानी बंदे का नाम बताना है बस 😊
Copy right

भारत में Uniform civil code (UCC) लगु होना चाहिए
09/07/2023

भारत में Uniform civil code (UCC) लगु होना चाहिए

01/06/2023

मनीष कश्यप के दीवाने चाचा ने विरोधी को क्या बोला ! ...

*ब्रेकिंग:- यूट्यूबर मनीष कश्यप ने बेतिया के जगदीशपुर थाना में किया आत्मसमर्पण, सुबह सवेरे कुर्की जब्ती करने पहुंची थीं ...
18/03/2023

*ब्रेकिंग:- यूट्यूबर मनीष कश्यप ने बेतिया के जगदीशपुर थाना में किया आत्मसमर्पण, सुबह सवेरे कुर्की जब्ती करने पहुंची थीं बेतिया पुलिस*

18/03/2023

इतिहास लिखने के
लिए कलम नही,
हौसलों की
जरूरत होती है।

18/03/2023
18/03/2023

हर मां मनीष कश्यप जैसा बेटा पैदा करे
ताकि गरीब, मज़दूर को साथ दे।

आज सिर्फ बिहार ही नही पूरा देश बोल रहा है ।
Manish kasyap-Brand of Bihar


ब्यूरो चीफ महोदय। आज 5 जनवरी को सीतामढ़ी के द्वारका पैलेस में राष्ट्र रत्न महाराणा प्रताप का स्वाभिमान समारोह मनाया गया ...
05/01/2023

ब्यूरो चीफ महोदय।
आज 5 जनवरी को सीतामढ़ी के द्वारका पैलेस में राष्ट्र रत्न महाराणा प्रताप का स्वाभिमान समारोह मनाया गया यह समारोह 23 जनवरी को पटना में होने वाले स्वाभिमान समारोह की सफलता के लिए आयोजित की गई थी जिस के मुख्य अतिथि प्रदेश उपाध्यक्ष जदयू संजय कुमार सिंह एमएलसी विशिष्ट अतिथि प्रदेश महासचिव जदयू अरविंद कुमार सिंह छोटू सिंह प्रदेश सचिव धीरज कुमार सिंह थे। समारोह की अध्यक्षता जिला करणी सेना के अध्यक्ष आनंद बिहारी सिंह तथा संचालन जदयू के जिला मुख्य प्रवक्ता प्रोफेसर अमरसिंह ने किया। समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि ने कहा कि महाराणा प्रताप हमारे आदर्श हैं महाराणा प्रताप ऐसे क्षत्रिय थे जिन्होंने हर समाज हर वर्ग को लेकर चले आज भी क्षत्रिय समाज का धर्म है कि समाज के वंचित शोषित और गरीब लोगों के कल्याणकारी कार्यों को करने के लिए हम सभी तैयार रहते हैं बरसों से मातृभूमि की रक्षा के लिए प्राण गंवाने वालों में क्षत्रिय समाज अग्नि रहा है आज के दिनों में एक वर्ग साजिश कर हॉलीवुड की दुनिया में समाज को एक खलनायक के रूप में प्रस्तुत करते आ रहे हैं जो निंदनीय है हम सभी क्षत्रिय जल्दी एक जूट हो जाएं तो समाज के गरीब गुरुओं का आज भी कल्याण हो जाए राजपूत समाज को इतिहासकारों ने अपने ढंग से तूर मरोड़ कर पेश किया है और उन्होंने ही इनके किए हुए कार्यों को छुपाया है और इनके बारे में समाज को गलत संदेश देने का कार्य किया है महाराणा प्रताप इस मातृभूमि के लिए घास की रोटी खाकर किसी मुगल की अधीनता स्वीकार नहीं की और मां भारती के लिए ग्रहणी कष्ट सहते हुए मुगलों से लोहा लेते रहे और जीवन पर्यंत आजाद रहे। समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि श्री सिंह ने कहा कि महाराणा प्रताप की आदम कद प्रतिमा की स्थापना माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी उनके ही पहल पर 19 तारीख को पटना में करने जा रहे हैं उसी के उपलक्ष में 23 जनवरी को स्वाभिमान समारोह का आयोजन पटना के मिलर स्कूल मैदान में आयोजित किया जा रहा है आयोजन को सफल करने के लिए हम सीतामढ़ी में क्षत्रिय समाज के भाइयों को 1 दिन पूर्व आमंत्रित कर रहे हैं मुझे आशा है कि सीतामढ़ी जिला के क्षत्रिय समाज समारोह में सशक्त भागीदारी देंगे। समारोह को संबोधित करते हुए विशिष्ट अतिथि छोटू सिंह ने कहा कि जिस तरह से हाथ के पांच अंगुली आपस में अलग-अलग होते हैं तो उनका वेलकम होता है लेकिन जब वही अंगुली मूर्ति बन जाती है तो उसमें अपार बल होता है इसी तरह से हम सभी राजपूत भाइयों को एक होने की जरूरत है ताकि हम मजबूत होकर समाज के अन्य वर्गों का भी मदद कर सके नीतीश कुमार जी ने राजपूत समाज को 43 विधायक में 2 को मंत्री बनाकर सम्मान दिया है फिर 17 वर्षों के सुशासन में सभी जाति धर्म और वर्ग के लोगों को विकास मिला है इसलिए हम लोग अपना नेता नीतीश कुमार जी को मानते हैं। समारोह को संबोधित करते हुए धीरज सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री जी के हम आभारी हैं कि उन्होंने हम सबों के कहने पर आनंद मोहन जी को उनके लड़की के सगाई में 15 दिन का पैरोल दिया हम सभी का प्रयास है कि आनंद मोहन जी निर्दोष है जेल से छूटे लेकिन कानूनी व्यवस्था है और मामला न्यायालय का है। समारोह में दो प्रखंड के प्रमुख और दो प्रखंड के पूर्व प्रमुख सहित दर्जनों मुखिया गम पंचायत समिति सदस्य उपस्थित रहे समारोह में आयोजक निशित कुमार सिंह पिंटू सिंह मृत्युंजय कुमार सिंह चंदन कुमार सिंह राजू कुमार सिंह राघवेंद्र सिंह सुधीर कुमार रंजीत कुमार सिंह अजय कुमार सिंह उर्फ बाबा जी सत्येंद्र नारायण सिंह मुकेश सिंह शशि भूषण सिंह संजय सिंह रंजीत सिंह प्रमोद सिंह निर्भय सिंह दवा व्यवसाई अध्यक्ष मनोज सिंह,सतेंद्र सिंह, अचल सिंह मन्नू से अभिराज सिंह रमन सिंह रामकुमार सिंह,प्रभास सिंह , सशि रंजन सिंह, सत्यम सिंह शिवेंद्र सिंह , नीरज सिंह मुखिया, सोनू सिंह, चुनूं सिंह ,पंकज सिंह , मगनू सिंह, साहिल सिंह सहित सैकड़ों लोग उपस्थित थे

05/01/2023
24/09/2022

एक बार BJP को बिहार मे पूर्ण बहुमत दे दीजिए
बिहार को देश का सबसे विकसित राज्य बना दूंगा

-अमित शाह

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