08/09/2024
*बेरोजगारी और मजबूरी*
*हर दिन,हर सुबह, प्रत्येक शहर के मुख्य चौराये पर प्रात 6 बजे से 10 बजे की लगी हुई भीड़ को देखना और चिंतन करना।*
*आप गाड़ी रोक कर या पैदल देख सकते हो कई लोग आपके पास आयेंगे और बोलेंगे की साहब हम काम पर चलने को तैयार है,बस 400 रुपये दे देना, फिर उनसे बात करना दिल से वो बताएंगे आपको बेरोजगारी और मजबूरी की हकीकत।*
*जिसे काम मिलता है, ठीक है, नही तो जैसे जैसे समय बढ़ता है,इनकी रेट कम होती चली जाती है ।*
7 बजे 450,
8 बजे 400,
9 बजे 350,
10 बजे 300 से भी कम में चले जाते है।
फिर भी रोज काम नही मिलता।
*जब काम नही मिलता तो घर से लाये भोजन को वापिस मायूस होकर जेब से 30-40 रुपये का किराया लगाकर अपने घर चले जाते है,और बच्चो को अपनी मजबूरी को छिपाकर झूठी मुस्कान से दिलासा दे देते है।*
*महीने में मुश्किल से 20 दिन काम मिलता है,10 दिन तो खाली ही निकल जाते है, 20 दिन में ये मुश्किल से 8000 रुपये कमा पाते है।*
*उससे ना तो घर का खर्च चल पाता है, ना ही बच्चो की पढ़ाई ढंग के स्कूल में हो पाती लेकिन क्या करें मजबूरी है, इनकी सबसे बड़ी मजबूरी है, इनसे दूसरा काम नही आता है, बस मजदूरी करके गुजारा कर लेते है।*
*साथियो आज आप पढाई कर रहे है, तो दिल लगाकर पढ़े और आपको किसी दिन ऐसा लगे कि हमारे पास कुछ सुविधाएं नही है, या हम पढ़ नही पा रहे है, पढाई में मन नही लग रहा है*
*तो आप एक दिन आपके शहर के उस चौराहे पर जरूर जाना जहां आपको मजदूर भाई खड़े मिलते हो उनसे बात करना उनके जीवन के बारे में जानना।*
*तब आपको अहसास होगा कि आपका जीवन और आपकी सुविधाएं उनसे कई गुना बेहतर है,यदि आज उन सुविधाओ का लाभ नही उठाया और पढाई नही की तो आगामी भविष्य हमारा भी ऐसा ही होगा ।*
*जो छात्र और बेरोजगार भाई 100/200 रु चाय की थडियों पर चाय की चुस्की के साथ सिगरेट के धुएं के छल्ले बनाकर ,गुटके चबाकर अपने माता पिता की गाड़ी कमाई को फूंक रहे है,और जिंदगी के इन हसीन लम्हो को उड़ा रहे है,उन्हें इनसे सबक लेकर अपने अंदर सुधार की जरूरत है,अन्यथा ये जीवन समय के साथ आपको सुधार देगा और जब समय के थपेड़े पड़ेंगे तब ये दिन याद आएंगे फिर आप बहुत पछतायेंगे।*
*इसलिए इस तपती धूप में 8 घण्टे काम करने से बेहतर है,आज AC लाइब्रेरी में बैठकर 8 घण्टे पढाई कर लें।*
*मैं आपको ज्ञान नही दे रहा हूँ,जीवन की एक हकीकत बता रहा हूँ,यदि आप इस बात से सहमत है,तो पोस्ट को शेयर कर स्टूडेंट्स और बेरोजगार भाईयो को जागरूक कर सकते है,इस बेरोजगारी से बचने के लिए आप अपने अंदर छिपे हुनर का सही दिशा में उपयोग करे ,स्किल कोर्स करें क्योंकि जीवन हार्ड वर्क से नही स्मार्ट वर्क से बदलेगा।*
*प्रयास एक कदम बदलाव की और बढ़ाए ओर एक दुसरे की मदद करें । Er. Ajmal Sir