12/12/2023
वक़्त की साजिशो में उलझा एक छोटा सा ख्वाब हु,
बिखरा नहीं हु थोड़ा सब्र तो करो,
बस हालातो में गिरफ्तार हूँ,
लाज़मी है मेरा हर रोज़ समाचार की सुर्खियों में समां जाना,
सड़को पर संघर्ष करता राष्ट्र का जो सम्मान हूँ।