06/10/2022
दुबकने की बजाय आतंकियों की छाती पर मूँग दल आए अमित शाह!
नरेंद्र मोदी और अमित शाह की यही अदा लोगों को भाती है। दोनों चुनौतियों को स्वीकार करते हैं। जब देश का कोई नेता श्रीनगर के लाल चौक पर जाने से थर्राता था तब मोदी ने लाल चौक पर तिरंगा लहराया था। तब मोदी को देश जानता भी नहीं था।
भारत के तीन धरोहर, अटल, अडवाणी, मुरली मनोहर…. के नाम पर नारे लगते थे। आतंकियों ने खूब धमाके किये। सुरक्षाकर्मी मारे गए। आतंकी मारे गए। जब अमित शाह का कश्मीर घाटी का दौरा बना। कोशिश हुई कि अमित शाह का दौरा टले/रद्द हो जाए। पर आतंकियों की छाती पर रैली करने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार पहुँच गए।
अभी तक ऐसी घटनाओं के बाद नेताओं के दौरे टलते आये हैं। मगर, मोदी, शाह ने इस डर को बार बार जीत में तब्दील किया है। ऐसे बोल्ड फैसले से स्थानीय लोगों में विश्वास तो पैदा होता ही है, देश भी फिर ऐसे जिगर वाले नेताओं के साथ खड़ा नज़र आता है।