Vinod Rawat Club

Vinod Rawat Club in this production online

22/01/2024

Bharat ka baccha baccha Jay Shri Ram bolega

Jai Shree Ram
22/01/2024

Jai Shree Ram

12/07/2023

*१८५ लोकांचा परिवार सर्व एकत्र राहतात. घरात ८० मोटार सायकली, ११ ट्रक्टर, ७/८ गाड्या आणि ७०० एकर जमीन. बघा त्यांची प्रगती आणि उत्पन्न.नाही तर आपल्या कडे लग्न झाले की स्वार्थी विचार आणि लगेच वेगळे.❤️ 😯😯😯😯😯*

10/05/2023
05/05/2023

My Happy Birthday

लाजवाब है!!✍️✍️ मेरी जिंदगी काफसाना !! कोई सीखे मुझसे हर पल मुस्कुराना पर कोई मेरी हँसी को नजर ना लगाना........!!बहुत दर...
17/02/2023

लाजवाब है!!✍️✍️ मेरी जिंदगी का
फसाना !! कोई सीखे मुझसे
हर पल मुस्कुराना पर कोई मेरी हँसी को नजर ना लगाना........!!

बहुत दर्द सहकर सीखा है हम ने
मुस्कुराना..........!!

महादेव इसी तरह हमेसा कृपा बनाए रखना🙏🏻🙏🏻

🌼✴️🌼✴️🌼✴️🌼✴️जय श्री राधे कृष्णा ✴️🌼✴️🌼✴️🌼✴️🌼"मैं इस बुढ़िया के साथ स्कूल नहीं जाऊंगा और न वापस आऊंगा " ।मित्रों सपना अपने...
10/02/2023

🌼✴️🌼✴️🌼✴️🌼
✴️जय श्री राधे कृष्णा ✴️
🌼✴️🌼✴️🌼✴️🌼

"मैं इस बुढ़िया के साथ स्कूल नहीं जाऊंगा और न वापस आऊंगा " ।

मित्रों सपना अपने दस वर्षीय बेटे सार्थक के शब्द सुन कर सन्न रह गई ।

ये क्या कह रहा है ?

अपनी दादी को बुढ़िया क्यों कह रहा है ?

कहां से सीख रहा इतनी बदतमीजी ?

सपना सोंच रही थी कि बगल के कमरे से सार्थक के चाचा निकले और पूछा "क्या हुआ बेटा ? "

सार्थक ने फिर कहा "चाहे कुछ भी हो जाए ,मैं इस बुढ़िया के साथ स्कूल नहीं जाऊंगा , हमेशा डांटती रहती है ,मेरे दोस्त मेरा मजाक उड़ाते हैं ।"

घर के सब लोग चकित थे ।

सपना के पति ,दो देवर और देवरानी ,एक ननद ,ससुर और नौकर भी ।

सार्थक को स्कूल छोड़ने और लाने की जिम्मेदारी दादी की थी । पैरों में दर्द रहता था ,पर पोते के प्रेम में कभी शिकायत नहीं करती थीं ,बहुत प्यार करती थीं पोते को ,क्योंकि घर का पहला पोता था ।

पर अचानक सार्थक के मुंह से उनके लिए ऐसे शब्द सुनकर सबको आश्चर्य हो रहा था ।

रात को खाने पर उसे बहुत समझाया गया पर वो अपनी जिद्द पर अड़ा रहा । सार्थक के पापा ने उसे थप्पड़ भी मार दिया ।

सबने तय किया कि कल से उसे स्कूल छोड़ने और लेने माँ जी नहीं जाएंगी ।

अगले दिन से कोई और उसे स्कूल लाने ले जाने लगा ,पर सपना का मन विचलित रहने लगा कि आखिर उसने ऐसा क्यों किया ?

सपना नाराज भी थी बहुत सार्थक से ।

शाम का समय था । सपना ने दूध गर्म किया और बेटे को देने के लिए ढूंढने लगी ।

छत पर पहुंच बेटे की बात सुनकर ठिठक गयी और छुप कर सुनने लगी ।

सार्थक अपनी दादी की गोद में अपना सर रखकर कह रहा था ।

" मैं जानता हूँ दादी कि मम्मी मुझसे नाराज हैं ,पर मैं क्या करता ?

इतनी ज्यादा गर्मी में भी , वो आपको मुझे लेने भेज देते थे ।

आपके पैरों में दर्द भी तो रहता है ,मैंने मम्मी से कहा तो उन्होंने कहा दिया कि दादी अपनी मर्जी से जाती हैं ।

दादी मैंने झूठ बोला ... बहुत गलत किया ,पर आपको परेशानी से बचाने के लिए मुझे और कुछ नहीं सूझा ...

आप मम्मी से कह दो कि मुझे माफ़ कर दें ।"

सार्थक कहता जा रहा था , सपना के पैर और मन सुन्न पड़ गए थे । अपने बेटे के झूठ बोलने के पीछे के बड़प्पन को महसूस कर गर्व हो रहा था उसे ।

सपना ने दौड़ कर सार्थक को गले लगा लिया और बोली ...

" नहीं बेटे । तुमने कुछ गलत नहीं किया । हम सभी पढ़े लिखे नासमझों को समझाने का यही तरीका ठीक था । "
"शाबाश बेटा । शाबाश ।"
Cp

*🙏🏼🙏🏽🌷जय श्री राधे श्याम 🌷🙏🏻🙏🏿*

06/02/2023

Happy Birthday Divyanshu Rawat

02/02/2023

Family when in madgaon Goa Colva Beach

Address

Ponda
403401

Alerts

Be the first to know and let us send you an email when Vinod Rawat Club posts news and promotions. Your email address will not be used for any other purpose, and you can unsubscribe at any time.

Contact The Business

Send a message to Vinod Rawat Club:

Videos

Share


Other Digital creator in Ponda

Show All