23/04/2024
ग्राम पंचायत सचिव अंकुर शर्मा के ग्राम सभा में होकर जमकर हो रहा है भ्रष्टाचार
अम्बेडकर नगर उत्तर प्रदेश
इनके ग्राम सभा पंचायत भवन और सामुदायिक शौचालय रहता है बंद
सामुदायिक शौचालय में एक भी सीट चालू नहीं तो कैसे रहेगी चालू
दो गांव का किया गया जमीनी पड़ताल
लगातार निकलता है पंचायत सहायक और केयर टेकर का मानदेय
सरकार लाख दावा करे कि भ्रष्टाचार को हम जड़ से खत्म करेंगे इसके लिए चाहे केंद्र सरकार हो या उत्तर प्रदेश राज्य की सरकार हो लगातार प्रयास करती रहती है और समाचार के माध्यम से बताती भी है कि यह योजना जनता को इस तरीके से लाभ मिलेगा लेकिन सरकार के ही अधिकारी कर्मचारी सरकार को ऐसा लॉलीपॉप देते हैं कि सरकार भी नहीं समझ पाती है और आम जनता का कोई लाभ भी नहीं मिलता है और अगर कोई शिकायत भी करता है तो यही अधिकारी कर्मचारी शिकायतकर्ताओं को इतना परेशान कर देते हैं अनाप-शनाप रिपोर्ट लगते हैं जिससे शिकायतकर्ता थक हार कर बैठ जाता है।
हम बताने जा रहे हैं विकासखंड बसखारी के अंतर्गत एक ग्राम पंचायत सचिव अंकुर शर्मा है अगर उनके गांव का हाल देखिए तो सीधे-सीधे कोई भी कर सकता है यह ग्राम पंचायत सचिव सरकारी धन का सीधे-सीधे खुलेआम दुर्पयोग कर रहा है इसका जीता जाता उदाहरण आज जब मीडिया के द्वारा ग्राम सभा टंडवा दरब में पंचायत भवन का हाल देखा तो पोल खुल गया इससे पहले बता देना चाहते हैं इनके दूसरे ग्राम सभा का बहुत बार पोल खुला लेकिन सहायक विकास अधिकारी पंचायत जगदंबा प्रकाश शुक्ला इनका हमेशा बचाव करते आए हैं शिकायत करने पर भी अंकुर शर्मा के बचाव करने में नंबर एक अधिकारी है जब ग्राम सभा के पंचायत भवन पर देखा गया तो सबसे पहले चारों तरफ गंदगी का भरमार मिला इसके लिए जब सफाई कर्मी से बात किया गया तो सफाई कर्मी ने फोन वार्ता पर बताया कि जब पंचायत भवन पंचायत सहायक द्वारा कभी पंचायत भवन खोला नहीं जाता है तो सफाई कैसे करेंगे हम ग्राम सभा के अन्य भागों में सफाई करते हैं और जब पंचायत सहायक द्वारा फोन पर बात किया जाए तो उन्होंने तबीयत खराब होने का बहाना बताया कि हम लगाकर हाजिरी लगाकर चले आती लेकिन वहां पर कोई भी देख सकता है कोई भी कह सकता है की पंचायत भवन कभी खुलता नहीं है इसका जीता जागता उदाहरण जब पंचायत भवन के चारों तरफ कैमरा घूमाकर देखा गया तो किसी कमरे में नमामि गंगे द्वारा संचालित योजना का सामान पड़ा मिला तो किसी कमरे में डेस्कटॉप धूल चाटती हुई नजर आई तो किसी कमरे में कूड़े का अंबार मिला , इससे कहां जा सकता है पंचायत भवन कभी भी खुलता ही नहीं।
जब इसी ग्राम सभा के मैं दी घाट पूर्वा में सामुदायिक शौचालय देखा तो वह पर भी भ्रष्टाचार का अंबार मिला सामुदायिक शौचालय पर पर सफाई होती ही नहीं और सफाई का कोई मतलब ही नहीं है क्योंकि सामुदायिक शौचालय पर एक भी सीट चालू नहीं है पर अब यही भ्रष्टाचार का खेल चालू होता न पंचायत भवन को खोला जाता है और न ही सामुदायिक शौचालय को खोला जाता है परन्तु दोनों ही स्थानों अंकुर शर्मा द्वारा मानदेय बराबर दिया जा रहा है और इसके बारे में सहायक विकास अधिकारी पंचायत से कितना भी शिकायत किया जाए मानो उनको कुछ सुनाई नहीं देता।
और इन्ही ग्राम पंचायत सचिव के दूसरे ग्राम सभा शंकर पुर विशुनपुर पंचायत भवन पर जाकर देखा यह भी बंद मिला इस सब बातों को जानने के अंकुर शर्मा से फोन पर जानना चाहा तो उनका फोन ही नहीं उठा, यह नई बात नहीं है शायद 100 बार घंटी बजने के बाद इनसे बात हो जाए आमजनता जिलाधिकारी से बात कर सकती है फोन पर परन्तु पंचायत सचिव अंकुर शर्मा से बात करना सम्भव नहीं है