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20/04/2022

*स्वयं भी पढ़ें और अपने बच्चों को भी पढ़ाएं, ये जानकारी आपकी आंखें खोल देगी और संभवतः भविष्य की कार्य योजना में सहायक भी सिद्ध होगी...*

👉 622 ई से लेकर 634 ई तक मात्र 12 वर्ष में अरब के सभी मूर्तिपूजकों को मुहम्मद ने इस्लाम की तलवार के बल पर मुसलमान बना दिया।
👉 634 ईस्वी से लेकर 651 तक, यानी मात्र 16 वर्ष में सभी पारसियों को तलवार की नोक पर इस्लाम का कलमा पढ़वा दिया गया।
👉 640 में मिस्र में पहली बार इस्लाम ने पांव रखे, और देखते ही देखते मात्र 15 वर्षों में, 655 तक इजिप्ट के लगभग सभी लोग मुसलमान बना दिये गए।
👉 नार्थ अफ्रीकन देश जैसे - अल्जीरिया, ट्यूनीशिया, मोरक्को आदि देशों को 640 से 711 ई तक पूर्ण रूप से इस्लाम धर्म में बदल दिये गये, 3 देशों का सम्पूर्ण सुख चैन लेने में मुसलमानो ने मात्र 71 साल लगाए।
👉 711 ईस्वी में स्पेन पर आक्रमण हुआ, 730 ईस्वी तक स्पेन की 70% आबादी मुसलमान थी। मात्र 19 वर्षों में!
👉 तुर्क थोड़े से वीर निकले, तुर्को के विरुद्ध जिहाद 651 ईस्वी में शुरू हुआ, और अगले सौ वर्ष तक संघर्ष करते करते अंततः 751 ईस्वी तक सारे तुर्क मुसलमान बना दिये गए।
👉 इंडोनेशिया के विरुद्ध जिहाद मात्र 40 वर्ष में पूरा हुआ। 1260 में मुसलमानो ने इंडोनेशिया में मार काट मचाई, और 1300 ईस्वी तक सारे इंडोनेशियाई मुसलमान बन चुके थे।
👉 फिलिस्तीन, सीरिया, लेबनान, जॉर्डन आदि देशों को 634 से 650 के बीच मुसलमान बना दिया गया।
*_उसके बाद 700 ईस्वी में भारत के विरुद्ध जिहाद शुरू हुआ जो अब दोबारा अपने चरम पर है।_*
👉 अब आप भारत की स्थिति देखिये... जिस समय आक्रमणकारी ईरान तक पहुंचकर अपना बड़ा साम्राज्य स्थापित कर चुके थे, उस समय उनकी हिम्मत नहीं थी कि भारत के राजपूत साम्राज्य की और आंख उठाकर भी देख सके..!!
👉 636 ईस्वी में खलीफा ने भारत पर पहला हमला बोला। एक भी आक्रांता जिंदा वापस नहीं जा पाया।
👉 कुछ वर्ष तक तो मुस्लिम आक्रान्ताओं की हिम्मत तक नही हुई कि भारत की ओर मुंह करके सो भी जाएं, लेकिन कुछ ही वर्षो में गिद्धों ने अपनी जाति दिखा ही दी...!
👉 दोबारा आक्रमण हुआ, इस समय खलीफा की गद्दी पर उस्मान आ चुका था। उसने हाकिम नाम के सेनापति के साथ विशाल इस्लामी टिड्डिदल भारत भेजा। सेना का पूर्णतः सफाया हो गया, और सेनापति हाकिम बंदी बना लिया गया। हाकिम को भारतीय राजपूतो ने बहुत मारा, और बड़े बुरे हाल करके वापस अरब भेजा, जिससे उनकी सेना की दुर्गति का हाल, उस्मान तक पहुंच जाएं।
👉 यह सिलसिला लगभग 700 ईस्वी तक चलता रहा। जितने भी मुसलमानों ने भारत की तरफ मुँह किया, राजपूतो ने उनका सिर कंधे से नीचे उतार दिया ।।
👉 जब 7वी सदी इस्लाम की शुरू हुई, जब अरब से लेकर अफ्रीका, ईरान, कई यूरोपीए देश, सीरिया, मोरक्को, ट्यूनीशिया, तुर्की यह बड़े बड़े देश जब मुसलमान बन गए, भारत में *"बप्पा रावल"* महाराणा प्रताप के पितामह का जन्म हो चुका था। वे पूर्णतः योद्धा बन चुके थे, इस्लाम के पंजे में जकड़ गए अफगानिस्तान तक से मुसलमानों को उस वीर ने मार भगाया। केवल यही नहीं, वह लड़ते लड़ते खलीफा की गद्दी तक जा पहुंचे, जहां खुद खलीफा को अपनी जान की भीख मांगनी पड़ी।
👉 उसके बाद भी यह सिलसिला रुका नहीं। नागभट्ट प्रतिहार द्वितीय जैसे योद्धा भारत को मिले। जिन्होंने अपने पूरे जीवन राजपूत धर्म का पालन करते हुए पूरे भारत की न केवल रक्षा की, बल्कि हमारी शक्ति का डंका विश्व में बजाए रखा।
👉 पहले बप्पा रावल नें साबित किया था कि अरब अपराजित नही हैं।
👉सम्राट मिहिरभोज प्रतिहार। मिहिरभोज के बारे में कहा जाता है, कि उनका प्रताप ऋषि अगस्त्य से भी अधिक चमका..। ऋषि अगस्त्य वही हैं, जिन्होंने श्रीराम को वह अस्त्र दिया था, जिससे रावण का वध सम्भव था। राम के विजय अभियान के हिडन योद्धाओं में एक..! उन्होंने मुसलमानों को केवल 5 गुफाओं तक सीमित कर दिया।। यह वही समय था, जिस समय मुसलमान किसी युद्ध में केवल जीत हासिल करते थे, और वहां की प्रजा को मुसलमान बना देते, भारत के वीर राजपूत मिहिरभोज ने इन अक्रान्ताओ को अरब तक थर्रा दिया था।
👉 पृथ्वीराज चौहान तक इस्लाम के उत्कर्ष के 400 सालों बाद तक भारत के राजपूतो ने इस्लाम नाम की बीमारी भारत को नहीं लगने दी, उस युद्ध काल में भी भारत की अर्थव्यवस्था को गिरने नहीं दिया।। उसके बाद कुछ राजपूतों की आपसी खींच तान, कुछेक गद्दारों व दुश्मनी का शैतानी सहारा लेकर मुसलमान कुछ जगह घुसने में कामयाब भी हुए, लेकिन राजपूतों ने सत्ता गंवाकर भी हार नहीं मानी। एक दिन भी वह चैन से नहीं बैठे, अंतिम वीर दुर्गादास राठौड़ ने दिल्ली को झुकाकर, जोधपुर का किला मुगलों के हलक से निकाल कर हिन्दू धर्म की गरिमा, वीरता और शौर्य को चार चांद लगा दिए।।
👉 किसी भी देश को मुसलमान बनाने में मुसलमानो ने औसतन 20 वर्ष नहीं लिए। भारत में 500 वर्ष अलग अलग क्षेत्रों पर राज करने के बाद भी मेवाड़ के शेर महाराणा राजसिंह ने अपने घोड़े पर भी इस्लाम की मुहर नहीं लगने दी।
👉 महाराजा रणजीत सिंह के पराक्रम को कौन नहीं जानता जिन्होंने हर दुश्मन को पराजित किया।
👉 महाराणा प्रताप, दुर्गादास राठौड़, मिहिरभोज, दुर्गावती, चौहान, परमार सहित लगभग सारे राजपूत अपनी मातृभूमि के लिए जान पर खेलते गए। एक समय तो ऐसा आ गया था जब लड़ते लड़ते राजपूत केवल 2% पर आकर ठहर गए।।
👉 एक बार पूरी दुनिया की ओर देखें और आज अपना वर्तमान देखें...!! जिन मुसलमानो ने 20 वर्षों में लगभग आधे विश्व की आबादी को मुसलमान बना दिया, वह भारत में केवल पाकिस्तान बांग्लादेश तक सिमट कर ही क्यों रह गए ?
👉 मान लिया कि उस समय लड़ना राजपूत राजाओं का धर्म था, लेकिन जब राजाओं ने अपना धर्म निभा दिया, तो आज उनकी बेटियों, पोतियों पर काल्पनिक कहानियां गढ़कर उन योद्धाओं के वंशजो का हिंदुओ द्वारा ही अपमान किया गया। कुछ कथित वामपंथी व सेकुलर हिन्दूओं द्वारा ही उन आक्रांताओं के विषय में थोपे गए झूंठे इतिहास का महिमामंडन करना बेहद ही शर्मनाक है।
👉 राजा भोज, विक्रमादित्य, नागभट्ट प्रथम, नागभट्ट द्वितीय, चंद्रगुप्त मौर्य, बिंदुसार, समुद्रगुप्त, स्कंदगुप्त, छत्रसाल बुंदेला, आल्हा उदल, राजा भाटी, भूपत भाटी, चाचादेव भाटी, सिद्ध श्री देवराज भाटी, कानड़ देव चौहान, वीरमदेव चौहान, हठी हम्मीर देव चौहान, विग्रहराज चौहान, मालदेव सिंह राठौड़, विजय राव लांझा भाटी, भोजदेव भाटी, चूहड़ विजयराव भाटी, बलराज भाटी , रतनसिंह, राणा हमीर सिंह , अमर सिंह राठौड़, दुर्गादास राठौड़, जसवंत सिंह राठौड़ , राजा जयचंद, भीमदेव सोलंकी, सिद्ध श्री राजा जय सिंह सोलंकी, पुलकेशिन द्वितीय सोलंकी, रानी दुर्गावती, रानी कर्णावती, राजकुमारी रत्नाबाई, रानी रुद्रा देवी, हाड़ी रानी, पद्मावती, तोगा जी, वीरवर कल्लाजी, जयमल जी जेता कुपा, गोरा बादल ,राणा रतन सिंह, पजबन राय जी कच्छवा, मोहन सिंह मंढाड़, राजा पोरस, हर्षवर्धन बेस, सुहेलदेव बेस, राव शेखाजी, राव चंद्रसेन जी दोड़, राव चंद्र सिंह जी राठौड़, कृष्ण कुमार सोलंकी, ललितादित्य मुक्तापीड़, जनरल जोरावर सिंह कालुवारिया, धीर सिंह पुंडीर, बल्लू जी चंपावत, भीष्म रावत चुण्डा जी, रामसाह सिंह तोमर और उनका वंश, झाला राजा मान सिंह, महाराजा अनंगपाल सिंह तोमर, स्वतंत्रता सेनानी राव बख्तावर सिंह अमझेरा ,वजीर सिंह पठानिया, राव राजा राम बक्स सिंह, ठाकुर कुशाल सिंह, ठाकुर रोशन सिंह, ठाकुर महावीर सिंह, राव बेनी माधव सिंह, डूंगजी, भुरजी, बलजी, जवाहर जी, छत्रपति शिवाजी और हमारे न जाने अनगिनत लोक देवता और एक से बढ़कर एक योद्धा, संत, सती जुझार, भांजी जडेजा, अजय पाल देव जी।
👉 यह तो केवल कुछ ही नाम हैं जिन्हें हमने गलती से किसी इतिहास या फिर किसी पुस्तक में पढ़ लिया वरना स्कूल पाठ्यक्रम में तो इन वीरों नाम निशान नहीं मिलेगा। एक से बढ़कर एक योद्धा पैदा हुए हैं जिन्होंने 18 वर्ष की आयु से पहले ही अपना योगदान दे दिया घर के घर, गांव के गांव, ढाणी की ढाणी खाली हो गईं... जब कोई भी पुरुष नहीं बचा किसी गांव या ढाणी में पूरा का पूरा परिवार पूरे पूरे गांव बलिदान हो गए... एक रणभेरी पर बच्चा बच्चा जान हथेली पर रखकर चल गया धर्म के लिए आहुति देने...।
👉 आज हमारे यहाँ हिन्दू, सिख, जैन, बौद्ध आदि इन्हीं बलिदानियों के महान बलिदानों के कारण अस्तित्व में बचे हुए हैं।

*👉 सभी बंधुओं से निवेदन है कि यह जानकारी अधिक से अधिक शेयर करें*
*🙏🙏 ।। भारत माता की जय।। 🙏🙏*

महर्षि याज्ञवल्क और मुनि भरद्वाज का राम कथा संवाद , महेंद्र कपूर के मधुर स्वरों में। रामचरित मानस का संकलन अनमोल हैं। ht...
25/03/2022

महर्षि याज्ञवल्क और मुनि भरद्वाज का राम कथा संवाद , महेंद्र कपूर के मधुर स्वरों में।
रामचरित मानस का संकलन अनमोल हैं।
https://youtu.be/IpLr7d7d4bU

जब माँ भवानी भगवान भोलेनाथ से राम कथा सुनने की उत्कंठा प्रगट करती हैं तो भगवान भोलेनाथ शिव उन्हें महर्षि याज्ञवल्....

24/02/2022

क्या आपके कानों में यूक्रेन में गिरने वाले बमों की गूँज सुनाई दी ?? सुनाई देनी चाहिए थी !!

नरेंद्र मोदी से निजी नफरत करने वाले और अपने स्वार्थ में निहित होकर अपनी नौकरी, अपना व्यापर, अपना परिवार देखने वाले लोगों को हमने खुलेआम राष्ट्रवाद और राष्ट्रवादी सोंच को ढोंग बताकर उपहास करते देखा है। निकट भूतकाल में अफगानिस्तान और आज के दिन यूक्रेन की स्थिति देखकर ऐसे अंधविरोधी मित्रों को एक बार जरूर सोंचना चाहिए कि सस्ता डीज़ल पेट्रोल गैस ज्यादा महत्त्व रखता है या सेना की बुलेट प्रूफ वर्दी। आरक्षण ज्यादा महत्त्व रखता है या अत्याधुनिक रक्षा सामग्री।
इतिहास गवाह है की परसिआ से ज्यादा संपन्न व्यापारी दुनिया में कहीं नहीं थे और आज ईरान में एक भी पारसी नहीं बचा।

हम उस सदी में जी रहे हैं जहाँ हर ताकतवर देश पर विस्तारवाद का नशा सवार है। चीन जैसा बदनीयत और ताकतवर देश जो हमारी सीमा पर न सिर्फ नजर गड़ाए बैठा है बल्कि हज़ारों वर्ग किलोमीटर का क्षेत्र वो हमारे नपुंशक राजनीतिज्ञों की बदौलत कब्ज़ा चूका है। लिखकर रख लेना आज नहीं तो कल चीन हमें अपनी ताकत दिखायेगा तब सस्ता डीज़ल पेट्रोल और मुफ्त की बिजली काम नहीं आएगी, तब हराम की और भ्रस्टाचार से कमाई दौलत काम नहीं आएगी। तब काम आएगी विश्वपटल पर हमारी ताकतवर छवि, तब काम आएगी हमारे सैनिकों की ताकत, तब काम आएगी राष्ट्रवाद की आग। तब काम आएगा किसानों का पैदा किया हुआ अनाज।

अगर दिमाग के तंतुओं में एक भी तंतु काम कर रहा हो, तो जितनी जल्दी हो सके मुफ्तखोरी और स्वार्थ छोड़ दो। जब देश युद्ध के मुहाने पर होगा तो तुम्हारी कार, हवेली, बैंक बैलेंस और झूटी शान काम नहीं आने वाली। काम आएगी देश की सुरक्षा प्रणाली, काम आएगा देश का आधुनिक सैनिक, काम आएगा देश का किसान और काम आएगा राष्ट्रवाद।
एक चीज याद रखना अगर दीवारें सुरक्षित नहीं है तो घर में तिजोरी रखने का कोई फायदा नहीं।
राष्ट्र की सुरक्षा से बढ़कर कुछ भी नहीं।
जय हिन्द, जय भारत। जय जवान, जय किसान।🇮🇳

18/09/2021

Look At Bollywood creation on our Culture and Heritage

https://dopolitics.in/mewat-nuh-abu-bakr-religious-conversion-manoj-beef
25/08/2021

https://dopolitics.in/mewat-nuh-abu-bakr-religious-conversion-manoj-beef

मनोज को इस पूरे गिरोह ने बंदी बनाकर रखा था। अप्रैल 2021 में वे किसी तरह इनकी पकड़ से छूटे। उन्होंने बताया कि ये पूरा गि....

मेरठ में लव जिहाद, नाम बदलकर हिंदू लड़कियों को हवस का शिकार बनाने वाला अब्दुल कलाम गिरफ्तार, 15 साल में 4 युवतियों से कर...
23/08/2021

मेरठ में लव जिहाद, नाम बदलकर हिंदू लड़कियों को हवस का शिकार बनाने वाला अब्दुल कलाम गिरफ्तार, 15 साल में 4 युवतियों से कर चुका शादी ।

उत्तर प्रदेश के मेरठ (Meerut) जिले में लव जिहाद (Love Jihad) का सनसनीखेज मामला सामने आया है। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जांच .....

उत्तरप्रदेश के रामपुर में दलित मासूम किशोरी को घर से उठाकर ले गए वसीम, नजीब, शफीक, नाजिम और शानिब...फिर किया सामूहिक दुष...
23/08/2021

उत्तरप्रदेश के रामपुर में दलित मासूम किशोरी को घर से उठाकर ले गए वसीम, नजीब, शफीक, नाजिम और शानिब...

फिर किया सामूहिक दुष्कर्म।

सिर्फ तालिबान की खबरे मत पढ़ो, यहां बढ़ते जिहादियों के प्रति भी सचेत रहो।

https://breakingtube.com/up-news/rampur-gang-rape-with-minor-police-registered-case-against-five-people-including-vaseem/

उत्तर प्रदेश के रामपुर (Rampur) जिले की टांडा कोतवाली क्षेत्र के एक गांव में घर से नाबालिग लड़की को अगवा कर गैंगरेप (Gang R**e) ...

UP में धर्मांतरण गिरोह का भंडाफोड़, 2 मौलाना गिरफ्तार, 1000 हिंदुओं को बनाया जबरन मुसलमान, ISI से मिल रही थी फंडिंग।
21/06/2021

UP में धर्मांतरण गिरोह का भंडाफोड़, 2 मौलाना गिरफ्तार, 1000 हिंदुओं को बनाया जबरन मुसलमान, ISI से मिल रही थी फंडिंग।

उत्तर प्रदेश के आतंकवाद निरोधी दस्ते (UP ATS) ने राजधानी लखनऊ से 2 मौलानाओं को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों में ....

हरदोई और कानपुर में घटीं ये घटनाएं उस तालिबानी जेहाद की बानगी भर है, जिसने दुनिया भर के कई  हिस्सों में समूची गैर मुस्लि...
20/06/2021

हरदोई और कानपुर में घटीं ये घटनाएं उस तालिबानी जेहाद की बानगी भर है, जिसने दुनिया भर के कई हिस्सों में समूची गैर मुस्लिम आबादी को निगल लिया।

ऐसा प्रदेश के किसी न किसी कोने मे रोज होता है, जहां प्रायोजित तरीके से गंगा-जमुनी तहजीब के तिरपाल के नीचे अस्मत और जिंदगी की धज्जियाँ उड़ती हैं, और हम मंदबुद्धि लोग मजहबी उन्माद के इस कृत्य पर न सिर्फ आंख बल्कि कान भी बंद कर लेना चाहते हैं।

कोई आश्चर्य नहीं कि कश्मीर से हिन्दुओं का रातों-रात दमन हो गया! जो अपने बुरे अतीत से नहीं सीखता उसका भविष्य भयावह ही होता है।

गंधार (कंधार) से मिट गएकुंभा (काबुल) से मिट गएपर्शिया (ईरान) से मिट गएबाल्हीक (बल्ख) से मिट गएकैकेय (पेशावर) से मिट गएकं...
06/06/2021

गंधार (कंधार) से मिट गए
कुंभा (काबुल) से मिट गए
पर्शिया (ईरान) से मिट गए
बाल्हीक (बल्ख) से मिट गए
कैकेय (पेशावर) से मिट गए
कंबोज (बदख्शां) से मिट गए
सुवास्तु (स्वातघाटी) से मिट गए
तक्षशिला (रावलपिंडी) से मिट गए

भारत के 9 राज्यों से भी लगभग मिट गए, लेकिन जातिगत आधार पर आज भी लड़ रहे हैं।

शुतुरमुर्ग बनकर खतरे को अनदेखा किया जा सकता है , टाला नहीं जा सकता।

समुदाय विशेष का आतंक, डॉक्टर को मरणासन्न किया। असम के होजइ जिले में कोविड अस्पताल में तैनात डॉक्टर सेऊज कुमार सेनापति को...
02/06/2021

समुदाय विशेष का आतंक, डॉक्टर को मरणासन्न किया।

असम के होजइ जिले में कोविड अस्पताल में तैनात डॉक्टर सेऊज कुमार सेनापति को मरीज की मौत हो जाने पर उसके परिवारजनों एवं मोहल्ले के लोगों ने ईंट, पत्थर, लोहे की रॉड और लात घूंसों से मारकर मरणासन्न किया। देश का शायद ये पहला वाकया है, जहाँ पर परिवारजनों के अलावा मोहल्ले के लोगों ने भी किसी डॉक्टर पर जानलेवा हमला किया हो।

जिन लोगों ने हमला किया उनके नाम नीचे दिए हैं

१ - मोहम्मद कमरुद्दीन
२ - मोहम्मद जैनअलुद्दीन
३ - रेहनुद्दीन
४ - सईदुल आलम
५ - रहीमुद्दीन
६ - राजुल इस्लाम
७ - तयेबुर रहमान
८ - साहिल इस्लाम
९ - रहीम उद्दीन
१० - अब्दुल
११ - नूरजउल
१२ - अब्दुल गमी
१३ - दिलावर
१४ - अब्दुल
१५ - अनुवार
१६ - नसीरुद्दीन
१७ - अलीमुद्दीन
१८ - जमील अहमद
१९ - सर्फुद्दीन
२० - सफीक
२१ - मतिबुर
२२ - मिस्बाह

आगे लिखने को कुछ बचा नहीं है।

नोट : जिसे तथ्यों पर गुरेज हो वो ऑफिसियल अरेस्ट लिस्ट से मिलान कर सकता है।

https://www.ndtv.com/india-news/horrific-assault-on-doctor-by-family-of-covid-victim-caught-on-camera-2454178

१२-वर्ष की बच्ची से मौलवी ने किया दुष्कर्म !!हमारे आस पास का समाज फरेबी सहिष्णुता और झूठे सेकुलरिज्म की घटनाओं से भरा पड़...
02/06/2021

१२-वर्ष की बच्ची से मौलवी ने किया दुष्कर्म !!

हमारे आस पास का समाज फरेबी सहिष्णुता और झूठे सेकुलरिज्म की घटनाओं से भरा पड़ा है , परन्तु हमारी आँखों पर चढ़ी स्वार्थ और मूढ़ता की मोटी पट्टी से कुछ दिखाई नहीं देता। जब तक कि शिकार हम खुद या हमारे अपने न हो जाएं।

दो ताजी घटनाओं पर गौर करें...............................

१ - पहली घटना गाजियाबाद के डासना मंदिर की है, जहां पर एक शातिर मुस्लिम लड़का चोरी के इरादे से पानी पीने के बहाने मंदिर में घुसता है, मंदिर प्रशासन को जानकारी होने पर उसे पीट कर भगा दिया जाता है। बस इतनी सी बात पर पुरे देश का सांप्रदायिक सौहार्द, सेकुलरिज्म और लोकतंत्र खतरे में आ जाता है। पुरे देश में प्रदर्शन होने लगते हैं , वामपंथी और बुद्धिजीवी विधवा - विलाप करने लगते हैं। मुस्लिम संगठन मंदिर के पुजारी के सिर काटने का ऐलान कर देते है, पत्रकार और विपक्षी दल हर कीमत पर हिन्दुओं की असहिष्णुता शाबित करने में लग जाते हैं। ये सब इसलिए क्यूंकि वो लड़का " मुस्लिम " था।

२ - अब जरा दूसरी घटना पर नज़र डालिये। पिछले रविवार को नार्थ - ईस्ट दिल्ली में १२ वर्ष की एक हिन्दू बच्ची पानी पीने मस्जिद के अंदर चली जाती है। मंदिर का वहसी मौलवी ( इलियास - ४८ वर्ष ) उस अबोध बच्ची के साथ दुष्कर्म करता है। पुरे देश को घटना के बारे में पता है , पर सबके होंठ सिल गए हैं , कहीं कोई प्रदर्शन नहीं, कोई ट्वीट नहीं , बुद्दिजीवियों और वामपंथियों का आता - पता नहीं। प्ले कार्ड गैंग और राजनितिक विपक्ष अचानक शीतनिद्रा में चला गया है। ऐसा लगता है जैसे कुछ हुआ ही नहीं। ऐसा इसलिए क्यूंकि अपराधी एक मुसलमान है और पीड़ित एक हिन्दू है।

ऐसा क्यों है कि एक समुदाय की सिसकी से भी पूरा देश डावांडोल हो जाता है, जबकि दूसरे समुदाय की चीखे मारती, आर्तनाद करती बेटी की वेदना पर सब मौन हो जाते हैं। आखिर क्यों ?

https://www.indiatoday.in/cities/delhi/story/cleric-rapes-minor-year-old-girl-gone-fetch-water-delhi-mosque-arrested-1809861-2021-06-02

अलीगढ़ के नूरपूर में मुसलमानों का वर्चस्व, आबादी हो गई हिन्दुओं से ज्यादा, इसलिए अब हिन्दुओं की शादी भी नहीं होने देंगे।...
01/06/2021

अलीगढ़ के नूरपूर में मुसलमानों का वर्चस्व, आबादी हो गई हिन्दुओं से ज्यादा, इसलिए अब हिन्दुओं की शादी भी नहीं होने देंगे।

तुष्टीकरण की राजनीति, बहुसंख्यक समुदाय की उदासीनता और गंगा - जमुनी तहजीब का अंधविश्वास भारी पड़ना शुरू हो गया ।

कश्मीर जैसे छोटे प्रयोग बहुतायत में हो रहे हैं।

उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ (Aligarh) के नूरपुर (Noorpur) में दलित समुदाय के लोग पलायन को मजबूर हैं. बताया जा रहा है कि मुस्लिम समुदा...

संदेश - भारतीय सरकार द्वारा डेवलप किया गया instant messaging platform है। आज ही डाउनलोड करे और इस्तेमाल करना शुरू करें। ...
31/05/2021

संदेश -
भारतीय सरकार द्वारा डेवलप किया गया instant messaging platform है।

आज ही डाउनलोड करे और इस्तेमाल करना शुरू करें। सभी फोन के लिए उपलब्ध। IOS, ANDROID, WINDOWS .......

31/05/2021

कौन बरबाद करना चाह रहा है हमारे देश को ?? कौन है जॉर्ज सोरोस ?? और अचानक सोनू सूद जैसा धर्मात्मा कहाँ से पैदा हो गया हमारे देश में ??

अगर सच जानना है तो एक -एक फैक्ट के साथ जानें, कोई शक हो तो जानकारी गूगल कर लें।
पहले पूरा लिंक पढ़ें , फिर वीडियो क्लिप देखें। अपनी टिप्पणी भी दे सकते हैं।

https://drive.google.com/file/d/1-f8LACKHSm04lwZXOanjqjPjf3OHHcU2/view?usp=drivesdk

अलीगढ़ के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में एएनएम निहा खान लाभार्थियों को हांथ में सुई तो चुभोई थी पर शरीर के अंदर डोज नहीं ...
30/05/2021

अलीगढ़ के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में एएनएम निहा खान लाभार्थियों को हांथ में सुई तो चुभोई थी पर शरीर के अंदर डोज नहीं डालती थी और सिरिंज कूड़े में फेंक देती थी।

प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. आफरीन नें मामले को दबाया।

एक तरफ उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार प्रदेश की जनता को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाने के लिए एड़ी चोटी का ....

26/05/2021

कोई भी समृद्ध संस्कृति न सिर्फ जीवन जीने के आदर्श तरीके से अवगत कराती हैं वरन उसके अनुयायियों और समाज को प्रतिष्ठापूर्ण पहचान भी प्रदान करती हैं। मानव जीवन के वैकासिक एवं वैज्ञानिक दृश्टिकोण से सारगर्भित संस्कृति का स्तर सदैव उच्चतम होता हैं , अनुकरणीय होना न होना अलग बात हो सकती हैं।

सनातन संस्कृति एवं हिन्दू धर्म के विकासोन्मुख होने की प्रामाणिकता सदियों से सिद्ध होती आ रही हैं। सदियों से भारत भूमि पर आक्रमण होते रहना एवं कृतियों , हस्तलिपियों , पांडुलिपियों तथा अन्य ज्ञान सामग्री का लगातार चोरी होना या नष्ट कर दिया जाना सनातनी संस्कृति की समृद्धता का सर्वोच्च प्रमाण हैं। क्योंकि चोरी हमेशा बहुमूल्य चीजों की ही होती हैं।

हिंदुत्व की अवधारणा भी पुरातन सनातनी संस्कृति से ही प्रेरित हैं, ये विश्व की अकेली ऐसी सांस्कृतिक अवधारणा हैं जो वसुधैव कुटुम्बकम की भावना से अभिसिंचित हैं न कि धर्म प्रसार या विस्तारवाद की भावना से। वसुधैव कुटुम्बकम की मूल भावना से ओत-प्रोत होने के साथ-साथ सनातन संस्कृति हमेशा से प्रगतिशील एवं विकासोन्मुख मानव जीवन के सिद्दांतों और मूल्यों का समर्थन करती हैं।

ऐसी समृद्ध पुरातन संस्कृति जिसने अपनी वृहदता, सार्वभौमिकता, प्रासंगिकता, समरसता एवं उपयोगिता से समूचे विश्व का मार्गदर्शन किया हो , वही संस्कृति आज सांस्कृतिक और धार्मिक मूल्यों के हनन पर अपने अनुयायिओं की उदाशीनता एवं विमुखता देखकर " आर्तनाद " करने को मजबूर हैं।

सवाल दो हैं ......
१ - क्या मूल्यवान पुरातन संस्कृति को सिर्फ एक धर्म मानकर सीमित कर दिया गया हैं ?
२ - क्या हम विकास के ऐसे दौर में आ पहुंचे हैं जहाँ सनातन संस्कृति प्रासंगिक नहीं लगती ?

- सम्पादकीय

26/05/2021

विश्व की सबसे समृद्ध, वैज्ञानिक, व्यापक एवं समावेशी सनातन संस्कृति जिसका कभी समस्त जम्बू द्वीप पर वर्चस्व था। वो सनातन संस्कृति जो वसुधैव कुटुम्बकम की मूल भावना से प्रेरित थी और जगत कल्याण के लिए प्रतिबद्ध और सहिष्णु थी। वही सनातन संस्कृति विस्तारवाद व अवसरवाद का दंश झेलते - २ इस अवस्था में आ पहुंची है, जहाँ उसके अस्तित्व पर भी खतरा मंडराने लगा है।

सिर्फ पिछले ५० - १०० वर्षों का ताजा इतिहास उठा कर देखें तो करीब - करीब हर पड़ोसी देश से हिन्दुओं का सफाया हो गया है, या हो रहा है चाहे वो, पाकिस्तान हो, बांग्लादेश हो, अफगानिस्तान हो या श्रीलंका। और उससे भी गंभीर स्थिति ये है कि अपनी एकमात्र सम्पूर्ण सनातनी भूमि एवं उद्गम स्थल भारत में भी सनातन संस्कृति और उसके अनुयायियों पर सीधा प्रहार होना प्रारम्भ हो गया है।

मिशनरियों द्वारा बड़े पैमाने पर धर्म परिवर्तन हो रहे हैं। केरल, पश्चिम बंगाल, हैदराबाद जैसे प्रांतों में हिन्दू दमन के कश्मीर जैसे प्रयोग किये जा रहे हैं। देश के लगभग हर प्रदेश में राजनैतिक तुष्टिकरण द्वारा मूल हिन्दू समुदाय पर चोट की जा रही है। सांस्कृतिक धरोहरों , पूजा स्थलों , पद्धतियों व सन्यासियों के खिलाफ दमनकारी कृत्य हो रहे हैं। भ्रामक दुष्प्रचार एवं तथ्यों से खिलवाड़ कर हिंदुत्व को मलीन करने की कोशिशें हो रही हैं। और इन सब प्रायोजित कृत्यों के बीच में खड़ा मूल सनातनी व्यक्ति अपनी संस्कृति की आत्मा से विमुख हो पाश्चात्य संस्कृति का लिबास ओढ़ने को आतुर हैं।

सवाल दो हैं ......
१ - क्या हमें अपनी समृद्ध सनातनी संस्कृति का ज्ञान हैं भी या नहीं ?
२ - अगर ज्ञान हैं तो, गिरते सनातनी मूल्यों के लिए हम स्वयं दोषी हैं या नहीं ?

- सम्पादकीय

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