08/09/2022
सोशल मीडिया ... एक ऐसी ताकत, जिसका कोई सानी नहीं, बशर्ते इसका सदुपयोग किया जाए। सोशल मीडिया पर आज एक न्यूज पढ़ते समय संत कबीर दास जी का बचपन में पढ़ा दोहा याद आ गया .... . मन के हारे हार है, मन के जीते जीत। कहे कबीर हरि पाइए, मन ही की परतीत।। न्यूज कुछ इस तरह थी कि जापान के टोक्यो शहर का एक व्यक्ति शोजी मोरिमोटो बिना कुछ किए भी कमाई कर लेता है यानि कुछ भी न करने के उसे पैसे मिलते हैं। दरअसल शाेजी जब एक कंपनी में नौकरी करता था तो उसे काम न करने के लिए डाटा जाता था। फिर सोशल मीडिया पर उसकी फॉलोइंग बढ़ गईं और उसने खुद को किराए पर देना शुरु कर दिया। वह हर बुकिंग के लिए करीब 5633 रुपए लेता है और हां, इतना पैसा लेने के बाद भी वह कुछ नहीं करता, सिर्फ उसके साथ बैठता है जिसने उसे किराए पर लिया होता है। जाहिर सी बात है कि शोजी एक नंबर का आलसी होगा लेकिन अपना दिमाग लगाकर वह सोशल मीडिया के ज़रिए बिना कुछ किए भी पैसे कमाने लगा। कहने का भाव वही है, जो कबीर दास जी ने कहा था कि परिस्थिति चाहे जैसी भी हो, मन से व्यक्ति को कभी हारना नहीं चाहिए, दुनिया आपके विषय में क्या कहती और क्या सोचती है, फर्क नहीं पड़ता। फर्क सिर्फ़ इस बात का पड़ता है कि आप अपने विषय में क्या सोचते हो। जय हिंद