24/07/2021
सफलता के सौ रिश्तेदार......✍🏻
दोस्तों अगर हमें अपनी जिंदगी में सफल होना है , कामयाब होना है , हमारे सपनों को हकीकत में बदलना है तो कुछ बड़ा करके अपनी खुद की राह चुननी होगी। हमें खुद को हमारी मंजिल तय करनी होगी , हमारे सपने खुद हमें देखने होंगे जिन्हे हम साकार कर सकें।
आखिर हम कब तक भेड़ बकरियों की तरह दूसरों की मन मर्जी से अपनी जिंदगी जीते रहेंगे। हमारी जिंदगी हमें जीनी है तो जिंदगी में क्या करना है और क्या नहीं यह भी हमें ही तय करना होगा। अगर हमें हमारे इच्छानुसार चलकर सफल होना है तो भेड़ बकरियों की तरह ना चलकर शेर की तरह चलना होगा तभी जिंदगी में खुशी मिल पाएगी। वरना अगर दूसरों के बताएं रास्ते पर चलकर मंजिल मिल भी गई तो उस कामयाबी में वो सुकून , वो खुशी और संतुष्टी नहीं होगी जो आपको अपने खुद के चुनें हुए रास्ते पर सफल होकर मिलेगी।
अगर हमारा रास्ता बहुत कठिन भी है फिर भी धीरे धीरे आगे बढ़ते जाओ , ये दुनिया बहुत जालिम है , ये दुनिया हमें कामयाबी के रास्ते पर चलने से पहले बहुत डराएगी , रोकने की पूरी कोशिश करेगी , फिर भी हम डरकर नहीं रुके तो ये दुनिया हमें बहुत सताएगी , फिर हमें रुलाएगी , हर रोज हमें यह दुनिया अपना नया नया रुप दिखाएगी। लेकिन याद रखना जिस दिन यह सब दुख दर्द सहकर , सब कठिनाईयों को पार करके तुम अपनी मंजिल पा लो उस दिन यहीं जालिम दुनिया हमारा नाम जपते जपते अपनेपन का ढोंग करते हुए हमारी कामयाबी में शरीक होने हमारे पिछे पिछे आएगी।
दोस्तों जिंदगी में परेशानी ही परेशानी है , हर रास्ते पर रुकावटें है लेकिन हमें बड़ी से बड़ी रुकावट को समझदारी से पार करना है , हर इंसान के अन्दर कोई ना कोई कमजोरी होती है , अपने अन्दर की कमजोरी पर पूरी ताकत से हमें वार करना है।
अपने आपको ऐसे तैयार करो जिससे बड़ी से बड़ी चुनौती छोटी पड़ जाएँ। क्योंकि चुनौतियों से लड़कर ही हम कामयाबी के शिखर तक पहुँच सकते हैं।
दोस्तों हम कई बार सुनते हैं कि कुछ पाने के लिए कुछ खोना पड़ता है , बिलकुल हम सही सुनते हैं क्यों कि बिना खोये हमें कुछ मिल ही नहीं सकता क्योंकि सोने की तरह चमकने के लिए पहले सोने की तरह आग में तपना भी पड़ता है। अगर वाकई जिंदगी बदलना चाहते हैं तो खुद को बदलना होगा।
इस मोह माया के रिश्तों में आखिर कब तक जिंदगी का समय खराब करते रहेंगे , सफलता के बिना कोई अपना नहीं है , कामयाबी के तो सौ रिश्तेदार होते हैं लेकिन असफलता का कोई रिश्तेदार नहीं है।
दोस्तों हमारे अन्दर कोई ना कोई खराब आदतें जरुर होती है यहीं हमारी खराब आदतें हमें जिंदगी में नीचा गिराएगी , हमारे थोड़े से मजे के लिए हमारा सब कुछ लूट कर ले जाएगी , इसलिए खराब आदतों को छोड़े बिना हम कामयाबी की कल्पना कर ही नहीं सकते। हमें इस जाल से बाहर निकल कर अपना ध्यान सिर्फ अपने लक्ष्य पर रखना है। हमारा लक्ष्य यहीं होना चाहिए कि हम खुद को बेहतर बना सकें
और इस दुनिया के लिए मिसाल कायम कर सके।
हम हमेशा कामयाब लोगों को देखकर सोचते हैं कि हम कभी ऐसा नहीं बन सकते जबकि यह हमारा भ्रम होता है क्योंकि हमें कभी खुद को दूसरों से कम नहीं समझना चाहिए। अगर हमने ठान लिया तो कुछ भी नामुमकिन नहीं है बस हालात बदलने के लिए हमें बिना थके , बिना रुके आगे बढ़ने की जरुरत है। हमें कड़ी मेहनत से निरंतर चलने की जरुरत है , अपने लक्ष्य के प्रति दृढ़ संकल्प लेकर चलेंगे तो दुनिया की कोई ताकत हमें कामयाब होने से नहीं रोक पाएगी।
लेखन - एम. अली मेहर.......✍🏻