Bankey Biharika divana GS upadhyay

Bankey Biharika divana GS upadhyay snatan Dhram hi Guru hai Guru sanatan Dhram ka Gyan dekar Jivan sarthak banate hai

31/01/2024

दुनिया में मनको फसाके
हम खुदही दुनिया की ए
चाहतों को दिलमें बसाते
फिर इतना खो जाते हम
निकल न पाते,
लालच, चाहत, कपट व
लोभ में घिरजाते, जोभी
सम्बन्ध होते उनही में रह
और उलझ जाते,
पानी में डूबा जो तैरना न
जाने वह भी हाथ पैर चलाता
पर ऊपर न आता, संसार में
ईश्वर ही डूबने से बचाता हमैं
संसकारों की तैराकी सिखा कर
पार लगाता, हरि ही एक सहायक
वही हमारे जीवन में रास्ते वनाता
जब हमारा नाता गहरा हो जाता
हमें अनुभव भी कराता,

28/01/2024

हर जगह खोजा
नजर न आया
मंदिरों किताबों
में मन लगाया
तीर्थों में भी घूमा
मनको समझाया
लीला भजन कीर्तन
में भी मन लगाया
वह बैठा मिला अंदर
अपने को छिपाया,
ध्यान ज्ञान से समछ
न आया, प्रेम से जब
पुकारा वह खुद चला
आया, कोई कैसे समझे
जबतक मन शुद्ध न हो
पाया, जाति पंथ ऊच
नीच, बुराई, ईर्षा लोभ
लालच, छल कपट घमंड
से ऊपर न उठा तभी अंदर
से झांका समैट कर जग
की माया, रुप दिखाया,
बगैर कृष्ण कृपा के कोंन
पार पाया, हाथ जोड़कर
बिनती हमारी न व्यापे यह
माया, गिरजा शंकर शरण
आपकी दूर रखना माया

26/01/2024

मनमोहन ही राम है
बनाते बिगड़े काम
रघुवर राम लला को
कोटि कोटि नमन,
नम हुई आंखों से
जब निहारा, बहती
रही अश्रु धारा,
आत्मा को संतोष न
हुआ, दर्शन करूँगा
सामने से दुबारा,
चितवन देखकर सुध
बुध न रही, बुद्धि ने जो
सोचा चतुराई नहीं चली
ह्रदय में हूंक उठत कब
हो मुलाकात हे रघुनाथ
आप के लिए बहुत है पर
हमारे आपही सहारे कब
होंगे दर्शन, ह्रदय में ही डेरा डालो
तुम्हारे सिवाय कोनॽ हमपर भी
नज़र डालो,

13/12/2023

रामजी का भव्यता के साथ होगा आगमन खुशी से झूमे
हर शहर गाँव जड और चेतन
होंगे बाल व्रद्ध युवा नर नारी
मगन, झूमेगी घरती आसमान
और गगन पवन, नदी तालाव
समुद्र में लहरा इठलायगी,
हर दिशा में खुशहाली समाएगी
जनवरी में शुभ घड़ी आयगी,
वाल राम लला की छवि सभी
के मन बस जाएगी, हर जुवान
जयश्रीराम गाएगी,

12/12/2023

विष्णु पालन कत्ता
मोहन कृष्ण कन्हाई
भक्त सब के हितकारी
अब देखो सनातन की
डगर हितकारी,
धर्म मर्यादा अनुशासन
न्याय, से हर बर्ग हो सुखारी
हे विष्णु जी मोहन रूप में भक्त
से हमारे लिए शुभ हो यह पारी
हे जगत नियंता हे मोहन हित कारी

26/11/2023

भक्तों की भक्त ईश्वर को प्रिय
भक्तों पर ईश्वर कृपा बर्षाते
पर सच्चे भक्त मीरा, तुलसी
कबीर, नानक, सखोवाई , करमा
करमैती बाई से न मिलपाते, हम
कपटियो के जाल में फस जाते
जो दुकान चलाते, धन वैभव चमक
भीड़, चेलों की जमात, के बलपर ए
गुमराह कर हमें सत्य मार्ग से भटकाते, हम आसानी से चक्कर में
आजाते, सच्चे भक्तों को पहचानना
सरल नहीं, ऐसे भक्त अपनी भक्ति को प्रदर्शित न करते हुए सहज सरल
चमक से दूर अपनी भक्ति में ध्यान
लगाते, इनके बचन को प्रभु पूरी करने को आतुर रहते,

19/11/2023

गुलाब सी महक आती
आंखों में जादू समाया
बांकेबिहारी ने अपना ए
जादू चलाया, अनोखी अदा
रुप अंदर समाया, हर कोई
समझे न जो जादू से रुप
लीला धाम नाम से भक्ति
पाया, बांकेबिहारी ने उसे
अपना बनाया,

27/10/2023

सत्य चेतन अमल सहज सुखराषि आत्म दर्शन के
लिए सदगुण सनातन धर्म
मर्यादा अनुभव संस्कृति के
साथ आचरण की शुद्धता ही
हमारे लिए उपयोगी है, मलिन
मन में विम्ब साफ नजर नहीं आता
हमारी सोच से विचार बनते हैं,
गलत सोच हमारे अन्दर मलिनता
पैदा करतीहै, सोच से ही हमारे अन्दर सही दिशा का बोध होता है
उद्देश्य ऊँचा रखें और सनातन धर्म
अपनाकर सदमार्ग के पथिक बनकर
आत्म दर्शन के द्वारा हम स्वयं औरों को प्रेरित कर दुनिया में अमन शांति
विकास एबं भाईचारा सदभाव शुभ
संसकारों का बीजारोपण करें,

09/10/2023

अत्याधिक ज्ञान भी पहने चाकू के बराबर है सम्हाल कर रखना जरुरी है, विद्वान लोग कम बोलते है, अनावश्यक वार्ता लाप से दूर, अपने ज्ञान के सागर में निमग्न रहते हुए उस परम सत्य की ओर निहारकर
उसके चिंतन मनन ध्यान में खोए रहते हैं, सहज सरल क्रोध से दूर परमानन्द में खोए रहते हैं, जीवन के परम लक्ष्य कीओर संग्रह त्याग शांति में निमग्न रहते हैं,

23/09/2023

जय हो राधा माँ की चरणों में नमन बार बार, कैसे भूले माँ का प्यार, अपने पुत्रों पर दया द्रष्टि ममता का बरद हस्त सदा रहता, दुखी नही बह रहता जो राधे राधे कहता माँ सदा ही
उनके साथ, जन्म दिन पर माँ को नाते चरणों में माथ, सदा दया कृपा
द्रष्टि रखना, सदा साथ निभाना है माँ
तुम्हारे शिवाय न किसी को माना बस सबकुछ तुम्हैं ही माना,

18/09/2023

श्रष्टी जिनके चरणों में करती है नमन, क्यों न लेते हम इनकी शरण, मन में भटकाव तभी तक रहता जब तक मन बिषय से हटकर शरण में न हो, बगैर शरण जीवन का न होगा उद्धार, प्रभु चरणों में करो प्यार
जीवन में आनंद होगा होंगे भव पार,
मन तू समझ पकडले प्रभु चरण,

02/09/2023

तुम्हारे सिवाय कोई नहीं भाता, हमारा कई जन्मो का नाता, मधुर याद आती है, दिलको चैन आता, हे बांकेबिहारी जी रिश्ते बहुत पर सच्चे नहीं सच्चा आपसे हमारा नाता, बहुत भटका जमाने में जिंदगी
भर, समझमें बस यही आता,
कृपा करके रिश्ते को निभाते
रहना, व्यस्त हो तो भी समय
देना, यही हमैं आपसे कहना
आप की क्षत्र छाया में हमको
रहना,

25/08/2023

सामने आपके हमने रख दिया दिल निकाल के, आप बैठे हो पर्दा डालके, तुम्हारी याद में खोया तुम्हारे दर्शन की चाह में, नजरों को लगाया बडे खयाल से, कुछ तो सुनो हमारी
प्यारे दोस्त मुरारी, दर्शन की प्यास में
आस हमारी, पुरातन है दोस्ती हमारी

21/08/2023

जबसे देखी सांवरिया की सूरत, मनको कुछ न भाता, सांवरिया की याद में दिन गुज़र जाता, रात की नींद में वही वसा वही याद आता,

13/08/2023

नफरत से नफरत बढे
बढे प्यार से प्यार, हिलमिल कर हम सब रहैं, आपसमें हो प्यार,
प्रकृति ने सुन्दर दुनिया बनाई, हमें बगैर भेद भाव मिलते हवा भोजन
और पानी, क्यों करते आपसी बैर
किस बात पर लडाई, मेरे प्यारे भाई
नफ़रत त्याग निर्माण लगन महनत
से आपसी सहयोग बढाऐं, देश के लिए जिऐँ सही जबाबदारी निभाऐं
देश प्रेम में डूब कर आगे भाईचारे
से बढते जाऐं प्यार से सभी को गले
लगाऐं,

06/08/2023

बल, वुद्धि, विवेक, विज्ञान, विध्या सबकुछ बांकेबिहारी की भक्ति से हम पाते, जब हम सच्चे भक्त बन जाते, बगैर भक्ति सब सूना, जैसे बगैर रोशनी के शहर में अंधेरे ऐसेही
बगैर भक्ति जीवन में अंधेरा रहता,
मन मूर्ख विषयों में पडकर भटकन
क्यों गले लगाता, कामना त्रिष्णा वासना, लालच मोह काम क्रोध सब त्याग, भक्ति में रमजाओ,प्रभु की शरण में आओ,

27/07/2023

जगत पिता जगदीश का जो सच्चाई से सुमिरन करते, सोते जागते शरण इनकी रहते, सभी काम को त्याग कर एक नाम विश्वास इनकी सेवा करने से प्रभु इन्हें बनाते दास,
दुनिया की माया मोह से हरदम रहते
दूर, भक्ति इतनी बढे दुआ फले भरपूर, सदा ध्यान में रहते न दुनिया का ध्यान तभी प्रगट होते अरूणा धाम,

20/07/2023

बांकेबिहारी की बांकी अदा, मनमोहक है बांकेकी छटा, नैनों में जादू करे कमाल, जो एकबार निहारे, नैना बस मै सभी को करते कजरारे,

16/07/2023

दिलहै प्यार की गली मतलव लालच स्वार्थ से यह गली बंद हो जाती, फिर तकरार नफरत लगाई की ओर मुड जाती, जिससे जिंदगी की गाड़ी में सुकून छिन जाता, प्यार से दूर होते ही, जीवन अंधे मोड की ओर मुड जाता, प्रेम पूजा है, बगैर प्रेम ईश्वर न मिल पाता,

14/07/2023

राम नाम की माया र ने रच दिया जग सारा माँ से शक्ति पाकर र ने शक्ति दिखाई तीनों देव ब्रम्हा विष्णु महेश र में समाए, र मध्य रमापति र ऊपर ब्रम्हा बिराजे, नीचे र पर भोले भंडारी, माँ से शक्ति पाकर र ने मसे मिल रचदी दुनिया सारी, राम नाम सुमिरन करके माँ त्रिदेव प्रशन्न हो जाते, दुनिया बनाने चलाने बाले फिर कृपा दया द्रष्टि से अपना सरस्वती लुटाते
हमारे अन्दर होता ज्ञान प्रकाश, होता भय नाश सभी कार्य सफल हो जाते
प्रकृति से प्रेम पाकर ईश्वर भक्ति सदगुण संसकार प्रिय जीवन हम बिताते, दुनिया के सारे वैभव हमारे
लिए ईश्वर शक्ति पाकर संभव हो जाते,

13/07/2023

दिल जब बेहाल हो जाता, कोई नहीं देता साथ हमारा, तब कान्हा आकर थाम लेते हाथ वही निभाते सच्चा साथ, दुनिया में स्वार्थ और सौदा बगैर मतलब कोई अपना नहीं होता
माँ पिता से बढ़कर कोई साथ न निभाता, केबल सदगुरु सच्चा हितैषी मित्र जीवन में काम आता
कृष्ण के सहारे के बिना जीवन में सुख नहीं आता, सत्य का प्रकाश ही
ईश्वर है, जब जीवन में आता कान्हा सदा सत्य को पकडकर मेरा साथ निभाता,

30/06/2023

अब लगता नहीं कहीं दिल हमारा, यह दिल अब हो गया तुम्हारा, तुमबिन कोंन हमारा,
जबसे मिली नजर तुमसे, यह दिल बसमै नहीं अब दिल कहीं लगता नहीं,

28/06/2023

हरि हमारे परम हितैषी जो भी इनका हो जाता
हरि उनको अपनाते, हरदम रखते ध्यान, चरणों में नमन आपको हे करुणा निधान,

26/06/2023

सभी आपकी दया कृपा से चलता, हे जगत् पिता आपही पालन हार, आपकी कृपा दया दृष्टि बिना न होता उद्धार, आपही हवा पानी भोजन देते जग को रोशनी अंधकार फूलों फलों
मेवा मिनरल विविध बस्तुको का उपहार से जीवन को बनाते जीवन चक्र चलाते नई श्रष्टी बनाकर प्रचीन मिटाकर फिर नई बनाते, फिर भी हम अबोध कुछ समझ न पाते, सुख दुःख भोजन धन मन के चक्कर में पडकर स्वार्थ लालच घमंड आदि में पडकर धन बैभव कमाने में समय बिताते, धर्म भूलकर हम भटक जाते, खुद भ्रम जाल में फसकर हम जीवन उलझाते, सत्य समझ न पाते

21/06/2023

पहिला सुख निरोगी काया, निरोगी जीवन जीने के लिए हमको रखना है ध्यान पोषण से भरपूर भोजन संतुलित हो, साथ करै व्यायाम, योग भगाता रोग, स्वस्थ्य हमको रखता, निरोगी हमको बनाता, भारत का योग से पुरातन नाता, आज विश्व में
योग सभी अपनाते हम पीछे न रहैं
योगी गुरु यही समझाते, फिर भी हम
पूरी तरह योग नहीं अपनाते, दवा खाकर रोगों से लडकर दुखी हो जाते
रखना ध्यान योग सभी अपना रोगभगाऐ दूर स्वास्थ्य सभी रह जीवन सूखी बनाऐं खुद योग करैं औरों को भी यही सिखाऐ, योग दिवस पर प्रभु लेकर हम सुखी जीवन जीने की सफत लें जीवन सफल स्वास्थ्य बनाऐं,

21/05/2023

श्रीहरि को नमन बारंबार, चरणों में कोटि कोटि नमन, आप हमारे जीवन धन
अपके बिना लगता नहीं कहींभी मन, हमारे जीवन आधार,
नमन करो स्वीकार

15/05/2023

जीवन में अनावश्य आधा अधूरा ज्ञान दुखदायी होता है, सत्य की तह तक कोई जाता नहीं, सत्य को जानने की हर कोई कोशिश भी नहीं करता, अफवाहों पर बिश्वास करने से हमारा नुकसान होता है, जब भी
बगैर सत्य के कोई धारणा बनाते हैं
वह हमारे जीवन में समस्या पैदा करतीहै, धर्म कभी लड़ाई नहीं
सिखाता जवकि धर्म के नाम से
अक्सर दंगे हुए जो बगैर सत्य जाने
धर्म को नजदीक से जानना जरूरी है, हमारी पुस्तक बांकेबिहारी की प्रेरणा पुस्तक में पढैं, ब्लू रोज पबलीकेशन ऐमाजोंन फिलिप काड से उपलब्ध, 10 प्रमुख देशों में भी उपलब्ध, ई बुक भी,

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