22/09/2024
देश के दो प्रमुख भारतीय प्रबंधन संस्थानों (IIM) में फैकल्टी की स्थिति निम्नलिखित है:
IIM इंदौर में 150 फैकल्टी पदों में से अनारक्षित वर्ग के 106, OBC के 2, और EWS के 1 पद भरे गए, जबकि SC-ST के किसी भी पद पर भर्ती नहीं हुई। 41 पद अब भी खाली हैं।
IIM तिरुचिरापल्ली की फैकल्टी में सामान्य वर्ग के सभी पद भरे गए, जबकि OBC के 16.33%, SC के 13.33% पद भरे गए, और ST के किसी भी पद पर भर्ती नहीं हुई।
उपरोक्त IIM की फैकल्टी में शोषित और हक-वंचित समाज के लिए आरक्षित पदों पर भर्ती को जिस तरह से बाधित किया जा रहा है, यह हक-वंचित समाज के लोगों की हकमारी है। यह संविधान द्वारा प्रदत्त आरक्षण की खुली लूट है।
मेरा माननीय से निवेदन है कि आरक्षित पदों की भर्ती में हो रहे इस "असंवैधानिक वर्गीकरण" को संज्ञान में लें।
माननीय केंद्रीय शिक्षा मंत्री Dharmendra Pradhan जी, आपसे "सामाजिक न्याय" को सम्मान देने की उम्मीद तो नहीं है, लेकिन मैं यह आशा करता हूँ कि भर्ती प्रक्रियाओं में भारतीय संविधान द्वारा प्रदत्त आरक्षण का सम्मान अनिवार्य रूप से किया जाएगा।