16/06/2023
फ़िल्म- दिलवाले
ये फ़िल्म याद आते ही याद आता है बचपन जब भी गांव के किसी के घर में वी सी आर आता था तो एक फ़िल्म ये जरूर होती थी, हमने भी ये फ़िल्म सबसे पहली बार मोहल्ले में चटाई बिछा कर देखी थी, सिर्फ सुनील शेट्टी और अजय देवगन के कारण, बाकी उस समय मामा ठाकुर शंकर बिहारी और रामी रेड्डी को तो जानते ही नही थे, हीरोइनो का भी उस उम्र में कोई ज्ञान न था, फ़िल्म शुरू उस दिन हुई तो थी पर उसकी याद आज तक दिमाग और दिल मे ऐसी छपी की निकल न सकी,
अजय देवगन का वो प्यार में पागलपन रविना के साथ गाने, सुनील शेट्टी का एक्शन और डाइलॉग, मामा ठाकुर का हवेली पर आ जाने की आमंत्रण, शंकर बिहारी का सपना के साथ गाना गाने की जिद,रामी रेड्डी की तलवार, रीमा लागू का रोना,
अरुण और सपना की स्टोरी लोगो के दिल मे ऐसे बसी की उस समय इनके गाने हर जगह सुनाई देते थे, फ़िल्म का म्यूजिक ऐसा की हर गाने लाजवाब,
जीता था जिसके लिए गाना सुनकर तो उसे भी रोना आ जाये जिसके लाइफ में लड़की भी न हो,
धाकड़ एक्शन और डाइलॉग तो पूछो मत- ये बात दिल्ली तक जाएगी, हवेली में आ जाना , डंडा नीचे कर, सपना के साथ गाना गाना है, प्यार करने वाले तो बहुत देखे पर प्यार में पागल हो जाये ऐसा दिलवाला पहली बार देख रहा,इत्यादि
कहानी रोचक नही थी पर बनाई बहुत अच्छे ढंग से थी, एक लालची पालको द्वारा अपने भांजी के प्रेमी को झूठे केस में फंसा कर धोखेबाजी से अलग करना फिर एक ईमानदार पुलिस वाले द्वारा उसे बचाना फिर प्यार से मिलाना,
ट्विस्ट भी ऐसा की वो पुलिस वाले को भी वही सपना पसंद है,
स्क्रीनप्ले एक्शन म्यूजिक डांस कॉमेडी
कुल मिलाकर उस दौर की बेहद पसंद कि जाने वाली फिल्मों में एक थी दिलवाले,जिसके डाइलॉग और गाने आज भी लोगो को जुबानी याद है,
डायरेक्टर हैरी बवेजा ने इन्ही स्टारकास्ट को लेकर क़यामत बनाई थी वो भी औसत से ऊपर थी, जिसमे हीरो हीरोइन और सुनील का एंगल मिलता जुलता नजर आया,
बाकी कोई डाइलॉग रह गया हो तो हवेली में आ जाना😊😊