05/02/2024
नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब दिया
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.......... पीएम मोदी ने अपने संबोधन में महंगाई से लेकर नए-नए स्टार्टअप तक जिक्र किया.
पीएम मोदी ने पिछले 10 साल की उपलब्धियों को भी गिनाया और कहा कि जब हम तीसरी बार सरकार में आएंगे तो भारत की अर्थव्यवस्था पूरी दुनिया में तीसरे नंबर पर होगी. इसके साथ-साथ उन्होंने विपक्षी दलों पर भी जमकर निशाना साधा. पीएम ने कहा कि कांग्रेस ने देश की जो हालत करके रखी है वो किसी ने छिपा नहीं है. इस दौरान उन्होंने पूर्व पीएम नेहरू और इंदिरा गांधी का भी जिक्र किया. पीएम ने कहा, दो-दो युद्ध के बाद भी हमारी सरकार ने महंगाई को नियंत्रण में रखा है. नीचे पढ़ें पीएम मोदी के संबोधन की एक-एक बात…
PM Narendra Modi Speech in Lok Sabha:
आप चाहे जितना पत्थर उछालना है उछाल लीजिए, मैं उस पत्थर को देश को विकसित बनाने के काम में लूंगा. ये लोग (विपक्ष) नामदार हैं और हम कामदार हैं. हम सुनते रहेंगे और देश को आगे बढ़ाते रहेंगे. बहुत-बहुत धन्यवाद.
कंधे से कंधा मिलाकर हम देश के निर्माण के लिए आगे बढ़ें. अब इस राह को मत छोड़िए. मैं आपका साथ मांग रहा हूं. मां भारती के कल्याण के लिए साथ मांग रहा हूं. आपका सहयोग चाहता हूं, 140 करोड़ देशवासियों की जिंदगी को और समृद्ध बनाने के लिए.
जम्मू-कश्मीर के लोगों को नेहरू जी की गलतियों का बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ी है. वो भले गलतियां करके गए, लेकिन हमारी कोशिश गलतियों को सुधारने की है. हमारे लिए देश पहले है.
भारत की सेनाओं पर गर्व होना चाहिए. मुझे मेरी सेना पर पूरा भरोसा और गर्व है. किसी के एजेंट बनकर गलत भाषा कही से उठती है तो उसे देश स्वीकार नहीं कर सकता है. देश के और कितने टुकड़े चाहते हो. अगर नेहरू जी का नाम लेते हैं तो इनको बुरा लगता है.
जिसने भी देश को लूटा है उनको लौटाना पड़ेगा. यह मैं देशवासियों से वादा करता हूं. देश को लूटने नहीे दिया जाएगा. जिन्होंने भी लूटा है उसे लौटाना पड़ेगा. देश सुरक्षा और शांति का एहसास कर रहा है. सुरक्षा के क्षेत्र में देश आज सशक्त हुआ है. आतंकवाद और नक्सलवाद एक छोटे दायरे में सिमटा हुआ है.
जो सजा काट रहे हैं, ऐसे लोगों को महिमामंडन किया जाता है. उनको महान बताया जा रहा है. ऐसी बातें लंबी नहीं चल सकती है. ऐसे लोग अपने की खात्मे की चिट्ठी पर हस्ताक्षर कर रहे हैं. जांच करना एजेंसियों का काम है जो स्वतंत्र हैं. जज करने का काम अदालत का है और वो अपना काम कर रही है.
सभी राजनीतिक दलों को सोचने और समझने की जरूरत है. आज देश का दुर्भाग्य है, पहले तो क्लासरूम में भी कोई अगर चोरी करता था तो 10 दिन तक मुंह नहीं दिखाता था. आज जो भ्रष्टाचार के आरोप में जेल से निकलकर बाहर आए हैं वो चोरों का महिमामंडन कर रहे हैं.
कांग्रेस के प्रधानमंत्री ने कहा था कि 1 रुपया भेजते हैं 15 पैसा पहुंचता है. हमने 10 करोड़ फर्जी नाम हटाएं हैं. आपने ऐसी व्यवस्था बनाई थी जिस बेटी का जन्म नहीं हुआ, उसको विधवा पेंशन जाते थे. हमने फर्जी नामों को हटाने से करीब करीब 3 लाख करोड़ रुपए गलत हाथों में जाने से बचाया.
अधीर बाबू तो बंगाल से आते हैं, उन्होंने नोटों का ढेर तो देखा है. यह देश नोटों का ढेर देखकर समझ गया है. अब जनता को आप मूर्ख नहीं बना सकते है. हमने सारे पैसे गरीबों के कल्याण में लगा दिया. अब गरीबों को लूटना मुश्किल हो गया है.
हमारी सरकार ने महंगाई को लगातार नियंत्रण में रखा. दो-दो युद्ध के बाद भी हमारी सरकार ने महंगाई को नियंत्रण में रखा है. पहले सदन का पूरा समय घोटाले पर चर्चा में निकल जाता था.
1974 में जब इंदिरा जी ने हर जगह ताले लगा दिए थे तब देश में 30 फीसदी महंगाई थी. अपने भाषण में कहा था, अगर जमीन न हो तो अपने गमले और कनस्तर में सब्जी उगा लें. देश में महंगाई को लेकर दो गाने भी खूब प्रचलित हुए. दोनों गाने कांग्रेस शासन काल में आए थे.
मैं कुछ कहना चाहता हूं, कहा गया था कि हर चीज की कीमत की बढ़ जाने की वजह से मुसीबत फैली है, आम जनता उनमें फंसी है, ये बात लाल किले से नेहरू जी ने कहा था. इसके 10 साल बाद फिर कहा गया, आप लोग आजकल भी कुछ दिक्कतों में हैं, परेशानियों में हैं, महंगाई है. तब पीएम रहते हुए हर बार महंगाई का गीत गाया था.
एनर्जी के क्षेत्र में हमारी कोशिश ग्रीन एनर्जी की तरफ है. हाइड्रोजन को लेकर हम आगे बढ़ रहे हैं. पिछली सरकारों ने प्रयास तो किया लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली. आने वाला समय हमारा है. सेमीकंडक्टर के क्षेत्र में अभूतपूर्व निवेश को देख रहा हूं.
ईपीएफओ में 10 साल में 18 करोड़ नए लोग जुड़े हैं. 8 करोड़ लोगों ने जीवन में पहली बार अपना कारोबार शुरू किया है. 2014 से पहले इन्फ्रा स्ट्रक्चर के निर्माण में करीब 12 लाख करोड़ का बजट था. बीते 10 साल में यह बजट 44 लाख करोड़ पर पहुंच गया है. इस पैसे से जितनी मात्रा में काम हुआ है उसका अंदाजा लगा सकते हैं.
टूरिज्म सेक्टर में बड़ा उछाल आया है. यह स्व रोजगार देने वाला सेक्टर है. भारत में सिर्फ एयरपोर्ट बने ऐसा नहीं है. भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा डोमेस्टिक एविएशन है. भारत की कंपनियों ने 1000 नए प्लेन का ऑर्डर दिया है.
आज मेड इन इंडिया फोन दुनिया में पहुंच रहे हैं. एक तरफ सस्ता मोबाइल प्राप्त हुआ और दूसरी तरफ सस्ता डेटा. आज मेड इन इंडिया अभियान को देश देख रहा है. ये सारे काम हमारे नौजवानों के लिए सबसे ज्यादा रोजगार के अवसर पैदा करेंगे.
आज चारों तरफ स्टार्टअप की गूंज है. आज डिजिटल क्रिएटर्स का बड़ा वर्ग हमारे सामने है. ये नए भारत की नई पहचान है. ये सेक्टर युवाओं के लिए रोजगार के लिए लाखों नए अवसर बना रहे हैं. 2014 से पहले डिजिटल अर्थव्यवस्था की साइज न के बराबर थी. आज भारत इसमें अग्रणी है.
देश में पहली बार पशु पालकों के लिए अलग मंत्रालय बना. आर्थिक चक्र को चलाने में पशुओं की भी बहुत बड़ी भूमिका है. हमने पशुओं की जिंदगी को बचाने के लिए 50 करोड़ से ज्यादा टीके लगाए हैं.
गांव में जाकर कहा जाता था कि देखिए ये मोदी के पैसे मत लेना, ये चुनाव एक बार जीत गया तो सारे पैसे ब्याज समेत वापस मांगेगा, किसानों का मूर्ख बनाने का काम किया गया था, लेकिन हमारी सरकार ने पीएम किसान सम्मान निधि 2 लाख 80 हजार करोड़ रुपए दिया.
किसानों के लिए आंसू बहाने की आदत मैंने बहुत देखी है.किसानों के साथ कैसा विश्वासघात होता है वो देखा है. हमारी सरकार ने कृषि के लिए बजट का बहुत बड़ा हिस्सा दिया है. कांग्रेस ने 10 साल के कार्यकाल में 10 लाख करोड़ का धान-गेहूं खरीदा था. हमने 18 लाख करोड़ की खरीदारी की.
एक समय था जब पूछा जाता था बेटी की उम्र बढ़ रही है शादी कब करोगे, पूछा जाता था घर का मालिक घर पर है कि नहीं है, आज किसी के घर जाते हैं तो घर महिला के नाम पर. परिवार के मुखिया की जगह आज मेरी माताएं और बहनें हैं.
आज जिस घर में बेटी पैदा होती है तो लोग पूछते हैं कि सुकन्या समृद्धि खाता खुला कि नहीं. पहले समाज में सवाल होते थे कि महिला होकर नौकरी क्यों करना चाहती हो? आज लोग पूछ रहे हैं कि मैडम आपके स्टार्टअप में मुझे नौकरी मिलेगी.
यूपीए के समय एक एक्स्ट्रा संसदीय बॉडी बनाई गई थी, जिसके आगे सरकार की कुछ नहीं चलती थी, जरा पेपर निकालकर देखिए उसमें कोई ओबीसी नेता था क्या? हिंदुस्तान में कोई ऐसा सेक्टर नहीं है जहां देश की बेटियों के लिए दरवाजे बंद हों.
जिस कर्पूरी ठाकुर ने पूरा जीवन लोकतंत्र के सिद्धांतों के लिए खपा दिया, उनका अपमान करने का काम इस कांग्रेस पार्टी ने किया है. इनकी चिंता है कि सरकार में कितने पद पर ओबीसी हैं, लेकिन मैं हैरान हूं कि उन्हें आज तक ओबीसी नजर नहीं आया.
कर्पूरी ठाकुर जब बिहार के मुख्यमंत्री बने थे तो उनकी सरकार को अस्थिर करने के लिए क्या-क्या नहीं किया गया. 1987 में जब कांग्रेस के पास पूरे देश में उनका झंडा फहराया था, तब उन्होंने कर्पूरी ठाकुर को प्रतिपक्ष के नेता के रूप में मानने से मना कर दिया.
जब मैं वोकल फॉर लोकल की बात करता हूं, तो मैं करोड़ों उद्योगों से जुड़े हुए लोगों के परिवारों के कल्याण की बात करता हूं. खादी को सरकारों ने भुला दिया. विपक्षियों ने ओबीसी नेताओं का अपमान करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है.
देश में पहली बार जन-जातियों में भी अति पीछड़े लोगों को पीएम जनधन योजना बनाकर उनके कल्याण का मिशन मोड में काम किया जा रहा है. देश के आखिरी गांव को हमने पहला गांव बनाकर विकास की दिशा बदल दी है.
मैं भारतीयों के भविष्य के लिए बहुत विश्वास से भरा हुआ हूं. दस साल में 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आए हैं. मैं हमेशा कहा, गरीब को अगर साधन मिले, संसाधन मिले और स्वाभिमान मिले तो हमारा गरीब, गरीबों को परास्त करने का साहस रखता है.
हमारा तीसरा कार्यकाल बहुत बड़े फैसलों का होगा. मैंने टीवी पर कहा था और राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के समय भी कहा था, देश को अगले हजार सालों तक देश को समृद्धि के शिखर पर देखना चाहता हूं. तीसरा कार्यकाल अगले 1000 सालों के लिए एक मजबूत नींव रखने का कार्यकाल होगा.
पूरा देश कह रहा है अबकी बार 400 पार, खरगे जी भी कह रहे हैं 400 पार. मैं इन आंकड़ों के चक्कर में नहीं पड़ता है, लेकिन देश का मिजाज एनडीए को 400 पार करा कर ही रहेगा. बीजेपी को 370 सीटें और एनडीए को 400 पार सीट देगी जनता.
हमारी सरकार ने सैकड़ों ऐसे कानूनों को खत्म किया है जो अप्रासंगिक हो गए थे. भारत ने अमृत भारत और नमो भारत ट्रेनों से उन्नति की दिशा पर चल पड़ा है. भगवान राम न सिर्फ अपने घर लौटे हैं बल्कि एक ऐसे मंदिर का निर्माण हुआ जो कि भारत की महान सांस्कृतिक परंपरा को ऊर्जा देता रहेगा.
हमने सबने, 370 खत्म होते हुए देखा. इन्हीं माननीय सांसदों के सामने और उनके वोट की ताकत से 370 गया. नारी शक्ति वंदन अधिनियम कानून बना. अंतरिक्ष से लेकर अलंकृत तक नारी शक्ति की गूंज है.
टैक्स व्यवस्था आसान हो, उसके लिए जीएसटी जैसे फैसले लिए. जनता ने भरपूर समर्थन दिया, पहले से भी ज्यादा आशीर्वाद दिया और हमारा दूसरा कार्यकाल प्रारंभ हुआ. दूसरा कार्यकाल संकल्प और वचनों की पूर्ति का कार्यकाल रहा.
हमें देश के सामर्थ्य पर भरोसा है. हमें लोगों की शक्ति पर भरोसा है. देश की जनता ने जब हमें पहली बार सेवा करने का अवसर दिया तो हमने पहले यूपीए के जो गड्ढे थे उसको भरते रहे. दूसरे कार्यकाल में नए भारत की नींव रखी. उज्जवला, आयुष्मान समेत कई योजनाएं शुरू की.
कांग्रेस विश्वास हमेशा सिर्फ एक परिवार पर रहा है. वो एक परिवार से आगे तो कुछ सोच सकती है और न देख सकती है. कांग्रेस के लोगों ने नया-नया मोटर मैकेनिक का काम सीखा है. इसलिए एलाइमेंट क्या होता है उसका ज्ञान तो हो गया होगा लेकिन एलायंस का ही एलाइनमेंट बिगड़ गया.
इंदिरा जी की सोच भी उससे ज्यादा अलग नहीं थी. उन्होंने जो लाल किले से 15 अगस्त को कहा था, दुर्भाग्यवश हमारी आदत ये है कि जब कोई शुभ काम पूरा होने को होता है तो हम आत्मतुष्टि हो जाते हैं. कांग्रेस के शाही परिवार के लोग मेरे देश के लोगों को ऐसा ही समझते थे.
नेहरू जी ने लाल किले से कहा था हिंदुस्तान में काफी मेहनत करने की आदत आमतौर पर नहीं है. हम उतना मेहनत नहीं करते जितना यूरोप, चीन, जापान और अमेरिका वाले कहते हैं. उनकी ऐसी सोच थी कि भारतीय आलसी होते हैं.
कांग्रेस की जो मानसिकता है, जिसका देश को बहुत नुकसान हुआ है. कांग्रेस ने देश के सामर्थ्य पर कभी भी विश्वास नहीं किया. ये अपने आप को शासन मानते रहे. जनता को हमेशा कमतर आंकते थे.
10 साल में 40 हजार किलोमीटर रेलवे ट्रैक का विद्युतीकरण हुआ. कांग्रेस को यह काम करने में 40 साल लग जाते हैं. अगर कांग्रेस की चाल से चलते तो जितना गैस कनेक्शन हमने दिया है दशकों लग जाते.
आज देश में जिस रफ्तार से काम हो रहा है, कांग्रेस सरकार इस तेजी की कल्पना भी नहीं कर सकती. हमने गरीबों के लिए 4 करोड़ घर बनाएं और शहरी गरीबों के लिए 80 लाख पक्के मकान बने हैं. अगर कांग्रेस की रफ्तार से यह घर बने होते तो क्या होता तो इतना काम करने में 100 साल लगे होते.
बीजेपी सरकार के लक्ष्य इतने बड़े होते हैं, हमारा हौसला कितना बड़ा होता है आज पूरी दुनिया देख रही है. एक कहावत है, नौ दिन चले ढाई कोस, मुझे लगता है कि ये कहावत पूरी तरह से कांग्रेस पर सटीक बैठता है.
उस समय एक बड़े अर्थशास्त्री ने कहा था कि 30 साल बाद हम तीसरे नंबर पर पहुंच जाएंगे. इसका मतलब 2044 तक हम तीसरे नंबर पर पहुंचते, लेकिन हम आज आपके सामने विश्वास से खड़े हैं और विश्वास दिलाता हूं कि हम 30 साल नहीं लगने देंगे. मेरे तीसरे कार्यकाल में भारत की अर्थव्यवस्था तीसरे नंबर पर आ जाएगी.
जब हम, दुनिया की तीसरी बड़ी आर्थिक शक्ति बनकर उभरेंगे कहते हैं तो विपक्षी साथी कैसा कुतर्क देते हैं, वो कहते हैं इसमें क्या है, ये तो अपने आप हो जाएगा. मैं जरा सरकार की भूमिका क्या होती है सदन के माध्यम से देश को बताना चाहता हूं.
भारत की मजबूत अर्थव्यवस्था को पूरी दुनिया सराह रही है. जी20 समिट में पूरी दुनिया ने देखा है कि विश्व भारत के लिए क्या कहता है और क्या करता है. आज मजबूत अर्थव्यवस्था को देखते हुए मैं विश्वास से कहता हूं, हमारे तीसरे टर्म में भारत दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगी. ये मोदी की गारंटी है.
कांग्रेस में एक कैंसल कल्चर विकसित हुआ है. कुछ कहो कैंसिल, हम कहते हैं कि आत्मनिर्भर भारत कांग्रेस कहती है कैंसिल, हम कहते हैं वंदे भारत ट्रेन कांग्रेस कहती है कैंसिल. यानी मैं हैरान हूं कि यह मोदी की उपलब्धियां नहीं है, ये देश की उपलब्धियां हैं.
जो पार्टी परिवार चलाता है, जो पार्टी चलाता है, जो पार्टी के सारे निर्णय करते हैं उनको परिवार वाद कहते हैं. न तो राजनाथ जी की कोई पार्टी है और न ही अमित शाह कोई पार्टी चलाते हैं. देश के लिए लोकतंत्र के लिए पारिवारिक पार्टियों की राजनीति हम सब के चिंता का विषय होना चाहिए.
देश ने जितना परिवारवाद का खामियाजा उठाया, कांग्रेस ने भी उठाया है. अब हालत देखिए, हमारे खरगे जी इस सदन से उस सदन शिफ्ट हो गए. गुलाम नबी आजाद जी पार्टी से ही शिफ्ट हो गए. ये सब परिवारवाद के भेंट चढ़ गए.
चुनाव का साल था कुछ मेहनत करते, जनता को संदेश देते, लेकिन इसमें भी फेल हो गए आप, आज विपक्ष की जो हालत है उसकी दोषी कांग्रेस पार्टी है. कांग्रेस ने विपक्ष के होनहार लोगों को उभरने नहीं दिया. हाउस में कई सांसद हैं, लेकिन वो बोले और उनकी छवि उभरे न इसलिए उनको भी मौका नहीं दे रही है.
कब तक टुकड़ों में सोचते रहोगे, कब तक समाज को बांटते रहोगे, अच्छा होता जाते-जाते कम से कम इस चर्चा के दौरान कुछ सकारात्मक बातें होती, कुछ सुझाव आते, लेकिन हर बार की तरह विपक्ष ने देश को बहुत निराश किया.
राष्ट्रपति का भाषण एक प्रकार से तथ्यों से आधार पर एक बहुत बड़ा दस्तावेज हैं, जो देश के सामने उन्होंने प्रस्तुत किया.
मैं देख रहा हूं कि आप लोगों में (विपक्ष) से बहुत से लोग चुनाव लड़ने का हौसला भी खो चुके हैं. बहुत लोगों ने पिछली बार सीट बदली थी और इस बार भी बदलने का विचार चल रहा है. स्थितियों का आकलन करके लोग अपना रास्ता खोज रहे हैं.
जनता जनार्दन ईश्वर का रूप होती है. विपक्ष के लोग जिस तरह से इन दिनों मेहनत कर रहे हैं, मैं मानता हूं कि जनता जनार्दन आपको जरूर आशीर्वाद देगी. अगले चुनाव में विपक्ष दर्शक दीर्घा में दिखेगा.
मैं विशेष रूप से विपक्ष ने जो संकल्प लिया है उसकी सराहना करता हूं. उनके भाषण से मेरा और देश का विकास पक्का हो गया है कि मैंने लंबे अरसे तक वहां रहने का संकल्प ले लिया है. आप कई दशक तक जैसे यहां बैठे थे वैसे ही कई दशक तक वहां बैठिएगा.
पीएम मोदी ने कहा कि ये 75 वां गणतंत्र दिवस, सेगोल का आगमन, नए संसद भवन का संचालन यह सारा दृश्य बहुत ही प्रभावी था. लोकतंत्र की गरिमा कई गुणा बढ़ गई है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा में पहुंच गए हैं. कुछ ही देर में वो लोकसभा को संबोधित करेंगे. फिलहाल बीजेपी सांसद सतीश कुमार सदन में अपनी बात रख रहे हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र अब से थोड़ी देर बाद करीब 5 बजे लोकसभा को संबोधित करेंगे. पीएम मोदी के संबोधन को देखते हुए बीजेपी ने अपने सभी सांसदों को उपस्थित रहने का निर्देश दिया है.
नए संसद भवन में पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात पर सभी अल्पसंख्यक धर्मगुरुओं ने कहा कि हमारी जातियां, रीति-रिवाज, धर्म, प्रार्थना पद्धतियां अलग हो सकती हैं, लेकिन एक इंसान के तौर पर हमारा सबसे बड़ा धर्म मानवता है. हम सभी एक ही देश में रहते हैं, हम सब भारतीय हैं