Parul Sharan 'Samvedna'

Parul Sharan 'Samvedna' Parul Sharan' Samvedna' writes Hindi poetry & stories. She is an author &runs her podcast on YouTube.
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प्रिय पाठक एवम् श्रोता गणआशा है आप सर्दियों का मज़ा सरसों के तेल और अदरक वाली चाय संग ले रहे होंगे। आंख मिचौली खेलती धूप...
08/12/2023

प्रिय पाठक एवम् श्रोता गण
आशा है आप सर्दियों का मज़ा सरसों के तेल और अदरक वाली चाय संग ले रहे होंगे। आंख मिचौली खेलती धूप भी आपकी चहेती होगी । दिसंबर का महीना आ गया और बहुत सारे रिपोर्ट कार्ड आने लगे। दिसंबर मतलब ही हर चीज का निष्कर्ष निकलने लगता है । साल भर जो भी किया , कैसा किया कुछ किया या नहीं किया, कम किया या ज्यादा किया ? जितना सोचा था उससे बेहतर किया या और बेहतर किया का सकता था।
बीते साल दिसंबर मैंने HR head की नौकरी छोड़ी और इस साल की शुरुआत में मैंने सोचा था " अब दूसरों के आसमान में उड़ने की इच्छा नहीं , तो मैं थोड़े से बादल, कुछ तारे और एक मद्धम से सूरज से अपना आसमान खुद बनाऊंगी । " यही सोचकर अपना पॉडकास्ट शुरू किया " किस्से - कविताएं" । आज रिजल्ट आया है कि पॉडकास्ट कैसा रहा । ये पॉडकास्ट you tube , gaana app पर भी उपलब्ध है। इस पॉडकास्ट की यात्रा में कुछ लोगों ने बहुत साथ दिया। किसी का मदद करना , सराहना , साथ देना सब उनकी इच्छा पर निर्भर करता है । ऐसे लोगों पर ईश्वर का विशेष आशीर्वाद होता है जो दूसरों को सराह पाते हैं , उनकी मदद कर पाते हैं , उन्हें आगे बढ़ने में मदद करते हैं । मुझे बहुत से वैसे लोग मिले इंस्टाग्राम पे पर एक विशेष पेज है जिसके एडमिन ने काफी सराहा , प्रोत्साहित किया और आगे बढ़ने में मदद की। उनको हृदयाकाश से धन्यवाद 🙏🌼

आपको समय मिले तो आप भी सुनिएगा मेरी १० कहानियां और बताइएगा आपको कैसी लगी। हर कहानी 5-7 मिनट की है तो आपका ज्यादा वक़्त नहीं जाएगा। कहानियों के शीर्षक अंतिम स्लाइड में हैं और इस लिंक पर सुन सकते हैं https://open.spotify.com/episode/0H7onKXPc4PkwLmXDxES3H?si=pJPRH443QcOuYi6GZ-kF2A&utm_source=copy-link है । आशा है इन्हें भी आपका आशीर्वाद मिलेगा 🙏🌼

04/12/2023

Perspective 🤍

जब मैं पांचवीं में थी, तबसे मैंने लेख प्रतियोगिता में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेना शुरू किया था। कभी जीतती थी, कभी हारती थी। आ...
03/12/2023

जब मैं पांचवीं में थी, तबसे मैंने लेख प्रतियोगिता में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेना शुरू किया था। कभी जीतती थी, कभी हारती थी। आज पहली बार लेख प्रतियोगिता में जज के तौर पर बुलाया गया, सम्मानित किया गया । मेज़ के इस तरफ बैठने का अनुभव खुबसूरत रहा । पूरी कोशिश रही सही तरीके से जांच करूं ताकि मेहनती बच्चे को पुरस्कार मिले 😊🌼 सभी बच्चों को बधाई, किसी भी चीज में हिस्सा लेना बड़ी बात होती है 🌼

When I was in fifth grade, I started participating in essay writing competitions enthusiastically. There were times when I lost, there were times when I won. Today I had been called as a judge for essay writing competition. I have tried hard to check thoroughly so that the meritorious wins 😊 congratulations to all the participants ❣️, I believe participation should be celebrated 🌼

Chronology of the pics -
1. The invitation
2. The anchor who was creating wonderful time for everyone
3. Tejaswini who had been coordinating wonderfully from beginning
4. It was an honor to co-judge with Pushpa Preeya Mam, a Nari Shakti purashkar awardee, a TED speaker and a social activist 🙏😊
5. First experience of getting honor with gifts as a judge

आप सब ऐसे ही अपना आशीर्वाद बनाएं रखें 🙏😊

अगर मन छल्ली करने लगे, तो कलम रोक लेना 🤍 ©पारुल शरण ' संवेदना '
28/11/2023

अगर मन छल्ली करने लगे, तो कलम रोक लेना 🤍 ©पारुल शरण ' संवेदना '

25/11/2023

24/11/2023

23/11/2023
घरकुंडा : बचपन से ही मेरे लिए दीवाली में घरकुंडा सबसे महत्वपूर्ण हुआ करता था ❣️ शादी हो गई तो चली आ रही परंपरा के अनुसार...
13/11/2023

घरकुंडा : बचपन से ही मेरे लिए दीवाली में घरकुंडा सबसे महत्वपूर्ण हुआ करता था ❣️ शादी हो गई तो चली आ रही परंपरा के अनुसार मुझसे कहा गया घरकुंडा तो सिर्फ कुंवारी लड़कियां बनाती है। मेरा जैसे दिल टूट गया कि क्या मेरी दीवाली का सबसे सुंदर हिस्सा समाज की एक सोंच के कारण खत्म हो जाएगा। मैंने वैसा नहीं होने दिया - मैं एक घरौंदा बनाती रही हर साल और मेरे भगवान से कहा कि लोग कहते हैं आप ये सिर्फ कुंवारी लड़कियों के हाथ से बनवाना चाहते हैं जिससे ये पता चलता है आपको कि उनको ससुराल कैसा चाहिए । अब मुझे तो ससुराल मिल गया , आप चाहें तो मेरे घरोंदे सा एक बंगले जैसा घर भी हमारे परिवार को दिलवा सकते हैं 😀 परंपरा यदि खुशियों के आगे आती दिखे तो ईश्वर से बात कर लीजिएगा वो खुशियों के आगे कभी नहीं आते 🙏🙏 अब मैं , मेरा बेटा घरौंदा बनाते हैं (वैसे इस बार भाइयों ने ज्यादा मदद की😀) , मैं अपने बेटे को शायद कभी न बताऊं उस परंपरा के बारे में क्युकी वो घरौंदा बनाते वक़्त खुश रहता है, दियों को धो कर उन्हें पलटने में खुश रहता है (क्योंकि उसे पानी से खेलना पसंद है 😀) , मेरे पति मेरे साथ दिए जलाने में खुश रहते हैं । जो खुशी दे, वो कीजिए । जोड़े रखने वाली परंपरा तो सबकी प्रिय है पर जो दिल दुखाए, उसके बारे में सोचिए। पिंक और ब्लू में बटे इस संसार को फिर से जोड़ना है ताकि सब खुश रहें । इसी आशा के साथ आप सबों को दीवाली, भाई दूज, चित्रगुप्त पूजा एवं छठ की अग्रिम शुभकामनाएं 🙏🙏😊

10/11/2023


06/11/2023

3 years before, I wrote this poem 😒 May peace prevails everywhere 🤍
30/10/2023

3 years before, I wrote this poem 😒 May peace prevails everywhere 🤍

दुर्गा मां की कृपा हम सब पर बनी रहे 🙏🙏🌺🌺
19/10/2023

दुर्गा मां की कृपा हम सब पर बनी रहे 🙏🙏🌺🌺

" यदि आप भी किसी ' हिसाब ' से सीमित नहीं करते खुद को, तो आपको ज़िन्दगी मुबारक हो "- ©पारुल शरण ' संवेदना ' 'हिसाब ' कवित...
17/10/2023

" यदि आप भी किसी ' हिसाब ' से सीमित नहीं करते खुद को, तो आपको ज़िन्दगी मुबारक हो "- ©पारुल शरण ' संवेदना '

'हिसाब ' कविता जल्द लेकर आऊंगी , आशा है आप उससे जुड़ पाएंगे 🙏

बोल के लब पेज का धन्यवाद 🙏🙏🌼
13/10/2023

बोल के लब पेज का धन्यवाद 🙏🙏🌼

11/10/2023

प्रिय पाठक, आज मेंटल हैल्थ डे के दिन आपसे अपने बारे में कुछ साझा करना चाहती हूं। मैं पारुल शरण से पारुल शरण  ' संवेदना '...
10/10/2023

प्रिय पाठक,

आज मेंटल हैल्थ डे के दिन आपसे अपने बारे में कुछ साझा करना चाहती हूं। मैं पारुल शरण से पारुल शरण ' संवेदना ' क्यूं बनी उसका कारण बताना चाहती हूं 🤍

मैं बहुत संवेदनशील हूं , खुद के लिए भी और दूसरों के लिए भी । किसी भी चीज को आसानी से भूला नहीं पाती या कहूं कि कभी भुला नहीं पाती । दूसरों का दुख भी मुझे दुखी करता है और अपना भी । हम जैसे लोग thinking से overthinking तक कब पहुंच जाते हैं पता ही नहीं चलता। मेरे लिए mental health पर सोंचना लिखना उतना ही जरूरी है जितना सांस लेना । क्यूंकि मैं ये दूसरों से ज्यादा खुद के लिए लिखती हूं ताकि मैं सही दिशा में रह सकूं । चाहे मेरी किताब "मेरा कोना" हो या मेरा पॉडकास्ट " किस्से - कविताएं " , मैंने हमेशा एक कोशिश की है कि जिन सवालों के जवाब ढूंढ़ने के लिए हम विचारों में डूब जाते हैं , कह सकते हैं depressed हो जातें है, मुझे पढ़ने या सुनने वाले उस स्टेज में जाने से बच जाएं । आज वर्ल्ड मेंटल हेल्थ डे है और मेरी शुभकामना है कि हम सब अपने मानसिक शांति को सबसे ऊपर रखें । यदि आपको मेरे किसी भी लेख, कविता या पंक्ति से मानसिक शांति कभी मिली है तो मुझे comment में जरूर बताइएगा , आप कैसे अपने मेंटल हेल्थ को बेहतर रखते हैं वो भी साझा कीजिएगा 🙏😊

आपकी संवेदना
१० अक्टूबर २०२३

#वर्ल्डमेंटलहेल्थडे #हिन्दी

अनचाही यादें साबुन की तरह चिपक जाती हैं , कितनी ही बार पानी से धो लो, पोंछ लो, एहसास रह ही जाता है , मन बांधे रखता है - ...
05/10/2023

अनचाही यादें साबुन की तरह चिपक जाती हैं ,
कितनी ही बार पानी से धो लो,
पोंछ लो, एहसास रह ही जाता है , मन बांधे रखता है - © पारुल शरण ' संवेदना '

Literary words page ko dhanyawad 🙏🙏😊🌼 क्या आप भी खुद से उपवास लेना चाहते हैं कभी - कभी ? कॉमेंट्स में जरूर बताइएगा 😊यदि ...
04/10/2023

Literary words page ko dhanyawad 🙏🙏😊🌼

क्या आप भी खुद से उपवास लेना चाहते हैं कभी - कभी ? कॉमेंट्स में जरूर बताइएगा 😊

यदि आप भी मेरी किताब "मेरा कोना" पढ़ना चाहते हैं , तो आप Amazon पर ले सकते हैं https://amzn.to/3x7zcBZ

book -care -love

"साहित्य यात्री" पेज को धन्यवाद 🙏😊🌼
30/09/2023

"साहित्य यात्री" पेज को धन्यवाद 🙏😊🌼

"बोल के लब आज़ाद " पेज का धन्यवाद 🙏🙏😊
27/09/2023

"बोल के लब आज़ाद " पेज का धन्यवाद 🙏🙏😊

About that Tuesday ❣️ मैंने बीते मंगलवार एक आयोजन में हिस्सा लिया जिसकी झलकी आप सबने शायद देखी होगी। उस हिस्से में मेरी ...
26/09/2023

About that Tuesday ❣️ मैंने बीते मंगलवार एक आयोजन में हिस्सा लिया जिसकी झलकी आप सबने शायद देखी होगी। उस हिस्से में मेरी कविताएं थी जिससे मैंने लोगों को लुभाया , आज के पोस्ट में लोग हैं जिन्होंने उस दिन को खूबसूरत बनाया
1. पहली तस्वीर मेरी है जब मैं मुग्ध थी बोलने में
2. दूसरी तस्वीर एक बहुत सुंदर व्यक्तित्व की है (.__ )जिन्होंने मुझे इस मंच पर आने के लिए जोड़ दिया, प्रोत्साहित किया और आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया
3. तीसरी तस्वीर एक विद्यार्थी की है जिन्हे मेरा कहा पसंद आया। मजे की बात ये है कि मैंने उनसे अपने साथ तस्वीर खींचवाने को कहा ताकि मेरे लिए ये अविस्मरणीय हो जाए कि कॉलेज में किसी को मेरा कहा बहुत पसंद आया
4. चौथी तस्वीर उन सह कवियों और कवयित्रियों के साथ है जिनके साथ खूबसूरत और लंबी बातचीत हुई
5. अन्तिम तस्वीर बहुत खास है क्यूंकि एक मुलाकात में अच्छा दोस्त मिलना मुश्किल होता है पर से मिलकर वैसा कुछ महसूस हुआ ❣️
दिन खूबसूरत रहा , लोग अच्छे मिले , प्रतिक्रिया अच्छी मिली , आगे बढ़ने की इच्छा बनी रही , और क्या चाहिए जीवन में 🙏🙏 आप सबों को धन्यवाद जो निरंतर प्रोत्साहन देते हैं एक दूसरे को 🙏😊

P.S. किसी से उनकी तस्वीर पोस्ट करने की अनुमति नहीं ली है इसलिए टैग करने में हिचकिचाहट है , यदि किसी को टैग remove करना है तो आप कृप्या बता दें 🙏

First pic credit : ❣️

देखकर सोचने और सोंचकर देखने में कहीं जिंदगी जाया ना हो जाए , जो सामने है उसे भी जिंदगी होने दें 🌼❣️© पारुल शरण ' संवेदना...
21/09/2023

देखकर सोचने और सोंचकर देखने में कहीं जिंदगी जाया ना हो जाए , जो सामने है उसे भी जिंदगी होने दें 🌼❣️© पारुल शरण ' संवेदना '

आज हिंदी दिवस के अवसर पर मैं अपनी पुरानी पोस्ट साझा कर रही हूं । बात यह है कि मैं कई सालों से यही पोस्ट साझा कर रही हूं ...
14/09/2023

आज हिंदी दिवस के अवसर पर मैं अपनी पुरानी पोस्ट साझा कर रही हूं । बात यह है कि मैं कई सालों से यही पोस्ट साझा कर रही हूं क्यूंकि मेरे पास इस विषय पर इससे ज्यादा कहने के लिए कुछ नहीं है और मुझे ये भी लगता है कि इसमें लिखी सारी बात यदि हम समझ लें और आचरण में डाल लें तो शुभकामना के हकदार हम सब होंगे 😊🙏🌼

हम अपने अनुभव से सीखते हैं फिर हम उनसे सीखते हैं जो हमसे अपने अनुभव साझा करते हैं , मेरे जीवन में मिले सभी शिक्षकों को ध...
05/09/2023

हम अपने अनुभव से सीखते हैं फिर हम उनसे सीखते हैं जो हमसे अपने अनुभव साझा करते हैं , मेरे जीवन में मिले सभी शिक्षकों को धन्यवाद और प्रणाम 🙏🙏

04/09/2023

हम चार बहनें हैं 🌼 ममेरी चचेरी भी बहनें ज्यादा हैं , भाई कम पर मुझे इस बात का कोई एहसास नहीं। हां लड़की होने का दुख कई ब...
31/08/2023

हम चार बहनें हैं 🌼 ममेरी चचेरी भी बहनें ज्यादा हैं , भाई कम पर मुझे इस बात का कोई एहसास नहीं। हां लड़की होने का दुख कई बार हुआ समाज की अनेक प्रकार की कुरीतियों को देखकर या सहकर जैसे दहेज वगेरह पर मेरी बहनें है और भाई नहीं इस बात का दुख नहीं हुआ । हमें क्या चाहिए होता है अपनों से कि वो हमे प्यार करें , हमें मुश्किल के समय साथ दें , सहारा दें , हमें प्रोत्साहित करें जो मुझे इतना मिला कि भरी हुई हूं उस स्नेह से ❣️❣️ मेरी सारी बहनों और भाइयों को हार्दिक शुभकामनाएं 🙏🙏🌼🌼

25/08/2023

शब्दहार शब्दहार team को धन्यवाद आपने मेरी कविता को अपने पेज का हिस्सा बनाया 🙏😊

सभी को धन्यवाद जो दूसरों को प्रोत्साहित करते हैं और उनकी जमी स्याही को लिखने का रास्ता देते हैं 🙏🙏❣️ gratitude for every...
22/08/2023

सभी को धन्यवाद जो दूसरों को प्रोत्साहित करते हैं और उनकी जमी स्याही को लिखने का रास्ता देते हैं 🙏🙏❣️ gratitude for everyone who motivate others and help them grow ❣️❣️🙏

21/08/2023

Literary words के सौजन्य से मैंने केदारनाथ सिंह जी की कविता ' नदी ' को आवाज़ दी है । कविता बहुत सुंदर है इसमें कोई दो राय नहीं आशा है आप सबों को प्रस्तुति भी पसंद आएगी 🙏🌼

सुप्रीम कोर्ट ने अदालतों को रूढ़िवादी धारणाओं से दूर रखने के मकसद से एक हैंड बुक लॉन्च की । इसे प्रकाशित इसलिए किया जा र...
17/08/2023

सुप्रीम कोर्ट ने अदालतों को रूढ़िवादी धारणाओं से दूर रखने के मकसद से एक हैंड बुक लॉन्च की । इसे प्रकाशित इसलिए किया जा रहा कि न्यायाधीशों को ऐसी रूढ़िवादिता की ओर ले जानी वाली भाषा को पहचानकर बचने से मदद मिल सके । (स्रोत: राजस्थान पत्रिका) ❣️❣️ एक महिला के तौर पर मैं इस शुरुआत का हार्दिक अभिनन्दन करती हूं 🙏🙏

05/08/2023

05/08/2023

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