24/09/2023
बिल्डर लॉबी- भू-माफियाओं कठपुतली बना आगरा जिला प्रशासन सरकार के खिलाफ पैदा कर रहा माहौल
-देश दुनिया में फैले लाखों-करोड़ों सत्संगियों में आक्रोश की लहर, प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष विपक्षी दल फायदा उठाने की ताक में
ज्योति एस, लखनऊ। आगरा जिला प्रशासन इन दिनों बिल्डर लॉबी और भू माफियाओं के हाथों की कठपुतली बना हुआ है। उनके दबाव में प्रशासनिक अमला उच्च कोटि की धार्मिक संस्था रा धा/ध: स्व आ मी सत्संग सभा दयालबाग आगरा के विरुद्ध बेबुनियाद और अनर्गल आरोपों की जांच के नाम पर मनमानी कार्रवाई और बयानबाजी कर रहा है। षड्यंत्र किया जा रहा है कि उच्च कोटि की धार्मिक संस्था जिसके देश-विदेश में करोड़ों की संख्या में अनुयाई है, को बिल्डर लाबी के दबाव में भू माफिया घोषित कर दिया जाए। जबकि धार्मिक, सामाजिक और शैक्षिक क्षेत्र में राधास्वामी सत्संग सभा के किए गए कार्यों की प्रशंसा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख श्रीमान मोहन भागवत ने राधा स्वामी सत्संग सभा दयालबाग आगरा के अपने दौरे में ना सिर्फ भूरी-भूरी प्रशंसा की, बल्कि अन्य को सत्संग सभा के कार्यों से प्रेरणा लेने का आह्वान भी किया। पूर्व राष्ट्रपति सी. वेंकटरमन ने अपने दौरे में यहां की व्यवस्था को देखकर सहज कहा था कि भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों को यहां पर आकर यहां के सेवादारों से सेवा की मूल भावना और व्यवस्था के वर्गीकरण तथा दायित्व निर्वहन के तौर तरीकों का प्रशिक्षण लेना चाहिए। उन्होंने भी रा धा/ध: स्व आ मी सत्संग सभा के आध्यात्मिक कार्यों के साथ-साथ आर्थिक सामाजिक तथा शैक्षिक क्षेत्र में निभाई जा रही जिम्मेदारियां की भी प्रशंसा की थी। यही नहीं विभिन्न सरकारों के समय में तमाम सरकारी प्रतिनिधियों प्रशासनिक अधिकारियों और गणमान्य नागरिकों ने रा धा/ध: स्व आ मी सत्संग सभा की व्यवस्थाओं, कारों और उसके सामाजिक सरोकारों की ना सिर्फ प्रशंसा की बल्कि अन्य को इससे प्रेरणा लेने का आह्वान भी किया। रा धा/ध: स्व आ मी सत्संग सभा दयालबाग आगरा, सत्संग सभा द्वारा संचालित शरण आश्रम अस्पताल और उसके अनुयायियों ने वैश्विक बीमारी कोविड-19 (कोरोना) के समय अपने इस जज्बे को प्रदर्शित किया और पूरे क्षेत्र में उनके लोगों ने घर-घर जाकर लोगों की मदद की, उनके स्वास्थ्य की रक्षा की और जरूरत पड़ने पर हर तरह की, हर संभव सहायता भी की।
रा धा/ध स्व आ मी सत्संग सभा दयालबाग आगरा के आचार्यों
की ओर से आरंभ से ही निस्वार्थ सेवा भाव, निस्वार्थ कर्म और सादा जीवन उच्च विचार, आपसी प्रेम, सहयोग और समन्वय की शिक्षा दी जाती रही है। कभी गलत ना करने, गलत ना सोचने और गलत न सहने की शिक्षा मिलती रही है। यह सब मात्र वचन या प्रवचन तक ही सीमित नहीं है, बल्कि सत्संग सभा और उसके अनुयायियों की दैनिक दिनचर्या का अनिवार्य हिस्सा भी है, उनकी जीवन शैली है। रा धा/ध स्व आ मी सत्संग सभा के आचार्यों विशेष कर वर्तमान आचार्य परम पुरुष पूरन धनी ग्रेसियस हुजूर श्रीमान प्रेम सरन सत्संगी साहब ने हमेशा पर्यावरण सुरक्षा और पर्यावरण संरक्षण का ना सिर्फ संदेश दिया, बल्कि इसे वास्तविक रूप में फलीभूत भी किया। यही वजह है कि जल, वायु और ध्वनि प्रदूषण के मामले में आगरा जैसे महा प्रदूषित शहर के दयालबाग क्षेत्र में किसी भी तरह के प्रदूषण का नामोनिशान तक नहीं है। यहां ना तो वायु प्रदूषण है और ना ही ध्वनि प्रदूषण। इतना ही नहीं जल प्रदूषण तो नाम मात्र का भी नहीं है। यहां का वातावरण शुद्ध, सात्विक और धार्मिक है, सभी सत्संगी भाई विश्व बंधुत्व की भावना से ओतप्रोत होकर आपसी समन्वय और सामंजस के साथ शांतिपूर्ण जीवन यापन करते हैं। दयालबाग क्षेत्र की इन्हीं खूबियों के कारण यह इलाका इधर के वर्षों में बिल्डर लॉबी भू-माफिया की निगाहों में चढ़ गया है। सत्संग सभा ना तो किसी की भूमि लेती है और ना ही अपनी भूमि किसी को देती है। सत्संग सभा की समस्त भूमि का उपयोग सामाजिक कार्यों और कृषि उपज के लिए होता है। परम पुरुष पूरन धनी ग्रेसियस हुजूर श्रीमान प्रेम सरन सत्संगी साहब के नेतृत्व में रा धा स्व आ मी सत्संग सभा क्षेत्र में पर्यावरण संरक्षण का ऐसा अनूठा अभियान चलाया हुआ है कि पूरे क्षेत्र में हरियाली ही हरियाली नजर आती है। इस कारण तमाम तरह पशु-पक्षी निर्बाध और निर्द्वंद यहां पर विचरण करते रहते हैं। यह स्थिति सभी को अपनी ओर सहज आकर्षित कर लेती है, मनमोह लेती है। बिल्डर लॉबी भू-माफियाओं के साथ मिलकर इन स्थितियों का आर्थिक लाभ लेने के षड्यंत्र में लगी हुई है। तथाकथित रूप से कुछ सरकारी अधिकारी और कर्मचारी इसमें उनका साथ देने में लगे हुए हैं। स्थानीय स्तर पर उनके गुर्गे जो ग्रामीणों के भेष में है, भी यह काम कर रहे हैं। उन्होंने अपने इस षड्यंत्र में कुछ तथा कथित स्थानीय ग्रामीण और जिला प्रशासन के कर्मियों को भी तरह-तरह के प्रलोभन देकर मिला लिया है। यह सभी लोग दयालबाग क्षेत्र की इस आदर्श स्थिति को बिगड़ना और खराब करना चाहते हैं, वे यहां की हरियाली को नष्ट कर यहां पर कंक्रीट का जंगल उगाना चाहते हैं। उनके इस निकृष्ट प्रयोजन में जाने-अनजाने आगरा जिला प्रशासन से सहयोग करता प्रतीत हो रहा है। पर, सच के सामने उनके यह नापाक इरादे कभी कामयाब नहीं हो पाएंगे। झूठ की बुनियाद पर सपनों का महल खड़ा करने की उनकी यह कोशिश जल्द धूल-धूसरित हो जाएगी। बिना किसी आधार के किसी को बदनाम करना, उसकी छवि बिगड़ने का षड्यंत्र करना न सिर्फ अनैतिक है, बल्कि आपराधिक भी है। सत्ता और ताकत के नशे में चूर जो लोग यह कर रहे हैं, वह शायद यह भूल गए हैं कि पूर्व में देश के कानून ने उनको इसकी सख्त सजा दी थी। तमाम तो कई-कई साल के लिए जेल गए। बाहर आने के लिए उन्होंने और उनके स्वजनों ने वर्षों-बरस सत्संग सभा से माफी मांगी, हाथ पैर जोड़े अपनी जमानत के लिए।
हम सब जीवों पर दया फरमाने और जगत का कल्याण करने को इस धरती पर अवतरित हुए रा धा/ध: स्व आ मी दयाल ने उनकी क्षमा याचना पर दया उन्हें जेल से जमानत पर बाहर आने की मेहर फरमाई। पहले तो माफी मांग रहे थे, नाक रगड़ रहे थे और अब बाहर आते ही अपना काला चाल-चरित्र दिखाने लगे। कुल मलिक रा धा/ध: स्व आ मी दयाल सभी जीवों पर दया फरमाने धरती पर अवतरित हुए हैं। यह तो हमारी समझ होनी चाहिए कि हम उनके प्रति कृतज्ञ हो, उनके श्री चरणों में नतमस्तक होकर बारंबार शुक्रिया अदा करें। बजाए इसके षड्यंत्र रचकर रा धा/ध स्व आ मी सत्संग की छवि बिगड़ने की साजिश की जा रही है। समाचार पत्रों में अनर्गल, असत्य और दुर्भावनापूर्ण समाचार प्रकाशित कराए जा रहे हैं। इससे कुछ होने वाला नहीं है, कुछ बिगड़ने वाला नहीं है, क्योंकि सच तो कुछ और ही है, जब सामने आएगा तो झूठ धराशाई हो जाएगा। पर, इससे सरकार की छवि अवश्य नष्ट होगी, देश दुनिया में फैले करोड़ की संख्या में सत्संगियों के मन में इसे लेकर आक्रोश है। यह आक्रोश किसी ओर निकलेगा, किस तरह निकलेगा यह तो भविष्य बताएगा। सरकार को सोचना और समझना होगा कि भू माफियाओं और बिल्डर लाबी के दबाव में की जा रही अनैतिक प्रशासनिक गतिविधियां उसे लाभ की जगह नुकसान पहुंचा रही हैं। यह उसके खिलाफ विपक्षियों की साजिश तो नहीं, प्रशासन जिसका हिस्सेदार बना हुआ है।
*बिना किसी आधार के दुर्भावना पूर्ण तरीके से तथ्यहीन समाचार प्रकाशित करने वाले इन समाचार पत्रों को क्या हमें पढ़ना चाहिए या फिर इनका बहिष्कार करना चाहिए?*
*देश दुनिया में हमारी संख्या करोड़ों में है, हमें भी संविधान से वही अधिकार मिले हैं जो बाकियों को मिले हैं, हमारी चुप्पी हमारी सज्जनता है। इसे कोई हमारी कायरता समझने की भूल न करें। हम शांतिप्रिय लोग हैं, आपसी प्रेम, भाईचारे सहयोग और समन्वय से रहने वाले। ना तो हम किसी का नुकसान करते हैं और ना ही किसी का नुकसान चाहते हैं। हम सभी सत्संगी सच्चे लोग हैं, सच से हमें परहेज नहीं। पर, झूठ कतई स्वीकार नहीं। झूठ को हमारा साथ नहीं। सत्य का हमेशा स्वागत है।*