22/04/2024
यमुनानगर... 21-04-2024 शाम को अभिभावकों ने नेहरु पार्क यमुनानगर में एकत्रित हो कर वाहन हादसों में शिकार जिले की दो प्यारी मासूम दिवंगत स्कूली बच्चियों मिस्टी व हिमानी को श्रद्धांजलि दी। मंच के प्रदेशाध्यक्ष महेन्द्र मित्तल ने हिमानी के पिता की माँग पर कहा कि पुलिस विभाग से ज़ोमैटो कम्पनी पर भी केस दर्ज करवाने के लिए एस पी महोदय से शीघ्र मिला जायेगा की कम्पनी ने कैसे बिना कागजात वाले 18 साल पुराने वाहन सवार युवक को भर्ती किया और ज़ोमैटो कम्पनी से उचित मुआवजा दिलवाने की माँग भी की जायेगी।
इसके उपरांत अभिभावकों को स्कूलों में आ रही विभिन्न समस्याओं को लेकर विस्तृत चर्चा हुई।
सबसे पहले गली-गली खुल रहे प्ले स्कूलों द्वारा मचाई जा रही लूट का मुद्दा उठा। चर्चा में यह विषय पहली बार आया कि ये प्ले स्कूल भी पब्लिक स्कूलों की देखा देखी एनुअल चार्ज, निजी किताबों के सेट बेच रहें हैं। एक्टिविटी चार्ज, मेनटिनस चार्ज आदि का खेल भी खेलने लग गये हैं। जाँच में यह भी पता चला कि ये अधिकतर प्ले स्कूल बिना शिक्षा विभाग की जानकारी में अभिभावकों को लूटने का काम कर रहें हैं। बहुतों के पास तो विभाग की ऐफिलेशन तक नहीं है। एक अभिभावक शैन्की गुप्ता ने बताया कि शिक्षा विभाग को लिखित शिकायत देने के उपरांत भी कोई कार्यवाही नहीं की जा रही।
बैठक में दूसरा विषय यह रहा कि जिले के सरकारी स्कूलों में अध्यापक लगभग न के बराबर हैं व विद्यार्थियों को दाखिलें तक नहीं मिल रहें है एवं बहुत से सरकारी स्कूल खत्म किये जा रहें हैं ।
तीसरी बात कि निजी स्कूलों पर हो रही रेड हर बार की तरह खानापूर्ति भर हो रही है। पिछले साल भी एक निजी स्कूल पर सी एम फ्लाइंग ने रेड की थी पर रंगे हाथों पकड़े जाने के बाद भी आज तक किसी भी प्रकार का उस स्कूल पर सख्त ऐक्शन नहीं लिया गया।
यही हाल इस साल सारोजनी कालोनी स्थित निजि स्कूल में इस वर्ष छापा मारा गया। हैरत की बात यह रही कि छापे के बावजूद भी उक्त स्कूल ने करोडों रूपयों की निजी पब्लिशर्स की किताबें व स्कूल के नाम अंकित की हुई कापियां खुलेआम बेची।
यही स्थिति आजकल चल रहे अन्य निजी स्कूलों पर हो रही रेड का है। किसी भी स्कूल और टेम्परेरी दुकान पर सीलिंग जैसी कार्यवाही नहीं हुई। समाजसेवी महेन्द्र मित्तल ने कहा कि छापा पडने के बावजूद कार्यवाही न होना शिक्षा विभाग में व्यापक स्तर पर भारी भरकम भ्रष्टाचार होने की संभावना की तरफ इशारा करता है ।
उन्होंने कहा अभिभावक सेवा मंच आगामी दो-तीन दिन में ही एक बडा आंदोलन करने खडा करने जा रहा है। यदि दोषी स्कूलों पर आगामी 48 घंटो में सख्त कार्यवाही न हुई तो ये आंदोलन बहुत ही लम्बा चलेगा।
महेन्द्र मित्तल ने कहा कि सरकारी 1100 अध्यापकों को भी सरकार जल्द से जल्द भर्ती करे। जिनकी ट्रांसफरो के कारण सरकारी स्कूलों में जगह रिक्त हुई है।
सरकार निजी स्कूलों पर एन सी ई आर टी की किताबें न लगा कर प्राईवेट पब्लिशर्स की किताबें व स्कूल के नाम वाली कापी बेचे जाने का जुर्माना लगाये।
उन्होंने कहा कि जुर्माने स्वरूप हर बच्चे की पाँच महीने की स्कूल फीस माफ होनी चाहिए। क्योकि ये स्कूल पिछले कई सालों से अभिभावकों की जेब पर डाका डालने का काम कर रहें हैं जिससे भविष्य में कोई भी स्कूल फिर से मनमानी न कर पाये।
मंच के पदाधिकारी सुमन बाल्मीकि, अरुणा कोशिक, विपिन गुप्ता व संदीप गांधी ने अभिभावकों को भी सचेत किया कि आटो एवं निजी वाहनों में अपने बच्चे क्षमता से अघिक होने पर उस वाहन में ना बैठायें और निजी वाहन चालकों के वाहनों की स्वयं पूर्ण जांच करने के बाद ही अपने बच्चों को स्कूल में भेजें। किसी प्रकार की लापरवाही नहीं बर्दाश्त की जानी चाहिए।
मौके पर साहिब सिंह एडवोकेट, अनुराग सिंगला, रजत, चेतन भिक्षु, मुहेश पासी फौजी, सुरेश धीमान, रोहित, गगन सहित दर्जनो पदाधिकारी व अभिभावक उपस्थित रहे।