25/12/2022
सर्वोदय जगत लेखन शैली
भारतीय संविधान में सबको बोलने और लिखने की आजादी है। अब टेक्नॉलाजी ने सबको टूल्स भी उपलब्ध करा दिये हैं लिख बोलकर प्रचारित और प्रसारित करने की। लेकिन लोग उसे पढ़ें या सुनें उसके लिए लिखने और बोलने का हुनर सीखना ज़रूरी होता है। कुछ टिप्स हम दे रहे हैं . उम्मीद है आप उपयोगी पायेंगे :
समाचार संकलन/ विश्लेषण एवं लेखन के मार्गदर्शक सिद्धांत / नियम
सर्वोदय जगत को सामाजिक, राजनीतिक, इतिहास, स्वतंत्रता आंदोलन, पर्यावरण , स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि , अर्थव्यवस्था, वित्त, रोज़गार, मनोरंजन , साहित्य आदि विविध विषयों पर सामग्री चाहिए.
मौलिक कविता , लघु कथा , हास्य व्यंग्य, फ़ोटो , आडियो , वीडियो , पेंटिंग और कार्टून भेज सकते हैं .
लेकिन रोज़मर्रा की राजनीतिक बयानबाज़ी , शिकवा शिकायत , और आपराधिक घटनाओं पर आधारित सामग्री की आवश्यकता नहीं है .
इस बात का ध्यान अवश्य रखें कि विषय सम- सामयिक और तात्कालिक महत्व का हो.
निबंध में लम्बी भूमिका के बाद सबसे महत्वपूर्ण बात उपसंहार में लिखते हैं. समाचार जगत में उसका उल्टा है.सबसे पहले हेडलाइन लिखते हैं . फिर नयी और महत्वपूर्ण बात सबसे पहले लिखी जाती है. और फिर उसी क्रम में. ताकि कोई अगर केवल दो चार पैरा पढ़ना चाहता है तो उसे मुख्य बात पता चल जाए. महत्वपूर्ण बात से वह वंचित न हो.
सम्पादकीय डेस्क को भी सहूलियत होती है कि नीचे वाला हिस्सा आसानी से हटा दे.
न्यूज़ रिपोर्ट तीन चार 400 से छह 600 सौ शब्दों के बीच और फ़ीचर/ लेख अधिकतम 1000 हज़ार शब्दों तक होना चाहिए. विषय के साथ न्याय के लिए ज़्यादा बड़ा लिखना आवश्यक है तो सह संपादक प्रेम प्रकाश जी पहले से परामर्श कर लें . नंबर है
+91 93365 92208
कृपया लेखन प्रारम्भ करने के पहले अधिकतम चार शब्दों का की फ्रेज / थीम चुनें । फिर इसी की फ्रेज को केंद्र में रखकर हेडलाइन लिखें जो आकर्षक हो .पहले पैरा में की फ्रेज ज़रूर शामिल करें और लेख के बीच में भी कई बार इसका प्रयोग करें .
लेख के अंत में टैग करने के लिए तीन चार मुख्य शब्द हिंदी और अंग्रेज़ी में लिख दें, सर्च इंजिन इसी से आपके लेख समाचार को आगे बढ़ाता है.
न्यूज़ रिपोर्ट अनिवार्य रूप से तथ्यों पर आधारित होनी चाहिए और जिसने तथ्य बताएँ हैं उसको उद्धृत करें.किसी कारण से कोई नाम न देना चाहे तो भी उसकी पहचान बताए बिना पाठक को संकेत मिलना चाहिए ताकि वह तथ्यों की प्रामणिकता के बारे में आश्वस्त हो. ख़बरों में निजी राय न लिखें, जानकार, टीकाकार या विशेषज्ञ का उल्लेख करें.
कृपया वही विषय चुनें जिसके आप विशेषज्ञ हैं , अथवा कार्य अनुभव है.
कृपया इस बात का विशेष ध्यान लगभग पंचानबे फ़ीसदी लोग स्मार्ट फ़ोन पर ही देखते , सुनते और पढ़ते हैं . इनमें बड़ी संख्या युवा लोगों की है. इसलिए सामग्री उसके अनुकूल होनी चाहिए.
भाषा एवं लेखन शैली
भाषा ऐसी हो कि नई पीढ़ी के लोग समझ सकें . यानि आसान बोलचाल की हो . संस्कृत, हिंदी, अंग्रेज़ी, फ़ारसी और उर्दू के कठिन शब्द न हों.मजबूरी में उद्धरण देना पड़े तो कृपया सरल अनुवाद कर दें.
सामग्री बहुत संक्षिप्त और वाक्य छोटे होने चाहिए.भेजने से पहले ठीक से पढ़कर संशोधित कर लें . अनावश्यक शब्द , विशेषण आदि हटा दें . फ़ुल स्टाप के लिए . बिंदी का इस्तेमाल करें. हिंदी वाला डंडा नहीं. लेकिन, किंतु, परंतु आदि का काम से काम इस्तेमाल करें.
भाषा संतुलित , विधि सम्मत एवं मर्यादित हो. न भड़काने वाली हो न अपमानजनक .
सर्वोदय जगत पत्रिका के साथ साथ www.sarvodayajagat.com वेबसाइट भी है जो दुनिया भर में कहीं भी पढ़ी जा सकती है , इसलिए बिलकुल ऐसे लोकल शब्द या मुहावरे इस्तेमाल न करें जो दूसरी जगह के लोग न समझें या अर्थ का अनर्थ हो जाए.
हर नया आइडिया नया पैरा में लिखे. दो लाइनों के बीच डबल स्पेस रखें .
आजकल स्मार्ट फ़ोन पर हिंदी लिखना बहुत आसान है।लैपटॉप या डेस्क टॉप पर GoogleIndic के ज़रिए रोमन में लिखकर हिंदी परिवर्तित कर सकते हैं।बोलकर भी लिख सकते हैं.
प्लानिंग डेस्क
कृपया लेख / रिपोर्ट का आइडिया थोड़े से शब्दों में पहले भेज दें . सर्वोदय की प्लानिंग डेस्क के अनुमोदन पर ही फ़ाइनल स्क्रिप्ट भेजें.आइडिया भेजने के लिए ईमेल के में
Attention : Plaaning Desk लिखें.
जन्म तिथि, पुण्य तिथि अथवा पर्व के कारण निश्चित दिन तारीख़ वाले लेख कृपया दो सप्ताह पहले भेजें.
यदि कोई लेख कई जगह भेज रहें हैं तो दो हफ़्ते का एम्बार्गो लगा दें. एक जगह छप जाने के बाद दूसरी जगह प्रकाशन में हिचक होती है.
गूगल की मदद से हिन्दी टाइप में बिन्दी , मात्रा और कई बार शब्दों की अशुद्धियों बहुत होती हैं . कृपया भेजने से पहले इन्हें अनिवार्य रूप से ठीक कर लें .
हमारी पत्रिका और वेब साइट को स्क्रिप्ट केवल यूनिकोड में चाहिए . कृतिदेव से यूनिकोड में कन्वर्ट करने में जो अशुद्धियॉं होती हैं कृपया इन्हें भी ठीक कर लें .
कृपया स्क्रिप्ट में संपादकीय गाइडलाइन का ध्यान रखें . सर्वोदय जगत पत्रिका और वेब साइट गॉंधी सर्वोदय विचार प्रसार, समाज सेवा और अहिंसक क्रांति के लिए है।
स्वयं संपादन
बेहतर होगा कि हड़बड़ी में न भेजें . लेख / फ़ीचर लिखने के बाद एक दो दिन के लिए भूल जायें और फिर उसे इस तरह संपादित करें जैसे किसी और ने लिखा है . प्रूफ़ रीडिंग ठीक से करें. बोलकर पढ़ेंगे तो त्रुटि आसानी से पकड़ में आ जाएगी. किसी मित्र सा परिवार में किसी से पढ़वाकर भेजें तो बेहतर. वह आपको उपयोगी सुझाव दे सकते हैं .
सबसे पहले एक आकर्षक शीर्षक सोचें, फिर पहला पैरा. शीर्षक और पहला पैरा देखकर ही पाठक आगे बढ़ता है.
विषय से संबंधित दो तीन फ़ोटो के अलावा अपना प्रोफ़ाइल फ़ोटो भेजें . साथ में चित्र परिचय ज़रूरी है. हर फ़ोटो फ़ाइल एक एमबी से कम रहे . गूगल से डाउन लोड करते समय कापी राइट का ध्यान रखें.
मौलिक सामग्री
भेजते समय सम्पादकीय टीम को यह भी आश्वस्त करें कि यह सामग्री मौलिक है और इस पर किसी का कॉपी राइट नहीं है . यह भी कि तथ्यों को ठीक से जॉंच परख लिया गया है .तथ्य हर हाल में सही होने चाहिए
जनहित
सामग्री जनहित में और सामाजिक सद्भाव तथा लोकतंत्र को मज़बूत करने वाली होनी चाहिए .
सम्पादकीय टीम में कोई लेख किसी के पास भेजा जा सकता है . इसलिए लेख के नीचे अपना फ़ोन नंबर अवश्य दें कुछ पूछने के लिए .
कृपया स्क्रिप्ट को ईमेल की बॉडी में पेस्ट करने के बजाय वार्ड फ़ाइल अटैच करें. PDF नहीं.
चित्र .JPEG फ़ॉर्मैट में होने चाहिए. PDF नहीं.
हर चित्र को कम्प्यूटर में स्टोर करते समय परिचय अवश्य डाल दें.
बिना परिचय फ़ोटो डाउन लोड करने के बाद ढूँढने में अनावश्यक समय लगता है.
सम्पादकीय टीम को समय दें
सम्पादन एक समय साध्य कला है. पूरे लेख/ फ़ीचर/ रिपोर्ट को कई बार पढ़कर सम्पादकीय नीति, देश का क़ानून और भाषा की कसौटी पर कसने के बाद शीर्षक लगाने के उसकी आत्मा समझनी होती है. इसलिए प्रकाशन और जवाब देने में विलम्ब बर्दाश्त करें.
भेजने के लिए
लेख रिपोर्ट के ऊपर अपना नाम , अंत में परिचय लिखें . डेस्क को फ़ोटो पहचानने में सुविधा के लिए हर बार प्रोफ़ाइल फ़ोटो ज़रूर अटैच करें . नेट से फ़ोटो लेने में कॉपी राइट का चक्कर होता है इसलिए हो सके तो विषय से सम्बन्धित दो फ़ोटो रेखाचित्र भी उसी ई मेल में साथ भेजें .
अगर कोई विशेष अनुरोध निर्देश है तो वह भी नीचे लिख दें .
[email protected]
और अंत में
आज के युग में सूचनाओं का अम्बार होते हुए भी सार्थक पठनीय सामग्री का अभाव है या लोग उसे सहज रूप से ढूँढ नही पाते. इसलिए अच्छे सर्वोदय जगत में लेख/ फ़ीचर/ कविता/ कहानी प्रकाशित होने के बाद अपने मित्रों से शेयर ज़रूर करें.
हार्दिक शुभ कामनाएँ
राम दत्त त्रिपाठी
प्रधान संपादक
Website : www.sarvodayajagat.com
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