ठाकुर अवनीश सिंह

ठाकुर अवनीश सिंह B.Sc Education By C.S.J.M. University Kanpur, Computer science and ADCA Diploma Technology By Knowledge, YouTubar and blogging.. BJP Unnao, Uttar Pradesh 209801

होली का त्यौहार मनाते समय इस बात का ध्यान अवश्य रखें कि अपनी मौज मस्ती के लिए जानवरों पर रंग न डालें।
24/03/2024

होली का त्यौहार मनाते समय इस बात का ध्यान अवश्य रखें कि अपनी मौज मस्ती के लिए जानवरों पर रंग न डालें।

*नागरिकता (संशोधन) अधिनियम, 2019, भारत के 3 पड़ोसी देशों से धार्मिक आधार पर प्रताडित होकर भारत आये शरणार्थीयों को, जिन्ह...
11/03/2024

*नागरिकता (संशोधन) अधिनियम, 2019, भारत के 3 पड़ोसी देशों से धार्मिक आधार पर प्रताडित होकर भारत आये शरणार्थीयों को, जिन्होंने 31 दिसंबर 2014 से पहले भारत में शरण मांगी थी, उनको भारत की नागरिकता का अधिकार देने का कानून है... Citizenship Amendment Act (CAA)

I have reached 2K followers! Thank you for your continued support. I could not have done it without each of you. 🙏🤗🎉
01/11/2023

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27/08/2023

*अवश्य पढ़ें*पाकिस्तान कारिटायर्ड मेजर जनरल मुकीश खान ने अपनीपुस्तक‘Crisis offLeadership’ में लिखा है कि, भारतीय सेनाका ...
19/08/2023

*अवश्य पढ़ें*
पाकिस्तान का
रिटायर्ड मेजर जनरल मुकीश खान ने अपनी
पुस्तक
‘Crisis off
Leadership’ में लिखा है कि, भारतीय सेना
का एक
अभिन्न
अंग होते हुए भी, भारतीय सेना राजपूतों के
शौर्य से
अंजान ही रही
क्योंकि…..’घर की मुर्गी दाल बराबर !’
भारतीय सेना को राजपूतों की वीरता से कभी
सीधा
वास्ता नही
पड़ा था ! दुश्मनों को पड़ा था और उन्होंने
इनकी
शौर्य गाथाएं
भी लिखी! स्वयं पाकिस्तानी सेना के
रिटायर्ड
मेजर जनरल
मुकीश खान ने अपनी पुस्तक‘ Crisis of
Leadership’
के
पृष्ट २५० पर, वे राजपूतों के साथ हुई अपनी
१९७१ की
मुठभेड़
पर लिखते हैं कि, “हमारी हार का मुख्य कारण
था,
हमारा राजपूतों
से आमने सामने युद्ध करना! हम उनके आगे कुछ भी
करने
में
असमर्थ थे! राजपूत बहुत बहादुर हैं और उनमें
शहीद होने
का एक
विशेष जज्बा—एक महत्वाकांक्षा है! वे अत्यंत
बहादुरी से लड़ते
हैं और उनमें सामर्थ्य है कि अपने से कई गुना
संख्या में
अधिक
सेना को भी वे परास्त कर सकते हैं!”
वे आगे लिखते हैं कि……..
‘३ दिसंबर १९७१ को हमने अपनी पूर्ण
क्षमता और
दिलेरी के
साथ अपने इन्फैंट्री ब्रिगेड के साथ भारतीय
सेना पर
हुसैनीवाला के समीप आक्रमण किया! हमारी
इस
ब्रिगेड में
पाकिस्तान की लड़ाकू बलूच रेजिमेंट और जाट
रेजिमेंट भी थीं !
और कुछ ही क्षणों में हमने भारतीय सेना के पाँव
उखाड़ दिए
और उन्हें काफी पीछे हटने के लिए मजबूर कर
दिया!
उनकी
महत्वपूर्ण सुरक्षा चौकियां अब हमारे कब्ज़े में
थीं!
भारतीय
सेना बड़ी तेजी से पीछे हट रही थीं और
पाकिस्तानी सेना
अत्यंत उत्साह के साथ बड़ी तेजी से आगे बढ रही
थी!
हमारी
सेना अब कौसरे - हिंद पोस्ट के समीप पहुँच
चुकी थी!
भारतीय
सेना की एक छोटी टुकड़ी वहां उस पोस्ट की
सुरक्षा के लिए
तैनात थी और इस टुकड़ी के सैनिक राजपूत
रेजिमेंट से
सबंधित थे!
एक छोटी सी गिनती वाली राजपूत रेजिमेंट ने
लोहे
की दीवार बन
कर हमारा रास्ता अवरुद्ध कर दिया !
उन्होंने हम पर
भूखे शेरों
की तरह और बाज़ की तेजी से आक्रमण किया! ये
सभी सैनिक
राजपूत थे! यहाँ एक आमने-सामने की, आर-पार
की,
सैनिक से
सैनिक की लड़ाई हुई! इस आर-पार की लड़ाई में
भी
राजपूत सैनिक
इतनी बेमिसाल बहादुरी से लड़े कि हमारी
सारी
महत्वाकांक्षाएं ,
हमारी सभी आशाएं धूमिल हो उठीं, हमारी
उम्मीदों पर पानी
फिर गया ! हमारे सभी सपने चकना चूर हो
गये!’
इस जंग में बलूच रेजिमेंट के लेफ्टिनेंट कर्नल गुलाब
हुसैन
शहादत
को प्राप्त हुए थे! उनके साथ ही मेजर मोहम्मद
जईफ
और
कप्तान आरिफ अलीम भी अल्लाह को प्यारे हुए
थे!
उन अन्य
पाकिस्तानी सैनिकों की गिनती कर पाना
मुश्किल था जो इस
जंग में शहीद हुए ! हम आश्चर्यचकित थे मुट्ठीभर
राजपूतों
के
साहस और उनकी इस बेमिसाल बहादुरी पर!
जब हमने
इस तीन
मंजिला कंक्रीट की बनी पोस्ट पर कब्जा
किया,
तो राजपूत इस
की छत पर चले गये, जम कर हमारा विरोध करते
रहे —
हम से
लोहा लेते रहे! सारी रात वे हम पर फायरिंग
करते रहे
और सारी
रात वे अपने उदघोष, अपने जयकारे' से आकाश
गुंजायमान करते
रहे! इन राजपूत सैनिकों ने अपना प्रतिरोध
अगले दिन
तक जारी
रखा, जब तक कि पाकिस्तानी सेना के टैंकों ने
इसे
चारों और से
नहीं घेर लिया और इस सुरक्षा पोस्ट को गोलों
से न
उड़ा डाला!
वे सभी मुट्ठी भर राजपूत सैनिक इस जंग में
हमारा
मुकाबला करते
हुए शहीद हो गए, परन्तु तभी पीछे से आए
अन्य राजपूत
सैनिकों ने
तोपखाने की
मदद से हमारे टैंकों को नष्ट कर दिया! बड़ी
बहादुरी
से लड़ते
हुए, इन राजपूत सैनिकों ने मोर्चे में अपनी बढ़त
कायम
रखी और
इस तरह हमारी सेना को हार का मुंह देखना
पड़ा!
‘…..अफ़सोस ! इन मुट्ठी भर राजपूत सैनिकों ने
हमारे इस
महान
विजय अभियान को हार में बदल डाला, हमारे
विश्वास और
हौंसले को चकनाचूर करके रख डाला! ऐसा ही
हमारे
साथ ढाका
(बंगला-देश) में भी हुआ था! जस्सूर की लड़ाई में
राजपूतों ने
पाकिस्तानी सेना से इतनी बहादुरी से
प्रतिरोध
किया कि हमारी
रीढ़ तोड़ कर रख दी, हमारे पैर उखाड़ दिए !
यह
हमारी हार का
सबसे मुख्य और महत्वपूर्ण कारण था ! राजपूतों
का
शहीदी के
प्रति प्यार, और सुरक्षा के लिए मौत का
उपहास
तथा देश के
लिए सम्मान, उनकी विजय का एकमात्र कारण
था

यही शास्वत सत्य है 1000 साल का इतिहास गवाह हैं हम कभी खुद के लिए नहीं लड़े सिर्फ देश कि एकता अखंडता और अस्मिता के लिए हमेशा आगे की लाइन में खड़े रहे

फिर भी आज का लोकतंत्र हमारे लिए क्या भावना रखता हैं उससे हम आहत होते हैं और कहीं ना कहीं हमारा मनोबल गिरता है
अगर आपको भी राजपूत होने पर गर्व है, तो इस
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Jai Rajputana 🚩

#सिंह #ठाकुर

रावण लुहार था, जब इन्द्रजीत लिफ्ट से हनुमानजी को लेकर आता है, तब रावण अपनी वर्कशॉप में लोहा कूट रहा था। इस प्रकार इंजीनि...
24/06/2023

रावण लुहार था, जब इन्द्रजीत लिफ्ट से हनुमानजी को लेकर आता है, तब रावण अपनी वर्कशॉप में लोहा कूट रहा था। इस प्रकार इंजीनियर रावण लुहार लंका की अर्थव्यवस्था के लिए निरन्तर चिंतित था और इंफ्रास्ट्रक्चर पर ध्यान दे रहा था।

रावण ने अपने बेटे इन्द्रजीत को भी मैकेनिकल इंजीनियर बनाया, और उसने टार्जन द वंडर कार का अविष्कार किया।

अकबर -जोधा बाई की झूठी कहानी प्रसारित कर, क्षत्रियों और मुस्लिमों को एक दूसरे से राजनीतिक रूप से दूर रखा जाता है। ------...
23/06/2023

अकबर -जोधा बाई की झूठी कहानी प्रसारित कर, क्षत्रियों और मुस्लिमों को एक दूसरे से राजनीतिक रूप से दूर रखा जाता है।
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यह कूटनीति एवं राजनीति 1947 के बाद से अभी तक सफल रही है। क्षत्रिय और मुसलमान दोनों ही,अकबर और जोधा बाई की फर्जी कहानी पर ,एक-दूसरे से भिड़ जाते हैं। और बाकी अन्य समुदाय क्षत्रियों और मुस्लिमों की इस लड़ाई को देखकर मजा लेते रहते हैं।

अब तो अधिकांशतः तथाकथित हिन्दू ही अकबर की तरफ से, क्षत्रियों से ही लड़ने लगते हैं ।

आखिर अकबर और जोधा बाई की फर्जी कहानी गढ़ने का राजनीतिक एवं सामाजिक उद्देश्य क्या था। यह बात क्षत्रियों और मुस्लिमों के बौद्धिक तबके को समझना आवश्यक है।

क्योंकि लोकतंत्र स्थापित होने के बाद भारत की राजनीति में वर्ग विशेष का राजनीतिक नेतृत्व संभालने वाले ,पंडित जवाहरलाल नेहरू प्रधानमंत्री अवश्य बन गए थे ।लेकिन लोकतंत्र में उन्हें क्षत्रियों के शासन में आने की चिंता सताती रहती थी।

उनकी चिंता का कारण वास्तविक भी था ।क्योंकि क्षत्रियों को अन्य समाजों में उनके बलिदान की वजह से सम्मान की दृष्टि से देखा जाता था।

नेहरू सशंकित थे कि अगर क्षत्रियों ने स्वतंत्र राजनीति की शुरुआत की ।तो भारत के 20 राज्यों में बहुतायत में निवास करने वाली क्षत्रिय आबादी के साथ, अन्य समुदाय सहज ही जुड़ सकते हैं और वर्ग विशेष का राजनीतिक नेतृत्व करने वाले पंडित जवाहरलाल नेहरु सत्ता से बाहर दिखाई दे सकते थे।

इसलिए क्षत्रियों को अन्य वर्गों से दूर रखने के लिए क्षत्रियों को सबसे पहले निरंकुश ,अत्याचारी एवं सामंतवादी घोषित किया गया।

साथ ही साथ भारत की दूसरी सबसे बड़ी राजनीतिक आबादी मुस्लिमों को ,क्षत्रियों से राजनीतिक रूप से दूर रखने के लिए अकबर -जोधा बाई की फर्जी कहानी का निर्माण किया था।😊

जिस समय क्षत्रियों को निरंकुश ,अत्याचारी और सामंतवादी घोषित किया जा रहा था। उस समय कांग्रेस और वामपंथ पर वर्ग विशेष के बुद्धिजीवियों का कब्जा था।

जिस समय अकबर -जोधा बाई की फर्जी कहानी का निर्माण किया जा रहा था ।उस समय कांग्रेस और वामपंथ पर वर्ग विशेष के बुद्धिजीवियों का कब्जा था।

इस फर्जी कहानी को वर्ग विशेष के राजनीतिक बुद्धिजीवियों ने आगे बढ़ाया और राजनीतिक रूप से वर्तमान में सशक्त कुछ जातियों ने इस फर्जी कहानी को आगे बढ़ाया।

कुछ जातियां खुद तो मुस्लिमों के साथ राजनीति कर रही हैं और क्षत्रियों को मुस्लिमों से राजनीतिक रूप से दूर रखने का प्रयास कर रही हैं।

विश्वनाथ प्रताप सिंह के सत्ता में आने का मुख्य कारण अहीर ,जाट, गूजर गठबंधन के साथ-साथ, क्षत्रिय और मुस्लिम गठबंधन भी था।

विडंबना देखिए कि भारत को एक संगठित एवं संपूर्ण राष्ट्र बनाने के लिए ,500 से अधिक रियासत दान करने वाले एवं भूदान आंदोलन में सर्वाधिक भूमि दान करने वाले क्षत्रियों को निरंकुश ,अत्याचारी एवं सामंतवादी के रूप में प्रचारित किया गया।

नोट:-अगर क्षत्रिय भविष्य में स्वतंत्र राजनीति करते हैं। तो क्षत्रियों को कांग्रेस और भाजपा जैसे राजनीतिक दलों की कोई आवश्यकता नहीं होगी।

विशेष:- राजनीतिक एवं कूटनीतिक सफलता का मूल मंत्र:- क्षत्रियों को भविष्य में पिछड़े वर्ग, अनुसूचित जाति /जनजाति वर्ग एवं अल्पसंख्यक वर्ग के साथ राजनीतिक एवं सामाजिक गठबंधन पर ध्यान देना होगा। ऐसा संभव होने पर ही,केंद्र एवं कई राज्यों की सत्ता में सीधी भागीदारी प्राप्त होगी।

😊⚔️🙏

राजन्य क्रॉनिकल्स टीम

#ठाकुर #सिंह

 #🌙
18/06/2023

#🌙

 #सभी_महिलाओ_को_आदर_सहित_समर्पित    लड़के ने नम्बर मांगा आप ने दे दिया... लड़के ने तस्वीर मांगी आप ने दे दी...लड़के ने व...
01/06/2023

#सभी_महिलाओ_को_आदर_सहित_समर्पित


लड़के ने नम्बर मांगा आप ने दे दिया...
लड़के ने तस्वीर मांगी आप ने दे दी...
लड़के ने वीडियो कॉल के लिए कहा आप ने कर ली...
लड़के ने दुपट्टा हटाने को कहा आप ने हटा दिया...
लड़के ने कुछ देखने की ख्वाहिश की आप ने पूरी कर दी...
लड़के ने मिलने को कहा आप माँ बाप को धोखा देकर आशिक़ से मिलने पहुंच गयीं...
लड़के ने बाग में बैठ कर आप की तारीफ़ करते हुए आपको सरसब्ज़ बाग दिखाए आपने देख लिये...
फिर जूस कार्नर पर जूस पीते वक़्त लड़के ने हाथ लगाया, इशारे किये, मगर कोई बात नहीं अब नया ज़माना है यह सब तो चलता ही है...
फिर लड़के ने होटल में कमरा लेने की बात की, आप ने शर्माते हुए इंकार कर दिया, कि शादी से पहले यह सब अच्छा तो नहीं लगता न...
फिर दो तीन बार कहने पर आप तैयार हो गयीं होटल के कमरे में जाने के लिए...
आप दोनों ने मिल कर खूब एंजॉय किया...
अंडरस्टेंडिंग के नाम पर दुल्हा दुल्हन बन गए बस बच्चा पैदा न हो इस पर ध्यान दिया...
फिर एक दिन झगड़ा हुआ और सब खत्म क्योंकि हराम रिश्तों का अंजाम कुछ ऐसा ही होता है...
लेकिन लेकिन...
यहां सरासर मर्द गलत नहीं है, वह भेड़िया है, वह मुजरिम है, वह सबकुछ है...
क्योंकि आप ने तो तस्वीर नहीं दी थी वह जबर्दस्ती आपके मोबाइल में घुस कर ले गया था...
आप ने तो अपना नम्बर नहीं दिया वह लड़का खुद आप के मोबाइल से नम्बर ले गया था...
आप ने तो वीडियो कॉल नहीं की वह लड़का खुद आप के घर पहुंच गया था आपको लाइव देखने...
जूस कार्नर पर भी जबरदस्ती ले गया था गन प्वाइंट पर...
होटल के कमरे तक भी वह आपको जबर्दस्ती आपके घर से ले गया था...
तो मुजरिम तो सिर्फ लड़का है आप तो बिल्कुल भी नहीं...
बच्ची हैं आप कोई चार साल की?
आपको समझ नहीं आती?
यह कचरे में पड़ी लाशें देख कर भी आपको अक़्ल नहीं आती?
यह बिना सर के मिलने वाले धड़ आपकी अक़्ल पर कोई चोट नहीं देते?
यह सोशल मीडिया पर आए दिन ज़्यादती के बढ़ती हुई घटना आपको कुछ नहीं बताती?
जूस कार्नर पर जाना, अपनी नंगी तस्वीर किसी गैर आदमी या लड़के को देना...
आपको नहीं पता था कि एक होटल के कमरे में या चारदीवारी में जिस्मों की प्यास बुझाई जाती है,
सब पता था आपको, सब पता है आपको...
होटल के कमरे में मुहब्बत के अफसाने नहीं लिखे जाते,वहां कोई इबादत नही होती है
फिर शिकायत होती है के चार लड़कों ने ग्रुप रेप कर दिया..

मेरा अब्दुल ऐसा नहीं है मेरा भी मेरा बेस्ट फ्रेंड है मेरा प्यार है !! 🔪🔪🔪🔪🔪
01/06/2023

मेरा अब्दुल ऐसा नहीं है
मेरा भी
मेरा बेस्ट फ्रेंड है
मेरा प्यार है !! 🔪🔪🔪🔪🔪

31/05/2023

तमाशाई बने रहिए तमाशा देखते रहिए
यही दुनिया है तो कब तक ये दुनिया देखते रहिए😥
#दिल्ली
दिल्ली में दिल दहला देने वाला मर्डर...
शाहाबाद डेयरी इलाके मे मुस्लिम युवक ने नाबालिग लड़की पर चाकू से किए 21 वार, फिर पत्थर से कुचलकर मार डाला...
इस बार युवक 'साहिल' था
युवती 'साक्षी' थी...😭

24/05/2023

सिंह नाम रख जग भयो...
क्षत्रिय भयो ना कोय।
वचन के खातिर जे प्राण दियो ...उहे क्षत्रिय होये॥
जय राजपूताना

04/05/2023

जिस जंतर मंतर पर बैठ कर एक क्षत्रिय का विरोध कर रहे हो ना

वो जंतर मंतर क्षत्रिय राजा सवाई जय सिंह ने बनवाया है।
जय भवानी।

24 घण्टे में यूट्यूब पर 51 लाख से ज्यादा लोग केरला स्टोरी का ट्रेलर देख चुके हैं। इससे तीन-चार गुना लोग इसे ट्विटर, फेसब...
28/04/2023

24 घण्टे में यूट्यूब पर 51 लाख से ज्यादा लोग केरला स्टोरी का ट्रेलर देख चुके हैं। इससे तीन-चार गुना लोग इसे ट्विटर, फेसबुक, इंस्टा पर देख चुके हैं।

मुझे फ़िल्म की कमाई से कोई मतलब नहीं है लेकिन हर सनातनी को देखना चाहिए कि वो किस बारूद के ढेर पर आंख मूंदकर बैठा है ।

परशुराम जयंती आते ही कुछ वामपंथी विचारक और विधर्मी राजपूत और ब्राह्मण समाज में वैमनस्य पैदा करने के लिए जानबूझ कर गलत प्...
23/04/2023

परशुराम जयंती आते ही कुछ वामपंथी विचारक और विधर्मी राजपूत और ब्राह्मण समाज में वैमनस्य पैदा करने के लिए जानबूझ कर गलत प्रचारित करते हैं कि परशुराम जी ने 21 बार क्षत्रियों का समूल नाश किया था, जो कि भ्रामक है....

1-परशुराम जी की शत्रुता सिर्फ महिष्मती के हैहय वंशी सहस्त्र अर्जुन से थी जो एक अत्याचारी और अहंकारी राजा था जिसके पुत्रो ने परशुरामजी के पिता का वध किया था। परशुराम ने हैहय वंश के क्षत्रियो का 21 बार विनाश किया था न कि सभी क्षत्रियो का।

2-ये घटना भगवान राम से भी पहले की है अगर उससे पहले ही क्षत्रिय खत्म हो गये होते तो अयोध्या का सुर्यवंश जिसमे दशरथ राम लक्ष्मण और मिथिला के जनक जैसे दुसरे क्षत्रिय वंश कैसे बचे रहे?जबकि जब शिव का धनुष टूटा था तो वहां परशुराम के आने और उनके लक्ष्मण से वाद विवाद कैसे होता?

3-उसके बाद महाभारत काल में भी परशुराम का भीष्म और कर्ण को युद्ध की शिक्षा देने का जिक्र आता है। अगर पहले ही सभी क्षत्रिय खत्म हो गये होते तो महाभारत काल में जो अनेक क्षत्रिय वंश थे वो कहाँ से आ गये?

4-उपरोक्त से स्पष्ट है कि परशुराम द्वारा क्षत्रियो के पूर्ण विनाश की कथा ब्राह्मणों और क्षत्रियो में वैमनस्यता पैदा करने के लिए गढी है जो सत्य नही है।

5-परशुराम की शत्रुता जिस हैहय वंश से थी उसका भी पूर्ण विनाश नही हुआ था बल्कि सह्स्त्रजुन के पुत्र को महिष्मती की गद्दी पर बिठाया गया था। आज भी हैहय वंश के राजपूत बलिया जिले में मिलते हैं। हैहय वंश की शाखा कलचुरी राजपूत है जो आज भी छतीसगढ़ और मध्य प्रदेश में मिलते हैं।

आप ही बताओ कि अगर सभी क्षत्रिय को परशुराम ने खत्म कर दिया होता तो रामायण और महाभारत के काल में क्षत्रिय वंश कहाँ से आ गये?

#परशुराम

ठाकुर का दुर्भाग्य कभी क़ासिम तो कभी गजनी से भिड़ा ठाकुर !हार तो तय थी...पर लड़ा ठाकुर !हारना ही था उसे , वो अकेला लड़ा ...
15/04/2023

ठाकुर का दुर्भाग्य

कभी क़ासिम तो कभी गजनी से भिड़ा ठाकुर !
हार तो तय थी...पर लड़ा ठाकुर !

हारना ही था उसे , वो अकेला लड़ा था ,
क्या जन्मभूमि ये तुम्हारी नहीं थी ? फिर क्यों अकेला लड़ा ठाकुर ?

बीवी सती हुई ,बच्चे अनाथ !!
हिन्दू तो बचा पर , भरी जवानी में
मरा ठाकुर !

सदियों से रक्त दे माटी को सींचा ,
जन,जन्मभूमि और धर्म की वेदी पर
मिटा ठाकुर !

मौत होती तो भी लड़ लेता,पर...अपनों की घृणा से ..अब सहमा ठाकुर !

जिनके लिए सब कुछ खोया , क्यों उनकी ही नज़रों में बुरा ?
फ़िल्मों का ठाकुर !
कहानियों-क़िस्सों का ठाकुर !
कविताओं का ठाकुर !

जब दुबक बैठे थे घरों में सब तमाशबीन ,
तब पीढियां युद्धभूमि में बलिदान कर रहा था ठाकुर ,

आज बुद्धिजीवी पानी पी पीकर बरगलाते और कोसते
कि आखिर कौन है ये ठाकुर..?

कौन बताए उन्हें कि केशरिया करके , मूंछों पर तांव देकर मौत को गले लगाने वाला जांबाज ही था ठाकुर ।।
#ठाकुर #ठाकुरएक्ट #सवर्ण

आज आकाश में चन्द्र और शुक्र ग्रह एक साथ आए, और वह आज पंचाग के अनुसार कुंडली मे भी एक साथ स्तिथ है, कितनी सटीक पद्धति है ...
25/03/2023

आज आकाश में चन्द्र और शुक्र ग्रह एक साथ आए, और वह आज पंचाग के अनुसार कुंडली मे भी एक साथ स्तिथ है, कितनी सटीक पद्धति है हमारी आकाश की घटनाओं को भी एक पंचाग पर उतार देता है भारतीय ज्योतिषशास्त्र, जब तो नासा भी घुटने टेक देता है भारतीय ज्योतिष खगोलशास्त्र के सामने..............

किसी महा पुरूष ने कहाँ था जिस दिन हिंदू खुद को हिंदू कहना चालू कर देगा अमरीका भी चरणो में बैठा होगा बस हिंदू तय कर ले हम...
21/03/2023

किसी महा पुरूष ने कहाँ था जिस दिन हिंदू खुद को हिंदू कहना चालू कर देगा अमरीका भी चरणो में बैठा होगा बस हिंदू तय कर ले हम हिंदू है बिना युद्ध के विश्व गुरू हो जायेगा

17/03/2023

ब्राह्मण - ठाकुरों के निशाने पर CM योगी , सवर्ण नेता ने समझाया ठाकुर एक्ट, गीतकार ने सुनाया सवर्णो का इतिहास 👑

#सवर्ण #ठाकुरएक्ट #ब्राह्मण #ठाकुर वीरू सिंह क्षत्रिय होना गर्व है

चमत्कारिक शक्ति है या नहीं ये इंपोर्टेंट नहीं है, सीना ठोक के सनातन की बात करते हैं ये इंपोर्टेंट है।
29/01/2023

चमत्कारिक शक्ति है या नहीं ये इंपोर्टेंट नहीं है,
सीना ठोक के सनातन की बात करते हैं ये इंपोर्टेंट है।

29/01/2023

ModiNama Narendra Modi Gulabsinh Rajput ठाकुर अवनीश सिंह

राजपुताना

21/01/2023
26/12/2022

Hi everyone! 🌟 You can support me by sending Stars – they help me earn money to keep making content that you love.

Whenever you see the Stars icon, you can send me Stars.

22/11/2022

उत्तर प्रदेश के लौंडे 😍🤩🤪🤣???

22/11/2022

उत्तर प्रदेश के बच्चे 😎 ????

29/06/2022

उदयपुर में कन्हैयालाल की दुकान के पास 12 से पंद्रह हिंदू थे हमले के वक्त सभी भग गए सिर्फ ईश्वर सिंह नाम के राजपूत भाई ने निहत्थे बचाने के प्रयास में बुरी तरह घायल हो गए जो की अस्पताल में भर्ती है
प्रभु कृपा करें।

22/06/2022

कागजों को एक साथ जोड़े रखने वाली पिन ही कागजों को चुभती है,
उसी प्रकार परिवार को भी वहीं व्यक्ति चुभता है जो परिवार को जोड़ के रखता है...

आज से कानपुर - लखनऊ की तर्ज पर उन्नाव में भी i love unnao   #उन्नाव
14/06/2022

आज से कानपुर - लखनऊ की तर्ज पर उन्नाव में भी i love unnao
#उन्नाव

कर्ता करे न कर सके, शिव करे सो होये,तीन लोक नौ खंड में महाकाल से बड़ा ना कोए..!! #महाकालेश्वर
13/06/2022

कर्ता करे न कर सके, शिव करे सो होये,
तीन लोक नौ खंड में महाकाल से बड़ा ना कोए..!!
#महाकालेश्वर

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