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गाडगेजी महाराज प्रेक्षागृह में आइपीएएफ-2025अंतरराष्ट्रीय समारोह में चमकीं ईशा-मीशा रतन लखनऊ, 17 जनवरी। संत गाडगे जी महार...
17/01/2025

गाडगेजी महाराज प्रेक्षागृह में आइपीएएफ-2025

अंतरराष्ट्रीय समारोह में चमकीं ईशा-मीशा रतन

लखनऊ, 17 जनवरी। संत गाडगे जी महाराज प्रेक्षागृह गोमतीनगर लखनऊ में आज शाम इंटरनेशनल पर्फार्मिंग आर्ट फेस्टिवल-2025 के तहत सुर, संगीत और नृत्य की यादगार महफिल सजी।
आइपीएएफ फाउण्डेशन की ओर से आयोजित समारोह में पं.अर्जुन मिश्र व सुरभि सिंह की शिष्या रतन सिस्टर्स ईशा-मीशा ने रुद्राष्टकम- नमामि शमीशान निर्वाण रूपं... की ओज भरी प्रस्तुति की। इसके बाद 14 मात्रा में ताल धमार में तिहाई, परन, घोड़े की चाल, चक्कर इत्यादि को खूबसूरती पेश किया। अपने रंग रंग दे सांवरा..... गीत की प्रस्तुति में रतन बहनों ने भाव और अभिनय का दर्शनीय सामंजस्य दिखाया।
इससे पहले सुनील शुक्ल के संचालन में कार्यक्रम की शुरुआत कमाल खान की- तेरे आने की जब खबर महके....जैसी गजल से हुई। आगे उन्होंने- तुम्हारे ख़त में नया इक सलाम किसका था...., पत्थर के सनम...., कोई फरियाद तेरे नाम लिखी हो जैसे...., लोग हर मोड़ पे रुक रुक के संभलते क्यों हैं.... और अजनबी शहर में अजनबी रास्ते.... जैसी ग़ज़लें कहीं। वाद्यों पर सुभाष शर्मा, राकेश आर्या और संजय ने अच्छा साथ निभाया। बाल विद्या मंदिर के बीवीएम एण्ड ग्रुप के करीब 40 कलाकारों ने गौरव सिंह के निर्देशन में संगीतमय योग का सुंदर संयोजनों में प्रदर्शन करते हुए पिरामिड बनाकर दर्शकों की खूब तालियां बटोरीं। कुचिपुड़ी नृत्यांगना प्रियंका भर्डे ने एकम अर्धनारीश्वरम् की प्रस्तुति करते हुए शिव और शक्ति को शास्त्रीय गतियों में पेश करते हुए नवरस का संचार किया।
अतिथियों के तौर पर पूर्व डीजीपी रिजवान अहमद, बाल विद्या मंदिर के प्रधानाचार्य डा.राकेश कुमार पाण्डेय, बैंक आफ इंडिया के जोनल प्रबंधक एनके दास और हिन्दुस्तान पैट्रोलियम के अधिकारीगणों ने कलाकारों के साथ शीरोज और नया सवेरा फाउंडेशन की टीम को सम्मानित किया।

14/01/2025

10 बजे तक संगम में स्नान करनेवालों की संख्या 1.38 करोड।

14/01/2025

आज साढ़े दस से ग्यारह बजे के बीच हेलीकॉप्टर प्रयाग राज एयरपोर्ट से उड़ेगा एवं सभी अखाड़ों पर पुष्प वर्षा
करायी जाएगी ।

मकर संक्रांति की आप सबको हार्दिक शुभकामनाएं
14/01/2025

मकर संक्रांति की आप सबको हार्दिक शुभकामनाएं

आज सवेरे 9:30 बजे तक 60 लाख लोगों ने स्नान किया पवित्र महाकुंभ में
13/01/2025

आज सवेरे 9:30 बजे तक 60 लाख लोगों ने स्नान किया पवित्र महाकुंभ में

13/01/2025

आज सुबह 9.30 बजे तक
साठ लाख ने किया स्नान ।

शंखनाद*महाकुम्भ के पहले स्नान पर्व से पूर्व रविवार को लगभग 50 लाख लोगों ने किया संगम स्नान**महाकुम्भ के पहले ही संगम में...
12/01/2025

शंखनाद*महाकुम्भ के पहले स्नान पर्व से पूर्व रविवार को लगभग 50 लाख लोगों ने किया संगम स्नान*

*महाकुम्भ के पहले ही संगम में स्नान के लिए उमड़े श्रद्धालु*

*12 जनवरी, महाकुम्भ नगर।* महाकुम्भ 2025 में श्रद्धालुओं को सुविधा के साथ ही सुगम स्नान कराने के लिए संकल्पित योगी सरकार के प्रयासों का नतीजा महाकुम्भ से पहले ही देखने को मिलने लगा है। महाकुम्भ के पहले स्नान पर्व पौष पूर्णिमा से एक दिन पूर्व ही बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने संगम स्नान कर पुण्य लाभ अर्जित किया। पौष पूर्णिमा के पहले स्नान पर्व से पूर्व रविवार को लगभग 50 लाख श्रद्धालुओं ने संगम त्रिवेणी में आस्था की डुबकी लगाई। बड़ी संख्या में साधु संतों के साथ ही पुरुषों, महिलाओं, बुजुर्गों और बच्चों ने संगम में डुबकी लगाई। उल्लेखनीय है कि इस बार महाकुम्भ में 45 करोड़ से ज्यादा लोगों के संगम में स्नान करने का अनुमान है।

*सभी प्रमुख साधु संतों का हुआ छावनी प्रवेश पूर्ण*
स्नान पर्व से पूर्व सभी प्रमुख साधु संत अखाड़ा क्षेत्र में प्रवेश कर चुके हैं। महाकुम्भ में सभी अखाड़ों का छावनी प्रवेश पूरा हो चुका है। रविवार को श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन का छावनी क्षेत्र में प्रवेश हो गया है। इसके साथ ही महाकुम्भ में सनातन के ध्वज वाहक 13 अखाड़ों की छावनी क्षेत्र में मौजूदगी दर्ज हो गई। 14 जनवरी को मकर संक्रांति पर पहले अमृत स्नान पर सभी अखाड़े अपने क्रम के अनुसार स्नान करेंगे।

*ऊर्जा, उत्साह और जीवन का संदेश देते चित्र*21 जनवरी तक चलेगी अभिव्यक्ति की प्रदर्शनी लखनऊ, 11 जनवरी।  सिनैप्स इंटरनेशनल ...
11/01/2025

*ऊर्जा, उत्साह और जीवन का संदेश देते चित्र*
21 जनवरी तक चलेगी अभिव्यक्ति की प्रदर्शनी

लखनऊ, 11 जनवरी। सिनैप्स इंटरनेशनल आर्ट गैलरी सेण्ट्रम होटल में आयोजित समूह चित्र प्रदर्शनी 'अभिव्यक्ति : ब्रश स्ट्रोक का आह्वान' 21 जनवरी तक जारी रहेगी। प्रदर्शनी में पूरे देश के अलग-अलग शहरों के सात प्रतिभाशाली कलाकारों के बनाए चित्र प्रदर्शित हैं। इन कलाकारों में आशीष मंडल, मोनालिसा सरकार मित्रा, प्रभात जोशी, अविनाश यादव, बिभास बैद्य, सुरेश कुमार सौरभ और संजी जीएन केतान शामिल हैं।
इस प्रदर्शनी में वाराणसी के प्रतिष्ठित घाटों, मंदिरों और उनके निवासियों के जीवंत जीवनशैली को दर्शाया गया है। यह प्रदर्शनी आंदोलन की गतिशीलता और जीवन की जीवंत भावना को पकड़ने का प्रयास करती है, साथ ही साथ इंप्रेशनिज्म, क्लासिसिज्म और रोमांटिसिज्म के तत्वों को मिलाती है।
प्रदर्शनी के
कलाकारों की कलाकृतियाँ सार्वभौमिक प्रेम को व्यक्त करने का प्रयास करती हैं। कहीं प्रकृति में शांति की विरोधाभासी उपस्थिति को उजागर किया गया है तो कहीं आध्यात्मिक संबंधों पर जोर दिया गया है। उसी तरह कुछ चित्रों में बचपन की कहानियों और स्मृतियों पर प्रतिबिंबित किया गया है।
घोड़ों को माध्यम बना
आशीष मंडल ने चित्रों में विविधता भरे रंगों का उपयोग कर ऊर्जा और उत्साह के संचार का संदेश दिया है। उनके रचे चित्रों में क्यूबिज्म और चित्रात्मक अभिव्यक्ति का प्रभावपूर्ण संयोजन है। सुरेश कुमार सौरभ ने प्राचीन शहर काशी की संस्कृति को रूपांतरित करने का यत्न किया है। मोनालिसा सरकार के चित्र सहज हैं पर उनमें एक किस्म की रूमानियत भी झलकती है।
प्रभात जोशी के कार्यों में प्रतीकवाद का उम्मीद भरा उपयोग किया गया है। यहां बीज, फूल, जीव और चंद्रमा आदि सभी जीवित प्राणियों के आपसी संबंध को मिश्रित माध्यमों में सामने रखने का प्रयास है। अविनाश यादव परिदृश्यों पर जोर देते हैं क्योंकि वह गहरे विषयों का अन्वेषण करते हैं। संजी जी एन केतान के चित्रों में गोवंश है, जहां वे आस्था और आध्यात्मिक संबंध रंगों में उतार कर सामने लाते हैं।
बिभास बैद्य की उम्र के बदलती मनुष्य की मानसिकता का चित्रण है। बचपन और युवावस्था की सोच को प्रतिबिंबित करते इन चित्रों में प्रकृति है तो मानवीय अभिलाषाओं को भी उभारा गया है।
यह प्रदर्शनी गैलरी के संस्थापक और निदेशक राकेश कुमार मौर्य के संयोजन में लगायी गयी है।

*विश्व हिंदी दिवस पर साहित्य अकादमी द्वारा प्रवासी हिंदी साहित्यकार सम्मेलन*नई दिल्ली। साहित्य अकादमी नई दिल्ली ने आज वि...
11/01/2025

*विश्व हिंदी दिवस पर साहित्य अकादमी द्वारा प्रवासी हिंदी साहित्यकार सम्मेलन*

नई दिल्ली। साहित्य अकादमी नई दिल्ली ने आज विश्व हिंदी दिवस के अवसर पर प्रवासी हिंदी साहित्यकार सम्मेलन का आयोजन विश्व हिंदी सम्मेलन के स्वर्ण जयंती वर्ष पर किया। प्रथम विश्व हिंदी सम्मेलन का उद्घाटन 10 जनवरी 1975 को नागपुर महाराष्ट्र में तत्कालीन प्रधानमंत्री द्वारा किया गया था। आज ब्रिटेन से आई वरिष्ठ प्रवासी लेखिका दिव्या माथुर की अध्यक्षता में हुए सम्मेलन में ब्रिटेन, अमेरिका, जापान, सिंगापुर, म्यांमार, हॉलैंड, दक्षिण कोरिया के 13 प्रवासी हिंदी साहित्यकारों का अभिनंदन किया गया।
आरंभ में सभी का स्वागत अंगवस्त्रम् भेंट करते हुए अकादमी के सचिव के. श्रीनिवास राव ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि प्रवासी साहित्य की विविधता अब किसी से छुपी नहीं है। यह साहित्य अपनी यादों से जुड़े साहित्य का ऐसा समुच्चय है, जिसने अपनी पहचान बना ली है। उन्होंने प्रवासी लेखकों के लिए अकादमी द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं के बारे में भी बताया। वैश्विक हिंदी परिवार के अनिल जोशी ने सभी प्रवासी साहित्यकारों का परिचय देते हुए विश्व हिंदी दिवस के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि साहित्य अकादमी का यह मंच प्रवासी भारतीय लेखकों से संवाद और प्रकाशन के लिए सबसे महत्त्वपूर्ण मंच है। अपने अध्यक्षीय वक्तव्य में दिव्या माथुर ने कहा कि अब हिंदी को वैश्विक भाषा बनाने के लिए अन्य अनेक देशों में इसके प्रचार-प्रसार की अनेक संभावनाओं को देखना होगा।
सम्मिलन में पद्मेश गुप्त ने ब्रिटेन, अनिता कपूर ने अमेरिका, तोमियो मिजोकामी ने जापान, आराधना श्रीवास्तव ने सिंगापुर, चिंतामणि वर्मा ने म्यांमार, रामा तक्षक ने हॉलैंड और सृजन कुमार ने दक्षिण कोरिया में हिंदी की वर्तमान स्थिति और प्रवासी लेखन पर संक्षिप्त टिप्पणियाँ प्रस्तुत कीं। भारत से वरिष्ठ हिंदी सेवी नारायण कुमार ने हिंदी की वैश्विक पहचान के समक्ष आसन्न चुनौतियों पर बात की। कार्यक्रम में दक्षिण भारत में हिंदी के प्रचार-प्रसार से जुड़े अनेक लेखकों ने भी हिस्सा लिया। कार्यक्रम का संचालन अकादमी के उपसचिव देवेंद्र कुमार देवेश ने किया।

दस जनवरी को सारे लखनऊ के और बाराबंकी के इनर व्हील क्लबस् ने इन्टरनेशनल इनर व्हील दिवस बहुत ही धूमधाम से 1090 चौराहा व शि...
11/01/2025

दस जनवरी को सारे लखनऊ के और बाराबंकी के इनर व्हील क्लबस् ने इन्टरनेशनल इनर व्हील दिवस बहुत ही धूमधाम से 1090 चौराहा व शिरोज मे मनाया।पर्यावरण जागरूकता को बढावा देने के लिए हरित वाक का आयोजन हुआ ।इस कार्यक्रम मे इनर व्हील क्लब की डिगनिटरीस, कोडिनेटर्स, प्रेसिडेंटस् व सभी क्लबस् के अन्य सदस्य मौजूद रहे।यह कार्यक्रम बहुत ही सफल रहा।

अपराजिता ज़ज्बा जीत का लाया है सौगातसाहित्य जगत के ये हस्ताक्षर  आज हुए हैं साथडाक्टर इंजिनियर मनोज श्रीवास्तव की इन्हीं...
11/01/2025

अपराजिता ज़ज्बा जीत का लाया है सौगात
साहित्य जगत के ये हस्ताक्षर आज हुए हैं साथ
डाक्टर इंजिनियर मनोज श्रीवास्तव की इन्हीं पंक्तियों के साथ आज दिनांक 10 दिसंबर, 2025 को अपराजिता नेशनल वेलफेयर ट्रस्ट की ओर से सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं काव्य गोष्ठी का आयोजन खादी प्रदर्शनी, रिवरफ्रंट के मंच पर किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि श्री मनोज श्रीवास्तव, विशिष्ट अतिथियों के रूप में श्री उमेश सक्सैना, इरशाद राही उपस्थित रहे। काव्य गोष्ठी की अध्यक्षता श्री मुकुल महान एवं संचालन डॉ० रश्मि सिन्हा द्वारा किया गया। संस्था की संस्थापिका डा० अनुपमा श्रीवास्तव,अध्यक्ष प्रो० सीमा सरकार, श्रीमती अमिता और प्रिया सिन्हा ने अतिथियों का सम्मान किया। काव्य गोष्ठी में श्री योगेश शुक्ला, प्रतिभा श्रीवास्तव,उमा लखनवी, डा० रुद्रमणि, डा० राधा बिष्ट, निशा सिंह, राजीव वत्सल, पूजा श्रीवास्तव, श्वेता श्रीवास्तव, रश्मि सिंह,आदि कवियों ने काव्य पाठ किया। विश्व हिंदी दिवस पर हमारी भावी पीढ़ी को भी हिंदी के सार्थक महत्व का ज्ञान और उसमें सक्रिय योगदान करने के लिए एवं भावी पीढ़ी के उज्जवल भविष्य के लिए आज रिचा गोयल जी के सुपुत्र युवराज गोयल ने भी अपनी कविता का पाठ किया l डॉक्टर इंजीनियर मनोज श्रीवास्तव की 'कविता की कविताई गायब' पुस्तक का भी विमोचन किया गया। सांस्कृतिक कार्यक्रम में नीति शुक्ला,आभा सिन्हा अर्चना श्रीवास्तव,विनीता त्रिपाठी,निधि सक्सेना ने भजन की प्रस्तुति देकर सभी अपराजिताओं ने श्रोताओं को मंत्र मुग्ध कर दिया।"आज गली गली अवध सजाएंगे"के सुंदर भजन पर अर्चना सक्सेना ने अपनी प्रस्तुति दी।अनुष्का श्रीवास्तव ने भी राम भजन पर अपने समूह के साथ एक सुंदर प्रस्तुति दी। शुभागी सोनी ने विष्णु स्तुति प्रस्तुत कर साँस्कृतिक संध्या की शुरुआत की l अंत में अध्यक्ष प्रो. सीमा सरकार ने धन्यवाद ज्ञापन किया l

, 09 जनवरी 2025अवधी-भोजपुरी विमर्श संग 11 विभूतियां सम्मानितलखनऊ। अवधी और भोजपुरी लोक साहित्य और संस्कृति पर चर्चा के सा...
09/01/2025

, 09 जनवरी 2025

अवधी-भोजपुरी विमर्श संग 11 विभूतियां सम्मानित

लखनऊ। अवधी और भोजपुरी लोक साहित्य और संस्कृति पर चर्चा के साथ ही गुरुवार को 11 विभूतियों के सम्मान संग दो दिवसीय लोक विमर्श का समापन हुआ। लोक संस्कृति शोध संस्थान द्वारा अलीगंज के यूपी महोत्सव मेला परिसर में आयोजित कार्यक्रम के अन्तिम दिन डा. रामबहादुर मिश्र, प्रो. चन्द्रेश्वर, प्रो. अजीत प्रियदर्शी, डा. शशांक सिंह, डा. अशोक अज्ञानी एवं नागेन्द्र बहादुर सिंह ने अपने विचार रखे। इस अवसर पर लविवि हिन्दी विभाग की सेवानिवृत अध्यक्ष प्रो. कैलाश देवी सिंह समेत 11 विभूतियों को लोक संस्कृति सम्मान प्रदान किया गया। पद्मश्री विद्याविन्दु सिंह, विमल पन्त की उपस्थिति और लोक चौपाल प्रभारी अर्चना गुप्ता के संचालन में संगीत भवन की सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी हुईं।

सौम्या गोयल के निर्देशन में पायो जी मैंने राम रतन धन पायो, आली री मेरे नैनन बान परी और हरी तुम हरो जन की भीर जैसे भजनों की प्रस्तुति हुई साथ ही सुमन मिश्रा के संयोजन में डांडिया नृत्य हुआ जिसमें मीहिका, अविका, अथर्व, आद्रिका, अव्युक्ता, कर्णिका, संस्कृति और श्रीया ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम में संस्थान के अध्यक्ष जीतेश श्रीवास्तव, सचिव सुधा द्विवेदी, आशीष कुमार गुप्ता सहित संस्थान के पदाधिकारी व अन्य उपस्थित रहे। लोक संस्कृति की मुरझाती बेल को अभिसिंचित करने में दो दिन तक चले विमर्श ने सार्थक भूमिका निभाई। संस्थान के जनसम्पर्क अधिकारी ने बताया कि अवधी, भोजपुरी, बुंदेली, कुमांऊनी, कन्नौजी पर आधारित परिचर्चा में निकले सुझावों पर संस्थान द्वारा कार्ययोजना तैयार की जाएगी।

ये हुए सम्मानित :

रत्ना शुक्ला को प्रो. कमला श्रीवास्तव स्मृति लोक संस्कृति सम्मान, विनीत सिन्हा को पद्मश्री डॉ. योगेश प्रवीन स्मृति लोक संस्कृति सम्मान, गीता शुक्ला को आरती पांडेय स्मृति लोक संस्कृति सम्मान, उमा त्रिगुणायत को प्रभा श्रीवास्तव स्मृति लोक संस्कृति सम्मान, ज्योति किरन रतन को शोभा देवी स्मृति लोक संस्कृति सम्मान, मंजू श्रीवास्तव को रमावती देवी स्मृति लोक संस्कृति सम्मान, सीमा अग्रवाल को सावित्री देवी स्मृति लोक संस्कृति सम्मान, डा. अनिल मिश्र को जे.पी.लम्बोदर स्मृति लोक संस्कृति सम्मान, सर्वेश माथुर को सीताराम तिवारी स्मृति लोक संस्कृति सम्मान, प्रो. कैलाश देवी सिंह को पद्मश्री डॉ. विद्याविन्दु सिंह लोक संस्कृति ध्वजवाहक सम्मान, सौरभ कमल को डा. रामबहादुर मिसिर लोक संस्कृति ध्वजवाहक सम्मान।

मायूस जीवन में खुशियां बांटी शिव संस्कृति संस्था वृद्धा आश्रम में।आज दिनांक 7 दिसंबर 2025 को शिव सांस्कृतिक कला फाउंडेशन...
09/01/2025

मायूस जीवन में खुशियां बांटी शिव संस्कृति संस्था वृद्धा आश्रम में।

आज दिनांक 7 दिसंबर 2025 को शिव सांस्कृतिक कला फाउंडेशन की ओर से उत्तर प्रदेश समाज कल्याण द्वारा प्रायोजित वृद्धाश्रम में सभी वृद्ध माता पिता के साथ नववर्ष मनाया गया।संस्था की संस्थापिका मिठू रॉय और सह संस्थापक असीम रॉय के नेतृत्व में ये कार्य संपन्न हुआ।संस्था की सदस्य निकिता द्वारा बनाया केक खाकर सभी दादी बाबा ने उसे आशीर्वाद दिया।इसके अतिरिक्त कपड़े और थोड़ा खाने का सामान भी आश्रम में दिया गया। संजया कुंडू और प्रवक्ता पूजा श्रीवास्तव ने भजन सुनाकर सभी का मन मोह लिया।संस्था की कार्यकारिणी सदस्य अर्पिता कुंडू ने भी इस कार्यक्रम में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया।आज आश्रम में कुछ मां बाबा की कहानी उन्हीं की जुबानी सुन कर सभी की आँखें नम हो गई।वहां सबके साथ समय बिताकर ऐसा लगा यदि अपने बूढ़े मां बाप को उन्हीं के घर से उनके अपने निकल देते है तो उन्हें आगे बढ़कर संभालने वाले हाथ भी बहुल मजबूत है।ईश्वर ऐसे अभिभावकों को संभालने वाले को ओर संबल बनाए ओर हम इनके पास आकर उनके जीवन के सूनेपन को थोड़ा भर पाए ।संस्था ने इन मायूस जिंदगियों को नए वर्ष में कुछ खुशियों के पल देने का ओर उनको अपने प्यार और अपनत्व से यादगार बनाने का प्रयास किया।

महाकुंभ 2025 के लिए प्रयागराज है तैयार
08/01/2025

महाकुंभ 2025 के लिए प्रयागराज है तैयार

समाज को जीवनी शक्ति देता है लोक साहित्य : पद्मश्री विद्याविन्दु सिंहलोक भाषाओं पर चर्चा संग शुरु हुआ लोक विमर्शपहले दिन ...
08/01/2025

समाज को जीवनी शक्ति देता है लोक साहित्य : पद्मश्री विद्याविन्दु सिंह

लोक भाषाओं पर चर्चा संग शुरु हुआ लोक विमर्श

पहले दिन बुंदेली, कन्नौजी और कुमाऊँनी पर चर्चा

डा. करुणा पाण्डे की कृति कुमाऊँ के गीत का लोकार्पण

लखनऊ। लोक भाषाओं पर चर्चा के साथ बुधवार को दो दिवसीय लोक विमर्श की शुरुआत हुई। लोक संस्कृति शोध संस्थान द्वारा अलीगंज के यूपी महोत्सव मेला परिसर में आयोजित कार्यक्रम के पहले दिन वक्ताओं ने बुंदेली, कन्नौजी और कुमाऊँनी भाषा, वहां के साहित्य और लोक जीवन पर चर्चा की। वरिष्ठ साहित्यकार पद्मश्री डा. विद्याविन्दु सिंह, लोकविद डा. रामबहादुर मिश्र, कुमाऊँ कोकिला विमल पन्त, मुनालश्री विक्रम बिष्ट व अन्य गणमान्य महानुभावों की उपस्थिति में बुन्देली लोक साहित्य अध्येता महेन्द्र भीष्म, कन्नौजी विशेषज्ञ डा. अपूर्वा अवस्थी, कुमाऊँनी विशेषज्ञ डा. करुणा पाण्डेय ने अपने विचार रखे। इस अवसर पर साहित्यकार डा. करुणा पाण्डेय की कृति कुमाऊँ के गीत का लोकार्पण और लोक चौपाल प्रभारी अर्चना गुप्ता के संचालन में अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम भी हुए।

पद्मश्री डा. विद्या विन्दु सिंह ने कहा कि लोक साहित्य समाज को जीवनी शक्ति देने का कार्य करता है। यह श्रुति परम्परा के माध्यम से पीढ़ियों में हस्तांतरित होती है। डा. करुणा पांडे ने पर्वतीय अंचल के लोक वैशिष्ट्य को रेखांकित करते हुए इसे सर्वसमावेशी बताया।

महेन्द्र भीष्म ने कहा कि बुंदेली लोकजीवन में स्वाभिमान सर्वोपरि है और इसके साहित्य में शौर्य को विशेष स्थान मिला है। डा. अपूर्वा अवस्थी ने कन्नौजी लोक संस्कृति को धर्मप्राण बताते हुए उसके समृद्ध लोक विरासत पर विस्तार से चर्चा की। डा. संगीता शुक्ला ने कुमाऊं के गीत पुस्तक पर चर्चा की वहीं वरिष्ठ लोक गायिका विमल पन्त ने पारम्परिक कुमाऊंनी गीत सुनाया। रीता पाण्डेय ने पग पग लिए जाऊं तोहरी बलइया तथा उदीयमान गायिका राशी श्रीवास्तव ने कान्हा आन पड़ी मैं तेरे द्वार की प्रस्तुति दी।

कार्यक्रम में सर्वश्री अनिल पाण्डे, मीरा दीक्षित, वरिष्ठ लोक गायिका ऋचा जोशी, संस्थान की सचिव सुधा द्विवेदी, आशीष गुप्ता, सुनील अग्रवाल, नीरा मिश्रा, आभा शुक्ला, सरिता अग्रवाल, शारदा शुक्ला, सोनल ठाकुर, विश्वम्भर अवस्थी, कैप्टन प्रखर गुप्त, नैमिष सोनी, राजनारायन वर्मा, पूनम माथुर, सर्वेश माथुर, अंबुज अग्रवाल, रागिनी अग्रवाल, हर्षिका जायसवाल, देवेश्वरी पंवार, ललिता श्रीवास्तव, भूषण अग्रवाल, अखिलेश द्विवेदी, किरन यादव, दानवीर सिंह, आशुतोष राय सहित अन्य उपस्थित रहे। गुरुवार को लोक विमर्श में अवधी और भोजपुरी लोक भाषाओं पर चर्चा, संस्थान के वार्षिक सम्मान का वितरण और सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे।

*महाकुम्भ में स्वास्थ्य विभाग का दस्ता लगातार करे भ्रमण, पूछे लोगों का हाल, जरूरत हो तो उपचार कराए: मुख्यमंत्री**तेज ठंड...
07/01/2025

*महाकुम्भ में स्वास्थ्य विभाग का दस्ता लगातार करे भ्रमण, पूछे लोगों का हाल, जरूरत हो तो उपचार कराए: मुख्यमंत्री*

*तेज ठंड के बीच आम जन की स्वास्थ्य सुरक्षा के हों पुख्ता इंतजाम, अलर्ट रहे स्वास्थ्य तंत्र: मुख्यमंत्री*

*मुख्यमंत्री का निर्देश, जांच हो या दवाओं की उपलब्धता, सब कुछ हो चाक-चौबंद*

*मौसमी बीमारियों से बचाव की तैयारियों की मुख्यमंत्री ने की समीक्षा, दिए आवश्यक दिशा-निर्देश*

*लखनऊ, 07 जनवरी:-* मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ठंड के मौसम में आमजन की स्वास्थ्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पुख्ता इंतजाम रखने के निर्देश दिए हैं। मंगलवार को वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा, कि पूरे प्रदेश में तेज ठंड का मौसम है। शीतलहर चल रही है। यह समय बुजुर्गों, बच्चों और गंभीर रोग से ग्रस्त लोगों की सुरक्षा के दृष्टिगत विशेष सतर्कता बरतने वाले है। सर्दी, खांसी, श्वांस से जुड़े मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी संभावित है। ऐसे में स्वास्थ्य तंत्र को अलर्ट रहने की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि सभी सरकारी अस्पतालों में मरीजों को अच्छी चिकित्सा सुविधा मिलनी चाहिए। जांच हो या दवाओं की उपलब्धता, सब कुछ चाक-चौबंद हो। आम आदमी को परेशान न होना पड़े।

महाकुम्भ में तीर्थयात्रियों की स्वास्थ्य एवं चिकित्सा सुविधाओं की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी सेक्टरों में इलाज के पुख्ता इंतजाम हों। एम्बुलेंस की सुविधा उपलब्ध रहे। सर्दी, खांसी, बुखार जैसी मौसमी समस्या हो अथवा कोई अन्य गंभीर बीमारी, सभी को समुचित चिकित्सकीय सहायता मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि बीमार लोगों को सहायता उपलब्ध कराने के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम सभी सेक्टरों में सतत भ्रमण करे और लोगों का हाल-चाल ले, जरूरत हो तो उन्हें उचित चिकित्सकीय सहायता दिलाई जाए।

वृद्ध आश्रम में अपने आत्मीय जन से दूर अपने पारिवारिक जनों से दूर आश्रय ले रहे वृद्ध अपनी जिंदगी के आखिरी पड़ाव में अपनी ...
06/01/2025

वृद्ध आश्रम में अपने आत्मीय जन से दूर अपने पारिवारिक जनों से दूर आश्रय ले रहे वृद्ध अपनी जिंदगी के आखिरी पड़ाव में अपनी शारीरिक और मानसिक पीड़ाओं का वहन करते हुए और कातर निगाहों से अपने पारिवारिक जनों की बाट जोहते हुए प्रभात वेलफेयर फाउंडेशन की संस्थापिका व अध्यक्षा श्रीमती मंजूलिका अस्थाना व उनके सुपुत्र चिन्मय अस्थाना के द्वारा उनके मुखमंडल पर उनके हृदय में खुशी की लहर जागृत करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। चिरंजीव चिन्मय की वर्षगांठ के उपलक्ष में आज दिनांक ६ जनवरी २०२५ को स्नेहधारा वृद्धाश्रम में , इस अवसर पर चि॰चिन्मय ने सभी बुजुर्गों को इस भरी ठिठुरती सर्दी में सबको कंबल, समोसे, बिस्किट, केक ,गुलाब जामुन वितरित किये और सभी बुजुर्गों से आशीर्वाद प्राप्त किया । इस अवसर पर प्रभात वेलफेयर फाउंडेशन की संस्थापिका ने भी सभी का आशीर्वाद प्राप्त किया, इस शुभ अवसर पर श्रीमती अंशुलिका रस्तोगी, श्रीमती सूर्या मिश्रा,, श्रीमती मीना भारती, चिन्मय अस्थाना, शिवम , निर्मला एजुकेशन एंड वेलफेयर सोसाइटी की प्रेसिडेंट श्रीमती रिचा मिश्रा ने अपना सहयोग दिया। श्रीमती ऋतु गुप्ता का अपरोक्ष रूप से सहयोग रहा। स्नेहधारा वृद्धाश्रम की संस्थापिका डॉक्टर अर्चना सक्सेना एवं डॉक्टर अमित सक्सेना जी ने भी अपना सहयोग दिया । इस शीत लहर में वृद्ध आश्रम के सभी वृद्ध जनों के चेहरे आप सभी के प्रेम, स्नेह और सहयोग पाकर प्रफुलित हो उठे। आप सभी का व्यवहार जीवन से सराबोर और मानवता से भरा हुआ गर्माहट का एहसास करा कर सभी बुजुर्ग जनों को परोक्ष रूप से सराबोर कर गया।

06/01/2025

लखनऊ के प्रसिद्ध जनेश्वर मिश्र पार्क में बना है जुरासिक पार्क बच्चों के लिए बना है आकर्षण का केंद्र अद्भुत है यह पार्क जो बना है वेस्ट मटेरियल से

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