Expose Mafia

Expose Mafia Exposing Mafias

13/07/2021

इस बंदे के दिमाग को 21 तोपो की सलामी,

देखिये पूरा विडियो https://www.youtube.com/watch?v=q2gXpNYYycA
12/04/2021

देखिये पूरा विडियो
https://www.youtube.com/watch?v=q2gXpNYYycA

DNA: DNA: Why is the world cuddling the cow?In this section of DNA, we will analyse why is the world cuddling the cow?DNA: दुनिया क्यों लगा रही है गाय को गले...

13/08/2020

14 और 15 अगस्त 1947 की रात का पूरा सच.

फोटो 1 - श्री रामसेतुफोटो 2 -  अमेरिका में "यूनियन पेसिफिक" रेल लाइन ग्रेट साल्ट लेक के बीचो बीच से गुजरती हुईअमेरिका मे...
04/07/2020

फोटो 1 - श्री रामसेतु
फोटो 2 - अमेरिका में "यूनियन पेसिफिक" रेल लाइन ग्रेट साल्ट लेक के बीचो बीच से गुजरती हुई
अमेरिका में जब रेलवे ट्रैक का विस्तार हुआ तब कई रेल कंपनियों में रेलवे ट्रैक बिछाकर खूब सारी ट्रेन चला कर पैसे कमाने की होड़ मच गई लेकिन पूर्वी अमेरिका को पश्चिम अमेरिका को जोड़ते समय बीच में एक बेहद विशाल समुद्र जैसी झील थी जो अमेरिका की सबसे बड़ी झील है जिसका नाम द ग्रेट साल्ट लेक है।
बड़े-बड़े इंजीनियर के सामने सबसे बड़ी चुनौती थी इस झील के आर पार रेलवे ट्रैक कैसे बिछाया जाए। यूनियन पेसिफिक की टीम में एक इंजीनियर था जिसने रामायण पढ़ी थी और उसे रामसेतु के बारे में जानकारी थी वह भारत आया और राम सेतु का अध्ययन किया तब उसके दिमाग की घंटी बज गई और उसने यह पता लगा लिया कि यदि हम झील में एकदम सीधी रेलवे लाइन बिछाएंगे तब यह रेलवे ट्रैक लहरों से टूट सकता है और उसने ठीक रामसेतु के डिजाइन पर अपना रेलवे ट्रैक बनाया जो पिछले 60 सालों से अमेरिका में वही का वही खड़ा है और सेवा दे रहा है।
दरअसल जहां पर पानी लहरदार होती है वहां जिग जेग डिजाइन से ही स्टेबिलिटी मिलती है और रामसेतू रचना मुनिन्द्र ऋषि की कृपा से हुयी जो नल नील के पुज्य गुरूदेव थे ।
जय श्री राम 🙏🏻

Glimpse of Indo-China War 1962: When Indian Army lost a state to China, Girls from Indian Home Guard dressed in sarees p...
04/07/2020

Glimpse of Indo-China War 1962: When Indian Army lost a state to China, Girls from Indian Home Guard dressed in sarees picked up rifles & decided to face the mighty PLA.

These girls in sarees with a gun in their hand is a glorious chapter of 1962 Indo-China War, a story never told to Indians. These girls from Indian Home Guard in Tezpur picked up rifles & decided to stay back & face the Chinese Army & fought till the ceasefire.

These brave girls showed us what women can do if you are in a state of war.

More power to you ❤

ना जाने क्यों, कभी-कभी मेरे दिल में ख़्याल आता है, के कहीं ये दोनों SIM एक ही मोबाइल के तो नही हैं?....... 😑🤣😂😂
11/06/2020

ना जाने क्यों, कभी-कभी मेरे दिल में ख़्याल आता है, के कहीं ये दोनों SIM एक ही मोबाइल के तो नही हैं?....... 😑🤣😂😂

इस महानुभाव बुद्धिजीवी के लिए 2 शब्द
11/06/2020

इस महानुभाव बुद्धिजीवी के लिए 2 शब्द

09/06/2020

#विज्ञान_वनाम_शास्त्र_विधि🌻

जब किसी की मृत्यु होती थी तब भी 13 दिन तक उस घर में कोई प्रवेश नहीं करता था। यही Isolation period था। क्योंकि मृत्यु या तो किसी बीमारी से होती है या वृद्धावस्था के कारण जिसमें शरीर तमाम रोगों का घर होता है। यह रोग हर जगह न फैले इसलिए 14 दिन का quarantine period बनाया गया।

जो शव को अग्नि देता था उसको घर वाले तक नहीं छू सकते थे 13 दिन तक। उसका खाना पीना, भोजन, बिस्तर, कपड़े सब अलग कर दिए जाते थे। तेरहवें दिन शुद्धिकरण के पश्चात, सिर के बाल हटवाकर ही पूरा परिवार शुद्ध होता था ।

तब भी आप बहुत हँसे थे। bloody indians कहकर मजाक बनाया था।

जब किसी रजस्वला स्त्री को 4 दिन isolation में रखा जाता है ताकि वह भी बीमारियों से बची रहें और आप भी बचे रहें तब भी आपने पानी पी पी कर गालियाँ दी। और नारीवादियों को कौन कहे वो तो दिमागी तौर से अलग होती हैं उन्होंने जो जहर बोया कि उसकी कीमत आज सभी स्त्रियाँ तमाम तरह की बीमारियों से ग्रसित होकर चुका रही हैं।

जब किसी के शव यात्रा से लोग आते हैं घर में प्रवेश नहीं मिलता है और बाहर ही हाथ पैर धोकर स्नान करके, कपड़े वहीं निकालकर घर में आया जाता है, इसका भी खूब मजाक उड़ाया आपने।

आज भी गांवों में एक परंपरा है कि बाहर से कोई भी आता है तो उसके पैर धुलवायें जाते हैं। जब कोई भी बहू लड़की या कोई भी दूर से आता है तो वह तब तक प्रवेश नहीं पाता जब तक घर की बड़ी बूढ़ी लोटे में जल लेकर, हल्दी डालकर उस पर छिड़काव करके वही जल बहाती नहीं हों, तब तक। खूब मजाक बनाया था न।

इन्हीं सवर्णों को और ब्राह्मणों को अपमानित किया था जब ये गलत और गंदे कार्य करने वाले माँस और चमड़ों का कार्य करने वाले लोगों को तब तक नहीं छूते थे जब क वह स्नान से शुद्ध न हो जाय। ये वही लोग थे जो जानवर पालते थे जैसे सुअर, भेड़, बकरी, मुर्गा, कुत्ता इत्यादि जो अनगिनत बीमारियाँ अपने साथ लाते थे।
ये लोग जल्दी उनके हाथ का छुआ जल या भोजन नहीं ग्रहण करते थे तब बड़ा हो हल्ला आपने मचाया और इन लोगों को इतनी गालियाँ दी कि इन्हें अपने आप से घृणा होने लगी।

यही वह गंदे कार्य करने वाले लोग थे जो प्लेग, टी बी, चिकन पॉक्स, छोटी माता, बड़ी माता, जैसी जानलेवा बीमारियों के संवाहक थे और जब आपको बोला गया कि बीमारियों से बचने के लिए आप इनसे दूर रहें तो आपने गालियों का मटका इनके सिर पर फोड़ दिया और इनको इतना अपमानित किया कि इन्होंने बोलना छोड़ दिया और समझाना छोड़ दिया।

आज जब आपको किसी को छूने से मना किया जा रहा है तो आप इसे ही विज्ञान बोलकर अपना रहे हैं। Quarantine किया जा रहा है तो आप खुश होकर इसको अपना रहे हैं ।
पर शास्त्रों के उन्हीं वचनों को तो ब्राह्मणवाद/मनुवाद कहकर आपने गरियाया था और अपमानित किया था।
आज यह उसी का परिणति है कि आज पूरा विश्व इससे जूझ रहा है।

याद करिये पहले जब आप बाहर निकलते थे तो आप की माँ आपको जेब में कपूर या हल्दी की गाँठ इत्यादि देती थी रखने को।
यह सब कीटाणु रोधी होते हैं।
शरीर पर कपूर पानी का लेप करते थे ताकि सुगन्धित भी रहें और रोगाणुओं से भी बचे रहें।
लेकिन सब आपने भुला दिया।

आपको तो अपने शास्त्रों को गाली देने में और ब्राह्मणों को अपमानित करने में उनको भगाने में जो आनंद आता है शायद वह परमानंद आपको कहीं नहीं मिलता।

अरे समझो अपने शास्त्रों के level के जिस दिन तुम हो जाओगे न तो यह देश विश्व गुरु कहलायेगा।

तुम ऐसे अपने शास्त्रों पर ऊँगली उठाते हो जैसे कोई मूर्ख व्यक्ति के मूर्ख 7 वर्ष का बेटा ISRO के कार्यों पर प्रश्नचिन्ह लगाए।

अब भी कहता हूँ अपने शास्त्रों का सम्मान करना सीखो। उनको मानो। बुद्धि में शास्त्रों की अगर कोई बात नहीं घुस रही है तो समझ जाओ आपकी बुद्धि का स्तर उतना नहीं हुआ है। उस व्यक्ति के पास जाओ जो तुम्हे शास्त्रों की बातों को सही ढंग से समझा सके।
लेकिन गाली मत दो उसको जलाने का दुष्कृत्य मत करो।

जिसने विज्ञान का गहन अध्ययन किया होगा वह शास्त्र वेद पुराण इत्यादि की बातों को बड़े ही आराम से समझ सकता है correlate कर सकता है और समझा भी सकता है।

Note it down Mark my words again

पता नहीं कि आप इसे पढ़ेंगे या नहीं लेकिन मेरा काम है आप लोगों को जगाना जिसको जगना है या लाभ लेना है वह पढ़ लेगा।
यह भी अनुरोध है कि आप भले ही किसी भी जाति/समाज से हों धर्म के नियमों का पालन कीजिये इससे इहलोक और परलोक दोनों सुधरेगा।

॥सर्वे भवन्तु सुखिनः सवेँसनतु निरामया:॥
🔱 जय श्री राम 🔱

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अहम् सनातनी !!

✍️हमारे इतिहास को इन वामपंथीयो ने मिलकर इन 70 सालों में भारत के इतिहास के असली पन्ने कैसे फाड़े ओर क्या क्या जोड़ा देखिये....
05/06/2020

✍️हमारे इतिहास को इन वामपंथीयो ने मिलकर इन 70 सालों में भारत के इतिहास के असली पन्ने कैसे फाड़े ओर क्या क्या जोड़ा देखिये...
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1) भारत का इतिहास सिंधु घाटी सभ्यता से शुरू नही होता बल्कि सरयू तट से शुरू होता है जहाँ महर्षि मनु को अपने मनुष्य होने का ज्ञान हुआ और मानव सभ्यता विकसित हुई।
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2) रामायण और महाभारत हिन्दुओ के धर्मग्रंथ हो सकते थे शैक्षिक रूप से ये भारत का इतिहास है, जिन्हें पाठ्यक्रम में शामिल नहीं किया गया।
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3) सिंध को अरबो ने जीता अवश्य था मगर बप्पा रावल ने उन्हें मार मार कर भगाया भी था, मगर सिर्फ अरबो की विजय पढ़ाई जाती है और बप्पा रावल को कहानी किस्सों के भरोसे छोड़ दिया जाता है।
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4) व्यवस्था के अनुसार सम्राट पोरस ने सिकन्दर को रोका यह पढ़ाना आवश्यक नही था लेकिन अलाउद्दीन खिलजी ने मंगोलों को रोका ये बात याद से लिखी गयी।
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5) बाबर से औरंगजेब तक हर बादशाह के लिये अलग अध्याय है जबकि भारत गौरव शाली भारत पर कुछ नही।
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6) मुगलो का 1707 तक का तो इतिहास बता दिया मगर बड़ी ही चतुराई से उसके बाद सीधे 1757 का प्लासी युद्ध लिखकर अंग्रेजो को ले आये। इतनी जल्दी क्या थी जनाब, जरा 1737 में पेशवा बाजीराव द्वारा मुगलो की धुलाई भी पढ़ा देते।
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7) 1757 में मुगल सल्तनत का मराठा साम्राज्य में विलय हो गया था मगर जबरदस्ती उसका अंत 1857 मे पढ़ाया जाता है। 1757 से 1803 मुगल मराठा साम्राज्य के अधीन रहे और 1803 से 1857 अंग्रेजो के। 1757 के बाद कोई मुगल सल्तनत नही थी।
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8) पानीपत में मराठो की हार हुई ठीक है मगर ये उनका अंतिम युद्ध नही था वे दोबारा खड़े हुए और अंग्रेजो को भी धो दिया, ये कब पढ़ाओगे??? सिर्फ पानीपत पढ़ा दिया ताकि संदेश यह जाए कि हिन्दुओ ने हर युद्ध हारा है जबकि युद्ध के बाद महादजी सिंधिया ने अफगानों को जमकर कूटा था।
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9) जितने कागज बलबन, फिरोजशाह तुगलक और बहलोल लोदी पर लिखने में बर्बाद किये उन कागजो पर महादजी सिंधिया, नाना फडणवीस और तुकोजी होल्कर का वर्णन होना चाहिए था।

10) भारत ब्रिटेन का गुलाम नही उपनिवेश था।
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11) भारत 200 नही 129 वर्ष ब्रिटेन की कॉलोनी रहा, (1818 में मराठा साम्राज्य के पतन से 1947 में कांग्रेस शासन तक)

12) आंग्ल मराठा युद्ध 1857 की क्रांति से भी बड़े थे इसलिए उनका विवरण पहले होना चाहिए मगर गायब है क्योकि बखान टीपू सुल्तान का करना था।
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13) 1947 में 2 राष्ट्रों का उदय नही हुआ बल्कि एक ही का हुआ, हिंदुस्तान सदियों से उदित है और हमेशा रहेगा। ज्यादा सेक्युलर हो तो दूसरे आतंकी राष्ट्र की चिंता करो, नक्शे पर कुछ ही दिन का मेहमान है।
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14) 1962 में भारत चीन से पराजित हुआ मगर 1967 में चीन को हराया भी, वो कौन पढ़ायेगा???

15) सामाजिक विज्ञान में एक पाठ आता है भारत और आतंकवाद, उसमे बड़े बड़े उदाहरण बताए जाते है मगर उनके पीछे का इस्लामिक कारण नही पढ़ाया जाता।
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कुल मिलाकर भारत भूमि के साथ बहुत आघात किया है कोंग्रेस वामपंथी ओर सेकुलर राजनीतिक दलों ने मिलकर, हमारी पीढ़ियों को झूठा इतिहास पढ़ाकर स्वाभिमान शून्य करने का सुनियोजित षड्यंत्र किया गया 70 वर्षो तक स्कूलों में झूठा इतिहास पढ़ा पढ़ा कर हिन्दुओ की तीन पीढ़ियों को स्वाभिमान शून्य कर दिया जिसका खामियाजा आज देश भुगत रहा है हिन्दू देश धर्म और अपने इतिहास से अनजान हो गया ओर यही उद्देश्य था कोंग्रेस वामपंथीयो का।

🤔धर्मों रक्षति रक्षितः🤔

✍️समस्त सनातन धर्म प्रेमी भगिनी बंधुओ का सादर अभिनंदन है🎪🙏🎪

01/06/2020
क्या यह काल पुनः लौटकर आएगा..?सन् 1818 में ईस्ट इंडिया कम्पनी द्वारा जारी एक आना का सिक्का जिस पर राम लक्ष्मण सीता और हन...
01/06/2020

क्या यह काल पुनः लौटकर आएगा..?

सन् 1818 में ईस्ट इंडिया कम्पनी द्वारा जारी एक आना का सिक्का जिस पर राम लक्ष्मण सीता और हनुमान अंकित है।

्री_राम
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देखो ये कोरोना वाला दृश्य तो नहीं ,ये 1947का दृश्य है जो नेहरु और जिन्ना की पीएम बनने की पिपासा का हश्र ।तब कोई मोदी नही...
01/06/2020

देखो ये कोरोना वाला दृश्य तो नहीं ,ये 1947का दृश्य है जो नेहरु और जिन्ना की पीएम बनने की पिपासा का हश्र ।तब कोई मोदी नहीं था ।
जो लोग मज़दूरों के पलायन और श्रमिक ट्रेनों पर मोदी सरकार पर घटिया टिप्पणियाँ कर रहे हैं उन्हें याद करना चाहिये।
1947 में भी पलायन हुआ था जो करोना महामारी की वजह से नहीं बल्कि एक आदमी के प्रधानमंत्री बनने की भूख की वजह से हुआ था। तब लाशों से भरी ट्रेनें आई थी और कोई नहीं भौंका था।
फिर स्वतंत्र भारत में 1990में एक पलायन हुआ। काश्मीर से कश्मीरी हिन्दुओं का।क्या नहीं किया गया केंद्र में मुफ्ती मुहम्मद सईद और काश्मीर में फारुख अब्दुला की सरकार थी मस्जिदों से फरमान जारी हो गया पंडितो काश्मीर छोडो अपनी बेटियों को हमें दे जाओ। एक पुलिस अफसर को मारकर चारों ओर बाइक से चक्कर काट काट कर टुकडे टुकडे किये गये उसकी बेटी से बलात्कार हुआ स्त्रियों को उरोज काटे गये दस दस लोगों ने घृणित जघन्य बलात्कार किया ।तब कोई खबर नहीं बनी न टीवी में बहस हुई न अखबार में ।क्यों??

यह श्रमिकों पर राजनीति करने वाले वही हैं जिन्होंने इन्हें उकसा भड़का कर पलायन करवाया ।

पीढ़ियां गुजर गईं उनकी लेकिन ज़ख्म आज भी ताजा हैं।
ये गगनचुंबी इमारत बनाने वालों के श्रम का उपभोग दिल्ली मुंबई ने खूब किया। फ्री की बिजली पानी कहां गयी केजरीवाल की? चार लाख लोगों का खाना किसे खिला रहे रोहिंग्या और बांग्लादेशियों को या और कोई कागजी भूत को???😡 जनता देश में छुपे हुए गद्दारों को पहचाने एवं इनको मुंहतोड़ जवाब दें✊🚩

वामपंथ और जिहाद के डरावने सपनों के बीच सुबह की पहली किरण है सनातन धर्म ..(अर्जुन प्रतिमा, बाली, इंडोनेशिया में )
01/06/2020

वामपंथ और जिहाद के डरावने सपनों के बीच सुबह की पहली किरण है सनातन धर्म ..
(अर्जुन प्रतिमा, बाली, इंडोनेशिया में )

पहले गौतम गंभीर पैसे दे रहे थे, तो कहते है पैसे नहीं चाहिए , अब कहते है केंद्र पैसे दे 🤔
01/06/2020

पहले गौतम गंभीर पैसे दे रहे थे, तो कहते है पैसे नहीं चाहिए , अब कहते है केंद्र पैसे दे 🤔

तिब्बत भी हमारा है... महाराज हरी सिंह जी ने जम्मू कश्मीर के साथ सारा तिब्बत का भी भारत में विलय कर दिया था.. तो तिब्बत क...
01/06/2020

तिब्बत भी हमारा है... महाराज हरी सिंह जी ने जम्मू कश्मीर के साथ सारा तिब्बत का भी भारत में विलय कर दिया था.. तो तिब्बत कैसे गया...? वह स्वतंत्र राष्ट्र नहीं भारत का अविभाज्य अंग है...!! जिसे चीन ने हथीया लिया है...!! अब तिब्बत की भी POK जेसे भारत में विलय की बात करना चाहिए। तिब्बत भी हमारा है तिब्बती भी हमारे है...!!
(महाराज की उपाधि भी इस बात का साक्ष्य है।)

ये एक तमाचा हैं उन कम दिमाग वालों के लिए जो बीजेपी को धर्म के आधार पर बाँटते हैं।।जिसका लक्ष्य सबका साथ सबका विकास और सब...
01/06/2020

ये एक तमाचा हैं उन कम दिमाग वालों के लिए जो बीजेपी को धर्म के आधार पर बाँटते हैं।।
जिसका लक्ष्य सबका साथ सबका विकास और सबका विश्वास हैं वो ऐसा सोच भी कैसे सकती हैं।।

आपको बताते हुए बड़ा हर्ष हो रहा है सेकुलरों के दमाद चोरी के आरोप में पकड़े गए हैं
01/06/2020

आपको बताते हुए बड़ा हर्ष हो रहा है सेकुलरों के दमाद चोरी के आरोप में पकड़े गए हैं

दुनिया के सबसे शक्तिशाली देशों के ग्रुप में भारत की होगी एंट्री
01/06/2020

दुनिया के सबसे शक्तिशाली देशों के ग्रुप में भारत की होगी एंट्री

मुस्लिम बहुल मेवात दिल्ली से ज्यादा दूर नहीं है। लेकिन प्रताड़ना ऐसी जैसे पाकिस्तान हो। हिंदुओं के रेप, जबरन धर्मांतरण क...
01/06/2020

मुस्लिम बहुल मेवात दिल्ली से ज्यादा दूर नहीं है। लेकिन प्रताड़ना ऐसी जैसे पाकिस्तान हो। हिंदुओं के रेप, जबरन धर्मांतरण की घटनाएँ रोंगेटे खड़ी करने वाली हैं।

क्या हरियाणा का मेवात मिनी पाकिस्तान है? यह सवाल पूर्व जस्टिस पवन कुमार की अगुवाई वाली 4 सदस्यीय जाँच समिति की रिपोर्ट से खड़ी हुई है।

Jayanti Mishra की रिपोर्ट

https://hindi.opindia.com/national/vhp-haryana-mewat-pakistan-committee-former-justice-pawan-kumar-muslim-atrocities-valmiki-mahasabha/?fbclid=IwAR0O9tMjpyIxA63xflUPwM55lLPAWQyo7S6XAbBguYBPfc8tU3bxJm_bx3c

मुस्लिम बहुल मेवात में हिंदुओं खासकर दलितों के उत्पीड़न की घटनाएँ आम है। रेप, जबरन धर्मांतरण जैसे सामान्य बात हो।

रायचूर में सड़कचौड़ीकरण में मस्जिद दीवार तोड़ने पर मिला मंदिर का स्तंभ!सोचिये,छोटे नगर,ग्रामों में कितने मंदिरों को मस्ज...
01/06/2020

रायचूर में सड़कचौड़ीकरण में मस्जिद दीवार तोड़ने पर मिला मंदिर का स्तंभ!
सोचिये,छोटे नगर,ग्रामों में कितने मंदिरों को मस्जिद बनाया गया होगा?

 #मुल्तान विजय के बाद  #कासिम के आतंकवादियों ने एक विशेष सम्प्रदाय हिन्दू के ऊपर गांवो शहरों में भीषण रक्तपात मचाया था ह...
01/06/2020

#मुल्तान विजय के बाद #कासिम के आतंकवादियों ने एक विशेष सम्प्रदाय हिन्दू के ऊपर गांवो शहरों में भीषण रक्तपात मचाया था हजारों स्त्रियों की छातियाँ नोच डाली गयीं इस कारण अपनी लाज बचाने के लिए हजारों सनातनी किशोरियां अपनी अस्मिता की रक्षा के लिए कुंए तालाब में डूब मरीं लगभग सभी युवाओं को या तो मार डाला गया या गुलाम बना लिया गया #अरब ने पहली बार भारत को अपने इस्लाम का रूप दिखाया था।

एक बालक #तक्षक के पिता #कासिम की सेना के साथ हुए युद्ध में वीरगति को प्राप्त हो चुके थे लुटेरी अरब सेना जब #तक्षक के गांव में पहुची तो हाहाकार मच गया। स्त्रियों को घरों से खींच खींच कर उनकी आबरू लूटी जाने लगी भय से आक्रांत तक्षक के घर में भी सब चिल्ला उठे तक्षक और उसकी दो बहनें भय से कांप उठी थीं।

तक्षक की माँ पूरी परिस्थिति समझ चुकी थी उसने कुछ देर तक अपने बच्चों को देखा और जैसे एक निर्णय पर पहुच गयी माँ ने अपने तीनों बच्चों को खींच कर छाती में चिपका लिया और रो पड़ी। फिर देखते देखते उस #क्षत्राणी ने म्यान से तलवार खीचा और अपनी दोनों बेटियों का सर काट डाला उसके बाद अरबों द्वारा उनकी काटी जा रही गाय की तरफ और बेटे की ओर अंतिम दृष्टि डाली और तलवार को अपनी छाती में उतार लिया।

आठ वर्ष का बालक #तक्षक एकाएक समय को पढ़ना सीख गया था, उसने भूमि पर पड़ी मृत माँ के आँचल से अंतिम बार अपनी आँखे पोंछी और घर के पिछले द्वार से निकल कर खेतों से होकर जंगल में भाग गया।

#पचीस_वर्ष बीत गए। अब वह बालक बत्तीस वर्ष का पुरुष हो कर कन्नौज के प्रतापी शासक
#नागभट्ट_द्वितीय का मुख्य अंगरक्षक था। वर्षों से किसी ने उसके चेहरे पर भावना का कोई चिन्ह नही देखा था वह न कभी खुश होता था न कभी दुखी। उसकी आँखे सदैव प्रतिशोध की वजह से अंगारे की तरह लाल रहती थीं उसके पराक्रम के किस्से पूरी सेना में सुने सुनाये जाते थे अपनी तलवार के एक वार से हाथी को मार डालने वाला तक्षक सैनिकों के लिए आदर्श था कन्नौज नरेश नागभट्ट अपने अतुल्य पराक्रम से अरबों के सफल प्रतिरोध के लिए ख्यात थे सिंध पर शासन कर रहे अरब कई बार कन्नौज पर आक्रमण कर चुके थे पर हर बार योद्धा #राजपूत उन्हें खदेड़ देते युद्ध के सनातन नियमों का पालन करते नागभट्ट कभी उनका पीछा नहीं करते, जिसके कारण मुस्लिम शासक आदत से मजबूर बार बार मजबूत हो कर पुनः आक्रमण करते थे। ऐसा पंद्रह वर्षों से हो रहा था।

फिर से सभा बैठी थी, अरब के खलीफा से सहयोग लेकर सिंध की विशाल सेना कन्नौज पर आक्रमण के लिए प्रस्थान कर चुकी है, और संभवत: दो से तीन दिन के अंदर यह सेना कन्नौज की सीमा पर होगी इसी सम्बंध में रणनीति बनाने के लिए महाराज नागभट्ट ने यह सभा बैठाई थी सारे सेनाध्यक्ष अपनी अपनी राय दे रहे थे...

तभी अंगरक्षक तक्षक उठ खड़ा हुआ...

"और बोला- महाराज, हमे इस बार दुश्मन को उसी की शैली में उत्तर देना होगा।"

महाराज ने ध्यान से देखा अपने इस अंगरक्षक की ओर, बोले- "अपनी बात खुल कर कहो तक्षक, हम कुछ समझ नही पा रहे।"

"महाराज, अरब सैनिक महाबर्बर हैं उनके साथ सनातन नियमों के अनुरूप युद्ध कर के हम अपनी प्रजा के साथ घात ही करेंगे। उनको उन्ही की शैली में हराना होगा।"

महाराज के माथे पर लकीरें उभर आयीं, बोले-
"किन्तु हम धर्म और मर्यादा नही छोड़ सकते सैनिक। "

तक्षक ने कहा-
"मर्यादा का निर्वाह उसके साथ किया जाता है जो मर्यादा का अर्थ समझते हों ये बर्बर धर्मोन्मत्त राक्षस हैं महाराज इनके लिए हत्या और बलात्कार ही धर्म है।"

"पर यह हमारा धर्म नही हैं बीर"

"राजा का केवल एक ही धर्म होता है महाराज, और वह है प्रजा की रक्षा #देवल और #मुल्तान का युद्ध याद करें महाराज, जब कासिम की सेना ने #दाहिर को पराजित करने के पश्चात प्रजा पर कितना अत्याचार किया था ईश्वर न करे, यदि हम पराजित हुए तो बर्बर अत्याचारी अरब हमारी स्त्रियों, बच्चों और निरीह प्रजा के साथ कैसा व्यवहार करेंगे, यह महाराज जानते हैं।"

महाराज ने एक बार पूरी सभा की ओर निहारा, सबका मौन तक्षक के तर्कों से सहमत दिख रहा था। महाराज अपने मुख्य सेनापतियों मंत्रियों और तक्षक के साथ गुप्त सभाकक्ष की ओर बढ़ गए।

अगले दिवस की संध्या तक कन्नौज की पश्चिम सीमा पर दोनों सेनाओं का पड़ाव हो चूका था, और आशा थी कि अगला प्रभात एक भीषण युद्ध का साक्षी होगा।

आधी रात्रि बीत चुकी थी। अरब सेना अपने शिविर में निश्चिन्त सो रही थी अचानक तक्षक के संचालन में कन्नौज की एक चौथाई सेना अरब शिविर पर टूट पड़ी अरबों को किसी हिन्दू शासक से रात्रि युद्ध की आशा न थी। वे उठते,सावधान होते और हथियार सँभालते इसके पुर्व ही आधे अरब गाजर मूली की तरह काट डाले गए।

इस भयावह निशा में तक्षक का शौर्य अपनी पराकाष्ठा पर था वह घोडा दौड़ाते जिधर निकल पड़ता उधर की भूमि शवों से पट जाती थी आज माँ और बहनों की आत्मा को ठंडक देने का समय था....

उषा की प्रथम किरण से पुर्व अरबों की दो तिहाई सेना मारी जा चुकी थी सुबह होते ही बची सेना पीछे भागी, किन्तु आश्चर्य महाराज नागभट्ट अपनी शेष सेना के साथ उधर तैयार खड़े थे दोपहर होते होते समूची अरब सेना काट डाली गयी। अपनी बर्बरता के बल पर विश्वविजय का स्वप्न देखने वाले आतंकियों को पहली बार किसी ने ऐसा उत्तर दिया था।

विजय के बाद महाराज ने अपने सभी सेनानायकों की ओर देखा, उनमे तक्षक का कहीं पता नही था।सैनिकों ने युद्धभूमि में तक्षक की खोज प्रारंभ की तो देखा-लगभग #हजार अरब सैनिकों के शव के बीच तक्षक की मृत देह दमक रही थी उसे शीघ्र उठा कर महाराज के पास लाया गया कुछ क्षण तक इस अद्भुत योद्धा की ओर चुपचाप देखने के पश्चात महाराज नागभट्ट आगे बढ़े और तक्षक के चरणों में अपनी तलवार रख कर उसकी मृत देह को प्रणाम किया युद्ध के पश्चात युद्धभूमि में पसरी नीरवता में भारत का वह महान सम्राट गरज उठा-

"आप आर्यावर्त की वीरता के शिखर थे #तक्षक भारत ने अबतक मातृभूमि की रक्षा में प्राण न्योछावर करना सीखा था आप ने मातृभूमि के लिए प्राण लेना सिखा दिया। भारत युगों युगों तक आपका आभारी रहेगा।"

इतिहास साक्षी है इस युद्ध के बाद अगले तीन शताब्दियों तक #अरबों में भारत की तरफ आँख उठा कर देखने की हिम्मत नही हुई। #तक्षक ने सिखाया कि मातृभूमि के लिए प्राण दिए ही नही लिए भी जाते हैं

आप दरगाह जा सकते हैं, नमाज में खड़े हो सकते हैं, टोपी लगा सकते हैं। रोजा-इफ्तार की दावत में शामिल हो सकते हैं लेक़िन वे ...
01/06/2020

आप दरगाह जा सकते हैं, नमाज में खड़े हो सकते हैं, टोपी लगा सकते हैं। रोजा-इफ्तार की दावत में शामिल हो सकते हैं लेक़िन वे आप की प्रार्थना में हाथ तक नहीं जोड़ेंगे। उनका स्टैंड एकदम क्लियर है...

वो अपने मज़हब के साथ धोख़ा नहीं करते जैसे हम हिंदू “सेक्युलरिज़्म” की आड़ में करते हैं!

शांतिदूत ओर वामपंथी कितने ख़तरनाक हो सकते है.भरत मै इसकी तैयारी चल रही है. अगर कोइ दंगा हो तोह इनके ट्वीट जरूर देख लेना. ...
01/06/2020

शांतिदूत ओर वामपंथी कितने ख़तरनाक हो सकते है.
भरत मै इसकी तैयारी चल रही है. अगर कोइ दंगा हो तोह इनके ट्वीट जरूर देख लेना.

#शांति_दूतों_की_क्रोनोलॉजी_समझिए

1982 में #सोमालिया की राजधानी #मोगादिशु में एक लड़की एक #मुस्लिम के घर पैदा हुई जिसका नाम #इल्हान_ओमर था

फिर जब कई दशकों तक सोमालिया #गृह_युद्ध में जलने लगा तब एक ग्रुप के साथ हुआ टीनएजर लड़की इल्हान उमर #शरणार्थी बनकर अमेरिका आ गई और अमेरिका ने उसके ऊपर #दया करके उसे अपने यहां #शरण दे दिया

और इस तरह सोमालियाई मुस्लिम लड़की इल्हान उमर अमेरिका में शरणार्थी बनकर रहने लगी

उसके बाद उसने एक अमेरिकी नागरिक से विवाह किया जिससे उसे अमेरिका की #नागरिकता मिल गई फिर अभी वह चुनाव लड़के अमेरिका की #सांसद बन गई

अभी अमेरिका में जो #दंगे हो रहे हैं उसमें इस मुस्लिम सांसद इल्हान ओमर की बेटी को कई जगह माइक लेकर दंगाइयों को भड़काते देखा जा रहा है इतना ही नहीं वह अपने ट्विटर पर भी दंगाइयों को भड़का रही है और अमेरिका के वामपंथी हिंसक संगठन #एंटीफा_ANTIFA को सपोर्ट कर रही है

यानी जिस देश ने इनके ऊपर दया करके शरण दिया उस देश को जलाने जैसा निकृष्ट कार्य सिर्फ यही कर सकते हैं

यानी पहले अपने मूल देश यानी सोमालिया लीबिया इथोपिया युगांडा सीरिया को जलाओ

फिर शरणार्थी बनकर दूसरे देश में जाओ उसके बाद जो देश दया करके शरण दे उस देश को भी जलाओ

Middle eastern Barbie doll's philosophy 😃
01/06/2020

Middle eastern Barbie doll's philosophy 😃

5000 करोड़ चाहिए घुँघरू सेठ को🤔ताकि ये इमामों को १८००० सैलरी दे पाए 😡
31/05/2020

5000 करोड़ चाहिए घुँघरू सेठ को🤔
ताकि ये इमामों को १८००० सैलरी दे पाए 😡

सच्चाई छुप नहीं सकती, बनावट के उसूलों से ।कि खुशबू आ नहीं सकती, कभी कागज़ के फूलों से ।।
31/05/2020

सच्चाई छुप नहीं सकती, बनावट के उसूलों से ।
कि खुशबू आ नहीं सकती, कभी कागज़ के फूलों से ।।

Do you know the name of the christian Missionary group .. Which filed the complaint against "Bharat Mata" statue in Kany...
31/05/2020

Do you know the name of the christian Missionary group .. Which filed the complaint against "Bharat Mata" statue in Kanyakumari ....it was called ...."All India Christian Development Army".....

कोरोना के जंग में न.1 मोदी जीमेरा भारत महान 🇮🇳🇮🇳🇮🇳
31/05/2020

कोरोना के जंग में न.1 मोदी जी
मेरा भारत महान 🇮🇳🇮🇳🇮🇳

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