Lifecoach Krishan Kant

  • Home
  • Lifecoach Krishan Kant

Lifecoach Krishan Kant Krishan Kant Upadhyay.Mere page par helth, brain power aur Lifecoaching ki videos post ki jati hai.

        कृष्ण कहते हैं ,"अर्जुन एक बात समझ कि यहां हर मनुष्य का अपना एक शास्त्र होता है जो इस पल के वर्तमान सत्य के अनुस...
21/01/2025

कृष्ण कहते हैं ,"अर्जुन एक बात समझ कि यहां हर मनुष्य का अपना एक शास्त्र होता है जो इस पल के वर्तमान सत्य के अनुसार उसकी अंतरात्मा से निकला है और वही हर मनुष्य का अपना वास्तविक सत्य होता है ।तेरा वर्तमान सत्य दिल खोलकर युद्ध करना है, अतः तू ना तो दूसरों के लिखे शास्त्रों को और ना ही युद्ध के परिणामों को बीच में ला तू अपनी आत्मा के शास्त्र की शरण ले , उसकी आवाज सुन उसकी पुकार युद्ध की है और यह शास्त्रीय आत्मज्ञान हर मनुष्य के भीतर होता है वर्तमान में क्या करना है या क्या नहीं हर अंतरात्मा को पता होता है परंतु हर एक का यह ज्ञान बाहर के शास्त्रीय ज्ञान तथा परिणाम की चिंता के कारण ढक जाता है। उसी से वह क्या करना तथा क्या नहीं करना इसको लेकर भ्रमित होता रहता है । अतः तू ज्ञान पाना चाहता है तो सुन ले ज्ञान तो तेरी अंतरात्मा में पड़ा ही हुआ है उसे बस तुझे अपने सुने हुए शास्त्र ज्ञान को शून्य करना है तथा परिणाम की चिंता त्याग देनी है। कहने का मतलब है कि हमें क्या करना है यह हमारे अंदर से आता है लेकिन बाहर से देखकर के सुनकर के हम कोई दूसरा काम करने लगते हैं जिसकी वजह से परिणाम अच्छे नहीं आते इसलिए सभी मनुष्य को जो उसकी अंतरात्मा से आवाज आती है । उस कार्य को करना चाहिए ऐसा करने से हमारा मन काम करने में लगता है और भविष्य में कोई चिंता भी नहीं होती।

कृष्ण कहते हैं तू फलों का सहारा देकर युद्ध के मैदान से भगाना चाह रहा है ,लेकिन सत्य है अर्जुन कि तेरा कर्म करने पर अधिका...
19/01/2025

कृष्ण कहते हैं तू फलों का सहारा देकर युद्ध के मैदान से भगाना चाह रहा है ,लेकिन सत्य है अर्जुन कि तेरा कर्म करने पर अधिकार है उसके फलों पर नहीं। हे अर्जुन मनुष्य की निगाह सिर्फ काम पर होनी चाहिए उसे करने या ना करने के कर्म पर नहीं। तू युद्ध करने के हजारों कारण सोचकर युद्ध के मैदान में पहुंचा है और यहां आकर युद्ध न करने के हजार कारण गिना रहा है। तू निगाह सिर्फ उसे काम पर लगा जो सामने है। तू निगाह फल से हटा दे, तू निगाह कारण पर से हटा दे ,ऐसा करने पर तुझे सिर्फ युद्ध दिखाई देगा। ऐसा करने से तू दिल खोल कर हंसते हुए युद्ध कर पाएगा और तू इस युद्ध में अपना श्रेष्ठ प्रदर्शन कर पाएगा। तू फल की सोचेगा या स्वयं को कर्म में विभाजित करेगा तो तुम इस युद्ध में अपना श्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं कर पाएगा , क्योंकि परिणाम तेरे सोचने के नहीं कर्म करने के आएंगे। अतः तू मेरे इस सूत्र को सुख और सफलता के शिखर छूने का महासूत्र समझ ले । अतः तू यहां वहां की सारी बातें छोड़ दे, यह जान ले कि हमारा सिर्फ कर्म का पर अधिकार है उसके फलों पर नहीं ।सो तू यह मानते हुए दिल खोलकर युद्ध कर और बाकी सब उसे पर छोड़ दे जिसके हाथ में सब कुछ है।
कहने का मतलब है कि जब हम कोई काम करते हैं तो सोचते हैं कि परिणाम अच्छा आएगा या बुरा लेकिन सत्य है कि हमें उस काम को अच्छे से करना चाहिए और जब वह कम अच्छे से करेंगे तो परिणाम तो अच्छा आएगा ही, लेकिन हर समय अगर फल की चिंता करेंगे तो हम कर्म अच्छा नहीं कर पाएंगे । इसलिए अपना 100% काम करने पर लगा देना चाहिए।

        गीता में कृष्ण कहते हैं , "हे अर्जुन तुम जय पराजय, लाभ हानि, सुख दुख को समान मानकर युद्ध के लिए तैयार हो जा। इन ...
18/01/2025

गीता में कृष्ण कहते हैं , "हे अर्जुन तुम जय पराजय, लाभ हानि, सुख दुख को समान मानकर युद्ध के लिए तैयार हो जा। इन सबको सम मानने से तुम पाप को उपलब्ध नहीं होगा ।इन तीनों को सम मानने के बाद के बाद कोई कुछ भी करें कभी पाप को प्र प्राप्त नहीं होता, क्योंकि यदि कुछ पाप है तो वह स्वार्थ है मनुष्य को चाहिए कि अपने सारे कर्मों से इन रूकावटों को हटा दें। मेरे किसी कर्म में जय पराजय या लाभ हानि की कोई गणना नहीं होती , जबकि दूसरी ओर सामान्य मनुष्य कर्मों में से इन सब का विचार हटा दे तो शायद वह दो कदम नहीं चल पाए। जीवन का यही तो रहस्य जो सबको समझना है । सबको समझना है कि सुख-दुख से ऊपर आनंद होता है लाभ हानि से ऊपर संतोष होता है जय पराजय से ऊपर कर्तव्य होता है । कर्म आनंद व संतोष हेतु कर्तव्य मानकर किया जाता है तो धर्म वरना अधर्म।सवाल युद्ध या संन्यास का नहीं है सवाल कर्म के पीछे के कारण का है।
अतः जब भी हमें लगे कि जीवन में बहुत सारी परेशानियां है पता नहीं कब छुटकारा मिलेगा तो कृष्ण की इन बातों से सीख लेते हुए अपना सारा ध्यान कर्म पर लगा देना चाहिए उस कर्म से अगर समस्या भी आए मतलब फल अच्छा नहीं मिल रहा तो कोई बात नहीं बस कर्म करते जाओ यहां कुछ भी अच्छा या बुरा नहीं है , लाभ या हानि नहीं है ।

        महाभारत का युद्ध कुरुक्षेत्र में हुआ था। कुरुक्षेत्र का यह मैदान बाहर नहीं है यह संसार हर मनुष्य का अपना एक कुरु...
17/01/2025

महाभारत का युद्ध कुरुक्षेत्र में हुआ था। कुरुक्षेत्र का यह मैदान बाहर नहीं है यह संसार हर मनुष्य का अपना एक कुरुक्षेत्र का मैदान है जिसे देखो वह संसार से एक संघर्ष छेड़े ही हुए हैं ,लेकिन सच यह है कि जीवन का कोई भी युद्ध बाहर नहीं है। जीवन के तमाम संघर्षों का मूल भीतर ही होता है ।महाभारत के तीनों प्रमुख पात्र हर मनुष्य के भीतर है। अर्जुन मन और बुद्धि के रूप में ,दुर्योधन अहंकार के रूप में और कृष्ण एक दृष्टा के रूप में हर एक के भीतर हमेशा मौजूद ही रहते हैं और हर एक के भीतर के अर्जुन और दुर्योधन में संघर्ष चलता ही रहता है और बाहर के चल रहे सारे संघर्ष उसके भीतर चल रहे इसी संघर्ष का परिणाम होता है लेकिन जो कृष्ण की तरह दृष्टा हो गया उसके भीतर कोई संघर्ष नहीं है , उसके मन बुद्धि और अहंकार में कोई भी विवाद नहीं है और जब भीतर संघर्ष नहीं तो वह बाहर कभी किसी युद्ध का हिस्सा नहीं हो सकता।जीवन को देखने की दो दृष्टि है एक बाहर से देखना जिसे माया कहते हैं और दूसरी है स्पिरिचुअल जो भीतर देखना सिखाती है और यह स्पिरिचुअलिटी ही जीवन को देखने की एक सच्ची दृष्टि है।

          यह पुस्तक भगवत गीता की साइकोलॉजी पर आधारित है इसमें संपूर्ण 700 श्लोकों के सार आज की भाषा में बताया गया है और ...
16/01/2025


यह पुस्तक भगवत गीता की साइकोलॉजी पर आधारित है इसमें संपूर्ण 700 श्लोकों के सार आज की भाषा में बताया गया है और समझाया गया है कि कृष्ण अर्जुन और दुर्योधन कहीं बाहर नहीं हमारे अंदर है। जब हमारे साथ कुछ गलत होता है तो उसकी जड़ हमारे अंदर होती है।हमारे अंदर के दुर्योधन और अर्जुन पर विजय पाकर कृष्ण जैसा दृष्टा बनकर अपने जीवन के दुखों से छुटकारा पाया जा सकता है।

अपनी कमाई का 70% अपनी ज़रूरतों जैसे रूम रेंट, राशन, दवाई और यातायात पर खर्च करें और 30% अपने पसंद की चीजों जैसे मोबाइल र...
15/01/2025

अपनी कमाई का 70% अपनी ज़रूरतों जैसे रूम रेंट, राशन, दवाई और यातायात पर खर्च करें और 30% अपने पसंद की चीजों जैसे मोबाइल रिचार्ज कोई कोर्स या स्किल सीखने या मनोरंजन के लिए खर्च करना और 20% सेविंग के लिए बचाकर रखने चाहिए । यहीं सेविंग हमे भविष्य में होने वाली इमरजेंसी से बचने में मदद करेगी।
अगर हमारी कमाई 10000 हैं ,
तो हर महीने हमें 2000 सेविंग के लिए बचाकर रखने चाहिए उसके बाद बाकी खर्चों के लिए देने चाहिए नहीं तो महीने के लास्ट तक कुछ भी नहीं बच पाएगा। और इस तरह एक साल बाद हमारे पास 24000 रूपये होंगे।

    06 जब भी हमें बाइक लेनी हो या फोर व्हीलर लेना हो तो हमारे पास दो ऑप्शन होते हैं एक तो नई गाड़ी लेने का और एक है सेकं...
14/01/2025


06 जब भी हमें बाइक लेनी हो या फोर व्हीलर लेना हो तो हमारे पास दो ऑप्शन होते हैं एक तो नई गाड़ी लेने का और एक है सेकंड हैंड। अगर हमारे पास बजट है तब तो सही है लेकिन अगर कम बजट है तो हमें सेकंड हैंड की तरफ बढ़ना चाहिए, क्योंकि काम वह भी उतना ही करती है मान लो हमें नई बाइक खरीदने के लिए 90000 के लोन लेने पड़ते हैं उसे स्थिति में हमारे पास एएमी का बोझ ज्यादा रहेगा
लेकिन जब हम सेकंड हैंड लेंगे तो वह लगभग 30 से 40000 में मिल जाएगा अब हमें लोन चुकाने के लिए कम EMI देना पड़ेगा और हमारे पास हर महीने दूसरे खर्चों के लिए पैसे भी बचेंगे, पहले स्थिति में हमें सारे पैसे EMI में लगा देने पड़ते और दूसरी स्थिति में हमारा काम भी हो गया और हमे कम EMI भी चुकानी पड़ी और खर्चो के लिए पैसे भी बच गया इसलिए जब भी कम बजट में काम चलाना हो तो सेकंड हैंड के लिए लोन लेना आसान पड़ता है और हमें रात की नींद भी अच्छे से आती है।

जब भी हमें ज्यादा पैसों की जरूरत होती है तब हम घबरा जाते हैं क्योंकि हर महीने आने वाली सैलरी से अचानक बहुत सारे पैसे इकट...
12/01/2025

जब भी हमें ज्यादा पैसों की जरूरत होती है तब हम घबरा जाते हैं क्योंकि हर महीने आने वाली सैलरी से अचानक बहुत सारे पैसे इकट्ठे नहीं हो सकते,इसलिए प्रत्येक महीने किसी दूसरे अकाउंट में ट्रांसफर कर देना चाहिए या ऑटो डेबिट लगा देना चाहिए, जिससे जब भी सैलरी आए तब वह पैसा ऑटोमेटिक अकाउंट से कट जाए । नहीं तो महीने के अंत तक हमारे पास सेविंग नहीं बच पाती इसलिए हर महीने थोड़े-थोड़े पैसे बचाकर हम भविष्य में आने वाले किसी खर्च को आसानी से मैनेज कर सकते हैं।
मान लो हम हर महीने 3000 - 3000 बचत करना चाहते हैं तो 5 साल बाद हमारे पास= 3000×12×5= 108000 रुपए होंगे।

    5 जब भी कोई सामान खरीदें जैसे मोबाइल फोन या कोई गाड़ी तो ध्यान दें कि इसमें कितने पैसे लगने  हैं अगर ज्यादा पैसे लगा...
11/01/2025


5 जब भी कोई सामान खरीदें जैसे मोबाइल फोन या कोई गाड़ी तो ध्यान दें कि इसमें कितने पैसे लगने हैं अगर ज्यादा पैसे लगाकर उससे कमाई हो रही है तब तो सही है लेकिन अगर कोई कमाई नहीं हो रही है केवल लाइफस्टाइल के लिए लिया जा रहा है तब उसे कम से कम रुपए में खरीदना चाहिए क्योंकि यही बचाया हुआ पैसा आने वाली इमरजेंसी में काम देगा । अगर पांच ₹5000 बचाकर 1 साल में पांच आइटम खरीदने हैं तो हमारे पास ₹25000 अकाउंट में से रहेंगे और हम उसे किसी आवश्यक कार्य में खर्च कर सकते हैं।

     #4 हमें इमर्जेंसी के लिए कम से कम 6 महीने के खर्च के पैसे अपने अकाउंट में रखने चाहिए, उसके बाद रोजमर्रा के लिए खर्च...
10/01/2025

#4 हमें इमर्जेंसी के लिए कम से कम 6 महीने के खर्च के पैसे अपने अकाउंट में रखने चाहिए, उसके बाद रोजमर्रा के लिए खर्च करने चाहिए। आने वाला दिन एक समान नहीं होता , मान लो किसी कारण से हमारा खर्च कुछ महीने के लिए बढ़ जाता है लेकिन हमारी सैलरी तो फिक्स है वह नहीं बढ़ सकती, इस स्थिति में इमरजेंसी फंड जो हमने 6 महीने का रखा हुआ है उसमें से आवश्यक काम जैसे बिल पेमेंट, EMI, fees, मोबाइल रिचार्ज और रूम रेंट का पेमेंट कर सकते हैं। अब आप तो समझ गए होंगे इमर्जेंसी फंड की पवार।

Financial tips  #03 जब भी लोन ले तो याद ध्यान रखें की हमारा ब्याज दर कम हो और उसके साथ-साथ यह भी चेक करें की प्रोसेसिंग ...
09/01/2025

Financial tips #03 जब भी लोन ले तो याद ध्यान रखें की हमारा ब्याज दर कम हो और उसके साथ-साथ यह भी चेक करें की प्रोसेसिंग फीस बहुत कम हो कभी-कभी ब्याज तो कमान होता है लेकिन प्रोसेसिंग फीस के नाम पर तीन से ₹4000 ले लेते हैं अगर प्रोसेसिंग फीस कम हो तो ही अप्लाई करें।

Financial tips #2 लोन लेते समय यह ध्यान रखें की भुगतान की जाने वाली किस्त हमारी सैलरी का कम से कम हिस्सा हो ,जिससे आने व...
08/01/2025

Financial tips #2 लोन लेते समय यह ध्यान रखें की भुगतान की जाने वाली किस्त हमारी सैलरी का कम से कम हिस्सा हो ,जिससे आने वाले समय में बिना रुके हुए भुगतान कर सकें ।अगर किस्त बहुत ज्यादा होगा और कोई इमरजेंसी आ जाने पर किस्त का भुगतान नहीं होगा जिसकी वजह से बैंक द्वारा और लोन प्रोवाइडर द्वारा नों पेमेंट चार्ज वसूला जाएगा जो हमारे लोन के फुल पेमेंट को और बढ़ा देगा।

Financial tips  #1 कभी भी लाइफ स्टाइल के लिए या घूमने के लिए या अच्छे कपड़े लेने के लिए लोन ना लें अगर कभी इमरजेंसी में ...
07/01/2025

Financial tips #1 कभी भी लाइफ स्टाइल के लिए या घूमने के लिए या अच्छे कपड़े लेने के लिए लोन ना लें अगर कभी इमरजेंसी में लेना पड़े तो उसकी बात अलग है । क्योंकि हमारी सैलरी सीमित होती है लेकिन जब हम लोन ले लेते हैं तो उसमें ब्याज के तौर पर कुछ एक्स्ट्रा पैसा देने पड़ते हैं इसलिए हमें फुल पेमेंट के लिए ज्यादा पैसे देने पड़ेंगे।

03/11/2024




04/10/2024
With First Love – I just got recognized as one of their top fans! 🎉
28/09/2024

With First Love – I just got recognized as one of their top fans! 🎉

24/09/2024

स्वर विज्ञान का प्रयोग करके आप ब्लडप्रेशर ,टेंशन, बुखार, नींद न आना और जुकाम को ठीक कर सकते है।
22/09/2024

स्वर विज्ञान का प्रयोग करके आप ब्लडप्रेशर ,टेंशन, बुखार, नींद न आना और जुकाम को ठीक कर सकते है।

This episode is extra special as we welcome a distinguished guest, Manoj Meuva; my father, a former government officer turned Swar Vigyan expert, who shares ...

Address


Telephone

+917210226302

Website

Alerts

Be the first to know and let us send you an email when Lifecoach Krishan Kant posts news and promotions. Your email address will not be used for any other purpose, and you can unsubscribe at any time.

Contact The Business

Send a message to Lifecoach Krishan Kant:

Videos

Shortcuts

  • Address
  • Telephone
  • Alerts
  • Contact The Business
  • Videos
  • Claim ownership or report listing
  • Want your business to be the top-listed Media Company?

Share