31/05/2025
चांपी स्थित दिवारी पतरा में विवादित देव स्थल को लेकर प्रशासन और ग्रामीणों की बैठक, पूजा पर अस्थायी रोक
कर्रा (खूंटी): शनिवार को कर्रा प्रखंड के चांपी गांव स्थित दिवारी पतरा में लंबे समय से विवादित चल रहे देव स्थल को लेकर ग्रामीणों और प्रशासनिक अधिकारियों के बीच एक अहम बैठक आयोजित की गई। बैठक में दोनों पक्षों ने अपनी-अपनी दावेदारी और मत रखे।
एक पक्ष का कहना था कि उक्त स्थल पर 2015 से पहले कभी पूजा-पाठ नहीं हुआ और हाल के वर्षों में धार्मिक गतिविधियां शुरू की गई हैं। वहीं दूसरे पक्ष ने इसका विरोध करते हुए दावा किया कि यहां सदियों से भगवान शिव और गणेश की पूजा होती आ रही है, और यह स्थान हमेशा से एक मान्य देवस्थल रहा है। ग्रामीणों ने कुछ तथाकथित साजिशकर्ताओं पर समुदायों के बीच तनाव फैलाने का आरोप भी लगाया।
बैठक की अध्यक्षता कर रहीं अनुमंडल पदाधिकारी दीपेश कुमारी ने स्पष्ट निर्देश दिया कि जब तक विवाद का समाधान नहीं हो जाता, तब तक किसी भी पक्ष को देवस्थल पर पूजा या अन्य गतिविधियां करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। हालांकि, हिंदू समुदाय की ओर से अनुरोध किया गया कि कम-से-कम एक व्यक्ति को प्रतिदिन भगवान शिव और गणेश की पूजा की अनुमति दी जाए।
इस पर एसडीओ ने कहा कि सरकारी कामकाज में कोई बाधा उत्पन्न नहीं होनी चाहिए और देवस्थल की जमीन पर यदि कोई सरकारी विकास कार्य हो रहा है, तो उसमें किसी भी प्रकार की रुकावट नहीं डाली जा सकती। उन्होंने बताया कि जिला परिषद फंड से इस क्षेत्र में एक सड़क निर्माण प्रस्तावित है, जिसे अंचल अधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी, एसडीपीओ और थाना प्रभारी की निगरानी में निष्पादित किया जाएगा।
बैठक में एएसपी ख्रीस्तोफर केरकेट्टा, अंचल अधिकारी वंदना भारती, बीडीओ स्मिता नगेशिया, मुखिया क्षत्री हेमरोम, पंचायत समिति सदस्य पौलुस होरो, तथा दर्जनों स्थानीय गणमान्य लोग और ग्रामीण जिनमें ठाकुर जयेन्द्र नाथ शाहदेव, लाल आशुतेन्द्र नाथ शाहदेव, राजेन्द्र सिंह, कृष्णा सिंह, नरेन्द्र सिंह, शिवकुमार केशरी, रूपेश सोनी, सुनिल ताम्रकार, सुधीर सिंह, देवेन्द्र सिंह, अभिराम आईन्द, दानियल आईन्द, सुखु आईन्द, सुखराम आईन्द, पहचान सामु, भोला पहान सहित बड़ी संख्या में महिला और पुरुष उपस्थित थे।
प्रशासन ने सभी ग्रामीणों से शांति बनाए रखने की अपील की है और आश्वस्त किया है कि मामले का निष्पक्ष समाधान निकालने की दिशा में कदम उठाए जा रहे हैं।