Amit DA

Amit DA Amit DA is an actor/director who works in Hindi short films. He is professionally an Actor, Poet, Mo

01/02/2025

इस पत्रकार का साहस सराहनीय है 👏✊

बस यही सब कारण है कि मैं बाबाओं से ज्यादा जुड़ाव महसूस नही कर पाता 😒बस एक प्रेमानन्द जी महाराज है जिनको मानता हूँ और इज़्ज़...
31/01/2025

बस यही सब कारण है कि मैं बाबाओं से ज्यादा जुड़ाव महसूस नही कर पाता 😒
बस एक प्रेमानन्द जी महाराज है जिनको मानता हूँ और इज़्ज़त करता हूँ.

जाड़े की सबसे अच्छी बात, हल्की धूप हो और ये भोजन हो। 🥹❤️
31/01/2025

जाड़े की सबसे अच्छी बात, हल्की धूप हो और ये भोजन हो। 🥹❤️

Well Deserved 🥹❤️
27/01/2025

Well Deserved 🥹❤️

27/01/2025

जय हो 🤣🤣🤣

27/01/2025

सरकार को जल्द से जल्द अखिल भारतीय यूट्यूबर पिटाई योजना शुरू कर देनी चाहिए।

अमेज़न प्राइम का सब्सक्रिप्शन न होने के कारण जैसे तैसे व्यवस्था करके PAATAL LOK S2 देख लिया। अब गिल्ट महसूस हो रहा है। इस...
22/01/2025

अमेज़न प्राइम का सब्सक्रिप्शन न होने के कारण जैसे तैसे व्यवस्था करके PAATAL LOK S2 देख लिया। अब गिल्ट महसूस हो रहा है। इसलिए कि ऐसी वेब सीरीज के साथ अन्याय नही करना चाहिए जहाँ हम झंड फिल्मों पर हज़ारों रूपये उडा देते हैं वहां ऐसी फिल्मों के साथ अन्याय कर बैठते हैं।
अब आते हैं समीक्षा पर। यूँ तो मैं कोई समीक्षक नही हूँ लेकिन फ़िल्म को ओरिजिनल प्लेटफार्म पर न देखने के पाप का प्रायश्चित करने कि कोशिश करता हूँ। तो फ़िल्म कि कहानी एक हत्या से शुरू होती है जैसा सभी क्राइम थ्रीलर में होता है पर वो कहते हैं कि इंसान अपने कर्मो से बड़ा बनता है ओहदे से नही इस बात कि गांठ बांध चुके हमारे हाथी राम चौधरी यानी जयदीप अहलावत संयोगवश उस केस से जुड़ जाते हैं और भाई फिर कौन DCP कौन आईपीएस भाई साहब ने जैसे पिछली बार के अनुभव से इतने मंझ गए हैं कि पूरा समय आपकी निगाहेँ अपने हाथी राम को ढूंढती है।
भाई साहब के किरदार ने कितना कुछ सीखा दिया एक पिता का किरदार, एक पति का किरदार, एक आम आदमी का समाज के प्रति योगदान और अंत में नौकरी और ड्यूटी में जो फ़र्क़ है जिसे अमूमन आधी दुनिया भूल चुकी है हाथी राम ने वापस सीखाया है। ये किरदार हमसे कहता है कि आपका ओहदा भले छोटा हो पर निभाओ ऐसा ऐसे कर्म करो कि आप लोगों के लिए मिसाल बन जाओ। हलाकि सामाजिक व्यवस्था पर एक हल्की चोट सी है फ़िल्म जहाँ तिकरमबाज़ों को मैडल और प्रमोशन मिल रहा है पर हर बार ड्यूटी और मैडल में हाथी राम ड्यूटी को चुनता है ये कमाल है. अभिनय ऐसी कि मार वो खाये और चोट आपको लगे। कहानी इतनी कसी हुयी कि प्रेडिक्शन संभव नही है। डायलॉग भी साधारण लेकिन दुरुस्त बेवजह का कॉमर्शियल सिनेमा वाला डायलॉग और एक्शन बिलकुल नही। सामान्य लय में चलती हुयी कहानी लेकिन आपको बांध के रखने में कामयाब।
मेरी तरफ से फ़िल्म को 5 में से 4 सितारे
हाथी राम के लिए 5 में से 5 सितारे

22/01/2025

मम्मी ऐसी ही होती हैं, बच्चे भले दूर चले जाए मम्मी हमेशा उनके पास होती हैं।
- PAATAL LOK S2

21/01/2025

भोजपुरी का ये दौर सबसे बेहतरीन था कौन कौन मानता है ये बात? 🥹❤️
Kalpana Patowary

महावीर मंदिर सीतामढ़ी धाम 🙏🌸
21/01/2025

महावीर मंदिर सीतामढ़ी धाम 🙏🌸

20/01/2025

सोच रहा हूँ पेज पर एक्टिव हो जाऊँ और कुछ ख़बरें, लाईव्स और कुछ मज़ेदार मीम्स आपतक लाऊँ

आप लोगों का प्यार हमें इतना प्रेरित करता है कि हम दीवाली के बाद छठ का वीडियो बनाने में लग जाते है। कैसे होगा, होगा कि नह...
06/11/2024

आप लोगों का प्यार हमें इतना प्रेरित करता है कि हम दीवाली के बाद छठ का वीडियो बनाने में लग जाते है। कैसे होगा, होगा कि नहीं होगा ये सब हम ऊपरवाले के हाथ में छोड़ देते हैं और सुखद अनुभूति ये है कि वो हमें निरास नहीं होने देते। ख़ैर चंद दिनों में ओवरटाइम करके हम सब ने कोशिश की है कि आप तक छठ माई की महिमा पहुँचा सकूं। सफलता-असफलता को किनारे रख के ये प्रयास किया है। सराहने योग्य हो तो शेयर, लाइक, कमेंट, सब्सक्राइब करें ताकि हमें आगे के लिए ऊर्जा प्रदान हो। बाँकी Amiit R. Yadav और Sagar Kumar जी के योगदान से हीं ये संभव हो पाया है। दोनों को साधुवाद 🙏😇 Anmol Savaran और Satyam Alok भैया को धन्यवाद आपलोग से हिम्मत है।
मेरी ऑडियंस मेरे परिवार को नमन 🙏
आपके प्रेम से जीवित एक कलाकार - अमित ❤️

जय माता दी 🙏🌺आप सब के बिगड़े काम बन जाएंगे।
03/10/2024

जय माता दी 🙏🌺
आप सब के बिगड़े काम बन जाएंगे।

Marine Drive Patna/ JP Setu 🖤Shot on : Google PixelPP : Adobe Photoshop Lightroom
25/09/2024

Marine Drive Patna/ JP Setu 🖤



Shot on : Google Pixel
PP : Adobe Photoshop Lightroom

पहिला कम्म वैलियाँ ने वैल खट्टने = पहला काम दुश्मनों से दुश्मनी करना दूजा कम्म बोतलाँ दे डट पट्टने = दूसरा काम बोतल का ढ...
16/04/2024

पहिला कम्म वैलियाँ ने वैल खट्टने = पहला काम दुश्मनों से दुश्मनी करना
दूजा कम्म बोतलाँ दे डट पट्टने = दूसरा काम बोतल का ढक्कन खोलना
तीजा कम्म लैनी आप्पाँ मुल्ल दी लड़ाई कोई आन ने माई दा लाल टक्करे = हमारा तीसरा काम है लड़ाई मोल लेना चाहे कोई माई का लाल आ के टक्कर ले ले !

चमकीले के ये तेवर …. ये बिन्दासपन …. ये बेलौस शब्दावली अपने आप में एक लीजेंड हुआ करती थी वरना आज से चालीस साल पहले HMV जैसी विश्वस्तरीय संगीत कम्पनी ऐसे ही किसी ट्रक ड्राइवरों वाले गीत गाने वाले के रिकॉर्ड्स और कैसेट्स रिलीज़ ना करती.

धनीराम उर्फ़ अमर सिंह चमकीला एक दम साधारण सा किसी मज़दूर या ड्राइवर जैसा दिखने वाला एक पंजाबी युवक था जिसे आज भी पंजाब का माइकल जैक्सन कह कर याद किया जाता है …. चमकीले की संगीत की यात्रा जितनी शानदार रही उतना ही दर्दनाक उसके जीवन का अन्त हुआ.

एक समय पर पंजाब के गाँवों में होने वाले देसी “म्यूजिक कॉन्सर्ट” जिसे “अखाड़ा लगना” कहा जाता है में चमकीले को देखना और सुनना हर किसी का सपना हुआ करता था …. अपने जमाने के देसी गायक का संगीत जितना मधुर होता था उसके गीतों के बोल उतने ही विवादास्पद …. शायद यही कारण था कि चमकीले का पूरा जीवन ही विवादों में घिरा रहा …. एक समय ऐसा आया कि चमकीला अपने गानों को साफ़ सुथरा रखना चाहता था लेकिन लोगों ने उसे विवश किया कि वह अपने स्टाइल में केवल अश्लील गीत ही गाए.

इम्तियाज़ अली की “चमकीला” हिन्दी भाषा में बनी “ठेठ पंजाबी” फ़िल्म है जिसे पंजाबी भाषा को ना जानने वाला व्यक्ति भी आराम से देख समझ सकता है …. फ़िल्म की स्टारकास्ट में “दलजीत दोसांझ” है परन्तु फ़िल्म देखते समय दलजीत आपको पूरी फ़िल्म में कहीं दिखाई नहीं देता …. दिखता है तो बस चमकीला …. चमकीला और चमकीला ….

धनीराम कैसे चमकीला बना …. कैसे वो नैतिकता और अनैतिकता के द्वन्द में फँसा रहा …. कैसे उसने उसका विवाहित जीवन उसके संगीत के करियर के लिए ख़राब कर लिया …. कैसे उसका पूरा परिवार और ससुराल उसके विरुद्ध हो गया और कैसे कट्टरपंथियों और व्यापारिक प्रतिस्पर्धियों के बीच में फँस कर उसके जीवन का अन्त हुआ इसका चित्रण किसी सच्चाई की तरह आपकी आँखों के सामने चलता जाता है.

चमकीले के गीतों के बोलों को जब उसके ख़ुद के घर के लोग ग़लत बताते हैं तो स्वयं उसकी बूढ़ी दादी का एक वाक्य पूरे समाज के के दोगलेपन को कठघरे में खड़ा कर देता है.

निर्देशक ने विषय पर गहन रिसर्च की है और 1980 के दशक की कहानी दिखाने के लिए उसी कालखण्ड का वातावरण क्रिएट करने में निर्देशक पूरी तरह सफल रहा है. फ़्लैशबैक में चलता हुआ फ़िल्म का स्क्रीनप्ले ऐसा है कि चाहो तो फ़िल्म कहीं से बीच में से किसी भी सीन से शुरू कर के देख लो फिर भी फ़िल्म का टेस्ट और फ्लेवर समझ आ जाएगा. ना केवल फ़िल्म का स्क्रीनप्ले बल्कि आर्ट डायरेक्शन भी कमाल का है …. मॉडर्न आर्ट के पोस्टर्स और एनीमेशन का शानदार प्रयोग पूरी फ़िल्म के माहौल में जान ला देते हैं …. चमकीले के पुराने गाने और उसके असली वीडियो फुटेज फ़िल्म में ऐसे ब्लेंड किए गए हैं कि असली चमकीला कर दलजीत दोसांझ बन जाता है और दलजीत दोसांझ कर चमकीला बन जाता है आप फ़र्क़ पता ही नहीं कर पाते. परिणति चोपड़ा चमकीले की पत्नी और उसकी गायन पार्टनर अमरजोत कौर के रोल में एक सरप्राइज है …. परिणति चोपड़ा वाक़ई एक ठेठ पंजाबन जैसी लगी है.

वास्तविक जीवन की ही तरह फ़िल्म में भी चमकीले का पूरा जीवन और उसकी मौत एक ऐसी अनसुलझी गुत्थी है जिसे आज तक कोई भी सुलझा नहीं पाया.

मैं लुधियाना में ही जन्मा और पला-बढ़ा हूँ इसलिए चमकीले को बचपन से ना केवल जानता हूँ बल्कि बचपन में लुधियाना में लाइव देख भी चुका हूँ …. लुधियाना बस स्टैंड के बाहर “ध्यान सिंह काम्प्लेक्स” में स्थित चमकीले के दफ़्तर के सामने से होकर हज़ारों बार गुज़रा हूँ …. आज भी मेरी कार में अक्सर चमकीले और उसके गुरु सुरिन्दर छिन्दा के गाने अक्सर बजते हैं इसलिए चमकीले को एक फ़िल्म में देखना मेरे लिये किसी समय यात्रा जैसा है.

- पारुल सहगल

सिंगल्स का कोई स्कोप नहीं है 🥺
07/01/2024

सिंगल्स का कोई स्कोप नहीं है 🥺

आज की मज़दूरी के साक्षी क्षितिज जल पावक गगन और समीर रहें।छठी मैया सबकी मनोकामनाएं पूरी करें। 🙏🌼
19/11/2023

आज की मज़दूरी के साक्षी क्षितिज जल पावक गगन और समीर रहें।
छठी मैया सबकी मनोकामनाएं पूरी करें। 🙏🌼

Address

Sitamarhi
843302

Website

Alerts

Be the first to know and let us send you an email when Amit DA posts news and promotions. Your email address will not be used for any other purpose, and you can unsubscribe at any time.

Videos

Share