06/03/2022
किसी समाज या संगठन का पतन क्यों होता है?
1. जिस समाज के लोगों ने भ्रष्ट, अनैतिक (चरित्रहीन), बेईमान, दुश्मन को अपने बुद्धि,
स्वतंत्रता और आत्म सम्मान बेचनेवाले, दुश्मन को सहयोग करनेवाले साधारण बुद्धि के नेता का नेतृत्व स्वीकार किया हो
2. जिस समाज के लोग, समाज को गुमराह करनेवाले ,धोखा देनेवाले और समाज को गुलाम बनानेवाले नेता कि झूठी, बुरी, अवैध, दिशाहीन नेतृत्व, नेता कि बाते मानते है.
3. जिस समाज के शिक्षित और बुद्धिमान लोग अपने तन (हार्ड काम ,mehnat), मन (इंटेलीजेंस buddhi) और धन ( पैसा) द्वारा अमानुषिकता (निर्दयता ,सामाजिक असमानता, अस्पृश्यता) और सामाजिक बुराई (अनैतिकता, जाति) को नष्ट करने की कोशिश नहीं करते है उस समाज का पतन होता है.
4. जिस समाज के बुद्धिमान लोग बेईमान, स्वार्थी (ख़ुदगर्ज़), अनैतिक, (चरित्रहीन) हो, उस समाज का पतन होता है.
5. जिस समाज के व्यावसायिक लोग अपने पेशे को चलाने के लिए दुश्मन को अपने बुद्धि, स्वतंत्रता और आत्म सम्मान बेचते है, अन्य हमारे आजादी के लिए लड़ रहे राष्ट्रीय संगठन के बारे में गलत कहते है. और डॉ बाबासाहेब. अम्बेडकरजी के उद्देश्य, विचार और विचारधारा से बेईमानी करते है, उस समाज का पतन होता है.
8. जिस समाज के बुद्धिमान लोग डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर के प्रति कृतघ्न हो,
(डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर सामाजिक राष्ट्रीय आंदोलन से लाभान्वित जिस समाज के बुद्धिमान लोग अर्थात आरक्षण लाभार्थी लोग उन लोगों को बुद्धि पैसा प्राप्त हूवा वे लोग अपने तन, मन धन द्वारा सही अम्बेडकरवादी संगठन और आंदोलन का समर्थन करने का काम नहीं करते और डॉ बाबासाहेब. अम्बेडकरजी के उद्देश्य, विचार और विचारधारा से बेईमानी करते है, वे लोग डॉ बाबासाहेब. अम्बेडकर के प्रति कृतघ्न है)
9. जिस समाज के लोग अपने मत (वोट) मतलब स्वतंत्रता और आत्म सम्मान दुश्मन के उम्मीदवार को बेचते हो ( डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर ने बताया कि अपने मत को बेचना मतलब अपने स्वतंत्रता और आत्म सम्मान को बेचना है.)
10. जिस समाज के लोग बुद्ध, फुले, शाहू, और आंबेडकर जी का उद्देश्य स्वतंत्रता, समानता, नैतिकता, भाईचारा और न्याय को प्रस्थापित करने की कोशिश नहीं करते है.
उस समाज का पतन होता है.
बौद्धिक बेईमानी सभी प्रकार की बेईमानी में सबसे खतरनाक और सबसे बड़ी बेईमानी है.
विचार परिवर्तन ही हर परिवर्तन का मूल है.