16/10/2023
मेरी माँ
जो दुनिया की सबसे प्यारी माँ थीं,
हालांकि बीमार तो 2003 से ही चल रही थीं।
2014 में Brain Tumor 7.4 mm opration successful हो गया। इसके बाद हल्का फुल्का दर्द होता रहा उसके लिए pain killer देते रहे। परंतु माँ के दरवाजे पर मानो बीमारियों का पहाड़ गिर पड़ा हो एक के बाद एक बीमारी लगती ही चली गई और हिम्मत के साथ माँ भी लड़ती रहीं।
3 साल पहले
पेट मैं दर्द बताने लगीं, फिर हमने जानने के लिए ultrasound कराया तो पता चला पित मैं पथली हैं और right kidney में infection है थोड़ा सा। ये पता चलने के बाद हम माँ को mithraj hospital aligarh लेकर गए। वहाँ बैठे dr rajendra prasad md उन्होंने भी वही बताया जो ultrasound में था। तो उन्होंने निर्णय लिया पित की पथरी के opration का, हम इंसान तो डॉ को ही भगवान मानते हैं, मान ली उनकी बात और करा लिया opration, opration successful हो गया माँ को घर ले आये।
लेकिन इसी opration की वजह से right kidney infection था वो कम से ज्यादा हो गया। फिर से हम mithraj hospital लेकर पहुंचे और ICU में admit करा दीं, treatment चलाते रहे one month तक relief मिला हम घर लेकर आ गए।
परंतु ज्यादा दिन तक नहीं रहा गया माँ को फिर से वही problem, फिर से हम लेकर पहुँचे hospital, admit करा दीं ICU में treatment चलता रहा कुछ दिन तक फिर dr rajendra prasad जी ने case transfer कर दिया, dr kamran जी को उन्होंने सबसे पहले MRI कराई, उन्होंने उस से पता लगाया कि kidney जो भी filter करती है वो ureter के through bladder में आता है, dr kamran जी के अनुमान से माँ की kidney का ureter block हो गया था, तो उन्होंने निर्णय लिया ureteric stent डालने का, वो भी डलवा लिया गया, opration के द्वारा, अब stent की वजह से urination होने लगा थोड़ा बहुत उसके कुछ दिन बाद हम discharge करा लाये,
फिर कुछ दिन तक ठीक रहीं condition ज्यादा बिगड़ने लगी, इस बार हमने निर्णय लिया मिथराज लेकर नहीं जाएंगे।
तो हम Apollo indraprastha hospital delhi में लेकर पहुँचे, वहाँ appointment लेकर dr kailash nath को दिखाकर उन्होंने admit करा दिया, treatment चलाया कुछ दिन तक कोई फायदा नहीं दिख रहा था, तो उन्होंने stant निकालने का निर्णय लिया,
उसका भी opration हो गया, कुछ दिन बाद dr kailash nath जी ने बताया hemoglobin down हो गया है लेकिन cover हो जाएगा परंतु नहीं हुआ तो हमने 2 यूनिट blud चडवा भी दिया, औऱ बताया सेहत में भी सुधार है। तो 24 वें दिन डॉ की सलाह से discharge कराकर हम माँ को इस बार घर नहीं लेकर आये, दिल्ली में ही ठहरे दवाइयां टाइम पर देना वो खाने पीने का ध्यान रखने लगे।
कुछ दिन तक चलता रहा ठीक but mamma not well
फिर से apollo लेकर पहुंचे एडमिट कराया ट्रीटमेंट चला कुछ दिन तक, डॉ कैलास नाथ ने इस बार निर्णय लिया डायलिसिस का हमारे पैरों तले जमीन खिसक गई लेकिन हिम्मत रखकर उसकी भी सुरुआत हो गई।
पहली डायलिसिस 23 मार्च 2022 को सुरु हुई। starting three days daily dialysis हुई, फिर डॉ कैलाश नाथ जी ने स्थिति को ठीक बताते हुए डिसचार्ज कर दिया और बाहर के एक low costly hospital के लिए सलाह दिए की आठ दिन बाद एक डायलिसिस करा लीजिये, दिन उन्होंने कुछ ज्यादा बता दिये थे आठ दिन पूरे नही हो पाए थे तबियत फिर बिगड़ गई।
और हम फिर से apollo लेकर पहुँचे वहाँ एडमिट कराने के साथ साथ अब हफ्ते में तीन डायलिसिस कराने लगे, अब स्थिति ठीक हो गई थी कहीं तक तो हम अलीगढ़ ले आये और सबसे पहले maxfort hospital aligarh में डायलिसिस कराई एक हफ्ते तक वहाँ का atmosphere ठीक नहीं लगा तो हम फिर से मिथराज हॉस्पिटल में कराने लगे।
Apollo hospital के dr kailash nath की दवाइयां चल रही थीं डायलिसिस के साथ लेकिन स्थिति वो नहीं आ पा रही थी जिस से मम्मी उठ सकें बैठ सकें टहल सकें,
Mithraj hospital में 150 लोगों की रोजाना डायलिसिस होती है उन्ही में से किसी एक व्यक्ति ने हमको aligarh muslim university के एक dr aslam के लिए सलाह दी,
30 April 2022 को हम माँ को लेकर पहुँचे muslim university वहाँ की स्थिति इतनी गंदी थी सुबह से लेकर शाम हो गई इधर से उधर भागते भागते लेकिन डॉ तक ना पहुँच सके। फिर किसी ने बताया कि आभा नर्सिंग होम अलीगढ़ के हॉस्पिटल में भी बैठते हैं Sunday, Tuesday, Saturday शाम को 7 से 8 हम लेकर पहुंच गए दूसरे दिन, डॉ असलम जी ने देखा कुछ दवाइयां लिखीं और investigation कराने के लिए बोला जो उन्होंने लिखी थीं, उन्हें कराकर हम फिर से 7 वें दिन पहुँचे उन्होंने investigation को देखकर दवाइयां लिखीं 15 दिन की उनको खिलाते रहे साथ में डायलिसिस तो हो ही रही थी 3 by weekly. अब इतना आराम मिल गया था अच्छे से खाना भी खाने लगी और अब तो बाहर भी घूमने जाने लगी थीं।
Dr Aslam के treatment से dialysis हफ्ते में 3 बार से कम होकर हफ्ते में 2 होने लगीं, और अब हफ्ते में 1 भी होने लगी थी, सबसे ज्यादा 10 दिनों तक का अंतराल पहुंच गया था।
फिर से हमने ज्यादा गैप ना देते हुए हफ्ते में 2 डायलिसिस बुधवार और शनिवार को कराने लगे, continuously
डायलिसिस कराते कराते दो साल से ऊपर हो गई थीं।
माँ आपने भी बहुत हिम्मत के साथ हर समस्या का सामना किया जो हर किसी के बस का नहीं था, मुझे जन्म देकर 10 Oct 2000 को और आज के ही दिन 10 Oct 2023 को हमें छोड़कर चली गईं।😭
हमने हर संभव प्रयास किया आपको महफूज रखने का माँ आप बिल्कुल ठीक थीं आप सबसे बात भी की थी सिवाय मेरे उस दिन, मेरी महीने की पहली salary आई थी मैंने आपके लिए बहुत कुछ सोचा था, में इंतजार शनिवार का कर रहा था घर जाऊंगा और आपको.........
आपसे उम्मीद है माँ मेरे साथ हमेशा रहना🙏🙏😭😭😭 Plz