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श्योपुर भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष बनने पर श्री शशांक भूषण जी भाईसहाब को बहुत-बहुत शुभकामनाएं
13/01/2025

श्योपुर भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष बनने पर श्री शशांक भूषण जी भाईसहाब को बहुत-बहुत शुभकामनाएं

*🚩  जय माँ विंध्यवासिनी  🚩*┈┉┅━❀꧁ω❍ω꧂❀━┅┉┈☘️ * #मंगला आरती दर्शनम्*☘️ * #प्रातःकालीन दर्शन*☘️ * #पिङ्गल संवत् २०८१*☘️ *द...
31/12/2024

*🚩 जय माँ विंध्यवासिनी 🚩*
┈┉┅━❀꧁ω❍ω꧂❀━┅┉┈
☘️ * #मंगला आरती दर्शनम्*
☘️ * #प्रातःकालीन दर्शन*
☘️ * #पिङ्गल संवत् २०८१*
☘️ *दिनाँक: ३१-१२-२०२४*
☘️ *दिन: मंगलवार*
☘️ *मास:* पौष मास
☘️ *पक्ष:* शुक्ल पक्ष
☘️ *तिथि:* *प्रतिपदा*
☘️ (समय- रात्रि ०३:५८ तक)
*☘️माई विंध्यवासिनी की कृपा*
*☘️आप पर सदैव बनी रहे*
🙏🪔❤️🌻❤️🪔🙏
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*🚩  जय माँ विंध्यवासिनी  🚩*┈┉┅━❀꧁ω❍ω꧂❀━┅┉┈☘️ * #मंगला आरती दर्शनम्*☘️ * #पिङ्गल संवत् २०८१*☘️ *दिनाँक: २९-१२-२०२४*☘️ *दि...
29/12/2024

*🚩 जय माँ विंध्यवासिनी 🚩*
┈┉┅━❀꧁ω❍ω꧂❀━┅┉┈
☘️ * #मंगला आरती दर्शनम्*
☘️ * #पिङ्गल संवत् २०८१*
☘️ *दिनाँक: २९-१२-२०२४*
☘️ *दिन: रविवार*
☘️ *मास:* पौष मास
☘️ *पक्ष:* कृष्ण पक्ष
☘️ *तिथि:* *चतुर्दशी*
☘️ (समय- रात्रि ०३:३८ तक)
*☘️माई विंध्यवासिनी की कृपा*
*☘️आप पर सदैव बनी रहे*
🙏🪔❤️🌻❤️🪔🙏
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परमहंस पूज्य सिद्ध संत सियाराम बाबा जी को आज मोक्षदा एकादशी सुबह ६ बजकर १० मिनट पर प्रभु मिलन हो गया है।जिनका अंतिम कर्म...
11/12/2024

परमहंस पूज्य सिद्ध संत सियाराम बाबा जी को आज मोक्षदा एकादशी सुबह ६ बजकर १० मिनट पर प्रभु मिलन हो गया है।
जिनका अंतिम कर्म मां नर्मदा तट पर शाय ०४ बजे भट्यान तट पर होगा।। ॐ शांति : 🙏 नर्मदे हर

जय श्री राम 🙏आज के दर्शन ❤️🙏
08/10/2024

जय श्री राम 🙏

आज के दर्शन ❤️🙏

"मै वकील.. में अपने चेंबर में बैठा हुआ था, एक आदमी दनदनाता हुआ अन्दर घुसाहाथ में कागज़ो का बंडल, धूप में काला हुआ चेहरा,...
30/09/2024

"मै वकील.. में अपने चेंबर में बैठा हुआ था, एक आदमी दनदनाता हुआ अन्दर घुसा
हाथ में कागज़ो का बंडल, धूप में काला हुआ चेहरा, बढ़ी हुई दाढ़ी, सफेद कपड़े जो कही कही मिट्टी में लिपटे थे

उसने कहा,

"उसके पूरे फ्लैट पर स्टे लगाना है
बताइए, क्या क्या कागज और चाहिए... वकील साहब क्या लगेगा खर्चा... "

मैंने उन्हें बैठने का कहा,

"रग्घू, पानी दे इधर" मैंने आवाज़ लगाई

वो कुर्सी पर बैठे

उनके सारे कागजात मैंने देखे
उनसे सारी जानकारी ली
आधा पौना घंटा गुजर गया
"मै इन कागज़ो को देख लेता हूं
आपकी केस पर विचार करेंगे
आप ऐसा कीजिए, बाबा, शनिवार को मिलिए मुझसे"

चार दिन बाद वो फिर से आए
वैसे ही कपड़े

बहुत चिंतित लग रहे थे

अपने भाई पर गुस्सा थे बहुत
मैंने उन्हें बैठने का कहा
वो बैठे
ऑफिस में अजीब सी खामोशी गूंज रही थी

मैंने बात की शुरवात की
" बाबा, मैंने आपके सारे पेपर्स देख लिए
आप दोनों भाई, एक बहन
मा बाप बचपन में ही गुजर गए
आप नौवीं पास। छोटा भाई इंजिनियर
आपने कहा कि छोटे भाई की पढ़ाई के लिए आपने स्कूल छोड़ा
लोगो के खेतों में दिहाड़ी पर काम किया
कभी अंग भर कपड़ा और पेटभर खाना आपको मिला नहीं
पर भाई के पढ़ाई के लिए पैसा कम नहीं होने दिया।"

"एक बार खेलते खेलते भाई को किसी बैल ने सींग घुसा दिए
लहूलुहान हो गया आपका भाई
फिर आप उसे कंधे पर उठाकर 5 किलोमीटर दूर अस्पताल लेे गए
सही देखा जाए तो आपकी उम्र भी नहीं थी ये समझने की, पर भाई में जान बसी थी आपकी
मा बाप के बाद मै ही इन का मा बाप हूं… ये भावना थी आपके मन में"

"फिर आपका भाई इंजीनियरिंग में अच्छे कॉलेज में एडमिशन ले पाया
आपका दिल खुशी से भरा हुआ था
फिर आपने मरते दम तक मेहनत की
80,000 की सालाना फीस भरने के लिए आपने रात दिन एक कर दिया
बीवी के गहने गिरवी रख के, कभी साहूकार से पैसा ले कर आपने उसकी हर जरूरत पूरी की"

"फिर अचानक उसे किडनी की तकलीफ शुरू हो गई
डॉक्टर ने किडनी निकालने का कहा
तुम ने बिना सोचे समझे अगले मिनट में अपनी किडनी उसे दे दी
कहा कल तुझे अफसर बनना है, नोकरी करनी है, कहा कहा घूमेगा बीमार शरीर लेे के। मुझे गाव में ही रहना है, एक किडनी भी बस है मुझे
ये कह कर किडनी दे दी उसे।"

"फिर भाई मास्टर्स के लिए हॉस्टल में रहने गया
लड्डू बने, देने जाओ, खेत में मकई खाने तयार हुई, भाई को देने जाओ, कोई तीज त्योहार हो, भाई को कपड़े करो
घर से हॉस्टल 25 किलोमीटर
तुम उसे डिब्बा देने साइकिल पर गए
हाथ का निवाला पहले भाई को खिलाया तुमने।"

"फिर वो मास्टर्स पास हुआ, तुमने पूरे गाव को खाना खिलाया
फिर उसने शादी कर ली
तुम सिर्फ मेहमानों की तरह वहा पर गए
उसी के कॉलेज की लड़की जो दिखने में एकदम सुंदर थी

भाई की नौकरी लगी, 3 साल पहले उसकी शादी हुई, अब तुम्हारा बोझ हल्का होने वाला था।"

"पर किसी की नज़र लग गई आपके इस प्यार को
शादी के बाद भाई ने आना बंद कर दिया। पूछा तो कहता है मैंने बीवी को वचन दिया है
घर पैसा देता नहीं, पूछा तो कहता है कर्ज़ा सिर पे है
पिछले साल शहर में फ्लैट खरीदा
पैसे कहा से आए पूछा तो कहता है कर्ज लिया है
मेंने मना किया तो कहता है भाई, तुझे कुछ नहीं मालूम, तू निरा गवार ही रह गया
अब तुम्हारा भाई चाहता है गांव की आधी खेती बेच कर तुम उसे पैसा दे दो

इतना कह के मै रुका
रग्घू ने लाई चाय की प्याली मैंने मुंह से लगाई

" तुम चाहते हो भाई ने जो मांगा वो उसे ना दे कर उसके ही फ्लैट पर स्टे लगाया जाए
क्या यही चाहते हो तुम"...

वो तुरंत बोला, "हां"

मैंने कहा,

" हम स्टे लेे सकते है
भाई के प्रॉपर्टी में हिस्सा भी मांग सकते है

पर….

तुमने उसके लिए जो खून पसीना एक किया है वो नहीं मिलेगा

तुमने उसे जो किडनी दी बो वापस नहीं मिलेगी,

तुमने उसके लिए जो ज़िन्दगी खर्च की है वो भी वापस नहीं मिलेगी

मुझे लगता है इन सब चीजो के सामने उस फ्लैट की कीमत शुन्य है
भाई की नीयत फिर गई, वो अपने रास्ते चला गया
अब तुम भी उसी घृणित सड़क पर मत जाना"

"वो भिकारी निकला,

तुम मददगार थे।

मददगार ही रहो …..

तुम्हारा हाथ ऊपर था,

ऊपर ही रखो

कोर्ट कचेरी करने की बजाय बच्चो को पढ़ाओ लिखाओ

पढ़ाई कर के तुम्हारा भाई बिगड़ गया;

इसका मतलब बच्चे भी ऐसा करेंगे ये तो नहीं होता"

वो मेरे मुंह को ताकने लगा"
उठके खड़ा हुआ, सब काग़ज़ात उठाए और आंखे पोछते हुए कहा,
"चलता हूं वकील साहब" उसकी रूलाई फुट रही थी और उसके आंसू मुझे दिख ना जाए ऐसी कोशिश कर रहा था

इस बात को अरसा गुजर गया

कल वो अचानक मेरे ऑफिस में आया
कलमो में सफेदी झांक रही थी, उसके साथ में एक नौजवान था
हाथ में थैली

मैंने कहा, "बाबा, बैठो"

उसने कहा, "बैठने नहीं आया वकील साहब, मिठाई खिलाने आया हूं
ये मेरा बेटा, बैंगलोर रहता है, कल आया गांव
अब तीन मंजिला मकान बना लिया है वहा
मेने थोड़ी थोड़ी कर के 10–12 एकड़ खेती खरीद ली अब"
मै उसके चेहरे से टपकती हुए खुशी को महसूस कर रहा था

"वकील साहब, आपने मुझे कहा, कोर्ट कचेरी के चक्कर में मत लगो
गांव में सब लोग मुझे भाई के खिलाफ भड़का रहे थे
मैंने उनकी नहीं, आपकी बात सुन ली
मैंने अपने बच्चो को पढ़ाई में लगाया और भाई के पीछे अपनी ज़िंदगी बर्बाद नहीं होने दी
कल भाई भी आ कर पाव छू के गया
माफ कर दे मुझे ऐसा कह गया"

मेरे हाथ की मिठाई हाथ में ही रह गई
मेरे आंसू टपक ही गए आखिर. .. .

गुस्से को योग्य दिशा में मोड़ा जाए तो पछताने की जरूरत नहीं पड़े कभी🙏

पता नही आप लोगों ने इस बात पे कभी गौर किया है की नही पर जहां तक मुझे लगता है नही किया होगा, क्यों की काफी समय से मैने भी...
19/08/2024

पता नही आप लोगों ने इस बात पे कभी गौर किया है की नही पर जहां तक मुझे लगता है नही किया होगा, क्यों की काफी समय से मैने भी नहीं किया है
और बात ये हैं की आज कल जैसे बरसात में कुकुरमुत्ता जगह जगह उग जाता है ठीक उसी प्रकार से पिज़्ज़ा पार्लर भी जगह जगह खुलते जा रहे हैं

कुछ साल पहले तक तो कुछ चुनिंदा जगह पर pizza मिलता था लेकिन आज स्थिति ऐसी है की हर चौराहे पर जैसे समोसा मिलता है वैसे हो पिज़्ज़ा पार्लर खुल गए हैं
लेकिन इन पार्लरों की सच्चाई जान कर आपके होश उड़ जायेंगे खासतौर पर उनके जिनके घर में बच्चे हैं

कुछ दिन पहले मेरे घर में भी बच्चे आए थे, सभी बच्चो की तरह उनका भी स्वभाव यही था की खाने में पिज़्ज़ा और फ्रेंच फ्राई चाहिए

जब भी शाम का टाइम हो एक फरमाइश रहती थी
मामा पिज़्ज़ा खाना है, कभी समय ना होने की वजह से अगर मैं ना मांगा पाऊं तो खुद जोमेटो से ऑर्डर कर लेते

लेकिन एक बार मैने बोला तुम लोग ऑनलाइन मत मगाओ मैं लेके आता हूं और pizze की शॉप पर आगया,
उनके पास लगभग सभी वेराइटी का पिज़्ज़ा था,

और उन्होंने तुरंत ही शॉप खोली थी मुझे लगा था, की थोड़ा टाइम लगेगा इसे बनाने में, तब तक आगे का काम निपटा लूं उन्होंने बोला भाई मात्र 10 मिनट लगेगा pizza बनाने में

मैने भी सोचा ठीक है देखते हैं
फटा fat उन्होंने एक टमाटर का से बना पिज़्ज़ा souce लिया, फिर ऊपर से लिक्विड चीज डाल दी, फिर कटी सब्जी, और लास्ट में पिज़्ज़ा चीज डाल दी ये सारा काम मात्र 1 मिनट में हुआ और 9 मिनट इसे पकने में लग गए

जब तक ये पक रहा था मैंने बोला, की भाई पिज़्ज़ा 80 का देते हैं लेकिन मोजरेला चीज amul का 300 के आसपास आता हैं
उन्होंने तुरंत एक एक किलो का पैकेट निकाला और बोला नही भईया ये 1 kg का है मात्र 100 रुपए का इतने में कम से कम 20 पिज़्ज़ा बनेगा

इसके बाद और पूछने पर उन्होंने दिखाया की पिज़्ज़ा सॉस लिक्विड चीज ये सब कुछ पैकेट बंद आता है
और ये ज्यादातर समान चीन के बने हुए थे ,
सिर्फ पिज़्ज़ा बेस लोकल एक बेकरी का था

पिज़्ज़ा सॉस की इंग्रेडियंट लिस्ट देखने पर पता चला की उसमे भरी मात्रा में स्टेबलाइजर हैं जो 22 साल से कम उम्र के लोगो के लिए हानिकारक हैं

साथ में अजीनोमोटो जैसे चीज और आर्टिफिशियल कलर भी भर भर कर था

अब जरा सोचिए जो चीज 22 साल से कम उम्र के लिए जानलेवा है उसे 6 से 10 साल के बच्चे chav से खा रहे हैं,
और मजे की बात ये है की आज कल के मां बाप बड़े शौक से स्टैंडर्ड मेंटेन करने के लिए इसे बच्चो को देते हैं

हमारे समय में चाय के साथ तेल नमक रोटी, दी जाती थी
बाहर का खाना हुआ तो बंद मक्खन दिया जाता था

शायद थी कारण है की आज बच्चे 10 साल के होते होते गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं,

इसमें जितने दोषी दुकानदार है उतने ही आज के मॉर्डन माता पिता हैं।

सत्य सनातन धर्म
#जागो_हिंदू_जागो

66 साल की कक्षा 10 पास ये काकी जब साइकिल से चला कर आती हैं तो लोगो को देख के हंसी आती है पर आप को ये बता दूं ये कोई साधा...
15/08/2024

66 साल की कक्षा 10 पास ये काकी जब साइकिल से चला कर आती हैं तो लोगो को देख के हंसी आती है पर आप को ये बता दूं ये कोई साधारण महिला नहीं है बल्कि इस वर्ष पद्मश्री जैसे बड़े सम्मान से सम्मानित बिहार की श्रीमती राजकुमारी देवी हैं।

आइये संक्षेप में इनके विषय में जानने की कोशिश करते हैं। इस महान महिला का जीवन बहुत ही प्रेरणादायी है।

बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के सरैया ब्लॉक के ग्राम आनंदपुर की निवासी हैं राजकुमारी देवी,मात्र 15 साल की उम्र में उनका विवाह इस ग्राम में एक किसान के साथ हुआ था जिसको खेती के नाम पर सिर्फ तम्बाकू उगाना आता था।घर का खर्च ठीक से न चलने के कारण परिवार खिन्न रहने लगा,शादी के नौ साल बाद भी राजकुमारी की गोद सूनी थी इस कारण उनको बहुत अत्याचार झेलने पड़े इनको घर से तक निकाल दिया गया। किसी प्रकार दुख झेलते हुए इन्होंने खुद खेती शुरू की और जो भी उपज हुई उससे अचार और मुरब्बे बनाये,मगर कोई इन उत्पाद को बेचने के लिए तैयार नहीं हुआ , तो खुद साइकिल चलानी सीखी और इनको बेचने लगीं।

राजकुमारी को लगा कि और अच्छे ढंग से यदि ये काम किया जाय तो बेहतर मूल्य मिल सकता है। इसके लिए वे पूसा कृषि विश्वविद्यालय पहुंची और खेती तथा फूड प्रोसेसिंग का वाकायदा प्रशिक्षण लिया, फिर खेती में जल्दी फसल देने वाली चीजें उगाईं खासकर पपीता आदि। उनको अचार मुरब्बे आदि से अच्छी इनकम हुई और काम बढा तो उन्होंने अनेक महिलाओं को प्रशिक्षण देकर अपने साथ मिला लिया। फिर उनको सफलता मिलती गयी,सबसे पहले लालू यादव जी ने सरैया मेले में उनको वर्ष 2003 में सम्मानित किया फिर नीतीश जी खुद उनके घर गए और उनके कार्यो का जायजा लेकर वर्ष 2007 में 'किसानश्री' से सम्मानित किया ।ये पुरस्कार पहली बार किसी महिला को मिला था।लोग उनको 'किसान चाची' कहने लगे।

अमिताभ बच्चन के एक शो में भी राजकुमारी आमंत्रित हुईं । शो के बाद उनको एक आटा चक्की 5 लाख रुपये और साड़ियां उपहार स्वरूप मिलीं।

राजकुमारी देवी जी आज स्वयं सहायता समूह के माध्यम से महिलाओं को आत्मनिर्भर बना रही हैं कभी अकेली खेतों में काम करने वाली महिला आज हज़ारों को उनके पैरों पर खड़ा कर रही है,सरकार ऐसे लोगों को ऋण अनुदान देने के लिए पूरी तरह तत्पर है ।बस ईमानदारी और इच्छाशक्ति की जरूरत है।

#हाइलाइट

ये है सरिता कश्यप...पिछले 20 साल से अकेली महिला (सिंगल मदर) है, एक बेटी है जो कालेज में पढ़ती है! घर खर्चे के लिए पीड़ाग...
08/08/2024

ये है सरिता कश्यप...पिछले 20 साल से अकेली महिला (सिंगल मदर) है, एक बेटी है जो कालेज में पढ़ती है! घर खर्चे के लिए पीड़ागढ़ी मे सीएनजीपंप के पास अपने स्कूटी पर राजमा चावल का स्टाल लगाती हैं..रेट- छोटा प्लेट 40 रुपये, फुल प्लेट 60 रुपये अगर आपके पास पैसे नहीं है तो भी आपको ये भूखा नहीं जाने देंगी ,"खाना खा लो ,पैसे जब हो तब दे जाना , या मत देना " ये कहकर आपको खिला देंगी, चाहे आप किसी भी जाती धर्म या सम्प्रदाय से जुड़े हुए हों. ये अपने पास के गरीब बच्चों को मुफ्त मे खिलाती है और उनके स्कुल के कापी,किताब ,ड्रेस ,जुते यानी कुछ भी कम हो तो खरीद कर देती हैं और हां....खाली समय मे बच्चों को पढ़ाती भी हैं क्या इस महिला को किसी भी चैनल ने हाईलाइट किया ❓ नही..क्योकि इस महिला की खबर में कोई ग्लैमर नही है....अगर हिंदू मुस्लिम वाली बात होती तब इसको अब तक हर कोई जान गया होता...खैर इस महिला को इस नेक काम के लिये धन्यवाद और ये दिन दूनी रात चौगुनी तरक्की करें, यही कामना है...🙏
Jay hind 🇮🇳
#संघर्ष

जय जग्गन्नाथ महा प्रभु ❤️🙏
03/08/2024

जय जग्गन्नाथ महा प्रभु ❤️🙏

कौन है ये लोग कहा से आते है वाह के हिन्दू क्या कर रहे है 🥹😭बहुत तकलीफ होती है 😡😡
23/07/2024

कौन है ये लोग कहा से आते है
वाह के हिन्दू क्या कर रहे है 🥹😭

बहुत तकलीफ होती है 😡😡

सावन के पहले सोमवार की आप सभी को ❤️ से हार्दिक शुभकामनाएं!
21/07/2024

सावन के पहले सोमवार की
आप सभी को ❤️ से हार्दिक शुभकामनाएं!

गुरुर्ब्रह्मा गुरुर्विष्णु गुरुर्देवो महेश्वरागुरुर्साक्षात परब्रह्म तस्मै श्री गुरवे नमः🙏       प्रिय मित्र आपको गुरु प...
21/07/2024

गुरुर्ब्रह्मा गुरुर्विष्णु गुरुर्देवो महेश्वरा
गुरुर्साक्षात परब्रह्म तस्मै श्री गुरवे नमः🙏

प्रिय मित्र आपको गुरु पूर्णिमा 2024 की हार्दिक शुभकामनाएं 💐💐🙏🙏

(((( शबरी के राम ))))शबरी एक आदिवासी भील की पुत्री थी। देखने में बहुत साधारण, पर दिल से बहुत कोमल थी। इनके पिता ने इनका ...
05/07/2024

(((( शबरी के राम ))))
शबरी एक आदिवासी भील की पुत्री थी। देखने में बहुत साधारण, पर दिल से बहुत कोमल थी।
इनके पिता ने इनका विवाह निश्चित किया, लेकिन आदिवासियों की एक प्रथा थी की किसी भी अच्छे कार्य से पहले निर्दोष जानवरों की बलि दी जाती थी।
इसी प्रथा को पूरा करने के लिये इनके पिता शबरी के विवाह के एक दिन पूर्व सौ भेड़ बकरियाँ लेकर आये।
तब शबरी ने पिता से पूछा – पिताजी इतनी सारी भेड़ बकरियाँ क्यूँ लाये ?
पिता ने कहा – शबरी यह एक प्रथा है जिसके अनुसार कल प्रातः तुम्हारी विवाह की विधि शुरू करने से पूर्व इन सभी भेड़ बकरियों की बलि दी जायेगी। यह कहकर उसके पिता वहाँ से चले जाते हैं।
प्रथा के बारे में सुन शबरी को बहुत दुःख होता है और वो पूरी रात उन भेड़ बकरियों के पास बैठी रही और उनसे बाते करती रही। उसके मन में एक ही विचार था कि कैसे वो इन निर्दोष जानवरों को बचा पाये।
तब ही एकाएक शबरी के मन में ख्याल आता है और वो सुबह होने से पूर्व ही अपने घर से भाग कर जंगल चली गई जिससे वो उन निर्दोष जानवरों को बचा सके।
शबरी भली भांति जानती थी, अगर एक बार वो इस तरह से घर से जायेगी तो कभी उसे घर वापस आने का मौका नहीं मिलेगा फिर भी शबरी ने खुद से पहले उन निर्दोषों की सोची।
घर से निकल कर शबरी एक घने जंगल में जा पहुँची। अकेली शबरी जंगल में भटक रही थी तब उसने शिक्षा प्राप्ति के उद्देश्य से कई गुरुवरों के आश्रम में दस्तक दी, लेकिन शबरी तुच्छ जाति की थी इसलिये उसे सभी ने धुत्कार के निकाल दिया।
शबरी भटकती हुई मतंग ऋषि के आश्रम पहुंची और उसने अपनी शिक्षा प्राप्ति की इच्छा व्यक्त की। मतंग ऋषि ने शबरी को सहर्ष अपने गुरुकुल में स्थान दे दिया।
अन्य सभी ऋषियों ने मतंग ऋषि का तिरस्कार किया लेकिन मतंग ऋषि ने शबरी को अपने आश्रम में स्थान दिया।
शबरी ने गुरुकुल के सभी आचरणों को आसानी से अपना लिया और दिन रात अपने गुरु की सेवा में लग गई।
शबरी जतन से शिक्षा ग्रहण करने के साथ- साथ आश्रम की सफाई, गौ शाला की देख रेख, दूध दोहने के कार्य के साथ सभी गुरुकूल के वासियों के लिये भोजन बनाने के कार्य में लग गई। कई वर्ष बीत गये, मतंग ऋषि शबरी की गुरु भक्ति से बहुत प्रसन्न थे।
मतंग ऋषि का शरीर दुर्बल हो चूका था इसलिये उन्होंने एक दिन शबरी को अपने पास बुलाया और कहा...
पुत्री मेरा शरीर अब दुर्बल हो चूका है, इसलिये मैं अपनी देह यहीं छोड़ना चाहता हूँ, लेकिन उससे पहले मैं तुम्हे आशीर्वाद देना चाहता हूँ... बोलो पुत्री तुम्हे क्या चाहिये ?
आँखों में आसूं भरकर शबरी मतंग ऋषि से कहती है – हे गुरुवर आप ही मेरे पिता है, मैं आपके कारण ही जीवित हूँ, आप मुझे अपने साथ ही ले जाये।
तब मतंग ऋषि ने कहा- नहीं पुत्री तुम्हे मेरे बाद मेरे इस आश्रम का ध्यान रखना है। तुम जैसी गुरु परायण शिष्या को उसके कर्मो का उचित फल मिलेगा।
एक दिन भगवान राम तुम से मिलने यहाँ आयेंगे और उस दिन तुम्हारा उद्धार होगा और तुम्हे मोक्ष की प्राप्ति होगी। इतना कहकर मतंग ऋषि अपनी देह त्याग कर समाधि ले लेते हैं।
उसी दिन से शबरी हर रोज प्रातः उठकर बाग़ जाती, ढेर सारे फल इकठ्ठा करती, सुंदर- सुंदर फूलों से अपना आश्रम सजाती क्यूंकि उसे भगवान राम के आने का कोई निश्चित दिन नहीं पता था..
उसे केवल अपने गुरुवर की बात पर यकीन था इसलिये वो रोज श्री राम के इंतजार में समय बिता रही थी। वो रोजाना यही कार्य करती थी।
एक दिन शबरी आश्रम के पास के तालाब में जल लेने गई, वहीँ पास में एक ऋषि तपस्या में लीन थे।
जब उन्होंने शबरी को जल लेते देखा तो उसे अछूत कहकर उस पर एक पत्थर फेंक कर मारा और उसकी चोट से बहते रक्त की एक बूंद से तालाब का सारा पानी रक्त में बदल गया.
यह देखकर संत शबरी को बुरा भला और पापी कहकर चिल्लाने लगा। शबरी रोती हुई अपने आश्रम में चली गई।
उसके जाने के बाद ऋषि फिर से तप करने लगा उसने बहुत से जतन किये लेकिन वो तालाब में भरे रक्त को जल नहीं बना पाया। उसमे गंगा, यमुना सभी पवित्र नदियों का जल डाला गया लेकिन रक्त जल में नहीं बदला।
कई वर्षों बाद, जब भगवान राम सीता की खोज में वहां आये तब वहाँ के लोगो ने भगवान राम को बुलाया और आग्रह किया कि वे अपने चरणों के स्पर्श से इस तालाब के रक्त को पुनः जल में बदल दें।
राम उनकी बात सुनकर तालाब के रक्त को चरणों से स्पर्श करते हैं लेकिन कुछ नहीं होता। ऋषि उन्हें जो- जो करने बोलते हैं, वे सभी करते हैं लेकिन रक्त जल में नही बदला।
तब राम ऋषि से पूछते हैं – हे ऋषिवर मुझे इस तालाब का इतिहास बताये। तब ऋषि उन्हें शबरी और तालाब की पूरी कथा बताते हैं और कहते हैं - हे भगवान यह जल उसी शुद्र शबरी के कारण अपवित्र हुआ है।
तब भगवान राम दुखी होकर कहा - हे गुरुवर, यह रक्त उस देवी शबरी का नही मेरे ह्रदय का है जिसे तुमने अपने अप शब्दों से घायल किया है.
भगवान राम ऋषि से आग्रह करते हैं कि मुझे देवी शबरी से मिलना है। तब शबरी को बुलावा भेजा जाता है। राम का नाम सुनते ही शबरी दौड़ी चली आती हैं।
'राम मेरे प्रभु' कहती हुई जब वो तालाब के समीप पहुँचती है तब उसके पैर की धूल तालाब में चली जाती है और तालाब का सारा रक्त जल में बदल जाता है।
तब भगवान राम कहते हैं - देखिये गुरुवर आपके कहने पर मैंने सब किया लेकिन यह रक्त भक्त शबरी के पैरों की धूल से जल में बदल गया।
शबरी जैसे ही भगवान राम को देखती हैं उनके चरणों को पकड़ लेती हैं और अपने साथ आश्रम लाती हैं।
उस दिन भी शबरी रोज की तरह सुबह से अपना आश्रम फूलों से सजाती हैं और बाग़ से चख- चख कर सबसे मीठे बेर अपने प्रभु राम के लिये चुनती हैं।
वो पुरे उत्साह के साथ अपने प्रभु राम का स्वागत करती हैं और बड़े प्रेम से उन्हें अपने जूठे बेर परौसती हैं। भगवान राम भी बहुत प्रेम से उसे खाने उठाते हैं,
तब उनके साथ गये लक्ष्मण उन्हें रोककर कहते हैं – भ्राता ये बेर जूठे हैं। तब राम कहते हैं – लक्ष्मण यह बेर जूठे नहीं सबसे मीठे हैं, क्यूंकि इनमे प्रेम हैं और वे बहुत प्रेम से उन बेरों को खाते हैं।
मतंग ऋषि का कथन सत्य होता है और देवी शबरी को मोक्ष की प्राप्ति होती है। और इस तरह भगवान राम, शबरी के राम कहलाये।
आज की तिथि : आषाढ़ कृष्ण पक्ष सप्तमी, विक्रम संवत 2081
साभार :- BagvanBhakti

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((((((( जय जय श्री राधे )))))))
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महान क्रांतिकारी भगतसिंह जी की बहन प्रकाश कौर जी ने एक इंटरव्यू में कहा था कि "जब मैं उनसे आखिरी बार जेल में मिलने गई, त...
01/07/2024

महान क्रांतिकारी भगतसिंह जी की बहन प्रकाश कौर जी ने एक इंटरव्यू में कहा था कि "जब मैं उनसे आखिरी बार जेल में मिलने गई, तब उन्होंने कहा कि मैं तो गोरों से लड़ रहा हूँ, पर तुम सबको उन कालों से लड़ना है, जो देश आज़ाद होने के बाद भ्रष्टाचार करेंगे"

पता है कोई लाइक कमेंट नहीं करेगा
देश से प्यार ही किसको है आज कल 🥺

जय श्री महाकाल 🙏❤️
01/07/2024

जय श्री महाकाल 🙏❤️

टी-20 विश्वकप में भारत की शानदार जीत विश्वविजेता बनने पर भारतीय टीम को बधाई शुभकामनाए
29/06/2024

टी-20 विश्वकप में भारत की शानदार जीत विश्वविजेता बनने पर भारतीय टीम को बधाई शुभकामनाए

इनके एक सीरियल का काम बड़े बड़े सुपरस्टार्स के पूरे कैरियर पर भारी है....बड़े बड़े दिग्गज इनसे डाह रख सकते हैँ....इनके पूर्व...
25/01/2024

इनके एक सीरियल का काम बड़े बड़े सुपरस्टार्स के पूरे कैरियर पर भारी है....बड़े बड़े दिग्गज इनसे डाह रख सकते हैँ....इनके पूर्वजन्मों का प्रतिफल था जो इन्हें वो रोल मिले..तीनों अपने अपने निभाये पात्रों के कारण सदा के लिए अमर हो गए...

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