ऐ मौत हमसे ये नराजगी छोङ दे,बहुत बदल गया है वो जिसके लिये हम जिया करते थे।

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ऐ मौत हमसे ये नराजगी छोङ दे,बहुत बदल गया है वो जिसके लिये हम जिया करते थे। वो साथ थी तो मानो जन्नत थी जिंदगी,
अब तो हर सांस जिंदा रहने की वजह पूछती हैं। वो साथ थी तो मानो जन्नत थी जिंदगी,
अब तो हर सांस जिंदा रहने की वजह पूछती हैँ.....
(105)

20/06/2024

जो मिल जाता है, वो आम हो ही जाता है।

खास वही है, जो काश में है।
😌❤️

14/06/2024

तुम ज़माने के हो हमारे सिवाय
हम किसी के नहीं, तुम्हारे हैं।

22/05/2024

शब्दकोशों में मौजूद सटीक शब्दों के
बावजूद व्यक्त नहीं हो पाते कभी भी,
कुछ दर्द गूंगे होते हैं।

15/05/2024

न हाथों में है तू और न मेरे किस्मत में,
तू बता सब्र करूं भी तो क्या सोच के करूं।

15/05/2024

जिसे लोग इश्क़, इबादत, ज़िन्दगी, सुकून कहते हैं,
इन सबको हम एक लफ़्ज़ में सिर्फ तुम कहते हैं!

15/05/2024

सुना है आज उसकी आंखों में आंसू आ गए
बच्चों को सिखा रही थी मोहब्ब्त ऐसे लिखते हैं

15/05/2024

हम भी गलत होंगे किसी की कहानी में,
कोई तो हमें रोज़ कोसता होगा....!✍️

15/05/2024

देर तक जवाब ना आए तो कॉल करके पूछ लेना.
अगर वो जिंदा है तो समझना तुम वहां मर चुके हो !!

क्या चुनेंगे।
08/04/2024

क्या चुनेंगे।

02/04/2024

निशान फिर भी रह जाता है साहब....

टूट कर जुड़ जाना इतना आसान नहीं..💔

01/04/2024

खुश होती रही तू जिंदगी मुश्किलें डाल-डाल के।
फिर भी तुझे जिया रास्ते निकाल -निकाल के।।

थाम के रखते इसे तो शायद महफूज ही रहता।
खुद तोड़ लिया दिल अपना उछाल-उछाल के।।

भर ही जाता जख्म जो वक्त पर दवा कर लेते।
नासूर बना बैठे हैं मर्ज को टाल- टाल के।।

खुद बढ़ा हाथ इनको खतम कर के फिर देख।
कुछ ना मिलेगा दिल में इनको पाल-पाल के।।

वो सब शिकवे गिले जो उनसे किये ना जा सके।
जहर बना लिया है दिल में संभाल-संभाल के।।

कातिल ने मेरे कत्ल का एक भी निशां ना छोड़ा।
थक गए हैं सब मौके को खंगाल -खंगाल के।।

शायरी करनी है तो रवि अभी और फरेब खा।
शेर निकलेंगे दिल से फिर कमाल-कमाल के।।

09/03/2024

ज़रा सी बात होती है तो तन्हा छोड़ जाते है..
मोहब्बत कर के लोगों से संभाली क्यों नही जाती..!!

05/03/2024

हमदर्दीं अब मुझको कीलों की तरह चुभती है,
कोई खामखां मेरा हाल ना पूछा करो..!!🙃

07/02/2024

उठा रखी है फ़रवरी ने सारे इश्क़ की ज़िम्मेदारी
घर का सबसे छोटा घर का खर्चा चला रहा है...!!

हल्की सी नमी मस्त हवा और उसकी याद मुसलसल...!!ऐ ‘माह-ऐ-जनवरी‘ तू तो ‘दिसंबर‘ से भी ज़ालिम निकला...!!
01/01/2024

हल्की सी नमी मस्त हवा और उसकी याद मुसलसल...!!

ऐ ‘माह-ऐ-जनवरी‘ तू तो ‘दिसंबर‘ से भी ज़ालिम निकला...!!

लौट आओ अभी भी कुछ नहीं बिगड़ा.!! अभी भी बाक़ी है एक रात दिसंबर की..!!
31/12/2023

लौट आओ अभी भी कुछ नहीं बिगड़ा.!!

अभी भी बाक़ी है एक रात दिसंबर की..!!

मेरा कहा तब सुनोगी न,अगले जन्म में मिलोगी न..एक तमन्ना थी तुम्हें बतला सकूँ,लाल जोड़े में तुम्हें अपना सकूँ..एक स्वप्न सच...
31/12/2023

मेरा कहा तब सुनोगी न,
अगले जन्म में मिलोगी न..

एक तमन्ना थी तुम्हें बतला सकूँ,
लाल जोड़े में तुम्हें अपना सकूँ..
एक स्वप्न सच अगर मैं कर सकूँ,
माँग तेरी लालिमा से भर सकूँ..
किंतु कड़वे सच को हूँ मैं पी रहा,
फिर भी तुमको सोच कर ही जी रहा..
इस जन्म तो बन गयी हो तुम पराई,
अगले जन्म बस मेरी ही बनोगी न..

मेरा कहा तब सुनोगी न,
अगले जन्म में मिलोगी न...

जब तुम्हारी प्रीत मेरी हो जाएगी,
सालगिरह जिस दिन तुम्हारी आएगी..
इस जन्म से ही हूँ मैं तैयार सा,
मैं मनाना चाहूंगा वो दिन त्योहार सा..
और विवाह की वर्षगांठ जब आएगी,
इक दीवाली हर वर्ष और मन जाएगी..
एक सुंदर सा सफर तैयार है,
साथ उस सफर पर तुम चलोगी न..

मेरा कहा तब सुनोगी न,
अगले जन्म में मिलोगी न..

प्रेम मैंने जिस तरह तुमसे किया है,
हर घड़ी और हर घड़ी तुमको जिया है..
है निवेदन इस तरह तुम प्यार करना,
मुझपे अपना सर्वस्व न्यौछार करना..
क्या पता अगले जन्म क्या रहे मुझमें,
मैं तो सारे जन्म जी चुका हूँ तुझमें..
है प्रतीक्षा एक बार मुझ सा जियो तुम,
दो वचन ऐसा ही तुम करोगी न..

मेरा कहा तब सुनोगी न,
अगले जन्म में मिलोगी न..

इस जन्म तो पीर अंदर रह गयी,
आँख बनकर बस समंदर रह गयी..
नीर खारा मेरे अंदर रह गया,
प्रेम सारा मेरे अंदर रह गया..
अगले जन्म फिर से ये कोशिश करूंगा,
जितना हो सके उतना तुम पर लिखूंगा..
इस जन्म तो तुम पर समय है ही नहीं,
पर अगले जन्म में तो रोज़ पढ़ोगी न..

मेरा कहा तब सुनोगी न,
अगले जन्म में मिलोगी न...!!❤️

29/12/2023

कोई कह दो जाकर जनवरी से,,
ना आए इतनी जल्दी,,
कि अब तलक दिसंबर से,,,,,,,,
दिल हमारा भरा नहीं
वफा थोड़ी और निभाना है साथ भी अभी और चाहिए
साल भर का साथी है दिसंबर पल भर में कैसे छोड़ दें।

19/12/2023

ये मोहब्बत तो बेइंतेहा ही होती है जनाब.....!!
नाप तोल कर तो राशन मिला करते है.....!!

15/12/2023

ये किसके इश्क का है रंग, जो मद्धम नहीं होता...
🖋️
इतनी नज़्में लिखी फिर भी, ये किस्सा खत्म नहीं होता...

06/12/2023

कभी बेपनाह तो कभी गुम सी है।।

ये सर्दी भी ना ,,कुछ कुछ तुम सी है।।

❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️

06/12/2023

कुछ इंतजार ऐसे होते हैं
जिसमें शाम नहीं उमर गुजर जाती है ♥️

04/12/2023

बात ये है कि अब वो
पहले वाली बात नहीं,
मुलाकातों में पहली सी
मुलाकात नहीं।
दिल का बेड़ा गर्क हो जाए
धड़कनों की अब
पहली सी औकात नहीं।
ना हम सोएं ना उसे नींद आए
बात यह है कि
वो पहली सी रात नहीं।

03/12/2023

कुछ कहानियां बिना अलविदा कहें ही खत्म हो जाती हैं ।

26/11/2023

खराबी है तो तुम नफ़रत क्यों नहीं करती
किसने कहा है तुम्हें मुझ पागल से इश्क़ करने को ।

26/11/2023

कौन कहता है मुर्दे जिया नहीं करते..
मैंने आशिकों की बस्ती में लाशों को चलते देखा है..!!

24/11/2023

मैं सोचता हूं आख़िर कितना मुश्किल रहा होगा साथ निभाना
जो तूने मुझे छोड़ना मुनासिब समझा...📄✍️

24/11/2023

"नहीं करते शरीक तेरे ख्याल में किसी और को"

"हम तेरे ख्याल का भी बहुत ख्याल रखते हैं"❤️

24/11/2023

बंजर नहीं हूं मैं, मुझमें बहुत सी नमी है.......

दर्द बयां नही करती, बस इतनी सी कमी है......

24/11/2023

तुम आओ या ना आयो
मेरी जिंदगी में ये तुम्हारी मर्जी

मेरी मोहब्बत तुमसे है
और तुमसे ही रहेगी ....!!

❤️

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