22/12/2022
नहीं खत्म हुआ है कोविड-19 संक्रमण, सुरक्षा के लिए सावधानी बेहतर उपाय
- कोविड-19 ओमिक्रोन के नए सब-वेरिएंट बीएफ-7 का बढ़ रहा खतरा
- जिले में 12 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को लगाया गया है कोविड-19 टीका
- संक्रमण से सुरक्षा के लिए प्रीकॉशन डोज आवश्यक
- सार्वजनिक स्थानों पर सावधानी कोविड से बचाव का सबसे सुरक्षित उपाय
पूर्णिया, 22 दिसंबर
चीन में कोविड-19 संक्रमण का फिर से विस्तार हो रहा है। इसकी दस्तक भारत में भी हो गयी है। बुधवार तक देश में कोविड-19 संक्रमण ओमिक्रोम के नए वेरिएंट बीएफ-7 के तीन केस दर्ज किये गये हैं । इसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग द्वारा अलर्ट मोड में सुरक्षा की तैयारी शुरू कर दी गई है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा सभी लोगों को संक्रमण से सुरक्षा के लिए बचाव के साधन के उपयोग का निर्देश दिया जा रहा है । लोगों से कोविड-19 टीका के प्रीकॉशन डोज लगाने की अपील भी की जा रही है जिससे लोगों के शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास हो सके और जो संक्रमण से लड़ने में लोगों की सहायता करता है।
जिले में 12 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को लगाया गया है कोविड-19 टीका
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ विनय मोहन ने बताया कि कोविड-19 से सुरक्षा के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा 12 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों को कोविड-19 टीका लगाया गया है। जिले के ज्यादातर लोगों द्वारा इसका लाभ उठाया जा चुका है। उन्होंने बताया कि जिले में अलग अलग उम्र के लोगों को तीन वर्गों में विभाजित करते हुए सुरक्षा का टीका लगाया गया है। इसमें 20 दिसंबर तक 12 से 14 वर्ष के 01 लाख 30 हजार 105 लोगों को पहला डोज तथा 95 हजार 07 लोगों को दूसरे डोज का टीका लगाया जा चुका है। 15 से 17 वर्ष के 02 लाख 18 हजार 124 लोगों को पहला डोज तथा 01 लाख 88 हजार 749 लोगों को दूसरे डोज लगाया जा चुका है। 18 वर्ष से अधिक उम्र के 21 लाख 10 हजार 196 लोगों को पहला डोज तथा 20 लाख 43 हजार 564 लोगों को दूसरे डोज का टीका लगाया जा चुका है।
संक्रमण से सुरक्षा के लिए प्रीकॉशन डोज आवश्यक
डीपीएम ब्रजेश कुमार सिंह ने बताया कि कोविड-19 संक्रमण से सुरक्षा के लिए प्रीकॉशन डोज सबसे आवश्यक है। प्रीकॉशन डोज का टीका लोग दूसरा डोज लगाने के छः माह बाद कभी भी लगा सकते हैं। जिले में अबतक 04 लाख 22 हजार 88 लोगों द्वारा प्रीकॉशन डोज का टीका लगवाया गया है। डीपीएम ने बताया कि सभी लोग कोविड-19 सुरक्षा का टीका अपने नजदीकी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में आसानी से लगवा सकते हैं।
सार्वजनिक स्थानों पर सावधानी कोविड से बचाव का सबसे सुरक्षित उपाय
कोविड-19 संक्रमण से सुरक्षा के लिए लोगों को सावधानी बरतना सबसे आवश्यक है। सिविल सर्जन डॉ. अभय प्रसाद चौधरी ने लोगों को इसके लिए आवश्यक उपकरण के उपयोग की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि कोविड संक्रमण से लोगों को बिल्कुल भी घबराने की जरूरत नहीं है। स्वास्थ्य विभाग इससे लड़ने के लिए पूरी तरह से तैयार है। वर्तमान में हमारे क्षेत्र में इसका कोई प्रकोप नहीं है। लेकिन इससे लड़ने के लिए लोगों को भी तैयार रहना चाहिए। लोगों को सार्वजनिक स्थलों पर सामाजिक दूरी का ध्यान रखना चाहिए और पूरी तरह से मास्क का उपयोग करना चाहिए। इससे संक्रमित होने की संभावना कम हो जाती है। इसके अतिरिक्त बाहरी चीजों से संपर्क नहीं करने और हाथों को सैनिटाइजर से नियमित रूप से सफाई करना चाहिए। इससे बाहर से मिले संक्रमण को नष्ट किया जा सकता है जो लोगों को कोविड-19 से सुरक्षित रख सकता है।