sudhanshu mehra

sudhanshu mehra “संघर्षों से लिखी है दास्ताँ, कामयाबी की साजिशों से बुझ जाऊ वो चिराग नहीं हूँ…....

आप सभी facebook परिवार को हमारी तरफ से होली की हार्दिक शुभकामनाये।आप सभी के जीवन में रंग और खुशियों की बरसात होता रहें।
25/03/2024

आप सभी facebook परिवार को हमारी तरफ से
होली की हार्दिक शुभकामनाये।आप सभी के जीवन में रंग और खुशियों की बरसात होता रहें।

25/03/2024
शाहर् के दोस्तों के साथ मस्ती करते हुए ❤️❤️🙏
10/03/2024

शाहर् के दोस्तों के साथ मस्ती करते हुए ❤️❤️🙏

मेरे गाँव के दोस्त ❤️❤️
10/03/2024

मेरे गाँव के दोस्त ❤️❤️

मेरे प्यारा भतीजा ❤️❤️❤️
10/03/2024

मेरे प्यारा भतीजा ❤️❤️❤️

गाँव में सुकून हर जगह मिलेंगी 🙏❤️
10/03/2024

गाँव में सुकून हर जगह मिलेंगी 🙏❤️

Remember friends ❤️❤️❤️🙏
10/03/2024

Remember friends ❤️❤️❤️🙏

गाँव की थोड़ी सी यादें ❤️🙏
10/03/2024

गाँव की थोड़ी सी यादें ❤️🙏

No matter what the village is like, the things in the village are different.❤️❤️🙏
10/03/2024

No matter what the village is like, the things in the village are different.❤️❤️🙏

ये समाज आपकी हैसियत कमाई से देखता है अच्छे इंसान होने से नही।🙏❤️❤️
03/03/2024

ये समाज आपकी हैसियत कमाई से देखता है अच्छे इंसान होने से नही।🙏❤️❤️

26 जनवरी 2024 को भारत अपना 73वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। 26 जनवरी 1950 को भारतीय संविधान लागू हुआ, इसलिए भारत में हर वर...
27/01/2024

26 जनवरी 2024 को भारत अपना 73वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। 26 जनवरी 1950 को भारतीय संविधान लागू हुआ, इसलिए भारत में हर वर्ष 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है। गणतंत्र दिवस के अवसर पर राजपथ पर भारत की तीनों सेना समेत विभिन्न राज्यों की झांकी देखने को मिलती ।धन्यबाद 🙏🙏

Happy republic day 2024

👋👋👋👋
23/01/2024

👋👋👋👋

मिथला कोई जगह नहीं         हमारे दिलों मे धड़कन बनकर धड़कती है मिथला।
12/12/2023

मिथला कोई जगह नहीं
हमारे दिलों मे धड़कन बनकर धड़कती है मिथला।

30/10/2023

Saharsa

जिसकी चाहत की थी वो हमदम मेरा नसीब ना हुआ जिसकी ताकीद की वो दिलबर मेरा _हबीब ना हुआ 🟤🟠🟤यूँ ही गुज़रे थे चमन से कि नज़र_म...
13/07/2023

जिसकी चाहत की थी वो हमदम मेरा नसीब ना हुआ
जिसकी ताकीद की वो दिलबर मेरा _हबीब ना हुआ
🟤🟠🟤
यूँ ही गुज़रे थे चमन से कि नज़र_में__आये_गुलिस्ताँ
गुलों की एक कशिश ने बताया हमसा ग़रीब ना हुआ

रूप ना जाने कब किस का उपदेश , किस का प्रवचन , जीवन नैया पार लगा दे । गुरू को मानो तो एक रूह का रिश्ता है हम सभी का .. ना...
04/07/2023

रूप ना जाने कब किस का उपदेश , किस का प्रवचन , जीवन नैया पार लगा दे । गुरू को मानो तो एक रूह का रिश्ता है हम सभी का .. ना मानो तो कौन क्या लगता है किसी का . ये जो गुरु बनाए जाते हैं , सही मायनों में मन मिलाऐ जाते हैं ... बिखरे पड़े थे जो मोती इधर उधर , वे एक माला में पिरोये जाते हैं .. sudhanshu mehra ..............................,....................🌺🙏🌺
४/७/२०२३.monday

ऐसा nàhí🙅 कि  💔❣️ màí तेरी तस्वीर nàhí🙅 hai,पर हाथो màí tere नाम kí लकीर nàhí🙅 hai. S.mehra aashi🇦🇱😎👍.
20/06/2023

ऐसा nàhí🙅 कि 💔❣️ màí तेरी तस्वीर nàhí🙅 hai,
पर हाथो màí tere नाम kí लकीर nàhí🙅 hai. S.mehra aashi🇦🇱😎👍.

06/06/2023

*अच्छे अच्छे महलों मे भी एक दिन कबूतर अपना घोंसला बना लेते है ...*

*💥सेठ घनश्याम के दो पुत्रों में जायदाद और ज़मीन का बँटवारा चल रहा था*
और एक चार बेड रूम के घर को लेकर विवाद गहराता जा रहा था
*एकदिन दोनो भाई मरने मारने पर उतारू हो चले , तो पिता जी बहुत जोर से हँसे।*

*पिताजी को हँसता देखकर दोनो भाई लड़ाई को भूल गये,* और पिताजी से हँसी का कारण पूछा ।
*पिताजी ने कहा-- इस छोटे से ज़मीन के टुकडे के लिये इतना लड़ रहे हो*

*छोड़ो इसे आओ मेरे साथ एक अनमोल खजाना दिखता हूँ मैं तुम्हे !*

पिता घनश्याम जी
और दोनो पुत्र पवन और मदन उनके साथ रवाना हुये ।
पिताजी ने कहा देखो यदि तुम आपस मे लड़े तो फिर मैं तुम्हे उस खजाने तक नही लेकर जाऊँगा और बीच रास्ते से ही लौटकर आ जाऊँगा !
*अब दोनो पुत्रों ने खजाने के चक्कर मे एक समझौता किया की चाहे कुछ भी हो जाये पर हम लड़ेंगे नही प्रेम से यात्रा पे चलेंगे !*

गाँव जाने के लिये एक बस मिली पर सीट दो की मिली,

और वो तीन थे,

अब पिताजी के साथ थोड़ी देर पवन बैठे तो थोड़ी देर मदन ।

ऐसे चलते-चलते लगभग दस घण्टे का सफर तय किया ,तब गाँव आया।
*घनश्याम जी दोनो पुत्रों को लेकर एक बहुत बड़ी हवेली पर गये हवेली चारों तरफ से सुनसान थी।*
घनश्याम जी ने देखा कि हवेली मे जगह जगह कबूतरों ने अपना घोसला बना रखा है, तो घनश्याम वहीं बैठकर रोने लगे।

*पुत्रों ने पुछा क्या हुआ पिताजी आप रो क्यों रहे है ?*

रोते हुये उस वृद्ध पिता ने कहा जरा ध्यान से देखो इस घर को, जरा याद करो वो बचपन जो तुमने यहाँ बिताया था ,

*तुम्हे याद है बच्चों इसी हवेली के लिये मैं ने अपने बड़े भाई से बहुत लड़ाई की थी, ये हवेली तो मुझे मिल गई पर मैंने उस भाई को हमेशा के लिये खो दिया ।*

क्योंकि वो दूर देश में जाकर बस गया और फिर वक्त्त बदला

एक दिन हमें भी ये हवेली छोड़कर जाना पड़ा !

*अच्छा तुम ये बताओ बेटा कि जिस सीट पर हम बैठकर आये थे*
*क्या वो बस की सीट हमें मिल गई?*
*और यदि मिल भी जाती तो क्या वो सीट हमेशा-हमेशा के लिये हमारी हो जाती ?*

मतलब की उस सीट पर हमारे सिवा और कोई न बैठ सकता ।

*दोनो पुत्रों ने एक साथ कहा कि ऐसे कैसे हो सकता है , बस की यात्रा तो चलती रहती है और उस सीट पर सवारियाँ बदलती रहती है।*
पहले हम बैठे थे ,

आज कोई और बैठा होगा

और

पता नही ,कल कोई और बैठेगा।

*और वैसे भी उस सीट में क्या धरा है जो थोड़ी सी देर के लिये हमारी है !*

पिताजी पहले हँसे और फिर आंखों में आंसू भरकर बोले , देखो यही मैं तुम्हे समझा रहा हूँ ,*कि जो थोड़ी देर के लिये जो तुम्हारा है , *तुमसे पहले उसका मालिक कोई और था, थोड़ी सी देर के लिये तुम हो और थोड़ी देर बाद कोई और हो जायेगा।*
*बस बेटा एक बात ध्यान रखना कि इस थोड़ी सी देर के लिये कही तुम अपने अनमोल रिश्तों की आहुति न दे देना*,
*यदि पैसों का प्रलोभन आये तो इस हवेली की इस स्थिति को देख लेना कि अच्छे अच्छे महलों में भी*

*एक दिन कबूतर अपना घोंसला बना लेते है।*

*बेटा मुझे यही कहना था --कि बस की उस सीट को याद कर लेना जिसकी रोज सवारियां बदलती रहती है*

*उस सीट के खातिर अनमोल रिश्तों की आहुति न दे देना*

*जिस तरह से बस की यात्रा में तालमेल बिठाया था बस वैसे ही जीवन की यात्रा मे भी तालमेल बिठाते रहना !*

*दोनो पुत्र पिताजी का अभिप्राय समझ गये, और पिता के चरणों में गिरकर रोने लगे !*
*शिक्षा :-*

*मित्रों, जो कुछ भी ऐश्वर्य -धन सम्पदा हमारे पास है वो सबकुछ बस थोड़ी देर के लिये ही है ,
थोड़ी-थोड़ी देर मे यात्री भी बदल जाते है और मालिक भी।

*रिश्तें बड़े अनमोल होते है* छोटे से ऐश्वर्य धन या *सम्पदा* के चक्कर मे कहीं किसी *अनमोल रिश्तें को न खो देना* ...

🙏🙏

*जो प्राप्त है-पर्याप्त है* *जिसका मन मस्त है*
*उसके पास समस्त है!!*sudhanshu mehra 🙏🚩💯

जीवन जीते तो सभी है।         अपने आप को सूर्य के तरह जीना सीखें।।
22/05/2023

जीवन जीते तो सभी है।
अपने आप को सूर्य के तरह जीना सीखें।।

जीवन में आगे बढ़ने का जुनून अगर होता है ,तो रास्ता ख़ुद बन ही जाता है॥.
02/05/2023

जीवन में आगे बढ़ने का जुनून अगर होता है ,
तो रास्ता ख़ुद बन ही जाता है॥.

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