22/09/2022
एक बार एक हिरन जंगल में पानी की तलाश में घूम रही थी। उसको बहुत प्यास लगी हुई थी इसलिए वो इधर उधर पानी की तलाश में भटक रही थी। वह पानी की तलाश में काफी देर तक भटकती रही, लेकिन उसे कहीं पर भी पानी नही मिला।
थोड़ी देर ओर जंगल में इधर-उधर भटकने के बाद वो एक पेड़ के नीचे बैठ जाती है, तो इतने में उसे नदी के बहने की आवाज सुनाई देती है, तो हिरण उसे पेड़ के नीचे से उठकर फौरन पानी की आवाज की तरफ आगे बढ़ती है।
तो वह देखती है उसे के सामने एक बड़ी सी नदी बह रही है, जैसे ही वो हिरण नदी को देखती है बहुत खुश होती है मानो उसे फिर से एक नई जिंदगी मिल गई हो।
वह तुरंत दौड़ती हुई नदी के पास जाती है और जैसे ही पानी पीने के लिए अपना सिर को झुकाती है, तो उसकी नजर अपने राइट साइड पर पड़ती है, वह जैसे ही अपने राइट में देखती है तो उसे शिकारी नजर आता है, हाथ में तीर लिए हुऐ निशाना तान के खड़ा हुआ।फिर जैसे ही हिरण की नजर अपने लेफ्ट साइड में पडती है, उसे झाड़ियों के पीछे एक शेर नजर आता है, अब हिरण पानी वानी सब भूल जाती है।
फिर वो पलट के पीछे देखती है तो उसे भयंकर आग लगी हुई दिखाई देती है, जो कि धीरे-धीरे उस उस की तरफ बढ़ रही थी अब हिरण जाएं भी तो जाएं कहां।
बेचारी हिरण राइट में देख रही तो शिकारी नजर आ रहा था जो कि निशाना तान के खड़ा था और अपने लेफ्ट में देख रही तो शेर खड़ा नजर आ रहा था और सामने गहरी लंबी चौड़ी नदी अपने तेज वेग से बह रही थी और पीछे आग लगी हुई थी, मतलब उसके लिए चारों रास्ते बंद हो चुके थे, चारों तरफ से मुसीबत आ चुकी थी।
अब हिरण सोच में पड़ जाती है, अब वो यह सोचती है कि चारों तरफ से मुसीबत आ चुकी है तो में अपना काम करके क्यों ना मरू, क्योंकि मुझे वैसे भी तो मरना है। तो में पानी पीकर क्यों ना मरू।इतना सोचकर वह हिरण अपना पानी पीने में लग जाती है लेकिन थोड़ी देर के बाद जैसे ही हिरण पानी पी रही थी उतने में ऊपर से काले बादल छा जाते है।
बादलों से बारिश होने लग जाती है तो जो आग लगी हुई थी वह आग बुझ जाती है और पानी के कारण शिकारी का निशाना चूक कर शेर को लग जाता है और शेर की नजर पड़ती है सीधा शिकारी पर तो शेर शिकारी के पीछे लग जाता है।
जैसे ही हिरण पानी पीकर अपना सर उठाती है तो वह अपने राइट में देखती है, उसे शेर भी नजर नही आता, वह अपने पीछे मुड़कर देखती है, जो आग थी जो भूझ गई, मतलब सबकुछ सामान्य हो गया।इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि इंसान की जिंदगी में प्रॉब्लम जब आती है तो चारों तरफ से आती है, जिसके कारण इंसान घबरा जाता है, डर जाता है।
अपनी प्रॉब्लम से आपको ना तो डरना है और ना ही घबराना है बस शांति से 2 मिनट के लिए सोचना है हिरण के पास भी बहुत ऑप्शन थे या तो पानी में छलांग लगा सकती थी, या इधर उधर भाग सकती थी लेकिन उसने शांति से सोचा और वो अपना काम में लगी रही। वो पानी पीने आई थी और पानी पीने लगी।
इंसान भी अपनी कामयाबी से थोड़ी दूरी पर रहता है, उसे मुसीबत दिखना शुरू हो जाती है, घर की प्रॉब्लम या पैसे की प्रॉब्लम जिसके कारण वो कुछ भी नही कर पाता है घबरा जाता है डर जाता है, इसलिए आपको ना तो घबराना है और ना ही आपको डरना है, बस अपने काम पर बने रहना है।