09/12/2024
हम तो गर्दिशों से निकलते ही "संवर जाएंगे"!
ये जो नज़रों से गिरे हैं ...किधर जाएंगे!!
आंसू ना होते तो पता नहीं...!
हम दर्द कैसे बहाते...!!
वक्त से पूछ कर बताना...
ज़ख्म क्या वाकई भर जाते हैं...!!
किसी के साथ गलत करके
अपनी बारी का इंतजार ज़रूर करना
क्योंकि समय के पास
हर किसी के कर्मों का हिसाब हैं...!!
🇮🇳🌹सुप्रभात🌹🇮🇳
आपका दिन शुभ हो।