The only Baba saheb ambedkar

The only Baba saheb ambedkar “मैं एक समुदाय की प्रगति को उस डिग्री से मापता हूं जो महिलाओं ने हासिल की है।”

24/10/2023

अंबेडकर जयंती (Ambedkar Jayanti 2022) हर साल 14 अप्रैल को मनाई जाती है। भीमराव अंबेडकर (Bhimrao Ambedkar) की जयंती को भारत में समानता दिवस और ज्ञान दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन को ब्रिटिश कोलंबिया, कनाडा में 'अंबेडकर समानता दिवस' के रूप में भी मनाया जाता है। डॉ भीमराव आम्बेडकर जिन्हें डॉ. बाबा साहेब अम्बेडकर (Dr. Baba Saheb Ambedkar) के नाम से भी जाना जाता है, का जन्म दिन 14 को 1891 को मध्य प्रदेश के महू में हुआ था।

24/10/2023

हाइलाइट्स
भीमराव अंबेडकर की जयंती 14 अप्रैल को मनाई जाती है।
भारत के सबसे प्रमुख समाज सुधारकों में से एक थे अंबेडकर।
अंबेडकर को बाबा साहेब भी कहा जाता है।

24/10/2023

“धर्म मनुष्य के लिए है न कि मनुष्य धर्म के लिए।”

24/10/2023

“वे इतिहास नहीं बना सकते जो इतिहास को भूल जाते हैं।”
“ ...

24/10/2023

“मैं एक समुदाय की प्रगति को उस डिग्री से मापता हूं जो महिलाओं ने हासिल की है।”

24/10/2023

“मुझे वह धर्म पसंद है जो स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व सिखाता है।”

24/10/2023

आम्बेडकर का जन्म 14 अप्रैल 1891 को ब्रिटिश भारत के मध्य भारत प्रांत (अब मध्य प्रदेश) में स्थित महू नगर सैन्य छावनी में हुआ था। वे रामजी मालोजी सकपाल और भीमाबाई की १४ वीं व अंतिम संतान थे। उनका परिवार कबीर पंथ को माननेवाला मराठी मूूल का था और वो वर्तमान महाराष्ट्र के रत्नागिरी जिले में आंबडवे गाँव के निवासी थे ।

24/10/2023

कमजोर वर्गों के छात्रों को छात्रावासों, रात्रि स्कूलों, ग्रंथालयों तथा शैक्षणिक गतिविधियों के माध्यम से अपने दलित वर्ग शिक्षा समाज (स्था. 1924) के जरिये अध्ययन करने और साथ ही आय अर्जित करने के लिए उनको सक्षम बनाया। सन् 1945 में उन्होंने अपनी पीपुल्‍स एजुकेशन सोसायटी के जरिए मुम्बई में सिद्वार्थ महाविद्यालय तथा औरंगाबाद में मिलिन्द महाविद्यालय की स्थापना की। बौद्धिक, वैज्ञानिक, प्रतिष्ठा, भारतीय संस्कृति वाले बौद्ध धर्म की 14 अक्टूबर 1956 को 5 लाख लोगों के साथ नागपुर में दीक्षा ली तथा भारत में बौद्ध धर्म को पुनर्स्‍थापित कर अपने अंतिम ग्रंथ ''द बुद्धा एण्ड हिज धम्मा'' के द्वारा निरंतर वृद्धि का मार्ग प्रशस्त किया।

24/10/2023

योगदान:भारत रत्न डॉ. बी. आर. अम्बेडकर ने अपने जीवन के 65 वर्षों में देश को सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक, शैक्षणिक, धार्मिक, ऐतिहासिक, सांस्कृतिक, साहित्यिक, औद्योगिक, संवैधानिक इत्यादि विभिन्न क्षेत्रों में अनगिनत कार्य करके राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान दिया, उनमें से मुख्य निम्‍नलिखित हैं :-
सामाजिक एवं धार्मिक योगदान:मानवाधिकार जैसे दलितों एवं दलित आदिवासियों के मंदिर प्रवेश, पानी पीने, छुआछूत, जातिपाति, ऊॅच-नीच जैसी सामाजिक कुरीतियों को मिटाने के लिए मनुस्मृति दहन (1927), महाड सत्याग्रह (वर्ष 1928), नासिक सत्याग्रह (वर्ष 1930), येवला की गर्जना (वर्ष 1935) जैसे आंदोलन चलाये।

24/10/2023

डा. बाबा साहब अंबेडकर की जीवनी
14 अप्रैल 1891 को भीमराव अंबेडकर का जन्म हुआ था। कबीर पंथी पिता और धर्मर्मपरायण माता की गोद में बालक का आरंभिक काल अनुशासित रहा।
By सुदेश अवस्थी
Updated: Friday, April 14, 2023, 09:27 [IST]
डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर का मूल नाम भीमराव था। उनके पिताश्री रामजी वल्द मालोजी सकपाल महू में ही मेजर सूबेदार के पद पर एक सैनिक अधिकारी थे। अपनी सेवा के अंतिम वर्ष उन्‍होंने और उनकी धर्मपत्नी भीमाबाई ने काली पलटन स्थित जन्मस्थली स्मारक की जगह पर विद्यमान एक बैरेक में गुजारे। सन् 1891 में 14 अप्रैल के दिन जब रामजी सूबेदार अपनी ड्यूटी पर थे, 12 बजे यहीं भीमराव का जन्म हुआ। कबीर पंथी पिता और धर्मर्मपरायण माता की गोद में बालक का आरंभिक काल अनुशासित रहा।

24/10/2023
24/10/2023

Address

Ratnagiri
460001

Website

Alerts

Be the first to know and let us send you an email when The only Baba saheb ambedkar posts news and promotions. Your email address will not be used for any other purpose, and you can unsubscribe at any time.

Videos

Share