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31जनवरी 2024भारत में हवाई यात्रा इन दिनों ‘राम भरोसे’ हो चली है. कभी फ्लाइट 12 घंटे से ज्यादा लेट उड़ान भर रही हैं, कहीं...
31/01/2024

31जनवरी 2024
भारत में हवाई यात्रा इन दिनों ‘राम भरोसे’ हो चली है. कभी फ्लाइट 12 घंटे से ज्यादा लेट उड़ान भर रही हैं, कहीं यात्री फ्लाइट के कैप्टन को थप्पड़ मार रहे हैं, कहीं इंटरनेशनल रूट पर पर्याप्त ऑक्सीजन के बिना उड़ान संचालित हो रही है, तो हीं रनवे पर बैठकर यात्रियों को खाना खिलाया जा रहा है. अब इससे भी आगे जाकर इंडिगो की एक फ्लाइट ने बिना एटीसी क्लियरेंस ही उड़ान भर ली.

इंडिगो की एक फ्लाइट 6E 1803 ने सोमवार को दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से अजरबेजान के बाकू के लिए शाम 7 बजकर 38 मिनट पर उड़ान भरी. फ्लाइट के पायलट्स ने एयरपोर्ट पर मौजूद ‘एयर ट्रैफिक कंट्रोलर’ (एटीसी) से क्लियरेंस मिले बिना ही ये उड़ान भर ली. अब इस घटना पर बवाल मचा है.

DGCA ने शुरू की जांच

मामले का संज्ञान लेते हुए एविएशन रेग्युलेटर डीजीसीए ने मामले की जांच शुरू कर दी है. इतना ही नहीं डीजीसीए ने फ्लाइट के दोनों पायलट को फ्लाइंग ड्यूटी से हटा दिया है. वहीं एयरलाइंस की ओर से अपनी सफाई में कहा गया है कि घटना की जांच चल रही है. जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी.

एटीसी का काम एयरपोर्ट पर एयर ट्रैफिक को नियंत्रित रखना होता है. वहीं उड़ान के दौरान पायलट्स को जरूरी सुरक्षा निर्देश देने का काम भी एटीसी करता है. उड़ान भरने से पहले एटीसी की क्लियरेंस जरूरी होती है क्योंकि वह एयरपोर्ट पर फ्लाइट्स के सुरक्षित उड़ान भरने और लैंडिंग के लिए अहम होता है.

राम भरोसे हवाई यात्रा

देश में हवाई यात्रा लगता है सच में राम भरोसे चल रही है. हाल में दिल्ली-गोवा की एक फ्लाइट 12 घंटे लेट हुई थी, तो एक यात्री ने पायलट पर हमला कर दिया. इसके अलावा रनवे पर यात्रियों के खाना खाने को लेकर इंडिगो एयरलाइंस पर 1.2 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया गया है. वहीं एयर इंडिया के लॉन्ग रूट्स की फ्लाइट्स पर सिक्योरिटी को अनदेखी करने का मामला भी सामने आया, जिसे लेकर डीजीसीए ने 1.10 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया है.

31जनवरी 2024 # द्रौपदी मुर्मू सदन में सरकार के काम का लेखा जोखा रखा. इस दौरान उन्होंने सरकार के कामों की तारीफ की साथ ही...
31/01/2024

31जनवरी 2024
# द्रौपदी मुर्मू सदन में सरकार के काम का लेखा जोखा रखा. इस दौरान उन्होंने सरकार के कामों की तारीफ की साथ ही उन्होंने सरकार द्वारा लिए गए फैसलों से देश के लोगों को क्या लाभ मिलेगा. इसके बारे में भी बताया. राष्ट्रपति ने कहा कि मेरी सरकार देश के लोगों के लिए लगातार काम कर रही है. सरकार के कठोर निर्णयों की वजह से देश नई ऊचाईयों की तरफ बढ़ रहा है. हमें विश्वास है कि देश लगातार आगे बढ़ता रहेगा.

रिफॉर्म, ट्रांसफॉर्म और परफॉर्म के संकल्प के साथ सरकार काम कर रही है. उन्होंने कहा कि कोई भी देश तब ही आगे बढ़ सकता है जब वो अपनी पुरानी चुनौतियों को परास्त करके अपनी ज्यादा से ज्यादा ऊर्जा भविष्य में आगे बढ़ने में लगाए.

25जनवरी 2024राजधानी दिल्ली में 10 जनवरी की रात पुलिस को सूचना मिली कि फ्लाईओवर के नीचे एक लाश पड़ी हुई है. वारदात पर पुल...
25/01/2024

25जनवरी 2024
राजधानी दिल्ली में 10 जनवरी की रात पुलिस को सूचना मिली कि फ्लाईओवर के नीचे एक लाश पड़ी हुई है. वारदात पर पुलिस की टीम पहुंचती है, लेकिन मरने वाले के बारे में कोई ज्यादा जानकारी मिल नहीं पाती. इसके बाद पुलिस ने उसकी तस्वीर खींची और पोस्टमार्टम से पहले भेजने से पहले आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से उसकी तस्वीर बनाई जाती है. तस्वीर को ऐसा बनाया जाता है, जिसमें यह दिखे ही वह व्यक्ति अभी भी जिंदा है, क्योंकि मृत लोगों की तस्वीर पर लोग ध्यान नहीं देते हैं.

इसके बाद दिल्ली पुलिस इस शख्स की फोटो के साथ पोस्टर जारी करती है और कहा गया कि जिसको भी इसके बारे में जानकारी हो, वह तुरंत नजदीक के पुलिस स्टेशन में बताए. 10 जनवरी को पुलिस को लाश मिलती है और 11-12 जनवरी को एआई की मदद से उसकी तस्वीर बनाई जाती है.

एआई की मदद से खुलासा
यही नहीं 30 पुलिसवालों की टीम अलग-अलग जिलों और स्थानों में इस शख्स के बारे में जानकारी इकट्ठा करने में लग जाते हैं. 48 घंटे के अंदर पुलिस का प्रयास रंग लाया और छावला पुलिस स्टेशन में एक फोन कॉल आता है. फोन करने वाला कहता है कि आपने तो तस्वीर लगाई है, वह मेरा है और उसका नाम हितेंद्र है. पुलिस उस शख्स को तुरंत बुलाती है.

दोस्तों ने ही किया काम तमाम
अब तक हितेंद्र की पोस्टमार्टम रिपोट आ चुकी थी, जिसमें पता चला था कि उसे गला घोंटकर मारा गया है. अब पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुट जाती है तो पता लगता है कि हितेंद्र की कुछ चार-पांच दोस्त हैं, जिनके नाम जेम्स, रॉकी, एनी और विपिन हैं. पुलिस ने शुरुआती जांच में पता लगाया कि हितेंद्र की महिला मित्र रूबी थी और वह शादीशुदा थी. इसके चार दोस्तों में से जेम्स चाहता था कि रूबी से उसकी दोस्ती हो, लेकिन वह उससे बातचीत नहीं कर रही थी. ऐसे में जेम्स चाहता था कि हितेंद्र रूबी से उसकी बातचीत करवा दे.

एक दिन जेम्स ने हितेंद्र से कहा कि मैंने अपने घर पर पार्टी रखी है और तुम भी आओ. हितेंद्र पार्टी करने के लिए जेम्स के घर पर जाता भी है और वहां पर शराब की पार्टी शुरू हो जाती है. तभी जेम्स रूबी के पति को फोन लगाकर एक सोफे के आसपास छुपा देता है, जिसके बाद दारू के नशे में हितेंद्र ने रूबी के लिए कुछ अपशब्द कहे.

दोस्तों ने की साजिश
यह बात रूबी के पति को सही नहीं लगी, क्योंकि उसको दोनों की दोस्ती के बारे में तो पता था, लेकिन हितेंद्र जो कुछ कह रहा था वह उसको अच्छी नहीं लगी. जेम्स ने यह सब करके हितेंद्र को रूबी के पति के सामने बदनाम कर दिया, लेकिन उसको यहां तक चैन नहीं आया और उसके दोस्तों ने महिला मित्र एनी के साथ मिलकर उसकी गला दबाकर हत्या कर दी.

इसके बाद विपिन को हितेंद्र की लाश को ठिकाने लगाने का काम सौंपा जाता है. जेम्स कहता है कि उसके फोन को किसी सुनसान जगह पर फेंक दिया जाए और लाश को नदी या कहीं ऐसी जगह पर डाला जाए, जहां पर कोई आता नहीं हो. वहीं विपिन लाश को लेकर अपनी कैब में लेकर जाता है और फिर उसे फ्लाइओवर के नीचे फेंक देता है.

यह पूरा वाक्या 9 जनवरी 2024 का होता है और इसके 24 घंटे के बाद पुलिस को हितेंद्र की लाश मिल जाती है. दो दिन की मशक्कत के बाद एआई की मदद से उसकी आंखों को खोलकर पोस्टर रिलीज किए जाते हैं और फिर उसकी पहचान भी हो जाती है. हालांकि मामला यहीं खत्म नहीं हुआ, बल्कि कहानी यहां से शुरू होती है.

वाइफ स्वैपिंग के थे मास्टरमाइंड
पुलिस जब जांच कर रही थी तो पता लगा कि जेम्स, रॉकी, एनी और विपिन कोई आम क्रिमिनल नहीं है. दरअसल, यह वाइफ स्वैपिंग का गिरोह चलते हैं. वाइफ स्वैपिंग कराने के लिए यह देश के अलग-अलग कोनों में जाते रहते थे और सिर्फ फाइव स्टार होटल या किसी बड़े होटल में जाकर पत्नियों की अदला-बदली का खेल खेलते थे. इस पूरे गिरोह में जेम्स, रॉकी, एनी और विपिन अहम भूमिका निभाते हैं. इनका ग्रुप फेसबुक और इंस्टा पर लोगों को तमाम ऑफर देता है और अगर कोई इसमें इंटरेस्ट दिखाता तो यह लोग उससे कांटेक्ट करते थे. पुलिस को इनके पास से बहुत सारी लिस्ट मिली है, जो इनके ग्रुप में थे. हालांकि अभी बड़ी मछलियां पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं.

कई बड़े शहरों में चल रहा रैकेट
इनका ग्रुप दिल्ली, बेंगलुरु, मुंबई और पुणे में खासा एक्टिव है. जिन लोगों का इंटरेस्ट होता उनको अब फेसबुक और इंस्टा से हटाकर वॉट्सएप ग्रुप में जोड़ा जाता था. फिर इन लोगों से पूछा जाता था कि कौन, कहां और कैसे आने में कंफर्टेबल है. इसके बाद वह प्लेटफार्म की फीस चार्ज करते हैं, जिससे यह कमाई करते हैं. इसी सिलसिले में जेम्स हितेंद्र की बदौलत रूबी से दोस्ती करना चाहता था, लेकिन हितेंद्र दोस्ती नहीं करवाता है. शायद हितेंद्र को पता हो कि जेम्स का मकसद क्या है और इसलिए वह दोस्ती करने से बार-बार बच रहा था.

25जनवरी 2024सऊदी अरब में 70 साल में पहली बार शराब की दुकान खोली जाएगी. एक डिप्लोमेट ने बुधवार को बताया कि यह सामाजिक रूप...
25/01/2024

25जनवरी 2024
सऊदी अरब में 70 साल में पहली बार शराब की दुकान खोली जाएगी. एक डिप्लोमेट ने बुधवार को बताया कि यह सामाजिक रूप से उदारीकरण का एक और कदम है. रियाद में यह स्टोर ऐसे समय में खुलने जा रहा है जब सऊदी अरब के मुखर क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान का उद्देश्य राज्य को अपनी अर्थव्यवस्था को धीरे-धीरे कच्चे तेल से दूर करने की महत्वाकांक्षी योजनाओं के हिस्से के रूप में एक पर्यटन और व्यापार का गढ़ बनाना है.

यह स्टोर विशेष रूप से गैर-मुस्लिम राजनयिकों को सर्विस देगा. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इसमें ग्राहकों को शराब खरीदने के लिए एक ऐप के जरिए रजिस्ट्रेशन करना होगा. इसके बाद विदेश मंत्रालय से क्लीयरेंस कोड लेना होगा. इसके साथ ही ग्राहक सीमित मात्रा में ही शराब खरीद सकेंगे.

डिप्लोमैटिक क्वार्टर में खोला जाएगा स्टोर
बता दें कि एक तय मासिक कोटा के हिसाब से ही ग्राहक शराब खरीद सकेंगे. सऊदी सरकार ने यह कदम ‘विजन 2030 के तहत उठाया है. यह स्टोर रियाद के डिप्लोमैटिक क्वार्टर में खोला जाएगा, जहां करीब में दूतावास और राजनयिक रहते हैं. फिलहाल यह साफ नहीं हो सका है कि अन्य गैर-मुस्लिम प्रवासी इसमें आ सकते हैं या नहीं. बता दें कि सऊदी अरब में लाखों प्रवासी रहते हैं. जिसमें से ज्यादातर एशिया और मिस्र से आए मुस्लिम कामगार हैं.

शराब का स्टोर खोलने के फैसले को क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के सुधार के कदमों से जोड़कर देखा जा रहा है. ऐसा माना जा रहा है कि सऊदी अरब रूढ़िवादी मुस्लिम देश के ठप्पे को अपने ऊपर से हटाना चाहता है.

अमेरिका ने दी चेतावनी
वहीं अमेरिकी विदेश विभाग ने चेतावनी दी है कि शराब पीने के आरोप में गिरफ्तार और दोषी ठहराए गए लोगों को लंबी जेल की सजा, भारी जुर्माना, सार्वजनिक कोड़े और निर्वासन का सामना करना पड़ सकता है. इस्लाम में शराब पीना हराम या हराम माना जाता है. संयुक्त अरब अमीरात में अपने पड़ोसी कुवैत और शारजाह के साथ, सऊदी अरब शराब पर प्रतिबंध लगाने वाले दुनिया के कुछ देशों में से एक बना हुआ है.

शराब पर प्रतिबंध
सऊदी अरब ने 1950 के दशक की शुरुआत से शराब पर प्रतिबंध लगा दिया है. सऊदी अरब के संस्थापक तत्कालीन राजा अब्दुलअज़ीज़ ने 1951 की एक घटना के बाद इसकी बिक्री रोक दी थी, जिसमें उनके एक बेटे, प्रिंस मिशारी, नशे में धुत हो गए थे और उन्होंने जेद्दा में ब्रिटिश उप वाणिज्य दूत सिरिल उस्मान को मारने के लिए बन्दूक का इस्तेमाल किया था.

25जनवरी 2024Cashless Everywhere: हेल्थ इंश्योरेंस रखने वाले लोगों के लिए एक शानदार खबर सामने आई है. अब हेल्थ इंश्योरेंस ...
25/01/2024

25जनवरी 2024
Cashless Everywhere: हेल्थ इंश्योरेंस रखने वाले लोगों के लिए एक शानदार खबर सामने आई है. अब हेल्थ इंश्योरेंस के बीमा धारकों के लिए कैशलेस इलाज में नेटवर्क हॉस्पिटल का झंझट खत्म हो गया है. अब हेल्थ इंश्योरेंस रखने वाले लोग कहीं भी किसी भी हॉस्पिटल में कैशलेस इलाज करा सकेंगे.

अब किसी भी अस्पताल में करा पाएंगे इलाज
इसके लिए जनरल इंश्योरेंस काउंसिल (जीआईसी) ने बुधवार को कैशलेस एवरीव्हेयर मुहिम की शुरुआत की. इस मुहिम के तहत पॉलिसीहोल्डर्स को इस बात की आजादी मिलेगी कि वे किसी भी अस्पताल में अपना इलाज करा सकें. इसके साथ ही अब पॉलिसीहोल्डर्स को उनके पॉलिसी नेटवर्क से बाहर के अस्पतालों में भी कैशलेस इलाज की सुविधा मिलेगी.

कस्टमर को होती थी ऐसी दिक्कत
अभी तक हेल्थ इंश्योरेंस रखने वाले लोगों को कैशलेस इलाज की सुविधा सिर्फ उन अस्पतालों में मिल पाती थी, जो उनकी बीमा कंपनी के नेटवर्क का हिस्सा होते थे. किसी अन्य अस्पताल में इलाज कराने पर पहले उन्हें अपने पॉकेट से पेमेंट करना पड़ता था. बाद में पॉलिसीहोल्डर उसे बीमा कंपनी के पास क्लेम करता था, जो सत्यापन के बाद पास होता था.

इस कारण शुरू की गई मुहिम
इलाज कंप्लीट होने और उसके बाद पॉलिसीहोल्डर के द्वारा क्लेम करने में ही कई बार बहुत समय लग जाता था. उसके बाद बीमा कंपनी क्लेम के सत्यापन व अन्य प्रक्रियाओं में भी समय लगाती थी. इसका मतलब होता था कि पॉलिसीहोल्डर को पॉलिसी के बाद भी इलाज के लिए कुछ समय के लिए पैसों का इंतजाम करना पड़ता था. इससे हेल्थ इंश्योरेंस का एक अहम उद्देश्य पूरा नहीं हो पाता था, जो कि पॉलिसी होल्डर को बीमारियों से फाइनेंशियल सिक्योरिटी दिलाना है.

बीमा कंपनियों से परामर्श के बाद निर्णय
जीआईसी ने इसी बात को ध्यान में रखते हुए कैशलेस ट्रीटमेंट के मामले में नेटवर्क की पाबंदियां हटाने का निर्णय लिया है. काउंसिल ने कैशलेस एवरीव्हेयर इनिशिएटिव की शुरुआत करने से पहले जनरल व हेल्थ इंश्योरेंस कंपनियों के साथ परामर्श किया. उसके बाद इस मुहिम की शुरुआत का फैसला लिया गया, ताकि हेल्थ इंश्योरेंस होल्डर किसी भी अस्पताल में बिना पैसों के इंतजाम की चिंता किए बिना अपना इलाज करा सकें.

कैशलेस एवरीव्हेयर का ऐसे मिलेगा लाभ:
इमरजेंसी के मामलों में कस्टमर को भर्ती होने के 48 घंटे के भीतर इंश्योरेंस कंपनी को सूचित करना होगा.
इमरजेंसी केस नहीं हुआ तो इंश्योरेंस कंपनी को भर्ती होने के 48 घंटे पहले इंफॉर्म किया जाना चाहिए.
कस्टमर के पास जो इंश्योरेंस पॉलिसी है, उसमें क्लेम एडमिसिबल होना चाहिए.

25जनवरी 2024बिहार के दरभंगा जिले से राजधानी दिल्ली आने वाले एक विमान को बम से उड़ाने की धमकी मिली. धमकी मिलने के बाद दिल...
25/01/2024

25जनवरी 2024
बिहार के दरभंगा जिले से राजधानी दिल्ली आने वाले एक विमान को बम से उड़ाने की धमकी मिली. धमकी मिलने के बाद दिल्ली एयरपोर्ट पर इमरजेंसी घोषित कर दी गई. यह विमान स्पाइसजेट कंपनी का था. स्पाइसजेट के प्रवक्ता ने बताया कि 24 जनवरी को स्पाइसजेट के रिजर्वेशन ऑफिस में दरभंगा से दिल्ली के लिए उड़ान भरने वाले विमान एसजी-8496 में बम होने की सूचना मिली थी. विमान ने बुधवार शाम 6 बजे दिल्ली हवाई अड्डे पर सॉफ्ट लैडिंग की. यात्रियों को उतारने के बाद विमान को दूसरी जगह ले जाया गया. सुरक्षा एजेंसियां विमान की तलाशी ले रही हैं, ताकि किसी भी प्रकार के खतरे को टाला जा सके.

दरभंगा एयरपोर्ट से दिल्ली, मुंबई समेत देश के कई राज्यों के लिए फ्लाइटें उड़ान भरती हैं. बुधवार को स्पाइसजेट कंपनी की एक फ्लाइट यात्रियों को लेकर दिल्ली के लिए उड़ान भरी थी. फ्लाइट के उड़ान भरने के बाद स्पाइसजेट के रिजर्वेशन ऑफिस में एक कॉल आई. कॉल करने वाले ने धमकी देते हुए कहा कि दिल्ली जा रही फ्लाइट एसजी-8496 में बम है. यह कहने के बाद उसने फोन कट कर दिया. आनन-फानन में इसकी जानकारी स्पाइसजेट के अधिकारियों को दी गई. अधिकारियों ने इसकी सूचना दिल्ली एयरपोर्ट पर दी.

दिल्ली एयरपोर्ट पर इमरजेंसी घोषित
फ्लाइट में बम होने की सूचना मिलते ही दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर इमरजेंसी घोषित कर दी गई. सभी सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट हो गईं. फ्लाइट के एयरपोर्ट के रनवे पर लैंड करने के बाद आनन-फानन में यात्रियों को नीचे उतारा गया और फ्लाइट को खाड़ी में ले जाया गया. सुरक्षा एजेंसियां फ्लाइट की गहनता के साथ जांच कर रही हैं. फ्लाइट में बम होने की जानकारी स्पाइसजेट के प्रवक्ता द्वारा प्रेस नोट जारी कर दी गई.

जब मुंबई एयरपोर्ट को मिली थी बम से उड़ाने की धमकी
स्पाइसजेट के प्रवक्ता ने कहा कि सभी यात्री सुरक्षित हैं. विमान को भी दिल्ली एयरपोर्ट से दूर खाड़ी में ले जाया गया है. अब जांच-पड़ताल के बाद ही पता चल पाएगा क्या सच में फ्लाइट में बम था या फिर किसी ने शरारत की थी. साल 2023 के नवंबर महीने में मुंबई के इंटरनेशनल एयरपोर्ट को बम से उड़ाने की धमकी मिली थी. ये धमकी एक ईमेल के जरिए आई थी. मेल भेजने वाले ने धमाका टालने के लिए 48 घंटे के अंदर 10 लाख डॉलर देने की मांग रखी थी, वो भी बिटकॉइन में. ईमेल में आगे कहा था कि अगर बिटकॉइन में राशि नहीं दी गई तो अंजाम बुरा होगा.

25जनवरी 2024NASA ने स्पेस का एक और रहस्य सुलझा लिया है. अमेरिकन स्पेस एजेंसी NASA ने यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी ESA के साथ ...
25/01/2024

25जनवरी 2024
NASA ने स्पेस का एक और रहस्य सुलझा लिया है. अमेरिकन स्पेस एजेंसी NASA ने यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी ESA के साथ मिलकर ऐसी ‘फैक्ट्री’ का पता लगाया है, जहां तेजी से तारे बनते हैं. यह पता लगाने में नासा की मदद की है, जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप ने. जिसके मिड-इन्फ्रारेड इंस्ट्रूमेंट ( MIRI ) ने ऐसी पिक्चर ली है जो देखने में बेहद अनोखी और आकर्षित होने के साथ उस रहस्य का पता लगाने वाली है, जिससे हम अंजान थे.

आकाश में टिमटिमाते तारों के बारे में बचपन से ही हम कहानियां-किस्से सुनते आए हैं. पढ़ाई के दौरान भी हमें ये बताया गया है कि आखिर असंख्य तारों का निर्माण कैसे होता है. जेम्स वेब टेलीस्कोप अब उन्हीं किस्से और कहानियों की साइंस के नजरिए से पुष्टि कर रहा है. हाल ही में टेलीस्कोप ने जो तस्वीर ली है वह मैगेलैनिक क्लाउड की है. यह हमारी आकाशगंगा की ही एक उप आकाशगंगा है जिसे N79 के नाम से जानी जाती है. यह अंतरतारकीय परमाणु परमाणु हाइड्रोजन का एक क्षेत्र है जो आकार लेता है.

क्या है N79
N79 अंतरिक्ष का वो स्थान हैं जहां तारे तेजी के साथ बनते हैं. यह इलाका तकरीबन 1630 प्रकाश वर्ष तक फैला है. इसे 30 डोरैडस के तौर पर भी जाना जाता है, यह आकाशगंगा का वो क्षेत्र होता है जो सबसे ज्यादा चमकीला होता है. इसे टारेंटयुला नेबुला भी कहते हैं. यही वो क्षेत्र है जहां सूर्य जैसे बड़े तारे बनते हैं और अपना जीवन चक्र बिताते हैं. अब तक N79 पर जो भी शोध हुए हैं, इसमें पता चला है कि N79 की तारा निर्माण क्षमतापिछले 5 लाख वर्ष की अपेक्षा में आधे से कम हो गई है. फिर भी अन्य आकाशगंगाओं के मुकाबले ये बेहद तेज है.

चमकती गैस और धूल का मिश्रण
जेम्स वेब टेलीस्कोप के MIRI द्वारा कैप्चर की गई प्रकाश की तरंग दैर्ध्य पर स्थित N79 में चमकती गैस और धूल नजर आ रही है, तस्वीर देखने से साफ पता चलता है कि बादलों के अंदर गहराई में आखिर क्या हो रहा है, जहां कुछ स्थिर प्रोटोस्टार दिखाई दे रहे हैं. यह तारा निर्माण स्थल इसलिए शोध का विषय है, क्योंकि इसकी रासायनिक संरचना भी उन विशाल तारा निर्माण क्षेत्रों के समान हैं जब ब्रह्मांड केवल कुछ अरब वर्ष ही पुराना था. उस वक्त तारों का निर्माण बेहद तेजी से होता था.

तारा निर्माण में N79 से पीछे हैं कई आकाशगंगा
स्पेस में कई आकाशगंगाएं हैं, लेकिन यदि तारा निर्माण की बात करें तो यह आकाशगंगाएं नई ‘फैक्ट्री’ यानी N79 से बहुत पीछे हैं. इनकी रासायनिक संरचनाएं भी अलग हैं. N79 का ये अवलोकन एक वेब कार्यक्रम का हिस्सा हैं जो द्रव्यमान में एक विस्तृत श्रृंखला और विभिन्न विकासवादी चरणों पर रिसर्च की जा रही है, ताकि इसके बारे में और अधिक पता लगाया जा सके.

25जनवरी 2024Budget 2024 Halwa Ceremony: रायसीना हिल्स पर नार्थ ब्लाक में स्थित वित्त मंत्रालय में आयोजित हलवा सेरेमनी के...
25/01/2024

25जनवरी 2024
Budget 2024 Halwa Ceremony: रायसीना हिल्स पर नार्थ ब्लाक में स्थित वित्त मंत्रालय में आयोजित हलवा सेरेमनी के साथ ही 2024 के अंतरिम बजट के तैयार करने की कवायद शुरू हो गई है. और इसी के साथ एक फरवरी 2024 को बजट पेश किए जाने तक वित्त मंत्रालय के 100 से ज्यादा कर्मचारी वित्त मंत्रालय में बंद हो चुके हैं और बजट पेश होने के बाद ही उन्हें बाहर जाने की इजाजत मिलेगी. यहां तक कि बजट पेश होने तक अपने घर भी नहीं जा सकेंगे.

वित्त मंत्री ने अपने हाथों से बांटा हलवा
बजट पेश होने से पहले हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी हलवा सेरेमनी का आयोजन किया गया. हलवा सेरेमनी के दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, वित्त राज्य मंत्री भागवत कराड के अलावा वित्त मंत्रालय के आला अधिकारी मौजूद थे. वित्त मंत्री सीतारमण ने अपने हाथों से निकालकर सभी उपस्थित लोगों को हलवा दिया. हलवा सेरेमनी के पीछे की मान्यता रही है कि हर शुभ काम को करने से पहले कुछ मीठा खाना चाहिए. भारतीय परंपरा में हलवे को काफी शुभ माना जाता है. यही वजह है कि बजट डॉक्यूमेंट की छपाई से पहले इस सेरेमनी का आयोजन किया जाता है.

पेपरलेस होगा अंतरिम बजट
पिछले तीन सालों के बजट के समान इस साल भी अंतरिम बजट 2024 पेपरलेस होगा. इसे एक फरवरी 2024 को पेश किया जाएगा. वित्त मंत्रालय ने बताया कि सभी बजट डॉक्यूमेंट्स जिसमें एनुअल फाइनेंशियल स्टेटमेंट, डिमांड फॉर ग्रांट्स और फाइनेंस बिल यूनियन बजट मोबाइल एप में होगा. वित्त मंत्री के बजट भाषण पूरा होने के बाद एंड्रॉइड और आईओएस दोनों प्लेटफॉर्म पर ‘यूनियन बजट मोबाइल ऐप’ पर ये उपलब्ध होगा.

100 से ज्यादा कर्मचारी रहेंगे तहखाने में बंद
बजट बनाने की माथापच्ची के बाद वित्त मंत्री से सहमति मिलने के बाद बजट से जुड़े डॉक्यूमेंट को वित्त मंत्रालय स्थित तहखाने में उसे छपाईखाने में भेजा जाता है. बजट के डॉक्यूमेंट को बेहद गोपनीय माना जाता है. और ये गोपनीय दस्तावेज लीक ना हो इसके लिए बजट दस्तावेज के छपाई के दौरान वित्त मंत्रालय के 100 से ज्यादा कर्मचारी बजट डॉक्यूमेंट के छपाई के लिए तहखाने में बंद रहते हैं. इस दौरान बंद अधिकारी बजट पेश होने तक यहीं दिन रात रहते हैं. अपने घर भी नहीं जा सकते. घरवाले इन कर्मचारियों के अधिकारियों को फोन कर ही अपनों से संपर्क कर सकते हैं. इंटरनेट और फोन की व्यवस्था भी नहीं होगी. वित्त मंत्रालय की कैंटीन में इनके लिए खाना तैयार होता है. तहखाने में ही इनके लिए सोने की भी व्यवस्था होती है.

25जनवरी 2024नहीं चाहिए पैर, काट दो इन्हें…मैं आपसे रहम की भीख मांगती हूं…एक हादसा और दर्जनों सर्जरी करवाने के बाद दो बच्...
25/01/2024

25जनवरी 2024
नहीं चाहिए पैर, काट दो इन्हें…मैं आपसे रहम की भीख मांगती हूं…एक हादसा और दर्जनों सर्जरी करवाने के बाद दो बच्चों की मां इस कदर टूट गई कि वह अब डॉक्टरों से अपना पैर काटने की गुहार लगा रही है. महिला का कहना है कि अस्पताल में अपना जीवन बिताते-बिताते तंग आ चुकी है. आइए जानते हैं कि ब्रिटेन की इस महिला के साथ आखिर ऐसा क्या हुआ था, जिसने उसकी पूरी जिंदगी ही बदलकर रख दी.

न्यूयॉर्क पोस्ट के अनुसार, 40 वर्षीय मिशेल मिल्टन को मछली पकड़ने वाली नायलॉन की रस्सी से खरोंच लगने के बाद 55 सर्जरी करानी पड़ी और आधी जांघ खराब हो गई. उन्हें यह खरोंच 2019 में आई थी, जब वे अपने भाई के साथ मछली पकड़ने गई थीं. इस दौरान चट्टान से उनका पैर फिसला और जेब में रखी नायलॉन की रस्सी का एक हिस्सा उनकी दाहिनी जांघ में घुस गया.

इस हादसे के बाद महिला का पैर सूज गया और उसे बुखार हो गया. चार दिन बाद मिल्टन को एसेक्स के बेसिलडन यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल ले जाया गया. रिपोर्ट के मुताबिक, महिला के घाव को ठीक करने के लिए 55 सर्जरी की गई. लेकिन इससे उसके पैर के अंदरूनी हिस्से में एक बड़ा छेद हो गया. अब उस पर एंटीबायोटिक्स का भी असर नहीं हो रहा है.

डॉक्टर पैर काटने से बच रहे
दो बच्चों की मां मिल्टन ने कहा, मैंने सोचा भी नहीं था कि मछली पकड़ने की एक रस्सी इतना नुकसान पहुंचा सकती है. महिला ने बताया कि उसका हर दिन दर्द से भरा होता है. यही वजह है कि महिला अब डॉक्टरों से अपने पैर काटने के लिए गुहार लगा रही है, लेकिन सर्जन ऐसा करने से बच रहे हैं.

और पूरे पैर में फैल गया इन्फेक्शन
2019 में जब मिल्टन ने पहली बार डॉक्टर को दिखाया था, तब उन्हें एंटीबायोटिक्स देकर घर भेज दिया गया. लेकिन बाद में घाव से मवाद टपकने लगा. इसके बाद उनके पैर का एक्स-रे किया गया. डॉक्टरों ने उन्हें दोबारा एंटीबायोटिक्स देकर घर भेज दिया. मिल्टन का कहना है कि डॉक्टरों को कोई अंदाजा नहीं था कि उन्हें क्या हुआ है. दर्द बढ़ता गया और इन्फेक्शन धीरे-धीरे पूरे पैर में फैल गया.

उसी साल दिसंबर में जब डॉक्टरों ने मिल्टन के घाव को अच्छे से साफ किया, तब जाकर उनकी असल चोट खुलकर सामने आई. फिर अगले चार साल तक उन्हें कई सर्जरी से गुजरना पड़ा. लेकिन उनकी हालत बदतर होती जा रही है. महिला न चल पाती है, और न ही ठीक से बैठ पाती है.

25जनवरी 2024क्रिकेट में टेकनोलॉजी का इस्तेमाल इसलिए होता है ताकि मैदान पर सही फैसले हो सकें. लेकिन कभी-कभी यही तकनीक काफ...
25/01/2024

25जनवरी 2024
क्रिकेट में टेकनोलॉजी का इस्तेमाल इसलिए होता है ताकि मैदान पर सही फैसले हो सकें. लेकिन कभी-कभी यही तकनीक काफी ज्यादा नुकसान भी करा देती है. यही टीम इंडिया के साथ हैदराबाद टेस्ट के पहले दिन के पहले सेशन में हुआ. इंटरनेशनल मुकाबलों में अल्ट्राएज तकनीक का इस्तेमाल होता है जिसके जरिए ये पता लगाया जाता है कि गेंद ने बल्ले को छुआ है या नहीं. लेकिन इस तकनीक ने टीम इंडिया का बड़ा नुकसान करा दिया. हैदराबाद टेस्ट के 15वें ओवर में गेंद रवींद्र जडेजा के हाथों में थी और सामने थे जो रूट. फिर जो हुआ वो सच में हैरान करने वाला रहा.

रूट क्या आउट थे?
जो रूट ने जडेजा की सीधी गेंद को स्वीप किया. गेंद उनके बल्ले के काफी करीब से निकलते हुए उनके पैड्स पर लगी. टीम इंडिया के खिलाड़ियों ने LBW की अपील की और जडेजा के मुताबिक गेंद ने रूट के बल्ले को नहीं छुआ था. इसके बाद टीम इंडिया ने रिव्यू किया और फिर जो अल्ट्रा एज में दिखा वो हैरतअंगेज था. दरअसल गेंद जो रूट के बल्ले से दूर थी लेकिन अल्ट्रा एज दिखा रहा था कि गेंद और बल्ले का संपर्क हुआ है. इसी वजह से टीम इंडिया का रिव्यू खराब हो गया और रूट को नॉट आउट दे दिया गया. इस दौरान मैच में कमेंट्री कर रहे रवि शास्त्री और केविन पीटरसन ने कहा कि टीम इंडिया थोड़ा अनलकी रही और जो रूट का मामला काफी करीबी था.

टीम इंडिया को 29 रनों का नुकसान
बता दें अल्ट्रा एज में खामी की वजह से टीम इंडिया को 29 रनों का नुकसान हुआ. दरअसल जो रूट के खिलाफ जब अपील हुई थी तो वो 0 पर थे और इस खिलाड़ी ने पहली पारी में 29 रन बनाए. दिलचस्प बात ये है कि जो रूट को रवींद्र जडेजा ने ही आउट किया. जो रूट क्रीज पर सेट हो गए थे लेकिन लंच के बाद जडेजा की गेंद को स्वीप करने के फेर में वो बुमराह को कैच दे बैठे.

जो रूट के शिकारी हैं जडेजा
बता दें रवींद्र जडेजा के आगे जो रूट अकसर परेशान नजर आते हैं. वो इसलिए क्योंकि जडेजा की गेंदों पर अकसर जो रूट पवेलियन की राह पकड़ते हैं. जो रूट को रवींद्र जडेजा ने इंटरनेशनल क्रिकेट में 9वीं बार आउट किया. वैसे जो रूट को जसप्रीत बुमराह 10 बार आउट कर चुके हैं. अश्विन ने उन्हें 7 बार आउट किया है. जो रूट टेस्ट में सबसे ज्यादा पैट कमिंस के खिलाफ संघर्ष करते हैं. वो रूट को 11 बार आउट कर चुके हैं.

25जनवरी 2024पूरा देश गणतंत्र दिवस का जश्न मनाने की तैयारी कर रहा है. गुरुवार शाम को गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर वीरत...
25/01/2024

25जनवरी 2024
पूरा देश गणतंत्र दिवस का जश्न मनाने की तैयारी कर रहा है. गुरुवार शाम को गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर वीरता पुरस्कारों की घोषणा की जाएगी. इसकी शुरुआत 26 जनवरी 1950 से की गई थी. तब तीन कैटेगरी में यह पुरस्कार दिए गए थे- परमवीर चक्र, महावीर चक्र और वीर चक्र. दुश्मन के सामने जवानों के अदम्य साहस और बलिदान के लिए उन्हें पदक देकर सम्मानित किया जाता है.

भारत का राष्ट्रपति भारतीय सशस्त्र बलों का कमांडर-इन-चीफ होता है. इसलिए, देश के राष्ट्रपति के हाथों से बहादुर जवान सम्मानित किए जाते हैं. आज समझते हैं कि इन पुरस्कारों में क्या अंतर होता है.

परमवीर चक्र
परमवीर चक्र देश का सबसे बड़ा वीरता सम्मान है. इसकी शुरूआत 26 जनवरी 1950 को हुई थी. परमवीर चक्र, शत्रु के सामने बहादुरी और आत्म-बलिदान के सबसे विशिष्ट कार्य के लिए प्रदान किया जाता है. देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न के बाद इस पुरस्कार को सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार समझा जाता है. यह सम्मान मरणोपरांत भी प्रदान किया जा सकता है.

यह पदक गोलाकार होता है. इसके सामने के हिस्से पर ”इंद्र के वज्र” की चार प्रतिकृति बनी होती हैं और बीच में राज्य चिह्न बना होता है. पदक के पीछे की तरफ हिंदी और अंग्रेजी भाषा में ‘परम वीर चक्र’ खुदा हुआ है. हिंदी और अंग्रेजी के शब्दों के बीच कमल के दो फूल बने हुए हैं. इसका रिबन सादा और जामुनी रंग का होता है. इंडियन नेवी की रिपोर्ट के मुताबिक, इस सम्मान को पाने वाले हर शख्स को प्रतिमाह 10,000 रुपये मिलते हैं.

महावीर चक्र
महावीर चक्र युद्ध में जमीन पर, समुद्र में या हवा में दुश्मन की उपस्थिति में शौर्य का प्रदर्शन करने वाले वीर योद्धाओं को दिया जाता है. अगर इस चक्र से सम्मानित जवान दोबारा कोई ऐसा वीरता का काम करता है, जिसे देखते हुए उसे एक बार फिर इस सम्मान के योग्य समझा जाए तो बहादुरी के ऐसे प्रत्येक अतिरिक्त कार्य के लिए उनके चक्र के साथ एक अतिरिक्त पट्टी जोड़ी जाती है.

महावीर चक्र का पदक गोलाकार होता है, जिसके आगे के हिस्से पर पांच बिंदुओं वाला राजकीय सितारा अंकित होता है. इसके बीचों-बीच राजकीय चिह्न होता है. मेडल का रिबना आधा सफेद और आधा नारंगी रंग का होता है.रिपोर्ट के मुताबिक, महावीर चक्र से सम्मानित हर शख्स को 5,000 रुपये प्रतिमाह मिलते हैं.

वीर चक्र
परमवीर चक्र और महावीर चक्र के बाद वीर चक्र युद्ध वीरता पुरस्कारों में तीसरा सबसे बड़ा भारतीय वीरता पुरस्कार है. यह सम्मान जमीन पर, समुद्र में या हवा में दुश्मन की उपस्थिति में बहादुरी का प्रदर्शन करने वाले वीर योद्धाओं को दिया जाता है. यह पदक भी गोलाकार होता है. महावीर चक्र के पदक की तरह, वीर च्रक मेडल के आगे के हिस्से पर पांच बिंदुओं वाला राजकीय सितारा अंकित होता है. बीचों-बीच राजकीय चिह्न होता है. इस मेडल के सितारे और बीच के भाग पर सोने की पॉलिश की जाती है. मेडल का रिबन आधा नीला और आधा नारंगी रंग का होता है.

सेना, नौसेना, वायुसेना के साथ-साथ रिज़र्व बल, प्रादेशिक सेना, रक्षक योद्धा और विधि द्वारा स्थापित किसी भी सशस्त्र बल के सभी रैंकों के पुरुष या महिला सैनिक और अधिकारी, इस सम्मान को पाने के पात्र होते हैं. यह सम्मान मरणोपरांत भी दिया जा सकता है. महावीर चक्र से सम्मानित हर शख्स को 3,500 रुपये प्रतिमाह मिलते हैं.

25जनवरी 2024Tata Motors iCNG Cars: टाटा मोटर्स ने देश की पहली ऐसी कारों को पेश कर दिया, जो सीएनजी वेरिएंट में ऑटोमेटिक म...
25/01/2024

25जनवरी 2024
Tata Motors iCNG Cars: टाटा मोटर्स ने देश की पहली ऐसी कारों को पेश कर दिया, जो सीएनजी वेरिएंट में ऑटोमेटिक मैनुअल ट्रांसमिशन टेक्नोलॉजी से लैस हैं. जोकि टियागो और टिगोर हैं. साथ ही कंपनी ने इनके iCNG AMT मॉडल के लिए बुकिंग लेना भी शुरू कर दिया है. इच्छुक ग्राहक 21,000 रुपये अमाउंट के साथ, इन कारों की बुकिंग टाटा मोटर्स के आधिकारिक डीलरशिप पर या ऑनलाइन भी बुक कर सकते हैं.

टाटा टियागो, टिगोर iCNG वेरिएंट
नई टियागो iCNG AMT तीन वेरिएंट (XTA CNG, XZA+ CNG, और XZA NRG) में उपलब्ध है, जबकि टिगोर iCNG AMT दो वेरिएंट (XZA CNG और XZA+ CNG) में खरीदा जा सकेगा.

ट्विन सिलेंडर टेक्नोलॉजी
ये दोनों मॉडल ट्विन-सिलेंडर सीएनजी टेक्नोलॉजी का प्रयोग करते हैं, जिसे एक्स्ट्रा स्पेस देने के लिए इंडस्ट्री में पहली बार पेश किया गया है. कारों को पेट्रोल से सीएनजी मोड पर स्विच करने के लिए, एक सिंगल एडवांस्ड ईसीयू से लैस हैं. और इन्हें डायरेक्ट सीएनजी मोड में ही स्टर्ट किया जा सकता है.

सेफ्टी फीचर्स
इन कारों में सेफ्टी फीचर्स के तौर पर एक माइक्रो स्विच भी दिया गया है, जो ईंधन भारवाते समय कार को बंद कर देता है. इसके अलावा थर्मल प्रोटेक्शन, सफली लोकेटेड सीएनजी सिलेंडर, गैस लीक को रोकने के लिए iCNG किट में एडवांस्ड मटेरियल्स के साथ साथ, एक गैस लीकेज का पता लगाने वाला फीचर भी है, जो कार को तुरंत पेट्रोल मोड पर स्विच कर देता है.

इंजन
iCNG AMT कारों में 1.2L रेवोट्रॉन इंजन मौजूद है. इसके अलावा, टाटा मोटर्स ने इन मॉडलों के लिए नए कलर ऑप्शन पेश किए हैं. कंपनी के मुताबिक, वित्त वर्ष 2024 में पिछले वित्त वर्ष की तुलना में सीएनजी मार्केट में 40.5 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिली.

25जनवरी 2024मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय आज राजधानी रायपुर के गुढ़ियारी स्थित हनुमान मंदिर मैदान में आयोजित “श्रीमद भा...
25/01/2024

25जनवरी 2024
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय आज राजधानी रायपुर के गुढ़ियारी स्थित हनुमान मंदिर मैदान में आयोजित “श्रीमद भागवत कथा” में शामिल हुए । मुख्यमंत्री ने व्यास पीठ पर विराजमान कथा वाचक श्री अनिरुद्धाचार्य जी महाराज को शाल और पुष्प हार पहना कर आशीर्वाद ग्रहण किया। इस अवसर पर विधायक श्री राजेश मूणत, रायपुर विकास प्राधिकरण के पूर्व अध्यक्ष श्री संजय श्रीवास्तव सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे।

25जनवरी 2024अभिषेक सक्‍सेना, शाहजहांपुर: शाहजहांपुर (Shahjahanpur Accident) में ट्रक और टैंपो की आमने-सामने हुई भीषण टक्...
25/01/2024

25जनवरी 2024
अभिषेक सक्‍सेना, शाहजहांपुर: शाहजहांपुर (Shahjahanpur Accident) में ट्रक और टैंपो की आमने-सामने हुई भीषण टक्कर में 12 लोगों की मौत हो गई। टक्कर में टैंपो सवार करीब एक दर्जन लोग मारे गए। ट्रक ड्राइवर ट्रक छोड़कर फरार हो गया। सुबह घने कोहरे के चलते यह हादसा हुआ है। बताया जा रहा है कि टैंपों में गंगास्‍नान के लिए जा रहे श्रद्धालु सवार थे। मौके पर जलालाबाद विधायक मौजूद हैं। डीएम और एसपी भी घटनास्‍थल पर पहुंच रहे हैं।

ऑटो में सवार थे श्रद्धालु
यह घटना सुबह 11 बजे की बताई जा रही है। प्राप्‍त जानकारी के अनुसार, टैंपों में सवार श्रद्धालु शाहजहांपुर के थाना मदनापुर के गांव दमगड़ा से गंगा स्नान के लिए ढाई घाट जा रहे थे। उन्‍हें रास्‍ते में ट्रक ने रौंद दिया।

एक और हादसा भी हुआ था
इससे पहले शाहजहांपुर में ही एक रोडवेज बस डंपर से टकरा गई थी। इस हादसे में बस चालक समेत 11 यात्री घायल हुए थे। इनमें से पांच यात्रियों को गम्भीर हालात में मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। बताया जा रहा है कि यह अनुबंधित बस शाहजहांपुर से हरदोई जा रही थी।मौके पर पहुंची पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। मृतकों में 8 पुरुष, 3 महिलाएं और एक बच्‍चा है। पुलिस ने ट्रक को कब्जे में लेकर जांच शुरू की। थाना अल्लाहगंज क्षेत्र के सुगसुगी गांव के पास स्टेट हाईवे की घटना।

सीएम योगी ने जताया अफसोस
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शाहजहांपुर में हुए सड़क हादसे का संज्ञान लिया। उन्‍होंने मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है, साथ ही घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाकर जिला प्रशासन के अधिकारियों को उनके समुचित उपचार के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की भी कामना की है। सीएम योगी ने जिला प्रशासन के अधिकारियों को मौके पर पहुंचकर राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए।

25जनवरी 2024अयोध्या में 22 जनवरी को जन्मभूमि मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के साथ ही एक दिन में दान का देश के सभी ...
25/01/2024

25जनवरी 2024
अयोध्या में 22 जनवरी को जन्मभूमि मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के साथ ही एक दिन में दान का देश के सभी मंदिरों का रिकॉर्ड टूट गया है. प्राण प्रतिष्ठा में आईं देश भर की हस्तियों ने रामलला के चरणों में इतनी भारी भरकम अर्पित की, जिससे नया रिकॉर्ड बन गया. देश भर के सबसे अमीर मंदिरों में साल भर में चढ़ने वाले चढ़ावे और दान की रकम के दैनिक औसत से तुलना करने पर पता चलता है कि प्राण प्रतिष्ठा के साथ ही रामलला के चरणों में समर्पित की गई रकम सबसे ज्यादा है.

अयोध्या में आयोजित रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में देश भर के दिग्गजों को आमंत्रित किया गया था. इनमें देश के नामी सितारे, बड़े-बड़े संत, कथावाचक, फिल्म जगत के सितारे और अन्य क्षेत्रों की हस्तियां शामिल हैं.

कितना चढ़ावा आया?
प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर पहुंचीं देशभर की हस्तियों ने श्रीराम के नए मंदिर के लिए दिल खोलकर दान किया. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास ने इस रकम को जोड़ा तो 22 जनवरी को मिला दान का आंकड़ा 3 करोड़ 17 लाख रुपए तक पहुंच गया. हालांकि, इस रकम में रामभक्तों की ओर से सीधे तीर्थ क्षेत्र के अकाउंट में ऑनलाइन भेजी गई रकम का आंकड़ा शामिल नहीं है.

आम श्रद्धालुओं ने भी खूब किया दान
वैसे 22 जनवरी को अयोध्या में आम लोगों के लिए रामलला का दर्शन बंद था. अगले दिन 23 जनवरी को दर्शन शुरू होते ही आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा तो दर्शन करने वाले आम श्रद्धालुओं ने भी मन भरकर रामलला के चरणों में अर्पण किया. हालांकि, पूरे दिन तीर्थ क्षेत्र न्यास का फोकस श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करने पर ही रहा, फिर भी रामलला के चरणों में इस दिन भी 10 लाख की रकम अर्पित की गई. इसमें भी रामभक्तों की ओर से ऑनलाइन पेमेंट और खाते में जमा की गई रकम शामिल नहीं है.

मंदिर के लिए दान देने वालों की कमी नहीं
वैसे तो राम मंदिर के शिलान्यास के साथ ही भक्तों ने दान का सिलसिला शुरू कर दिया था. मंदिर निर्माण शुरू हुआ तो लाखों रुपए तक की राशि रोज श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के कार्यालय में जमा होने लगी थी. ऑनलाइन भेजी गई राशि का आंकड़ा इसमें भी समाहित नहीं है.

पद्मनाभ स्वामी और माता वैष्णो देवी मंदिर को मिलता है इतना दान
देश के दूसरे बड़े मंदिरों की बात करें तो केरल के त्रिवेंद्रम में स्थित पद्मनाभ स्वामी का मंदिर सबसे अमीर माना जाता है. मीडिया में आई खबरों की मानें तो मंदिर की तिजोरियों में ही 20 अरब डॉलर की संपत्ति रखी हुई है. यहां स्थापित की गई भगवान की सोने की मूर्ति की कीमत भी 500 करोड़ रुपए आंकी गई है, जबकि यहां सालाना करीब 500 करोड़ रुपए दान और चढ़ावे के रूप में आता है. इसका दैनिक औसत 1.36 करोड़ रुपए से भी ज्यादा होता है. माता वैष्णो देवी मंदिर के लिए श्राइन बोर्ड को भी हर साल 500 करोड़ रुपए दान और चढ़ावे में मिलते हैं.

शिरडी साईं बाबा के दरबार में भक्त अर्पित करते हैं इतनी रकम
तिरुपति बालाजी मंदिर के पास लगभग 5,300 करोड़ रुपए का 10.3 टन केवल सोना ही है. 15,938 करोड़ रुपए की राशि अलग-अलग मुद्राओं में बैंकों में जमा है. इस मंदिर को हर साल दान और चढ़ावे के रूप में करीब 600 करोड़ रुपए मिलते हैं, जिसका औसत 1.64 करोड़ रुपए से भी ज्यादा आता है.

वहीं, शिरडी में बने साईं बाबा के मंदिर में भी श्रद्धालु जी खोलकर दान करते हैं. इस मंदिर के बैंक खातों में लगभग 380 किलो सोना और 4,428 किलो चांदी के साथ-साथ 1,800 करोड़ रुपए से भी ज्यादा की रकम जमा है. जहां तक सालाना दान की बात है तो शिरडी साईं मंदिर को हर साल लगभग 630 करोड़ रुपए चढ़ावा और दान के रूप में आते हैं. इसका औसत राम मंदिर में एक दिन में आए चढ़ावे के बाद दूसरे नंबर पर है. यह रकम 1.72 करोड़ रुपए से भी ज्यादा बनती है.

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D-12, Anupam Nagar, Beside Ganesh Temple
Raipur
492007

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