सतपुड़ा की सुरम्य वादियों में बसे छिंदवाड़ा जिले की तामिया तहसील मुख्यालय से लगभग 20 किमी की दूरी पर स्थित ग्राम देलाखारी में मां भगवती का यह प्राचीन एवं पावन मंदिर सभी शक्ति स्थलों में विषेष महत्व रखता है जहां मां भगवती अपनी नवधा शक्तियों के साथ विराजित हैै इस मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा सप्तमी तिथि, अष्लेषा नक्षत्र, ब्रम्ह योग में दिनांक 22 नवंबर 1978 दिन बुधवार को चैरागढ़ मठ पीठाधीष्वर ब्रम्हलीन स
्वामी श्री नरसिंह दास जी महाराज के परम सानिध्य में संपन्न हुई अपनी अपार शक्तियों के साथ मां नवदुर्गा अपने नौ प्रमुख स्वरुपों के साथ ग्राम देलाखारी के मध्य में विराजित हुइ तब से प्रतिवर्ष विभिन्न महापर्वो विषेषकर चैत्र नवरात्र एवं शारदेय नवरात्र में यहंा प्रमुख धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैंै डोल ग्यारस यहां का प्राचीन काल से चला आ रहा एक प्रमुख उत्सव हैए रामनवमीए श्रीकृष्ण जनमाष्टमी के पर्वो पर यहां विषेष उत्सवों का आयोजन किया जाता है। जिसमें शामिल होकर सभी भक्तजन अपने परिवारए समाज की सुख समृद्यि का आर्षीवाद प्राप्त करते हैं माताजी के इस दरबार की सेवा का प्रथम सौभाग्य पंडित श्री अयोध्या प्रसाद जी महाराज एवं मंदिर सेवक श्री सीताराम जी को प्राप्त हुआ को प्राप्त हुआ वर्तमान में समस्त कार्यक्रमांे ;महापर्वोंद्ध का संचालन एवं प्रबंधन श्री सूर्यकांत महाराज के सानिध्य में समस्त ग्रामवासियांे के सहयोग से उत्साहपूर्वक निरंतर जारी है।