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हरियाणा सिख गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी के चुनाव की सभी तैयारियां पूर्ण: आरओ ब्रह्मप्रकाश निर्भीक, शांतिपूर्ण व पारदर्शिता ...
15/01/2025

हरियाणा सिख गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी के चुनाव की सभी तैयारियां पूर्ण: आरओ ब्रह्मप्रकाश
निर्भीक, शांतिपूर्ण व पारदर्शिता पूर्वक चुनाव में 9 हजार 683 कुल मतदाता करेंगे मतदान
मतदान का समय सुबह 8 बजे से शाम के 5 बजे तक निर्धारित
सुविधाओं से परिपूर्ण होंगे सभी मतदान केंद्र
पानीपत, 15 जनवरी। हरियाणा सिख गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी के चुनाव की तैयारियों को प्रशासन ने अंतिम रूप दे दिया है। निर्भीक, शांतिपूर्ण व पारदर्शिता पूर्वक चुनाव कराने को लेकर प्रशासन पूरी तरह से तैयार है। वार्ड 23 के लिए होने वाले चुनाव के लिए 9 मतदान केंद्र बनायें गए है। जिन पर सभी तरह की बिजली पानी रैम्प व शौचालय की सुविधाएं उपलब्ध करवाई गई है।
निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि जिले में 9 हजार 683 कुल मतदाता है। जिनमें पुरूष मतदाता 4 हजार 881 व महिला मतदाता 4 हजार 802 है। जो ईवीएम के माध्यम से मतदान करेंगे। मतदान का समय सुबह 8 बजे से शाम के 5 बजे तक निर्धारित है। चुनाव में एक पीठासीन अधिकारी, एक वैक्लपिक पीठासीन अधिकारी व दो पीठासीन अधिकारी होंगे।
निर्वाचन अधिकारी ब्रह्मप्रकाश ने बताया कि मतदान के दिन ही सभी केंद्रों पर मतगणना होगी व विजेता प्रत्याशी से फार्म 19 भरवाया जाएगा। उसके पश्चात तत्काल मतों की गणना की जाएगी। निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि प्रत्याशी 100 मीटर की दूरी पर अपना टैंट लगा सकते है।
निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि चुनाव को लेकर दो रैंडामाईजेशन हो चुके है व दो होने बाकी है। उन्होंने बताया कि चुनाव को लेकर एक टे्रनिंग 18 जनवरी को होगी व उसी दिन ईवीएम का वितरण भी किया जाएगा। ईवीएम से संबंधित टे्रनिंग भी उसी दिन दी जाएगी।
फोटो-8-निर्वाचन अधिकारी ब्रह्मप्रकाश।

नशे को कहें न और जीवन को कहें हाँ- हरियाणा राज्य नारकोटिक्स कण्ट्रोल ब्यूरोप्रतिबंधित नशे मनुष्य के जीवन के लिए अभिशाप स...
13/01/2025

नशे को कहें न और जीवन को कहें हाँ- हरियाणा राज्य नारकोटिक्स कण्ट्रोल ब्यूरो

प्रतिबंधित नशे मनुष्य के जीवन के लिए अभिशाप से कम नहीं- डॉ अशोक कुमार वर्मा

पानीपत। नशे की लत मौत का खत। नशा एक बुराई है जीवन की सच्चाई है। नशे को छोडो जीवन से नाता जोड़ो। नशा मुक्त हरियाणा जहां दूध दही का खाना। जैसे असंख्य नारों के साथ हरियाणा के युवाओं को नशे से दूर रहने के लिए जागरूक किया जा रहा है। हरियाणा राज्य नारकोटिक्स कण्ट्रोल ब्यूरो प्रतिदिन एक संकल्प के साथ नशा मुक्त हरियाणा अभियान के द्वारा लोगों को जागरूक करने में जुटी हुई है। हरियाणा राज्य स्वापक नियंत्रण ब्यूरो प्रमुख/ पुलिस महानिदेशक श्री ओपी सिंह, भापुसे साहब के दिशानिर्देशों एवं मार्गदर्शन में पुलिस अधीक्षक श्री मोहित हांडा, भापुसे और श्रीमती पंखुडी कुमार जी के आदेशानुसार हरियाणा भर में नशे के विरुद्ध जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित किए जा रहे हैं। ब्यूरो के जागरूकता कार्यक्रम एवं पुनर्वास प्रभारी/ उप निरीक्षक डॉ. अशोक कुमार वर्मा साइकिल के साधन का प्रयोग करते हुए इस अभियान को आगे बढ़ा रहे हैं। वे एक गाँव से दूसरे गाँव, एक शहर से दूसरे शहर और एक विद्यालय से दूसरे विद्यालय तक यह अभियान लेकर पहुँच रहे हैं। आज वे राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय पानीपत में पहुंचे हुए थे। विद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना के अंतर्गत शिविर में उन्होंने स्वयंसेवकों को सम्बोधित करते हुए बताया कि नशे को प्रतिबंधित और चेतावनी युक्त नशों में विभाजित किया जा सकता है। दोनों प्रकार के नशे मनुष्य के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डालते हैं और भीतर तक को खोखला कर देते हैं तो भी प्रतिबंधित नशे मनुष्य के जीवन के लिए अभिशाप से कम नहीं। यदि ये नशे मनुष्य के लिए तनिक भी अच्छे होते तो सबसे पहले सरकार इनके लिए लाइसेंस जारी कर देती लेकिन ऐसा नहीं हुआ। उन्होंने एक कविता नशा कोई करने से बुरा है नशे का व्यापार करना गाकर सुनाई तो दूसरी कविता में नशा मुक्त हो भारत मेरा ऐसी सोच बनानी है लय में सुनाई। तालियों की गड़गड़ाहट से संस्थान में एक नई उमंग का संचार हुआ। कार्यक्रम के अंत में शपथ दिलाई।

नशे के कारण बिखरते परिवारों की सत्य घटनाएं (भाग-10)पारिवारिक क्लेश और तनाव के साथ एकाकीपन न बन जाये कुसंग का कारणलेखक- ड...
12/01/2025

नशे के कारण बिखरते परिवारों की सत्य घटनाएं (भाग-10)
पारिवारिक क्लेश और तनाव के साथ एकाकीपन न बन जाये कुसंग का कारण

लेखक- डॉ अशोक कुमार वर्मा

एक दिन मैं अपने कार्य में व्यस्त था कि एक परिचित का फोन आता है कि "डॉक्टर साहब नमस्ते, कैसे हो? मैंने उत्तर दिया, डॉक्टर साहब बचत अच्छे से हूँ। कृपा आप बताएं कैसे हैं। उन्होंने कहा, एक बच्चे की समस्या है। बच्चा नशा करता है। मेरे पास बच्चे के माता पिता बैठे हैं। कृपा इनकी समस्या का समाधान करो। मैंने उन्हें बताया कि अभी तो राजकीय कार्यों में व्यस्त हूँ और सांयकाल में मैं इनसे विस्तार से वार्तालाप कर सकता हूँ। कृपा इन्हे मेरा मोबाइल नंबर दे दीजिये। उधर से उन्होंने कहा कि ठीक है कृपा सायं काल में इनसे मिल लीजिये और उनकी समस्या का समाधान करने की कृपा करें।

रात्रि के समय मेरे पास उस बच्चे के माता पिता और उनके कुछ रिश्तेदार आते हैं और बताते हैं कि उनका पुत्र काल्पनिक नाम कार्तिक 19 वें वर्ष में प्रवेश कर चुका है और कुछ समय से नशा करने लगा है। नशे के कारण माँ को बहुत बुरी तरह से पीटता है और यहां तक कि पिता को भी नहीं छोड़ता। पिछले दिनों कार्तिक ने अपनी माँ की बहुत बुर ढंग से पिटाई की। माँ ने कहा, "मेरे पास एक पुत्र और एक पुत्री है। पुत्री का विवाह कर दिया है। हम दोनों सेवारत हैं।" माँ ने आगे कहा, "कार्तिक बहुत ही बुद्धिमान और पढाई में अच्छा होने के साथ साथ खेलों में भी बहुत अधिक प्रतिभावान था। खेलों में पदक भी लेकर आया लेकिन पता नहीं क्या हुआ थोड़े समय से कार्तिक बहुत अधिक आक्रामक हो गया है। कुछ असमाजिक गतिविधियों में भी वह संलिप्त पाया गया है। पुलिस की पकड़ में भी आया लेकिन संयोगवश बच गया। मेरा पुत्र ऐसा नहीं था। न जाने किस संगत में पड़ गया। किसी की नहीं सुनता। चूँकि घर में एक ही बच्चा है, इसीलिए इसकी सब मांग पूरी हो जाती है। लेकिन अब तो न केवल हमसे रुपये लेता है अपितु छीनने के साथ साथ चोरी से रुपए निकाल कर व्यय कर रहा है। कृपा हमारे बच्चे के लिए कुछ करो। आपकी बहुत कृपा होगी।"

मैंने माता-पिता और उसके रिश्तेदारों की पूरी बात सुनी और माता पिता से कहा, "आप चिंता न करें। हम आपका इस कार्य में पूर्ण सहयोग करेंगे। कल आप कार्तिक को लेकर मेरे साथ चलें। हम इसको कल सम्बंधित चिकित्सक को दिखाएंगे। इतना कहकर मैंने उनको घर जाने को कहा। अगले दिन मैं उनके साथ उनके पुत्र कार्तिकेय (काल्पनिक नाम) को लेकर चिकित्सक के पास पहुंचा। अब तक मैं भी यही सोच रहा था कि कार्तिक बुरे संग में पड़कर नशे का सेवन करता है और चिकित्सक को कहा कि इसका परीक्षण कर उचित उपचार करें। माँ ने भी चिकित्सक को पूर्ण सत्यता से बताया कि किस प्रकार उनका पुत्र घर में क्लेश करता है और रात रात तक घर से बाहर रहता है।

चिकित्सक ने कार्तिक से विस्तारपूर्वक इस विषय पर बात करते हुए पूछा कि वह ऐसा क्यों करता है। कार्तिक ने चिकित्सक को कहा, "मैं कभी कभी शराब अवश्य पिता हूँ और कल रात को भी मैंने शराब का सेवन किया था लेकिन मैं ड्रग्स नहीं लेता।" कार्तिक ने अपनी माँ को डांटते हुए कहा, "कुछ और रह गया है तो वह भी कह दे। तुमने मेरा तिरस्कार करा दिया।" मैंने भी चिकित्सक से प्रार्थना करते हुए कहा कि, "डॉक्टर साहब, कृपा इसका उचित उपचार करें।" चिकित्सक ने उसको नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती करने के लिए फाइल बनवाई और कहा कि एक बार इसका यूरिन टेस्ट करवा लीजिये ताकि परीक्षण से स्थिति स्पष्ट हो जाए। हमने उसके यूरिन का टेस्ट करवाया और टेस्ट में रिपोर्ट पॉजिटिव आई। चिकित्सक को उसकी रिपोर्ट दिखाई तो चिकित्सक ने कहा, "यह ड्रग्स नहीं लेता। इसीलिए इसको भर्ती करने का कोई औचित्य नहीं है। केवल कुछ औषधियां लिख रहा हूँ और समय समय पर इसकी काउन्सलिंग कराते रहें। इसके आक्रामक होने का कारण इसके परिवार की स्थिति है जिसका इसके मस्तिष्क पर प्रभाव पड़ा है।"

मैंने भी विभिन्न दृष्टिकोण से इस विषय पर गहनता से चिंतन किया तो कुछ तथ्य मेरे सामने आए जो इस प्रकार हैं। प्रथम पिता द्वारा शराब का सेवन करने से परिवार में क्लेश और अशांति का वातावरण बना हुआ था। दूसरे माता पिता दोनों सेवा में थे और बहन का विवाह हो गया था और दिन भर कार्तिक घर में अकेला रह जाता। ऐसे में तनाव का होना स्वाभाविक सी बात है। माता-पिता अधिक ध्यान नहीं दे पा रहे थे जिससे वह ऐसे लोगों के सम्पर्क में आया जो नशे आदि का सेवन करते थे। तीसरा कारण यह था कि वह घर में एक ही पुत्र था और जो मांगता था वह सरलता से पा लेता था। चौथा कारण उसके जीवन का निजी कारण था जो एक लड़की से सम्बंधित था। अंत में सब बिंदुओं पर विचार करने पर यह निष्कर्ष निकलता है कि मनुष्य के जीवन में एकाकीपन अवसाद की स्थिति उत्त्पन्न कर सकता है जबकि आवश्यकता से अधिक धन का व्यसन का कारण बनता है। पारिवारिक क्लेश से मनुष्य के मस्तिष्क पर कुप्रभाव पड़ता है और वह आक्रामक हो सकता है। जैसा कि कार्तिक के जीवन में घटित हुआ ऐसा भविष्य में किसी के साथ न हो तो माता पिता और अभिभावक को यह सुनिश्चित करना होगा कि परिवार का वातावरण शांतिमय बना रहे। परिवार का मुखिया नशे से दूर रहकर ही अपने बच्चों का सच्चा पथ-प्रदर्शक बन सकता है।

*थाना चौकी में आने वाले फरियादियों की शिकायत को गंभीरता से सुनकर मामले का त्वरित और निष्पक्ष निवारण करें, नशा तस्करी पर ...
11/01/2025

*थाना चौकी में आने वाले फरियादियों की शिकायत को गंभीरता से सुनकर मामले का त्वरित और निष्पक्ष निवारण करें, नशा तस्करी पर और प्रभावी तरिके से अंकुश लगाए; एसपी लोकेंद्र सिंह आईपीएस*

पुलिस अधीक्षक लोकेंद्र सिंह आईपीएस ने शनिवार को जिला सचिवालय स्थित पुलिस विभाग के सभागार में अपराध व कानून व्यवस्था को लेकर समीक्षा बैठक ली। मीटिंग में सभी पर्यवेक्षण अधिकारी, थाना प्रबंधक, क्राइम युनिट प्रभारी व चौकी इंचार्ज मौजूद रहें।

पुलिस अधीक्षक लोकेंद्र सिंह आईपीएस ने इस दौरान थाना चौकी में फरियादियों की सुनवाई सुनिश्चित करने और नशा तस्करी पर और अधिक प्रभावी तरिके से अंकुश लगाने पर जोर दिया। उन्होंने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए की थाना चौकी में आने वाले फरियादियों की शिकायत को गंभीरता से सुने और मामले का त्वरित व निष्पक्ष निवारण किया जाए। इसके साथ ही पीड़ित की शिकायत चाहे ऑनलाइन, ऑफलाइन या उच्च अधिकारियों के कार्यालय के माध्यम से प्राप्त हुई है। उस पर त्वरित उचित कार्रवाई करें। थाना प्रभारी, चौकी इंचार्ज मामले को स्वंय देखे।
उन्होंने कहा कि प्रत्येक शिकायत का उचित तरिके से निपटारा किया जाए ताकि आमजन का विश्वास पुलिस प्रशासन पर बना रहें। किसी के साथ अभद्र व्यवहार न करें। अपने अधीनस्थ कार्यरत सभी पुलिस अधिकारियों की थाना चौकी में बैठक लेकर इस बारे बताए। शिकायत मिलने पर निश्चित रूप से कार्रवाई की जाएगी। इसमें थाना प्रबंधक व चौकी इंजार्ज की भी जिम्मेदारी निर्धारित होगी।

पुलिस अधीक्षक लोकेंद्र सिंह आईपीएस ने कहा कि पुलिस का प्राथमिक कार्य आमजन की सुरक्षा व अपराधों पर अंकुश लगा कानून एवं व्यस्था को बनाए रखना है। इसके लिए सभी अधिकारी ईमानदारी के साथ अपनी जिम्मेदारी को निभाएं।

पुलिस अधीक्षक लोकेंद्र सिंह आईपीएस ने जिला में नशा तस्करी पर और अधिक प्रभावी तरिके से अंकुश लगाने के सख्त निर्देश देते हुए कहा क्षेत्र में नशा तस्करों पर कड़ी नजर रखें। इसमे आमजन का भी सहयोग लिया जाए। नशा तस्करी के नेटवर्क को तोड़न के लिए नशा तस्कर को काबू करने के साथ सप्लायर को भी काबू करें। साथ ही नशा तस्करों द्वारा नशे की काली कमाई से अर्जित की अवैध संपत्ति को चिन्हित कर अटेच करने की प्रक्रिया अमल में लेकर आए।
उन्होंने कहा कि नशा तस्करी न केवल हमारे समाज के लिए एक गंभीर खतरा है, बल्कि यह युवा पीढ़ी को भी प्रभावित करता है। गांव व कॉलोनियों में आमजन के साथ बैठक कर नशे के खिलाफ जागरूक करें। नशे को जड़ से खत्म करने के साथ ही अपराध पर अंकुश लगाने के लिए प्रभावी तरिके से हर संभव कदम उठाए।

*ई साक्ष्य, ई सम्मन व ई चालान ऐप के बारे में विस्तार से जानकारी दी*
पुलिस अधीक्षक लोकेंद्र सिंह आईपीएस ने बैठक के दौरान अधिकारियों को ई साक्ष्य, ई सम्मन व ई चालान ऐप के विभिन्न फीचर्स और उनके महत्व के बारे में जानकारी देकर पुलिस कार्यप्रणाली में इसका उपयोग सटीकता से करने के निर्देश दिए।
उन्होंने बताया कि ई-साक्ष्य ऐप पुलिस को डिजिटल साक्ष्यों को सुरक्षित और आसानी से रिकॉर्ड करने में मदद करेगा। ऐप के माध्यम से हम न केवल साक्ष्यों का सुरक्षित रूप से संग्रह कर सकते हैं, बल्कि माननीय न्यायालयों में प्रस्तुत करने के लिए आवश्यक डेटा की सटीकता और समयबद्धता भी सुनिश्चित कर सकते हैं। डिजिटल साक्ष्य आधुनिक अपराध जांच का अभिन्न हिस्सा बन चुके हैं, और इस ऐप के माध्यम से हम इसे और अधिक प्रभावी बना सकते हैं। जिससे न्याय प्रक्रिया में पारदर्शिता और तेजी आएगी। ई-साक्ष्य ऐप पुलिस विभाग को डिजिटल साक्ष्यों का संग्रह, संरक्षण और प्रबंधन करने में मदद करता है, जो आपराधिक मामलों की जांच और न्याय प्रक्रिया को तेज और पारदर्शी बनाता है। इसके साथ ही, उन्होंने ऐप से जुड़े डेटा सुरक्षा उपायों और गोपनीयता का भी खास ध्यान रखने की बात कही।

मीटिंग में उप पुलिस अधीक्षक मुख्यालय सतीश वत्स, उप पुलिस अधीक्षक सुरेश कुमार सैनी, उप पुलिस अधीक्षक श्री नरेंद्र सिंह और सभी थाना प्रबंधक, क्राइम युनिट प्रभारी व चौकी इंचार्ज मौजूद रहें।

आतंकियों की रिहाई माँग रहे कौमी इंसाफ मोर्चा के मंसूबों को नहीं होने दूँगा कामयाब: वीरेश शांडिल्य शांडिल्य बोले: शहीद के...
10/01/2025

आतंकियों की रिहाई माँग रहे कौमी इंसाफ मोर्चा के मंसूबों को नहीं होने दूँगा कामयाब: वीरेश शांडिल्य

शांडिल्य बोले: शहीद के परिजनों को आर्थिक सहायता के साथ गैस एजेंसी या पेट्रोल पंप भी अलॉट हो, रक्षा मंत्री से मिलेंगे

बलात्कार के झूठे मामले दर्ज करवाने वाली महिलाओं के खिलाफ भी नए कानून में संशोधन करें केंद्र सरकार : शांडिल्य

डल्लेवाल का आमरण अनशन खुलवाने के लिए पीएम मोदी हस्तक्षेप करें: शांडिल्य

पानीपत: एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं विश्व हिंदू तख्त प्रमुख वीरेश शांडिल्य आज पानीपत पहुंचे । यहाँ पहुँचने पर शांडिल्य का फ्रंट सदस्यों ने ज़ोरदार स्वागत किया । इस अवसर पर मदन भारद्वाज, विकास ग्रोवर, राजू बठला,राजकुमार शर्मा,पप्पी,गुरचरण सिंह,अनिल बजाज,रमन टुटेजा,कपिल गिरधर,युवराज,साहिल
समेत कई गणमान्य मौजूद थे । शांडिल्य ने पंजाब में आतंकवादियों की रिहाई की मांग कर रहे कौमी इंसाफ मोर्चा के पदाधिकारियों को चंडीगढ़ पुलिस पर हमला करने के आरोप में व देशद्रोह की धाराओं में गिरफ्तार करने की मांग की है । शांडिल्य ने कहा पिछले 25 साल से पाकिस्तानी आतंकवादियों सहित बब्बर खालसा के आतंकवादियों व खालिस्तानी व जरनैल सिंह भिंडरावाला की मुहिम को खत्म करने को लेकर मुहिम छेड़े हुए है और अब भी किसी कीमत पर कट्टरपंथी ताकतों को सर उठाने नहीं दिया जाएगा । शांडिल्य ने चंडीगढ़ के बॉर्डर पर कौमी इंसाफ के मोर्चे को उखाड़ फेंकने की मांग की। शांडिल्य ने कहा कौमी इंसाफ मोर्चा खालिस्तानी मुहिम चलाने वाले अमृतपाल सिंह की सोच पर चल रहे हैं और पंजाब में आतंकवाद लाना चाहते हैं लेकिन अब एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया कौमी इंसाफ मोर्चा के नेता शेर सिंह व अन्य कट्टरपंथियों को जेल में पहुंचवाकर व मोर्चा उठवाकर दम लेगा । शांडिल्य ने कहा मोर्चा ना हटा और देशद्रोह का मामला कट्टरपंथियों पर दर्ज ना हुआ तो वह हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटायेंगे ।

वहीं शांडिल्य ने कहा हरियाणा सिख गुरुद्वारा कमेटी के चुनाव चल रहे हैं और नई कमेटी बनने पर वह कमेटी के चेयरमैन से मिलेंगे और मांग करेंगे कि हरियाणा के किसी भी गुरुद्वारा में आतंकवादी जरनैल सिंह भिंडरावाला की फोटो ना लगाई जायें बल्कि बाल शहीदों व सिख गुरुओं के चित्र लगाएँ जाएँ इससे निश्चित तौर पर हिंदू सिख भाईचारा कमजोर होगा क्योंकि 35000 हिंदुओं के कातिल भिंडरावाला का चित्र गुरुद्वारा में देख माथा टेकने आएँ हिंदू श्रद्धालुओं की भावनाओं को ठेस पहुँचती है ।

मुख्यमंत्री नायब सैनी का भी एंटी टेररिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य ने आभार जताया जिन्होंने शहीद परिवारों को 50 लाख की जगह 1 करोड़ की राशि देने का ऐलान किया । शांडिल्य ने कहा यह हमारे फ्रंट की पुरानी मांग थी जिसे सीएम सैनी ने पूरा किया इसके लिए वह उन्हें सम्मानित भी करेंगे । शांडिल्य ने कहा पूरे देश में शहीद परिजनों को गैस एजेंसी या पेट्रोल पंप देने के लिए भी रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की जाएगी । शांडिल्य ने कहा पानीपत के शहीद आशीष धोंचक के परिजनों ने उन्हें संपर्क किया और कहा कि परिवार की आजीविका चलाने के लिए सरकार को मदद देनी चाहिए इसलिए वह जल्द यह मुद्दा केंद्र सरकार तक उठायेंगे ।

वीरेश शांडिल्य ने केंद्र सरकार से अपील की है कि भारतीय कानून में संशोधन किया जाए ताकि 376 (बलात्कार) जैसे गंभीर मामलों में झूठे आरोप लगाने वालों पर कड़ी कार्रवाई हो सके। उन्होंने कहा कि ऐसे झूठे आरोप न केवल निर्दोष पुरुषों के जीवन को बर्बाद करते हैं, बल्कि समाज में महिलाओं की असली समस्याओं को भी कमजोर करते हैं। शांडिल्य ने कहा महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए कानून बनाए गए हैं, लेकिन इन कानूनों का दुरुपयोग भी तेजी से बढ़ रहा है। यह समय की मांग है कि झूठे आरोप लगाने वालों के खिलाफ सख्त प्रावधान किए जाएं ताकि कोई भी व्यक्ति या परिवार बिना किसी आधार के बदनाम न हो। शांडिल्य ने सरकार से अपील की कि इस मुद्दे पर तत्काल ध्यान दिया जाए और झूठे आरोपों को रोकने के लिए नए कानून में संशोधन लाया जाए।

वीरेश शांडिल्य ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की है कि किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का आमरण अनशन समाप्त कराने के लिए तत्काल हस्तक्षेप करें। शांडिल्य ने कहा जगजीत सिंह डल्लेवाल का अनशन न केवल उनकी जिंदगी के लिए खतरा बनता जा रहा है, बल्कि इससे समाज में एक गंभीर संदेश भी जा रहा है। सरकार को इस मामले में सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए और बातचीत के माध्यम से इस मुद्दे का हल निकालना चाहिए। शांडिल्य ने कहा कि लोकतंत्र में विरोध का स्थान है, लेकिन यह तभी सफल होता है जब दोनों पक्ष संवाद के लिए तैयार हों। शांडिल्य ने यह भी कहा कि इस तरह के आंदोलन समाज और देश की प्रगति में बाधा बन सकते हैं इसलिए सरकार इसमें तुरंत हस्तक्षेप कर मामले का हल करें

10/01/2025

विश्व हिन्दू तख्त के प्रमुख एवं एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य

पानीपत 9 जनवरी–जिला नगर योजनाकार पूरे दल बल सहित विभिन्न अधिकारियों के साथ गत दिवस 7 अवैध कालोनियों में 5 अवैध निर्माण ग...
09/01/2025

पानीपत 9 जनवरी–जिला नगर योजनाकार पूरे दल बल सहित विभिन्न अधिकारियों के साथ गत दिवस 7 अवैध कालोनियों में 5 अवैध निर्माण गिराए गए।
मेहराना, हड़ताडी, सुताना,गढ़ी सिकंदरपुर,सीठाणा और बिंझौल में अवैध रूप से बनाए जा रहे 23 एकड़ एरिया की इन कालोनियों में अवैध निर्माणों को गिराया गया है। इनमें चार दिवारी, डीपीसी,गोडाउन और निर्माणाधीन घरों को तोड़ा गया है।
जिला नगर योजनाकार सुनील आंतिल ने आमजन से अपील की है कि वे अवैध कालोनियों में प्लॉट ना खरीदें। इनमें प्लॉट खरीदने से राजस्व लॉस के साथ साथ आमजन को इन प्लॉट की रजिस्ट्री करवाने में भी दिक्कत होती है क्योंकि इनकी रजिस्ट्री नहीं होती है जिससे लोगों को परेशानी होती है। इस मौके पर उनके साथ एटीपी अशोक भी उपस्थित रहे।

ग्रामीण भ्रमण कार्यक्रम के तहत डीएसपी सतीश वत्स ने सोदापुर, सौंधापुर व खुखराना गांव का किया दौराग्रामवासी आपसी भाईचारा ब...
09/01/2025

ग्रामीण भ्रमण कार्यक्रम के तहत डीएसपी सतीश वत्स ने सोदापुर, सौंधापुर व खुखराना गांव का किया दौरा

ग्रामवासी आपसी भाईचारा बनाकर रखे और गांव को अपराध व नशामुक्त बनाने में पुलिस का सहयोग करें

नशे की रोकथाम, साइबर क्राइम व यातायात नियमों की जानकारी देकर किया जगारूक

पुलिस अधीक्षक लोकेंद्र सिंह आईपीएस के मार्गदर्शन में उप पुलिस अधीक्षक मुख्यालय सतीश वत्स ने थाना पुराना औद्योगिक प्रभारी इंस्पेक्टर देवेंद्र को साथ लेकर ग्रामीण भ्रमण कार्यक्रम के तहत वीरवार को खुखराना,सोदापुर व सौंधापुर गांव का दौरा किया। उन्होंने गांव की चौपाल में आमजन के साथ बैठक कर गांव की सुरक्षा व पुलिस से संबंधित समस्याओं के बारे में पूछा और उनके त्वरित समाधान का आश्वासन दिया। साथ ही अपराधों की रोकथाम हेतु चर्चा की।
उप पुलिस अधीक्षक मुख्यालय सतीश वत्स ने आमजन को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार द्वारा नशे के विरुद्ध मुहिम चलाई गई है और सभी चाहते है कि हमारा राज्य हरियाणा नशे से मुक्त हो। पुलिस द्वारा गावों में लगातार जागरूकता के प्रोग्राम चलाए जा रहे है। युवाओं को नशे से दूर रखने के लिए खेल प्रतियोगिता आयोजित करवाई जा रही है। ताकि वे अपनी उर्जा का सही दिशा में प्रयोग कर सकें।
इसके साथ ही पुलिस नशा तस्करों को काबू करने के साथ ही नशे की सप्लाई की चैन को तोड़ने के लिए प्रभावी प्रयास कर रही है। साथ ही नशे की गर्त में फसे लोगों की सिविल अस्पताल के डी एडिक्शन सेंटर में काउंसिलिंग करवाने के साथ दवाई दिलाई जा रही है।
उन्होंने कहा कि नशा हसते खेलते परिवार को तबाह कर देते है। नशा एक सामजिक बुराई है। इसको जड़ से खत्म करने के लिए समाज के हर वर्ग को मिलकर इसके खिलाफ अपनी भागीदारी सुनिश्चित करनी होगी। आमजन इस मुहिम में पुलिस का सहयोग करें।

उप पुलिस अधीक्षक सतीश वत्स ने इस दौरान ग्रामीणों से अनुरोध किया कि वे नशे के साथ साथ अपराध से भी दूर रहे, आपसी गुटबाजी से बचे। गांव में यदि कोई व्यक्ति नशे का कारोबार करता है तो उसके बारे में पुलिस को सूचना दे। सूचना देने वाले की पहचान भी गुप्त रखी जायेगी। और आरोपी के खिलाफ त्वरित कार्रवाई की जाएगी।
इस दौरान गांव की पंचायत व मौजिज व्यक्ति मौजूद रहें। सभी ने अपराध व नशे पर अंकुश लगाने में पुलिस का सहयोग करने का आश्वासन दिया।

*यातयात नियमों की पालना करें;*
उप पुलिस अधीक्षक श्री सतीश वत्स ने इस दौरान सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए आमजन से सहयोग की अपील करते हुए कहा कि वे यातायात के सभी नियमों की पालना करें। और अपने आसपास के लोगों को भी प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग द्वारा जनवरी माह को सड़क सुरक्षा माह के रूप में मनाया जा रहा है। इसका मुख्य उद्देश्य आमजन को यातायात नियमों के प्रति जागरूक कर सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाना है। उन्होंने कहा कि देश भर में हर वर्ष लाखों लोग सड़क हादसों में मारे जाते है और इन हादसों में लाखों लोग गंभीर रूप से घायल हो जाते है। एक व्यक्ति की मौत से परिवार के कई लोगों का जीवन तबाह हो जाता है। इसलिए वाहन चलाते समय यातायात के सभी नियमों का पालन करें। इनकी पालना करने से रोड पर खुद तो सुरक्षित रहेंगे साथ ही सामने वाला भी सुरक्षित रहेंगा।

*साबइर अपराध के खिलाफ जागरूक्ता*
उप पुलिस अधीक्षक श्री सतीश वत्स ने इस दौरान लोगों को साइबर क्राइम के बारे विस्तार से जानकारी देकर लोगों को जागरूक किया। उन्होंने कहा कि तकनीकी के इस युग में साइबर अपराधी ठगी के नए नए तरिके अपनाकर आमजन के साथ ठगी की वारदातों को अंजाम दे रहे है। साइबर ठग लोगों को अपने जाल में फसाने के लिए विभिन्न प्रकार के प्रलोभन देते है। आमजन किसी भी प्रकार के प्रलोभन में न आए। और किसी के साथ अपनी आईडी, पासवर्ड व ओटीपी शेयर न करें। साइबर ठगी से बचने के लिए जागरूक्ता व सतर्कता ही सबसे बेहतर उपाय है। साइबर क्राइम के प्रति खुद भी जागरूक रहें और दूसरों को भी जागरूक करें।

अतिरिक्त उपायुक्त डॉ. पंकज यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि जिला पानीपत में स्थित जिला सचिवालय/न्यायिक परिसर के साईकल, ...
09/01/2025

अतिरिक्त उपायुक्त डॉ. पंकज यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि जिला पानीपत में स्थित जिला सचिवालय/न्यायिक परिसर के साईकल, स्कूटर, कार, जीप स्टैण्ड वर्ष की पार्किंग 2025 यानि 1 जनवरी 2025 से 31 दिसम्बर 2025 तक ठेके पर दी जानी है। जिसके लिए बोली 13 जनवरी को दोपहर 12 बजे की जाएगी। उक्त बोली लघु सचिवालय स्थित द्वितीय तल सभागार में उपमण्डल अधिकारी (ना.) पानीपत, नगराधीश पानीपत, लेखाधिकारी अतिरिक्त उपायुक्त कार्यालय और जिला नाजर की देखरेख में की जाएगी।
उन्होंने बताया कि बोली देने के लिए उपरोक्त तिथि को ही उक्त समय से पूर्व जिला नाजर शाखा, उपायुक्त कार्यालय, प्रथम तल कमरा नम्बर 109 में अपनी मु. 1 लाख रूपये की धरोहर राशि का डिमांड ड्राफॅट (उपायुक्त महोदय पानीपत के नाम) जमा करवाना होगा। बोली का एक चौथाई भाग सफल बोलीदाता को उसी समय जमा करवाना होगा। बोली को स्वीकार/अस्वीकार करने का अंतिम अधिकार उपायुक्त पानीपत को होगा। निलामी की बाकी शर्ते मौके पर बताई जाएगी।

पानीपत 9 जनवरी–जिला एवं सत्र न्यायाधीश एवं अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, पानीपत सुदेश शर्मा के कुशल मार्गदर्शन में...
09/01/2025

पानीपत 9 जनवरी–जिला एवं सत्र न्यायाधीश एवं अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, पानीपत सुदेश शर्मा के कुशल मार्गदर्शन में सेशन डिवीजन, पानीपत में वीरवार को
जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण, पानीपत द्वारा टोल प्लाजा पर जन जागरूकता कार्यक्रम चलाया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण ने स्माइल फाउंडेशन सोसाइटी के सहयोग से किया! इस कार्यक्रम मैं मुख्य अतिथि के रूप मे जिला एवं सत्र न्यायाधीश एवं अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, पानीपत सुदेश कुमार शर्मा मौजूद रहे। इस अवसर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, पानीपत सचिव मीनू, महेंद्र सिंह, सी. जे. एम., अधीक्षक श्री गगनदीप सिंह, जिला बार एसोसिएशन प्रेजिडेंट, अमित कादयान, डी. एस. पी. ट्रैफिक सुरेश सैनी, पानीपत रोडवेज डिपो के जी. एम. विक्रम कम्बोज एवं स्माइल फाउंडेशन की अध्यक्ष सुनीता सिवाच व अन्य गणमान्य उपस्थित रहे।
इस कार्यक्रम का मुख्य उदेश्य लोगों को यातायात के नियमों के बारे में जागरूक करना तथा राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण (NALSA) के टोल फ्री नंबर 15100 के महत्व के बारे में अवगत करवाना था। जिला एवं सत्र न्यायाधीश एवं अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सुदेश कुमार शर्मा ने वहाँ उपस्थित सभी अधिकारियो, कर्मचारीयों एवं वाहन चालकों को यातायात से सम्बन्धित अधिकारों एवं जिम्मेदारीयों की शपथ भी दिलवाई। उन्होंने बताया कि कैसे रिफ्लेक्टर का उचित उपयोग करके सड़क दुर्घटनायों को रोका जा सकता है।
उन्होंने स्वयं सभी सरकारी, प्राइवेट बसों व अन्य वाहनों पर रिफ्लेक्टर लगाए।
जिला सत्र एवं न्यायाधीश सुदेश कुमार शर्मा ने लोगों को जागरूक करते हुए राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण (NALSA) के टोल फ्री नंबर 15100 कि अहमियत बताई और कहा कि इस हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करके, कॉल करने वाले व्यक्ति को विभिन्न विकल्पों के ज़रिये नेविगेट करने और राज्य या जिला विधिक सेवा प्राधिकरण से जुड़ने में मदद मिलती हैं। इस हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करके, कोई भी व्यक्ति तत्काल कानूनी सहायता पा सकता हैं। जिला एवं सत्र न्यायाधीश एवं अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, पानीपत सुदेश शर्मा,जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव मीनू, महेंद्र सिंह, सी. जे. एम., अधीक्षक गगनदीप सिंह, जिला बार एसोसिएशन प्रेजिडेंट अमित कादयान ने नालसा हेल्पलाइन नंबर 15100 के स्टीकर सभी सरकारी, प्राइवेट वाहनों पर लगाएं। जिला एवं सत्र न्यायाधीश एवं अध्यक्ष, सुदेश कुमार शर्मा ने वहाँ उपस्थित सभी ट्रैफिक कर्मचारियों के कार्य की सराहनीय करते हुए, उन्हें ट्रैफिक नियमों का सख्ती से पालना करने की सलाह देते हुए गुलाब के फूल देकर प्रोत्साहित भी किया।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव मीनू ने कहा कि सभी नागरिकों को ट्रैफिक नियमों का पालन करना चाहिए और नालसा हेल्पलाइन नंबर 15100 की सराहना करते हुए कहा कि इस नंबर पर कोई भी भारतीय 24*7 भारत के किसी भी कोने से कानूनी सहायता प्राप्त कर सकता हैं और जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, पानीपत हमेशा जरूरतमंद लोगो को हर प्रकार से कानूनी सहायता देने के लिए तत्पर रहता हैं।

सूर्य घर योजना के तहत दिये 882 कैनेक्शन और 82 हजार के बने हैप्पी कार्ड: उपायुक्त डॉ. विरेंद्र कुमार दहियाउपायुक्त ने सीए...
09/01/2025

सूर्य घर योजना के तहत दिये 882 कैनेक्शन और 82 हजार के बने हैप्पी कार्ड: उपायुक्त डॉ. विरेंद्र कुमार दहिया

उपायुक्त ने सीएम विंडो व जन संवाद में आई समस्याओं को लेकर अधिकारियों से लिया अपडेट

11 जनवरी को मुख्यमंत्री नायब सिंह सभी उपायुक्तों के साथ करेंगे समीक्षा बैठक

उपायुक्त ने अधिकारियों से सीएम विंडो व जन संवाद में आई समस्याओ के निस्तारण में होने वाली देरी का कारण जाना

पानीपत, 9 जनवरी। जिला सचिवालय में गुरूवार को उपायुक्त डॉ. विरेंद्र कुमार दहिया ने विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ सीएम विंडों, जन संवाद में आई समस्याओं के निस्तारण को लेकर अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर जरूरी दिशा निर्देश दिये।
उपायुक्त ने कहा जिस विभाग की जो भी सीएम विंडों, जन संवाद से जुड़ी जनता की जो भी समस्याएं है उनका विवरण तैयार करके शुकवार सुबह तक सिमिट कराये ताकि 11 जनवरी को मुख्यमंत्री नायब सिंह के साथ होने वाली सभी उपायुक्तों की समीक्षा बैठक में ब्यौरा दर्ज किया जा सके।
की पैंडेंसी ना रखे। उपायुक्त ने अधिकारियों से समस्याओं की निदान में देरी क्यों हो रही हैं के बारे में भी जाकारी हासिल की व कुछ आवश्यक दिशा निर्देश दिये।
उपायुक्त ने कहा कि परिवहन विभाग से हैप्पी कार्ड अब तक बनाने का ब्यौरा लिया तो अधिकारियो ने बताया कि 82 हजार से ज्यादा हैप्पी कार्ड बना दिये गये है। विभाग के अधिकारियों ने बताया की रोजाना 7 सौ के करीब लोगों को फोन पर सूचना देते हैं लेकिन मुश्किल से 200-250 के करीब हैप्पी कार्ड बनवाने वाले व्यक्ति ही कार्यालय में पहुंच पाते हैं।
उपायुक्त ने पीएम सूर्य घर योजना के अब तक के जिले में कितने कनैक्शन हुए हैं का अपडेट भी लिया। संबंधित विभाग के अधिकारियों ने बताया कि सूर्य घर योजना के तहत 882 कैनेक्शन दिये गये हैं। उपायुक्त ने इसमें भविष्य में तेजी लाने के निर्देश दिये व अब तक का ब्यौरा कार्यालय भेजने के लिए कहा।
उपायुक्त ने बैठक में स्वामित्व, स्वच्छता अभियान,प्रापर्टी आईडी, गिरदावरी का स्टेटस,पीएम स्वनिधि योजना,प्रधानमंत्री मुख्यमंत्री आवास योजना, गांव सतर पर बनने वाली लाईब्रेरियों , मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना व सभागार और मुख्यालय पर बनने वाली लाइब्रेरी के निर्माण को लेकर अपडेट लिया।
इस मौके पर एसडीएम ब्रह़मप्रकाश ,सीईओ नरेंद्र पाल मलिक, निगम संयुक्त कमिश्नर मनी त्यागी, नगराधीश टीनू पोसवाल, सीएमओ जंयत आहुजा, डॉ. कृष्ण, कृषि विभाग के सुधीर, पशु चिकित्सक डॉ.अशोक लोहान, कोच सुषमा के अलावा विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।

पानीपत, 9 जनवरी। हरियाणा सरकार की जनता से जुड़ी महत्त्वपूर्ण पहल है जनता समाधान शिविर। इस में प्रदेश के सभी जिला व उपमंड...
09/01/2025

पानीपत, 9 जनवरी। हरियाणा सरकार की जनता से जुड़ी महत्त्वपूर्ण पहल है जनता समाधान शिविर। इस में प्रदेश के सभी जिला व उपमंडल स्तर पर जन समस्याओं की सुनवाई की जाती है। शिविर का समय सवेरे 10 से 12 बजे तक लगातार दो घंटे निर्धारित किया गया है। आम जन की समस्याओं की सुनवाई इसमें अधिकारी शिद्दतपूर्व करते है। आम जन इसे जनता दरबार के नाम से भी जानने लगा है।
उपायुक्त डॉ. विरेंद्र कुमार दहिया ने बताया कि मुख्यमंत्री नायब सिंह के कुशल मार्ग दर्शन में आयोजित किये जा रहे ये समाधान शिविर सप्ताह में हर वर्किंग डे पर आयोजित किये जाते हैं। इन समाधान शिविरों के साथ जिले के नागरिक सीधे जुडकऱ इनका लाभ ले रहे हैं। विभागों के अधिकारियों के पास पहुंचने वाली समस्याओं पर अधिकारी संज्ञान लेकर पूरी ताकत लगाकर कार्य करके जन समस्याओं का निपटान तत्काल करते हैं।
उपायुक्त ने बताया कि समाधान शिविर में जो नागरिक अपनी समस्याओं के समाधान के लिए पहुंचते हैं उनके साथ मधुर व्यवहार करें और उनकी समस्याओं को सुनकर उनका तत्काल समाधान करें। उपायुक्त ने कहा कि शिविर में अलग-अलग तरह के लोगों आते हैं उनके साथ हमें शिष्टाचारपूर्व व्यवहार करना चाहिए। हमें इनके सामाजिक मानदंड और अपेक्षाएं पर खरा उतरना है।
उपायुक्त ने कहा कि शिष्टाचार का मतलब है श्रेष्ठ आचरण। हमें शिविर में शिष्टाचार के नियमों का पालन करना चाहिये। शिष्टाचार हमें अनावश्यक तनाव और संघर्ष से बचाता है। शिष्टाचार से हम अपने आचरण के बारे में सोचते हैं और दूसरों की भावनाओं और अधिकारों का ध्यान रखते हैं।
समाधान शिविर में पहुंचे बलराज वासी महराणा ने उपायुक्त से प्रार्थना की कि गांव में बना सर्विस स्टेशन लोगों के लिए सिर दर्द बना है। कई बार सर्विस स्टेशन के पानी से मार्ग बाधित होता है व लोगों के आने जाने में समस्या आती है। उपायुक्त ने संबंधित विभाग को जांच के आदेश दिये।
शिकायतकत्र्ता सुनीता वासी जगजीवन राम कालोनी ने उपायुक्त से गुहार लगाई की पहले वो जिस राशन डिपों से राशन लेती थी वह कई महीने से बंद है। उसे सरकार की योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा। उन्होंने उपायुक्त से राशन दिलवाने की मांग की। उपायुक्त ने खादय एवं आपूर्ति विभाग को जांच के निर्देश दिये व राशन दिलवाने के लिए कहा। एक अन्य शिकायत कत्र्ता बिल्लु ने डी प्लान के तहत बनाई गई गली की पेमंट दिलवाने के लिए प्रशासन से गुहार लगाई। उपायुक्त ने संबंधित विभाग को कार्यवाही करने के निर्देश दिये।
समाधान शिविर में हनुमान चौंक के गडरियों ने प्रशासन से गुहार लगाई की उनकी झुगगी ना उठाई जाये। उनके पास और काई आसरा नहीं हैं। सर्दी के इस मौसम में उनपर रहम किया जाये व जो नोटिस भेजा गया है उसपर कार्यवाही नहीं की जाये। उपायुक्त ने ईओ एचएसवीपी को मामले का अध्ययन करने के निर्देश दिये। एक अन्य मामले में मोहित वासी बड़ौली ने अवैध निर्माण को रूकवाने के लिए प्रशासन से प्रार्थना की है। इस संदर्भ में उन्होंने पूरी व्याथा उपायुक्त के समक्ष रखी। उपायुक्त ने संबंधित विभाग को जांच के आदेश दिये। इस मौके पर पुलिस अधीक्षक लौकेंद्र सिंह, एसडीएम ब्रह़मप्रकाश ,सीईओ नरेंद्र पाल मलिक, नगराधीश टीनू पोसवाल के अलावा विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।

*पर्यवेक्षण अधिकारी, थाना प्रबंधक व चौकी इंचार्जो को दिया ई-साक्ष्य ऐप का प्रशिक्षण**साक्ष्य डिजिटल स्वरूप में ई साक्ष्य...
07/01/2025

*पर्यवेक्षण अधिकारी, थाना प्रबंधक व चौकी इंचार्जो को दिया ई-साक्ष्य ऐप का प्रशिक्षण*

*साक्ष्य डिजिटल स्वरूप में ई साक्ष्य ऐप पर होगे अपलोड*

*अधिकारी व अनुसंधानकर्ता ई साक्ष्य ऐप को प्राथमिकता पर लेकर अनुसंधान का कार्य करें; एसपी श्री लोकेंद्र सिंह आईपीएस*

पुलिस अधीक्षक लोकेंद्र सिंह आईपीएस ने जिला सचिवालय स्थित पुलिस विभाग के सभागार में मंगलवार को जिला के सभी पर्यवेक्षण अधिकारी, थाना प्रबंधक व चौकी इंचार्जो की बैठक लेकर ई-साक्ष्य ऐप की विस्तार से जानकारी दी और विशेषज्ञ द्वारा प्रशिक्षण दिया गया। इस दौरान ई-साक्ष्य ऐप का कैसे प्रयोग करना है। इसमें क्या-क्या प्रावधान है। और सावधानियों के साथ-साथ नए कानून आदि के बारे में अधिकारियों को जानकारी दी गई। ताकि उन्हें फील्ड में ऐप उपयोग करने में कोई परेशानी न हो।

उन्होंने बताया कि आपराधिक मामलों में 2024 में लागू भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता के अनुरूप जांच, साक्ष्यों की श्रृंखला का संकलन डिजिटल स्वरूप में करना अनिवार्य हो गया है। गंभीर अपराध जिसमें 7 साल या इससे अधिक सजा के प्रावधान वाले मामलों में साक्ष्यों की फॉरेंसिक जांच भी अनिवार्य है। साक्ष्यों को डिजिटल तरीके से संग्रह के लिए राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र की ओर से ई-साक्ष्य ऐप तैयार किया गया है।
पुलिस अधीक्षक लोकेंद्र सिंह आईपीएस ने कहा कि आपराधिक मामलों में पुलिस के लिए अब वीडियोग्राफी करना अनिवार्य किया गया है। इसके तहत साक्ष्य, घटनास्थल की स्थिति, मौके से बरामदगी आदि की वीडियोग्राफी जरूरी है। इसके लिए ई-साक्ष्य ऐप का लागू किया गया है। ई साक्ष्य ऐप के लागू होने से अब अनुसंधाकर्ता साक्ष्यों को सीधा ऐप पर अपलोड करेंगे। अनुसंधाकर्ता साक्ष्यों की वीडियों अब पेन ड्राइव में रखने की जरूरत नही होगी। जिला के सभी अनुसंधानकर्ता के फोन में उक्त ऐप डाउनलोड करवाने के साथ 184 अनुसंधानकर्ता को अब तक इसका प्रशिक्षण दिया जा चुका है।

पुलिस अधीक्षक लोकेंद्र सिंह आईपीएस ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी अनुसंधानकर्ता घटनास्थल का निरीक्षण, गवाहों के बयान और सामान जब्त करने की प्रक्रिया की वीडियोग्राफी ई-साक्ष्य एप के माध्यम से करें। यह प्रक्रिया न्यायालय में केस सुनवाई के दौरान सही और सटीक साक्ष्य उपलब्ध कराने में मदद करेगी। उन्होंने बताया कि जैसे ही कोई अपराधी पकड़ा जाता है, उसके पास से बरामद सामग्री जैसे मादक पदार्थ, वाहन, असलहा आदि का फोटो और वीडियो इस ऐप पर अपलोड किया जाए। यह रिकॉर्ड स्थायी रूप से सुरक्षित रहेगा। जरूरत पड़ने पर अदालत इसे तुरंत देख सकेगी। इसके साथ ही डिजिटल रिकॉर्ड्स स्थायी रूप से सुरक्षित रहेंगे और अदालत किसी भी समय इन रिकॉर्ड्स की जांच कर सकेंगी। उन्होंने कहा कि ई-साक्ष्य ऐप पुलिस की कार्रवाई को पारदर्शी एवं विश्वसनीय बनाता है। तलाशी और जब्ती कार्रवाई में ऑडियो-वीडियो रिकॉर्डिंग को शामिल करने से साक्ष्यों के साथ छेड़छाड़ की संभावना जीरो प्रतिशत भी नही है। कार्रवाई के दौरान जब्त की गई वस्तुओं की सूची तैयार करने और उन पर निष्पक्ष गवाहों के हस्ताक्षर का भी वीडियोग्राफी करने का प्रावधान किया गया है। ई-साक्ष्य ऐप के माध्यम से वीडियो रिकॉर्डिंग का समय भी निर्धारित हो जाता है। रिकॉर्डेड वीडियो का हैश वैल्यू तैयार किया जाएगा जिससे सबूतों के साथ छेड़छाड़ करना संभव नहीं है। जो साक्ष्यों को विश्वसनीयता प्रदान करता है।

इस ऐप का उपयोग पुलिस विभाग के अधिकारी कर सकेंगे। इसमें अपराध स्थल की तलाशी और जब्ती गतिविधियों की रिकार्डिंग की अनुमति है। कोई भी एक वीडियो रिकार्डिंग अधिकतम 4 मिनट ही संभव है। साथ ही एक से अधिक विडियों भी अपलोड की जा सकती हैं । ई-साक्ष्य ऐप पर साक्ष्यों को अपलोड करने के बाद क्लाउड आधारित सर्वर पर अपलोड करना होगा। अधिकृत व्यक्ति ही ई-साक्ष्य ऐप का उपयोग कर रहा है। इसे सिद्ध करने के लिए डाटा अपलोडिंग के वक्त जांच अधिकारी को अनिवार्य रूप से एक सेल्फी अपलोड करना होगा। यदि मौके पर कनेक्टिविटी की समस्या है तो अधिकारी वहां पर ई-साक्ष्य ऐप में विशेष नंबर जेनरेट करेंगे। फिर अपने पर्सनल डिवाइस में डाटा सेव करेंगे, पुलिस स्टेशन आने के बाद उसे ई-साक्ष्य ऐप पर अपलोड कर सकते है। इससे जांच में एकरूपता आयेगी। माननीय न्यायालय के समक्ष साक्ष्य रखने में आसानी होगी। साक्ष्य में स्पष्टता आयेगी। साक्ष्य को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजने में सुविधा होगी। केस को डिजिटल रूप में वरिष्ठ अधिकारी देख पायेंगे। और साक्ष्यों को लंबे समय तक सुरक्षित रखने में समस्याएं नहीं आयेंगी।

पुलिस अधीक्षक लोकेंद्र सिंह आईपीएस ने इस दौरान कानूनी प्रक्रियाओं के डिजिटलीकरण पर भी चर्चा की। नए नियमों के तहत, समन और वारंट अब ई-मेल, व्हाट्सएप या अन्य डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से भेजे जा सकते हैं। यदि समन भेजते समय कोई त्रुटि संदेश प्राप्त नहीं होता है, तो इसे प्रभावी रूप से तामील माना जाएगा। इस बदलाव से कानूनी प्रक्रिया में तेजी आने और समन वितरण में देरी कम होने की उम्मीद है, जिससे समय पर अदालती फैसले लेने में मदद मिलेगी।
अधिकारियों को आधुनिक तकनीक से अपडेट रहने और इन बदलावों के अनुकूल ढलने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने अधिकारियों को समन और वारंट की समय पर डिलीवरी सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिये। जिससे गवाहों को समय पर अदालत में पेश होने और तेजी से सुनवाई में मदद मिलेगी। मुकदमों से संबंधित सभी दस्तावेज और साक्ष्य डिजिटल रूप से सुरक्षित रखें। लापरवाही या कोताही बरतने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

इस दौरान उप पुलिस अधीक्षक मुख्यालय सतीश वत्स, उप पुलिस अधीक्षक सुरेश कुमार सैनी, उप पुलिस अधीक्षक नरेंद्र व सभी थाना प्रभारी व चौकी इंचार्ज मौजूद रहें।

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