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केरल वही है ना जहां एक गर्भवती हथनी को पटाखे खिला दिए,, ओर वो कई दिनों तक उस अग्नि से राहत के लिए नदी में खड़ी रही और तड़प...
01/08/2024

केरल वही है ना जहां एक गर्भवती हथनी को पटाखे खिला दिए,, ओर वो कई दिनों तक उस अग्नि से राहत के लिए नदी में खड़ी रही और तड़प तड़प कर मर गई,,
ईश्वर सबके कर्मों का हिसाब करता है।

 #बरगद एक लगाइये, पीपल रोपें पाँच।घर घर नीम लगाइये,यही पुरातन साँच।।यही पुरातन साँच,- आज सब मान रहे हैं।भाग जाय प्रदूषण ...
03/05/2024

#बरगद एक लगाइये, पीपल रोपें पाँच।
घर घर नीम लगाइये,यही पुरातन साँच।।
यही पुरातन साँच,- आज सब मान रहे हैं।
भाग जाय प्रदूषण सभी अब जान रहे हैं ।
विश्वताप मिट जाये होय हर जन मन गदगद।
धरती पर त्रिदेव हैं- नीम पीपल और बरगद।।
आप को लगेगा अजीब बकवास है , किन्तु यह सत्य है.. .
पिछले 68 सालों में पीपल, बरगद और नीम के पेडों को सरकारी स्तर पर लगाना बन्द किया गया है,
पीपल कार्बन डाई ऑक्साइड का 100% एबजॉर्बर है, बरगद 80% और नीम 75 %
इसके बदले लोगो ने विदेशी यूकेलिप्टस को लगाना शुरू कर दिया , जो जमीन को जल विहीन कर देता है,
आज हर जगह यूकेलिप्टस, गुलमोहर और अन्य सजावटी पेड़ो ने ले ली है,
अब जब वायुमण्डल में रिफ्रेशर ही नही रहेगा तो गर्मी तो बढ़ेगी ही,
और जब गर्मी बढ़ेगी तो जल भाप बनकर उड़ेगा ही,
हर 500 मीटर की दूरी पर एक पीपल का पेड़ लगायें,
तो आने वाले कुछ साल भर बाद प्रदूषण मुक्त हिन्दुस्तान होगा...
वैसे आपको एक और जानकारी दे दी जाए...
पीपल के पत्ते का फलक अधिक और डंठल पतला होता है
जिसकी वजह शांत मौसम में भी पत्ते हिलते रहते हैं और स्वच्छ ऑक्सीजन देते रहते हैं।
वैसे भी पीपल को वृक्षों का राजा कहते है।
इसकी वंदना में एक श्लोक देखिए-
मूलम् ब्रह्मा, त्वचा विष्णु, सखा शंकरमेवच।
पत्रे-पत्रेका सर्वदेवानाम, वृक्षराज नमस्तुते।
अब करने योग्य कार्य....
इन जीवनदायी पेड़ों को ज्यादा से ज्यादा लगाने के लिए समाज में जागरूकता बढ़ायें....

कहानी लंबी है। लेकिन हो सके तो पूरी पढ़िएगा। कहानी बाज़ीगर फिल्म से जुड़ी है। जिन्हें ना पता हो वो ये जान लें कि बाज़ीगर...
29/08/2023

कहानी लंबी है। लेकिन हो सके तो पूरी पढ़िएगा। कहानी बाज़ीगर फिल्म से जुड़ी है। जिन्हें ना पता हो वो ये जान लें कि बाज़ीगर साल 1991 में आई अमेरिकन फिल्म 'ए किस बिफोर डाइंग' का रीमेक है। एक इंटरव्यू में दीपक तिजोरी ने कुछ बड़ी ही दिलचस्प बातें बताई थी। जिन्हें सुनकर दुख भी होता है। बकौल दीपक तिजोरी, उन्होंने ही सबसे पहले अब्बास-मस्तान को 'ए किस बिफोर डाइंग' फिल्म देखने की सलाह दी और इसे हिंदी में बनाने के बारे में विचार करने को कहा। अब्बास-मस्तान ने फिल्म देखी और उन्हें फिल्म बहुत पसंद आई। ये वो दौर था जब दीपक तिजोरी का करियर बढ़िया चल रहा था। दीपक ने अब्बास-मस्तान से फिल्म में खुद लीड रोल निभाने की बात कही। दोनों राज़ी भी हो गए। फिर दीपक प्रोड्यूसर पहलान निहलानी के पास गए। उन्होंने पहलाज को भी फिल्म 'ए किस बिफोर डाइंग' दिखाई और इस फिल्म के हिंदी रीमेक को प्रोड्यूस करने को कहा। पहलाज को 'ए किस बिफोर डाइंग' पसंद आई और वो इस फिल्म का हिंदी रीमेक प्रोड्यूस करने के लिए राज़ी हो गए। पहलाज ने दीपक से कहा कि चलो हम ये फिल्म बनाते हैं। उस वक्त दीपक चाहते थे कि फिल्म में पूजा भट्ट को लिया जाए और दोनों बहनों का किरदार उन्हीं से कराया जाए। यानि पूजा भट्ट डबल रोल करेगी। पहलाज इसके लिए भी तैयार हो गए। हालांकि पहलाज चाहते थे कि वो अपने जानकार किसी डायरेक्टर से ये फिल्म बनवाएं। लेकिन दीपक तिजोरी ने उनसे कहा कि मैं अब्बास-मस्तान से इस फिल्म के बारे में बात कर चुका हूं। वो ही इस फिल्म को डायरेक्ट करेंगे। पहलाज ने दीपक तिजोरी की ये बात भी मान ली। फिर पहलाज निहलानी अब्बास-मस्तान से जाकर मिले। लेकिन वहां उन्हें जो पता चला वो जानकर पहलाज दंग रह गए। खैर, पहलाज वापस आए और उन्होंने दीपक तिजोरी को फोन किया। पहलाज ने कहा, "तेरी कहानी में ट्विस्ट है बच्चे। तू जल्दी मेरे पास आजा।" फिर जब दीपक तिजोरी पहलाज निहलानी के ऑफिस पहुंचे तो पहलाज ने उन्हें बताया कि अब्बास-मस्तान इस फिल्म को शाहरुख के साथ बनाना चाहते हैं। वो शाहरुख को फिल्म ऑफर भी कर चुके हैं। इतना ही नहीं, उन्होंने किसी और प्रोड्यूसर से भी फिल्म प्रोड्यूस करने की बात कर ली है। पहलाज की ये बात सुनकर दीपक तिजोरी को तगड़ा झटका लगा। पहलाज निहलानी ने दीपक से कहा,"एक काम करते हैं। हम ये फिल्म बनाते हैं। और हम अब्बास-मस्तान से पहले ये फिल्म पूरी करके रिलीज़ कर देंगे।" देखा जाए तो ऑफर कोई बुरा नहीं था। पहलाज निहलानी उस दौर के बड़े प्रोड्यूसर्स में से एक थे। फिल्म की कहानी में दम था और दीपक को बढ़िया रकम भी उन्होंने बतौर फीस ऑफर की थी। बस डायरेक्टर कोई दूसरा होता। लेकिन दीपक तिजोरी को लगा कि ऐसा करना सही नहीं होगा। दीपक अपने एक जानकार के पास गए। दीपक उन्हें अपना मेंटोर भी कहते हैं। दीपक ने उन्हें पूरा माजरा बताया। तब दीपक के उस मेंटोर ने दीपक से कहा कि तुम अब्बास-मस्तान से जाकर मिलो। उन्हें बताओ कि तुम्हारे पास पहलाज निहलानी का ऑफर है। शायद वो लाइन पर आ जाएं। मेंटोर की बात मानते हुए दीपक तिजोरी अब्बास-मस्तान से मिले। हालांकि इससे पहले दीपक ने शाहरुख से बात की और उनसे कहा कि अब्बास-मस्तान के इस ऑफर के लिए अभी हां मत कहना। वैसे भी उस वक्त दीपक तिजोरी व शाहरुख खान के बीच बढ़िया दोस्ती थी। दीपक को लगा कि शायद शाहरुख उनकी बात मान लेंगे। हालांकि ऐसा हुआ नहीं था। खैर, दीपक तिजोरी अब्बास-मस्तान से मिले और उन्होंने उनसे पहलाज निहलानी के ऑफर के बारे में भी बताया। दीपक ने जब उनकी हरकत पर सवाल किया तो अब्बास-मस्तान ने दीपक से कहा,"दीपक जी, गलती हो गई। लेकिन हम वादा करते हैं कि इस फिल्म के बाद आपके साथ किसी बड़े प्रोजेक्ट में काम ज़रूर करेंगे। हम आपको ज़ुबान देते हैं कि हम अपना वादा निभाएंगे।" अब्बास-मस्तान ने दीपक से ये भी कहा,"आप पहलाज निहलानी का ऑफर मत स्वीकार करिएगा। आपका करियर तो बढ़िया चल रहा है। लेकिन हमारा करियर इस वक्त मुश्किलों में है। ये फिल्म हमें बनाने दीजिए।" दीपक को बुरा तो बहुत लगा। लेकिन दिल पर पत्थर रखकर उन्होंने अब्बास-मस्तान की बात मान ली। दअरसल, दीपक तिजोरी अपनी अच्छाई नहीं खोना चाहते थे। लेकिन उस वक्त वो नहीं जानते थे कि फिल्म इंडस्ट्री में जो लोग बड़े-बड़े वादे करते हैं वो अक्सर अपने वादे पूरे नहीं करते। अब्बास-मस्तान ने भी दीपक के साथ यही किया। उन्होंने कभी भी दीपक से किया अपना वादा नहीं निभाया। आज चूंकि दीपक तिजोरी का जन्मदिन है तो मैंने सोचा कि ये किस्सा आपको भी बता दूं। आज दीपक तिजोरी 62 साल के हो गए हैं। आज ही के दिन यानि 28 अगस्त को सन 1961 में दीपक तिजोरी का जन्म हुआ था। दीपक तिजोरी एक शानदार एक्टर हैं। किस्सा टीवी की तरफ से दीपक तिजोरी को जन्मदिन की ढेरों शुभकामनाएं।

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