Vaastukaar

Vaastukaar वास्तु करेल तथास्थु तर जिवन होईल सुखा? Through his subject knowledge he has helped more than 10,000 people to achieve success in their life.
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Vaastukaar Dr Bhushan Sonawane has been working in the field of Vaastu Shastra, Feng Shui, Kundali, Tarot Card Reading, Cristal Healing, and Shri Shiv Swarodaya, since last 21yrs. Earlier we were active in social media through News channels Interviews and Newspaper. We have helped many Famous Builders, Property Dealers to complete their stuck sites which were under construction and open land also

. We also deal cases related Health, Wealth and Relationship issues. As Dr Bhushan has deep knowledge in this field. he helps people to go to root cause and than execute it properly. Since last five years many TV serials and Film studious are working according to his guidance in this field. Along with this Dr Bhushan is also into coaching students through online various courses of vastushastra. Till date he has coached more than 5000 students. Because of his Great work, Experience and Knowledge he is Known as*Motivational Guru*. He is the person who helps people to connect the dots between life and spirituality and also helps to maintain this relationship. In the coming season he is going to bring a lot of revolutionary research on this subject. He has a huge number of customers and followers which includes Politicians, Celebrities, Business men, Corporates. His work has not been limited up to Mumbai Maharashtra but he has crossed the oceans. He has huge number of customers and followers from Mauritius, UAE, Dubai, Netherlands, Sydney and many more. Thanks Universe.......

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वास्तुकार डॉक्टर भूषण सोनवणे क्षेत्र में गये बीस साल से कार्यरत है, वास्तुशास्त्र, फेंगशुई, एस्ट्रोलॉजी, जिओ मानसी, लो शू ग्रिद स्क्वेयर, श्री शिव स्वरोदय और मोटिवेशनल गुरु. इन सब विषय के माध्यम से आज तक इन्होने दस हजार से भी ज्यादा लोगो को सफलता दिलाई |करियर के पहले के दौर मे न्यूज चैनल पॅ इंटरव्यू और न्यूज पेपर के माध्यम से इन सभी विषयों का अवेअरनेस किया गया था | बिल्डर्स लोगोंके रुके हुए कन्स्ट्रक्शन के काम पहिले सें हि सक्सेसफुली हँडल करते है | जिंदगी मे हेल्थ, वेल्थ, रिलेशन और आफ्टर मॅरेज, बी फॉर मॅरेज के रिलेटेड कोनसी भी केस, ये सही तरीके से अंजाम देने मे सक्षम है| यहीं इन के विद्या के बदोलत सही तरीके से काम करते हुए केस को सुधारने की कोशिश करते है| गये पाच सालसे टीव्ही के सिरीयल के, और कुछ फिल्म के स्टुडिओ का निर्माण वास्तू के हिसाब से करते है| जिनके बहुत बेहतर परिणाम इंके फॉलोवर्स कमी रहे| ईसी के साथ साथ यह विषय ऑनलाइन के माध्यम से अपने स्टुडंट्स को सिखाते है | 5000 के करीब आज तक स्टूडेंट पाढाये है | प्लॉट नही बिक रहा है, कन्स्ट्रक्शन पुरा नही हो रहा है, शादी नही हो रही है, बच्चे नही हो रहे है, शिक्षा पुरी नही करपा रहे है, परिवार में झगडे है, बिजनेस नाही बना पा रहे हे| वास्तू के माध्यम से हर तरह के विषय को ये सुलझाने की यशस्वी कोशिश करते| और इन से मिलने वाले बेहतर परिणा के वजह सें यह जनसामान्य तक प्रसिद्ध हे | जीवन का हर समाधान और अध्यात्म का महत्व इनका संजोग कैसे बनाये रखे हमेशा बताते है| इनके कस्टमर और फॉलोवर्स मे राजकारणी व्यक्ती, सेलिब्रिटी, व्यवसायिक, कॉर्पोरेट, इस तरह के बडे प्रोफाईल के लोग भी शामिल है. आनेवाले सदिमे इस विषय पर बहुत हि क्रांतिकारी रीसर्च ईनके माध्यम से होनेवाला है| इन का काम सिर्फ मुंबई, महाराष्ट्र मे नही बल्की पुरी भारत मे और आंतरराष्ट्रीय जगह तक पोहोच हो चुका है. धन्यवाद.... वास्तुकार.....

28/08/2024

Due to some technical issue my whatsapp is closed but if anyone wants to connect with me then please call me directly on same number 🙏 Thanks Univers 🌈

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09/08/2024



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|| रुद्राष्टकम् हिंदी अर्थ सहित || नमामि शमीशान निर्वाण रूपं अर्थ सहित'वेदः शिवः शिवो वेदः' वेद शिव हैं और शिव वेद हैं अ...
05/08/2024

|| रुद्राष्टकम् हिंदी अर्थ सहित || नमामि शमीशान निर्वाण रूपं अर्थ सहित

'वेदः शिवः शिवो वेदः' वेद शिव हैं और शिव वेद हैं अर्थात् शिव वेदस्वरूप हैं। यह भी कहा है कि वेद नारायणका साक्षात् स्वरूप है- 'वेदो नारायणः साक्षात् स्वयम्भूरिति शुश्रुम'। इसके साथ ही वेदको परमात्मप्रभुका निःश्वास कहा गया है। इसीलिये भारतीय संस्कृतिमें वेदकी अनुपम महिमा है। जैसे ईश्वर अनादि-अपौरुषेय हैं, उसी प्रकार वेद भी सनातन जगत्में अनादि-अपौरुषेय माने जाते हैं। इसीलिये वेद-मन्त्रोंके द्वारा शिवजीका पूजन, अभिषेक, यज्ञ और जप आदि किया जाता है।

नमामीशमीशान निर्वाणरूपम्।विभुम् व्यापकम् ब्रह्मवेदस्वरूपम्।
निजम् निर्गुणम् निर्विकल्पम् निरीहम्।चिदाकाशमाकाशवासम् भजेऽहम् ॥१॥
मोक्षस्वरूप, विभु, व्यापक, ब्रह्म और वेदस्वरूप, ईशान दिशा के ईश्वर और सभी के स्वामी शिवजी, मैं आपको बार-बार प्रणाम करता हूँ। स्वयं के स्वरूप में स्थित (मायारहित), गुणरहित, भेदरहित, इच्छारहित, चेतन आकाशरूप और आकाश को ही वस्त्र रूप में धारण करने वाले दिगम्बर, मैं आपकी भक्ति करता हूँ।
निराकारमोंकारमूलम् तुरीयम्।गिराज्ञानगोतीतमीशम् गिरीशम्।
करालम् महाकालकालम् कृपालम्।गुणागारसंसारपारम् नतोऽहम् ॥२॥
निराकार, ओंकार के मूल, तुरीय(तीन गुणों से रहित), वाणी,ज्ञान और इन्द्रियों से परे, कैलाशपति,विकराल, महाकाल के भी काल, कृपालु, गुणों के धाम, संसार से परे आप परमेश्वर को मैं प्रणाम करता हूँ।
तुषाराद्रिसंकाशगौरम् गभीरम्।मनोभूतकोटि प्रभाश्रीशरीरम्।
स्फुरन्मौलि कल्लोलिनी चारुगंगा।लसद्भालबालेन्दु कण्ठे भुजंगा ॥३॥
जो हिमाचल के समान गौरवर्ण तथा गंभीर हैं, जिनके शरीर में करोड़ों कामदेवों की ज्योति एवं शोभा है, जिनके सर पर सुन्दर नदी गंगाजी विराजमान हैं , जिनके ललाट पर द्वितीया का चन्द्रमा और गले में सर्प सुशोभित है।
चलत्कुण्डलम् भ्रूसुनेत्रम् विशालम्।प्रसन्नाननम् नीलकण्ठम् दयालम्।
मृगाधीश चर्माम्बरम् मुण्डमालम्।प्रियम् शंकरम् सर्वनाथम् भजामि ॥४॥
जिनके कानों में कुंडल हिल रहे हैं, सुंदर भृकुटी और विशाल नेत्र हैं जो प्रसन्न मुख नीलकंठ और दयालु है, सिंह चर्म का वस्त्र धारण किए और मुंडमाला पहने हैं उन सबके प्यारे और सब के नाथ कल्याण करने वाले श्री शंकर जी को मैं भेजता हूं।
प्रचण्डम् प्रकृष्टम् प्रगल्भम् परेशम्।अखण्डम् अजम् भानुकोटिप्रकाशम्।
त्रयः शूलनिर्मूलनम् शूलपाणिम्।भजेऽहम् भवानीपतिम् भावगम्यम् ॥५॥
प्रचंड (रूद्र रूप), श्रेष्ठ, तेजस्वी, परमेश्वर, अखंड,अजन्मा, करोड़ों सूर्य के समान प्रकाश वाले, तीन प्रकार के शूलों( दुखों )को निर्मूल करने, वाले हाथ में त्रिशूल धारण किए, भाव (प्रेम) के द्वारा प्राप्त होने वाले, भवानी के पति श्री शंकर जी को मैं भेजता हूं।
कलातीत कल्याण कल्पान्तकारी।सदा सज्जनानन्ददाता पुरारि।
चिदानन्द सन्दोह मोहापहारि।प्रसीद प्रसीद प्रभो मन्मथारि ॥६॥
कलाओं से परे, कल्याण स्वरूप, कल्प का अंत करने वाले, सज्जनों को सदा आनंद देने वाले, त्रिपुर के शत्रु, सच्चिदानंदघन, मोह को हरने वाले, मन को मथ डालने वाले, कामदेव के शत्रु हे प्रभु प्रसन्न होइए प्रसन्न होइए।
न यावद् उमानाथपादारविन्दम्।भजन्तीह लोके परे वा नराणाम्।
न तावत्सुखम् शान्ति सन्तापनाशम्।प्रसीद प्रभो सर्वभूताधिवासम् ॥७॥
जब तक पार्वती के पति आपके चरण कमलों को मनुष्य नहीं भजते तब तक उन्हें ना तो इस लोक और ना ही परलोक में सुख शांति मिलती है और ना ही उनके पापों का नाश होता है अतः समस्त जीवो के अंदर हृदय में निवास करने वाले प्रभु प्रसन्न होइए।
न जानामि योगम् जपम् नैव पूजाम्। नतोऽहम् सदा सर्वदा शम्भु तुभ्यम्।
जराजन्मदुःखौघ तातप्यमानम्।प्रभो पाहि आपन्नमामीश शम्भो ॥८॥
मैं ना तो योग जानता हूं ना जप ना ही पूजा जानता हूं हे शंभू मैं तो सदा सर्वदा आपको ही नमस्कार करता हूं। यह प्रभु बुढ़ापा तथा जन्म(मरण) के दुख समूह से जलते हुए मुझ दुखी की रक्षा करिए हे ईश्वर हे शंभू मैं आपको नमस्कार करता हूं।
रुद्राष्टकमिदम् प्रोक्तम् विप्रेण हरतोषये।
ये पठन्ति नरा भक्त्या तेषाम् शम्भुः प्रसीदति॥
भगवान रुद्र की स्तुति का यह अष्टक शंकर जी की तुष्टि(प्रसन्नता) के लिए कहा गया हैं जो मनुष्य इसे भक्ति पूर्वक पढ़ते हैं उन पर भगवान शंभू प्रसन्न होते हैं।

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Happy   Day ❣️Only those who know will like it 🤩
04/08/2024

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जिवती पूजेचं महत्त्वश्रावणातल्या चारी शुक्रवारी जिवतीची पुजा करावी. ही पुजा संतती रक्षणार्थ मानली जाते. जिवतीचा कागद श्र...
04/08/2024

जिवती पूजेचं महत्त्व

श्रावणातल्या चारी शुक्रवारी जिवतीची पुजा करावी. ही पुजा संतती रक्षणार्थ मानली जाते. जिवतीचा कागद श्रावण महिन्याच्या सुरुवातीस जो वार (उदा. मंगळवार, बुधवार, शुक्रवार, शनिवार) येईल त्या दिवशी देवघरात लावावा.

जिवती प्रतिमेत किंवा पानावर नरसिंह, कालियामर्दन करणारा कृष्ण, मुलांना खेळवणाऱ्या जरा- जिवंतिका आणि बुध - बृहस्पती (गुरु) यांचा समावेश असतो. याच क्रमात त्यांचे पूजन केलं जातं.

प्रथम भगवान नरसिंह
भगवान विष्णूंचा चवथा अवतार असलेले नरसिंह आपल्या बाळ भक्तासाठी प्रगट झाले. बाळ प्रल्हादाचे हिरण्यकश्यपू पासून म्हणजेच देत्यांपासून रक्षण करणे याच मूळ उद्देशाने भगवंताने हा अवतार धारण केला. बालकांचा रक्षक आणि बाल भक्तासाठी अवतार धारण केलेली देवता म्हणून भगवान नरसिंह या प्रतिमेत पुजले जातात.

कालियामर्दन करणारा श्रीकृष्ण
यातील नाग आणि गोपाळकृष्ण दोन्हीपण श्रावणातील आराध्य दैवत मानले गेले आहे. कालियामर्दन प्रसंगाबद्दल बोलायचा तर या प्रसंगात कृष्ण आणि त्याचे मित्र खेळात असताना त्यांचा चेंडू यमुनेच्या डोहात गेला आणि कृष्णाने तो परत आणला. खेळणाऱ्या- बागडणाऱ्या मुलांवर आलेला वाईट प्रसंग कृष्णाने दूर केला तसेच कालियाला अभय देऊन दूर जाण्याचा आदेश दिला. सरपटणाऱ्या प्राण्यांपासून वाचवणारा, प्राण्यांना अभय देणारा, खेळात बागडत असताना बालकांवर आलेल्या वाईट प्रसंगातून वाचवणारा कृष्णाचे येथे कालियामर्दन रूपात पूजन केलं जातं.

जरा व जिवंतिका
या यक्ष गणातील देवता असून यक्षिणीबद्दल महाभारतात एक कथेप्रमाणे मगध नरेश बृह्दरथ याला दोन राण्या असतात. दोन्हीही राण्यांवर प्रेम करणार्‍या राजाला मात्र संतान नव्हती. दरम्यान नगराजवळील उपवनात ऋषी चंडकौशिक आल्याचे राजाला समजल्यावर राजा त्यांचे दर्शन घेऊन आपली चिंता प्रगट करतात. ऋषी राजाला प्रसादात आंबा देऊन राणीला खायला द्यायला सांगतात. दोन्ही राण्यांवर समान प्रेम असल्यामुळे राजा आंब्याचे समान भाग करून राण्यांना दिल्यामुळे कालांतराने दोन्ही राण्यांना पुत्र होतो परंतु केवळ अर्धा- अर्धा. अशा विचित्र आणि अर्धवट अभ्रकांना राजा जंगलात नेऊन टाकतो. त्याच वेळेस तेथून जरा नामक यक्षिणी जात असते आणि ती दोन्ही अभ्रक तुकड्यांना हातात घेऊन आपल्या अवयव सांधण्याच्या कलेने दोनीही शकलं सांधते. जरा ते सांधलेले अभ्रक संध्यासमयास बृह्दरथ राजाला आणून देते. जरा यक्षिणीने सांधले म्हणून राजा त्याचे नाव जरासंघ ठेवतो. जरा यक्षिणीच्या उपकाराप्रीत्यर्थ नगरात देऊळ बांधून तिला मगधाच्या इष्ट देवतेचा मान देतो. त्याच प्रमाणे जारदेवतेचा वार्षिक महोत्सव सुरू करतो, अशी ही जरा देवी.

जारेंचीच सखी जिवंतिका. जिवंतिका या शब्दाचा अपभ्रंश जिवती असा होय. जिवंतिकेचा अर्थ होतो दीर्घायू प्रदान करणारी. बालकाच्या दीर्घायुष्याची कामना करून या देवीची पूजा केली जाते. ही देवी पाळण्यात व आजूबाजूंनी बालकांना खेळवते अशा रूपात दाखवल्या गेल्या आहेत.

बुध
बुध हा ग्रह हत्तीवर बसलेला असून हाती अंकुश धारण करतो. तर बृहस्पती (गुरु) वाघावर बसलेला आणि हातात चाबूक घेतलेला दाखवलं जातं. बुधाच्या प्रभावाने जातकाला अलौकिक बुद्धिमत्ता, आकर्षक व्यक्तिमत्त्व, वाक्पटुत्व असे गुण प्राप्त होतात. तर बृहस्पतीच्या प्रभावाने शैक्षणिक प्रगती, आध्यात्मिक उन्नती, विवेकबुद्धी जागृत होते. बुधाचं वाहन हत्ती आणि हत्ती हे उन्मत्ततेचं प्रतीक आहे. मानवी मनाला येणारी उन्मत्तात आपल्या बुद्धिमत्तेने, व्यक्तित्वाचा अंकुश घालून आवर घालावा हे बुध प्रतिमेवरून लक्षात येते. बृहस्पतीचं वाहन वाघ अर्थात हे अहंकाराचा प्रतीक आहे. मानवी मनाला अहंकार लवकर चिटकतो ज्याने मानवाच्या प्रगतीमध्ये, आध्यात्मिक साधनेत बाधक ठरु शकतो. त्यावर आपण ज्ञानाच्या, गुरुकृपेच्या आशीर्वादाने नियंत्रण मिळावं हे बृहस्पती प्रतिमा आपल्याला शिकवते. म्हणूनच बुध - बृहस्पती यांना सुद्धा जिवती प्रतिमेत स्थान मिळालं.

प्रथम रक्षक देवता, नंतर बालकेचे रक्षण व दीर्घायुष्य देणारी देवता आणि नंतर व्यक्तिमत्त्व प्रभावित करणारे ग्रह देवता असा हा जिवती प्रतिमेचा क्रम. एका मातृशक्तीने दुसऱ्या रक्षक व पालक शक्तीचे केलेले पूजन म्हणजेच जिवती पूजन.

जरे जीवन्तिके देवी बालयुक्ते प्रमोदिनी ।
रक्षाव्रते महाशक्ती पूर्णकामे नमोस्तुते ।।

पण आजकाल हा जिवतीचा कागद अध्यात्मिक ठिकाणी आणि दुकानांमध्ये मिळेनासा झाला आहे ज्यांना हा उपलब्ध होत नाही त्यांनी याची कलर प्रिंट मारून त्याची उपासना करावी कारण श्रावण महिन्यात ती फार महत्त्वाची असते
#अशक्यहेशक्यकरतीलस्वामी
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25/07/2024

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🌌 Unlocking the Depths of Self-Discovery and Spiritual Enlightenment through Akashic Records 📜🔍

Introduction:

In the journey of life, individuals often seek avenues to explore their own records, unravel the spiritual dimensions of existence, and delve into the mysteries of neuro-coding. This text introduces the concept of "Akashic Records," also known as "Akashic Chitran," as a profound tool for spiritual awakening and enriched living. 🌈✨

1. The Power of Akashic Records: A Gateway to Self-Knowledge 🚪🔮

Akashic Records, also referred to as Akashic Chitran, serve as a repository of information about one's past, present, and future. Through accessing these records, individuals gain insights into the essence of their lives, fostering self-understanding and providing support to the soul. 📖💡

2. Self-Transformation through Akashic Insights 🔄🌱

Exploring Akashic Records allows individuals to comprehend past mistakes and lessons, enabling self-improvement. By learning from past errors, one can strive for personal development and grow through the wisdom gained from their mistakes. 🌱🌟

3. Healing Potential: Akashic Records in the Context of Health 🌿🌐

Some proponents suggest that Akashic Records can be used for healing purposes, as they may contribute to the enhancement of mental, physical, and spiritual well-being. This section delves into the potential therapeutic benefits of engaging with Akashic Records. 🌿🌈

4. Clarity of Purpose: Navigating Life's Path through Akashic Wisdom 🎯🌟

Through the medium of Akashic Records, individuals can gain a deeper understanding of their purpose and attain clarity on their goals. This newfound clarity becomes a guiding force, assisting individuals in reaching the pinnacle of their potential in various aspects of life. 🗺️💖

5. Social Connections: Enhancing Relationships through Akashic Insights 👥💑

Akashic Records also offer insights into social relationships, providing the means to understand and improve them. This understanding contributes to the enrichment and happiness of both personal and social aspects of life. 💬❤️

6. Acknowledging Individual Differences in Akashic Perception 🔄🤔

It's important to note that the interpretation of Akashic Records can vary from person to person. Different perspectives and thoughts may arise when considering the insights offered by this ancient practice. 🔄🤝

7. Invitation to Join a Meditation Group and Learn More 🧘‍♂️🌐

The text concludes with an invitation to join a meditation group, with a link provided for those interested in delving further into the concept of "Akashic Records." 🌐🔗

8. Embarking on a Journey of Self-Discovery: "Vaastukaar Enlightenment With Third Eye" Course 👁️🌈

An additional mention is made regarding a course called "Vaastukaar Enlightenment With Third Eye," offering participants the opportunity to learn how to decode the waves of Akashic Records and tap into the profound knowledge hidden within this cosmic library. 📚✨

9. The Mysteries of Akashic Records: A Timeless Repository of Universal Secrets 🌌📚

Akashic Records are portrayed as a magnificent library containing answers to every question, solutions to every problem, and the secrets of the entire cosmos. The text emphasizes that the information within the Akashic Records is not conveyed through words but through the language of waves. 🌐💬

10. Register for "Vaastukaar Enlightenment With Third Eye" Live Course 🎓🔐

The conclusion encourages readers to register for the live course, promising an exploration of the mysteries contained within the Akashic Records and an opportunity to decode the waves through the "Vaastukaar Enlightenment With Third Eye" program. 🌐🔓

This comprehensive overview, enriched with emojis, highlights the multifaceted nature of the content, covering topics such as self-discovery, spiritual growth, health, purpose, relationships, and the potential of Akashic Records in addressing life's challenges. 🌟🌈
Thanks🙏 Univers 🌈 for Energy exchange 💫✨🎇

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22/07/2024

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जो तुम्हे अपने अंदर की शक्ती को जगाने का, प्रयास करने का मार्ग बतायेगा वही तुम्हारा असली गुरु हैं |          #ब्रह्ममुहू...
20/07/2024

जो तुम्हे अपने अंदर की शक्ती को जगाने का, प्रयास करने का मार्ग बतायेगा वही तुम्हारा असली गुरु हैं | #ब्रह्ममुहूर्त #श्रीशिवस्वरोदय #शिवसंन्यास #गुरुपौर्णिमा

 #श्रीस्वामीसमर्थ 🙏 #अशक्यहेशक्यकरतीलस्वामी 🚩 the most     from   about the  #ब्रह्ममुहूर्त
19/07/2024

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मुहूर्ता वरती सकाळी उठून  कुंडलिनी मेडिटेशन (ध्यानधारणा) श्री शिवस्वरोदय केल्याने आपल्याला अप्रतिम अशी मानसिक शांतता लाभ...
15/07/2024

मुहूर्ता वरती सकाळी उठून कुंडलिनी मेडिटेशन (ध्यानधारणा) श्री शिवस्वरोदय केल्याने आपल्याला अप्रतिम अशी मानसिक शांतता लाभते. आणि इतरही भरपूर फायदे आहेत पण शब्दभयावस्थ येथे लिहिणे शक्य नाही. 4.44 मिनिटांनी आपण व्हाट्सअप ग्रुप वरती switch word Welcome Univers 🌈 type करुन मेडिटेशनला सुरुवात करावी आणि मेडिटेशन झाल्यानंतर 5.55 switch word Thanks Univers 🌈 type करावे. इतर कुठल्याही गोष्टी यामध्ये टाईप करू नये जेणेकरून दुसऱ्याला मेडिटेशनमध्ये डिस्टर्बन्स होणार नाही. जर तुम्हाला मला काही प्रश्न विचारायचा असेल तर मेडिटेशनचे सेशन संपल्या नंतर 5.55 Am आपण संवाद साधू शकतो. ज्यांना माझ्या बरोबर ब्रह्म मुहूर्तावर उठून मेडिटेशन करायचं आहे त्यांनी हा ग्रुप जॉईन करावा धन्यवाद. 🚩 श्री स्वामी समर्थ🙏 Time 4.44🌌 to 5.55 A.M. ☄️
कृपया सर्वांनी ह्या ग्रुप ची link जास्तीत जास्त लोकां पर्यंत shear करावी. कारण जो दुसऱ्याला मदत करतो देव त्याच्या साक्षात पाठीशी उभा असतो. आणि वेळेत उपलब्ध रहावे ही विनंती. लवकरच आपल्याला कोकणा त श्री स्वामी समर्थांच्या मठाची स्थापना करायची आहे. Vaastukaar enlightenment with third eye. 🌈 ज्यांना शिव संन्यास घ्यायचा आहे त्यांनी संपर्क साधावा 🙏 श्री स्वामी समर्थ 🚩Vaastukaar Scientific Spiritual Center

धन्यवाधन्यवा

 #वटपौर्णिमा  #वडपौर्णिमा आपला सांस्कृतिक सण दिवस पण वडाच्या झाडाची फांदी तोडून जर ही साजरी करायची वेळ येत असेल तर कृपया...
21/06/2024

#वटपौर्णिमा #वडपौर्णिमा आपला सांस्कृतिक सण दिवस पण वडाच्या झाडाची फांदी तोडून जर ही साजरी करायची वेळ येत असेल तर कृपया तसं करू नका🙏 कारण या मागची गोष्ट रहस्य हे सगळ्यांनाच माहिती आहे पण जर या झाडाची फांदी तोडून घरी आणून वैयक्तिक पद्धतीने किंवा सार्वजनिक पद्धतीने जर वडाच्या झाडाची पूजा करणार असाल तर या पूजेला काहीच अर्थ नाही 🙄 आजकाल मुंबई पुण्यासारख्या गर्दीच्या ठिकाणी वडाचे झाड मिळणं तस दुर्लभ आहे 😰 पण म्हणून आपण आपल्या संस्कृतीचा वारसाचा वेगळ्या पद्धतीने अवलंब करणे हे अतिशय चुकीचे आहे असं मला वाटतं 🙏 एका झाडाला दीर्घायुष्य मिळालं म्हणजेच एका पुरुषाला दीर्घायुष्य मिळालं असं का होत नाही आणी करायचच असेल तर वडाच्या झाडाची लागवड करून आपण का करू शकत नाही ? एक वेगळ्या प्रकारच्या दृष्टिकोन आपण आपल्या पुढच्या पिढीला का देऊ शकत नाही ? की जेणे करून आपल्याला आपला सांस्कृतिक वारसा पुढच्या पिढी पर्यंत न्यायचा आहे असा नवा दृष्टिकोन जर प्रत्येक महिलेने प्रत्येक सौभाग्यवतीने जर ठेवला तर झाड तोडून पूजा करणे ही प्रथा कुठेतरी थांबेल 🙏 आणि वडाच्या झाडाची लागवड करून आपला सांस्कृतिक वारसा जपण्यासाठी आपल्याला मदत नक्कीच होऊ शकेल आणि त्या वेळी खऱ्या अर्थाने #वटसावित्री #वटपौर्णिमा ही यशस्वी होईल असं मला वाटतं #श्रीस्वामीसमर्थ
#अशक्यहीशक्यकरतीलस्वामी #वास्तुकार ©

[31/05, 12:12 pm] Vaastukaar Guru: https://youtu.be/KCXp-wHwvtM?si=yDokRJOLNOCxcLnp सगळ्यांनी नक्की ऐका अनुभव फार छान आह...
31/05/2024

[31/05, 12:12 pm] Vaastukaar Guru: https://youtu.be/KCXp-wHwvtM?si=yDokRJOLNOCxcLnp

सगळ्यांनी नक्की ऐका अनुभव फार छान आहे. ऐकून झाल्यावर कमेंट मध्ये नक्की shree Swami Samarth लिहा ..
[31/05, 12:13 pm]

Vaastukaar Guru: वास्तुकार च्या फॉलोवर्स ने एकदा तरी बघावा हा व्हिडिओ श्री स्वामी समर्थ🚩

श्री स्वामी समर्थ हीलींग सेंटर पुणे .दर गुरुवारी आठ ते नऊ मोफत मेडिटेशन असते व्हाट्सअप ग्रुपला जॉईन होण्यासाठी ख.....

  आणि   हे दोघेही शक्तीचे उत्थान   करणारी अप्रतिम अशी व्यक्तिमत्व होते. हे फार कमी लोकांना माहिती आहे. त्यांना   वास्तुश...
30/05/2024

आणि हे दोघेही शक्तीचे उत्थान करणारी अप्रतिम अशी व्यक्तिमत्व होते. हे फार कमी लोकांना माहिती आहे. त्यांना वास्तुशास्त्राचे अतिशय सूक्ष्म आणि सखोल ज्ञान होते आणि त्याचा उपयोग त्यांनी त्यांच्या कले साठी आणि जीवना साठी शक्तीचे उत्थान करण्या साठी सर्वतोपरी वापर केला.
जी विद्या मला माझ्या गुरूकडून मिळाली त्या वेळेला त्यांनी मला ही गोष्ट नमूद करून सांगितली की, भूषण या सर्व विद्येचा आणि कलेचा उपयोग तु लोकांच्या कल्याणा साठी कर आणि त्या मध्ये तुझी आपोआप प्रगती होईल त्याची तू काळजी कधीच करू नकोस. असे गुरु मला लाभले 🙏 2004. त्याबद्दल मी त्यांचा खूप खूप ऋणी आहे. आणि या शक्तीचा वापर वास्तुकार च्या #वास्तू मध्ये मी गेले 23 वर्षापासून करत आहे. आणि त्याच्या फरक मला माझ्या जीवनशैलीमध्ये आणि माझ्या क्लायंट्सच्या जीवनशैलीमध्ये अमुलाग्र असे बदल आम्हाला बघायला मिळाले. ज्या ला माझे मिळाले त्यांना हे चांगलं माहिती आहे. त्याबद्दल मी माझ्या गुरूंचे खूप खूप आभारी आहे.🙏 कारण अशी विद्या देणारे गुरु आज या पृथ्वीतलावावर क्वचितच सापडतील. आज #ब्रह्ममुहूर्ता वर करताना या गोष्टीचे मला प्रकर्षाने जाणवले म्हणून आज हि पोस्ट मी शेअर करत आहे. || #अशक्यहेशक्यकरतीलस्वामी || 🙏 || #श्रीस्वामीसमर्थ || 🚩 Thanks Univers 🌈
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🙏 मी वास्तुकार,  कुठल्याही प्रकारची तोडफोड न करता, कमीत कमी बदल करून वास्तुशास्त्र करणे. आत्तापर्यंत तुम्ही अनेक वास्तुश...
27/05/2024

🙏 मी वास्तुकार, कुठल्याही प्रकारची तोडफोड न करता, कमीत कमी बदल करून वास्तुशास्त्र करणे. आत्तापर्यंत तुम्ही अनेक वास्तुशास्त्रज्ञ बघितले असतील, पण ज्या केस कोणीच करुन देऊ शकत नाही त्या आम्ही solve करून देतो. 24 वर्षाचा दांडगा अनुभव आहे. 🙏 श्री स्वामी समर्थ 🚩

 #मेषरास - मी नाही घाबरत 😻 #मिथुनरास - आईला विचारून सांगते 😇 #कर्करास - खिडकीतच बसा, काच बंद करून मजा घ्या😯 #सिंहरास - त...
21/05/2024

#मेषरास - मी नाही घाबरत 😻
#मिथुनरास - आईला विचारून सांगते 😇
#कर्करास - खिडकीतच बसा, काच बंद करून मजा घ्या😯
#सिंहरास - तू गाडी चालव मी बाजूला बसते 🥰
#वृश्चिकरास - तु डोकावून बघ मी मागून धक्का देते 😁
#धनुरास - गाडीत आध्यात्मिक गाणी लावा खा प्या मजा करा 😀
#मकररास - मागच्या सीटवर बसून झोप काढते😵
#कुंभरास - सगळ्यांचा खाऊ मी गुपचूप संपवणार 🤣
#मीनरास - मला घाबरवू नका नाहीतर मी सगळ्यांनाच पाडेल 😜

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