ग्वालियर टाइम्स Gwalior Times

  • Home
  • India
  • Morena
  • ग्वालियर टाइम्स Gwalior Times

ग्वालियर टाइम्स Gwalior Times GWALIOR TIMES IS NO. 1 NEWS PORTAL HIGHLY VISITED PUBLISHED FROM CENTRAL INDIA. www.gwaliortimes..in

GWALIOR TIMES IS NO. 1 HIGHLY VISITED NEWS PORTAL PUBLISHED FROM CENTRAL INDIA.

23/04/2024

हनुमान जयंती पर मुरैना शहर और जिले में भीषण बिजली कटौती , सुबह 6 बजे से बिजली गोल , सबेरे 8 बजे हुई शिकयत ,अभी इस समय तक कोई कार्यवाही नहीं .... सीधा फायदा बसपा को , बसपा प्रत्याशी ने बनाया है , फर्जी बिजली बिल और अंधाधुंध अघोषित बिजली कटौती को मुद्दा ,‌बसपा के प्रचार में इसीलिये उमड़ रही है आम जनता .....

न्याय प्रिय ,न्याय दाता , सनातन धर्म की प्रचंड ध्वजा, धर्मज्ञ चकृवर्ती महाराजा विक्रमादित्य सिंह परमार के 2081 वीं जयंती...
09/04/2024

न्याय प्रिय ,न्याय दाता , सनातन धर्म की प्रचंड ध्वजा, धर्मज्ञ चकृवर्ती महाराजा विक्रमादित्य सिंह परमार के 2081 वीं जयंती पर उनके नाम से शुरू हुये नूतन विक्रम संवत 2081 की हार्दिक शुभकामनायें और बधाई ।।

05/02/2024

*_मुरैना पुलिस पेश नहीं कर पाई कोर्ट में फाइलें और पुलिस अफसरों के खिलाफ विभागीय जांच रिपोर्ट , अवसर समाप्त और मामले में पुलिस अफसरों पर एफ आई आर दर्ज होने की ओर अग्रसर_*
मुरैना (ग्वालियर टाइम्स ) 05 फरवरी , मुरैना कोर्ट द्वारा जनवरी माह में सिटी कोतवाली मुरैना को 22 साल पुरानी एक एफ आई आर में न्यायबंधु नरेन्द्र सिंह तोमर एडवोकेट द्वारा पेश किये गये एक आपराधिक प्रकरण में , कोर्ट द्वारा सी आई डी ग्वालियर के अफसर एम के शर्मा द्वारा जप्त की गयी फाइलों को तथा एफ आई आर दर्ज नहीं करने पर सिटी कोतवाली के टी आई के खिलाफ हुई विभागीय जांच का प्रतिवेदन तथा उसकी जांच फाइल को कोर्ट में मूलत: पेश किये जाने के आदेश पर सिटी कोतवाली मुरैना के पुलिस अधिकारी फाइलें और अन्य दस्तावेज कोर्ट में पेश नहीं कर पाये ।
उल्लेखनीय है कि कोर्ट ने 19 जनवरी तक कोर्ट में सभी मूल फाइलें और दस्तावेज कोर्ट में तलब करने के आदेश सिटी कोतवाली मुरैना के टी आई को दिये थे , जिस पर सिटी कोतवाली मुरैना के पुलिस अफसरों ने 19 जनवरी को कोर्ट के समक्ष उपस्थित होकर कोर्ट को बताया था कि गलती से इस आदेश के पालन की फाइल एस आई गंभीर सिंह को दे दी गयी थी, लेकिन बाद में पता चला कि एस आई गंभीर सिंह खुद इस केस में नामजद अभियुक्त है तो अब यह केस किसी अन्य एस आई को दिया जाना है , इसके लिये कुछ समय चाहिये , इस पर कोर्ट ने पुलिस को न्यायबंधु नरेन्द्र सिंह तोमर एडवोकेट से समय हेतु अनुमति लेने को पुलिस से कहा , न्यायबंधु ने कोर्ट से पुलिस को फाइलें और दस्तावेज पेश करने के लिये एक अंतिम अवसर देने हेतु सहमति दी , जिस पर कोर्ट ने 05 फरवरी तक पुलिस को समस्त मूल फाइलें और दस्तावेज पेश करने का अंतिम अवसर टी आई सिटी कोतवाली मुरैना को दिया , लेकिन आज दिनांक 05 फरवरी को भी पुलिस फाइलें व दस्तावेज कोर्ट में पेश नहीं कर पाई ।
पुलिस के खिलाफ, कोर्ट के आदेश पालन में असफल रहने तथा प्रस्तुत आपराधिक प्रकरण में 22 साल तक हाईकोर्ट के आदेश से दर्ज एफ आई आर में चालान पेश नहीं करने और कोर्ट से अभियुक्त पुलिस आरक्षक अशोक तिवारी द्वारा केस डायरी चुरा कर दस साल तक घर में रखने और पुलिस रोजनामचा में सन 2004 के बाद केस डायरी की एंट्री नहीं करने , मिथ्या साक्ष्य गढ़ने व उसका उपयोग करने, साक्ष्य नष्ट व विद्रूपित करने, अपराधीयों को लगातार गिरफ्तार करने से बचाने और कोर्ट व सजा से बचाने के मामलों में पुलिस अधिकारीयों के विरूद्ध सिटी कोतवाली मुरैना मे पहले से ही दर्ज एफ आई आर क्रमांक 663/02 में नये अपराध और नये मुल्जिम जोड़े जाने (मर्ज किये जाने ) हैं तथा कोर्ट में उसके बाद 14 दिवस के भीतर चालान पेश किये जाने का आदेश होना है ।
पुलिस थाना सिटी कोतवाली मुरैना को पहले ही जून जुलाई 2023 में कोर्ट द्वारा कोर्ट के आदेश की अवहेलना करने तथा प्रतिवेदन पेश नहीं करने के मामले में टी आई सिटी कोतवाली मुरैना के विरूद्ध अपराध दर्ज कर जेल भेजे जाने का नोटिस पहले ही दे चुका है , इसके बावजूद आज तक टी आई सिटी कोतवाली मुरैना ने फाइलें और दस्तावेज कोर्ट में आज तक भी पेश नहीं किये ।
ज्ञातव्य है कि हाईकोर्ट ग्वालियर के आदेश याचिका संख्या एम सी आर सी /1216/2001 पर दिये गये पुलिस अधीक्षक मुरैना को आदेश पर सिटी कोतवाली मुरैना में एफ आई आर संख्या 663/02 दिनांक 20 सितम्बर 2002 को दर्ज की गयी थी जिसमें डकैती , अजा जजा अत्याचार अपराध, गबन और भ्रष्टाचार के अपराध दर्ज थे , इसमें पुलिस अपराधीयों को बचाते बचाते इस हद तक गिर गयी कि खुद ही अपराध दर अपराध लगातार 22 साल तक करती रही , केस डायरी कोर्ट से चुरा लाई , घर धरे बैठी रही , और वर्तमान टी आई तक पुलिस के मुलजिमों के बचाते बचाते खुद ही अपराधी बन गया और अन्य पुलिस अभियुक्तों के साथ स्वयं भी स्वत: ही अपराध में नामजद हो गया ।
कोर्ट ने आज आदेश पत्रिका पर अंकित कर दिया कि पुलिस ने कोर्ट द्वारा धारा 91 एवं 94 सी आर पी सी में तलब फाइलें और दस्तावेज पेश नहीं किये , इसके साथ ही मामले में न्यायबंधु के अंतिम तर्क और बहस हेतु अगली तारीख नियत कर दी , अर्थात पुलिस को बचाव के सारे रास्ते आज बंद कर दिये तथा अब मर्जर आदेश तथा पुलिस पर साक्ष्य नष्ट करने सहित कंटेंप्ट आफ हाईकोर्ट तथा कंटेम्प्ट आफ डिस्ट्रिक्ट कोर्ट एवं दर्ज एफ आई आर में पुलिस अधिकारीयों को नामजद अभियुक्त के रूप में दर्ज करने का रास्ता साफ हो गया ।
_- नरेन्द्र सिंह तोमर , एडवोकेट, न्याय बंधु , न्याय विभाग , भारत सरकार_

27/06/2022

लोकतंत्र में सत्ता पर काबिजी षडयंत्र , लोकतंत्र को दूषित करते हैं
- नरेन्द्र सिंह तोमर "आनंद"
चाहे मध्य प्रदेश हो या महाराष्ट्र या अन्य कोई भी राज्य , पदस्थ सत्ता और सी एम को अपदस्थ कर , अन्य किसी जोड़ तोड़ के जरिये , किसी को सी एम बनाना या सत्ता में पदस्थ कर देना , एक घिनौना और तुच्छ किस्म की षडयंत्र प्रैक्टिस है ।
आपके पास जब चंद या अधिक विधायक हों तो आप मगरूर होकर इस तुच्छ घिनौने खेल को खेलते हैं तो आपका ओछापन और नीचता व निकृष्टता का सर्टीफिकेट आप खुद बांटते फिरते हैं ।
आपमें और मुगल आक्रांताईयों तथा अंग्रेजों में कोई फर्क नहीं रह‌ जाता ।
मुगलों ने जो किया - बलपूर्वक मद और अहंकार से मगरूर होकर लोगों को अपदस्थ किया , उनके राज्य हड़पे और अपने खास खिदमतगार चमचे सत्तानशीं किये ।
अंग्रेजों ने जो किया , फूट डालो और राज करो , इधर से तोड़ो और उधर से तोड़ो , इसमें फूट डालो , उसमें फूट डालो और इस फूट में से अपने भक्त , अपने खिदमतगार चमचे इकठ्ठे करो‌ और कैसे भी करो राज हड़पो ।
आपकी सारी संभावनायें और समस्त प्रयास सफल हो सकते हैं , क्योंकि आप मुगल हैं , मुगलों के सिद्धांत नीति नियम और रिवाज परंपरायें अपनाने और पालन करने वाले वर्णसंकर दोगले वंशज हैं , आप समय के बली और वक्त के बलवान हैं , आपके यहां रिवाज है कि उसने बाप को कैद कर सत्ता हासिल की तो उसके बेटे ने अपने बाप को मारकर सत्ता हासिल की अंतत: न उनका अंश बचा न वंश , सत्ता तो बहुत दूर की बात है ।
हमने पहले भी लिखा था कि अकबर बनना आसान है मगर महाराणा प्रताप बनना बेहद कठिन है या असंभव है ।
आप अकबर हैं यह तो आपने साबित कर दिया , मगर अकबर को खैर मनाना चाहिये कि किसी महाराणा प्रताप या राजा रामशाह सिंह तोमर से उसका पाला नहीं पड़ जाये , वरना मान सिंह और जय सिंह (जयपुर राज परिवार - भाजपा विधायक दीया कुमारी के पुरखे ) के साथ रहते हुये भी सारी जिंदगी मलाल रहेगा कि , एक था जिसने सिर नहीं झुकाया , एक था जिसे हरियाणा से मालवा तक की सल्तनत ऑफर की मगर वह अपने तीन बेटों एक नाती के साथ हल्दीघाटी मे रक्त तलैया रक्त से भरकर , ऑफर ठुकरा कर वीरगति पाकर हर भारतवासी का सिर फख्र से ऊंचा कर चला गया ।
इस देश में मान सिंह कछवाहा और जय सिंह कछवाहा बहुत हैं , हर विधायक मान सिंह और जय सिंह बनने को बैचैन और तैयार है , वे अपनी बहिन बिटिया तो क्या , अपनी बीवी को भी‌ नगर वधू बना कर अकबर को सौंप देंगें , मगर उनके पास‌ महाराणा प्रताप की वह शान और खुद्दारी नहीं मिलेगी , महाराणा प्रताप के ही वंशज छत्रपति शिवाजी (भोंसले -सिसोदिया) की वह‌ तेजस्विता और न्याय धर्म की तड़प और गर्व से और शान से ऊंचा तना हुआ सिर और सीना नहीं मिलेगा , मान सिंह और जय सिंह का ऐश्वर्य और वैभव बहुत‌ मिलेगा कालगर्लों और पुरूष वैश्याओं की तरह , मगर वो रूतबा और रूआब उनसे करोड़ कोस दूर होगा ।
अंग्रेजों के वंशज भी वर्णसंकर होकर , इस देश मे़ बसते हैं , चाहे वह रक्त से उनके वंशज हों या न हों , मगर आचार विचार , व्यवहार से , संस्कारो़ और रणनीति तथा राजनीति से उनके वंशज सौलह आना मुकम्मल हैं ।
सबमें फूट डालो , हिंदू मुसलमान लड़ा दो , देश के भीतर ही हर शहर में हिंदुस्तान और पाकिस्तान बना दो , आदिवासीयों को भारतवासी मत रहने दो , उनकी एक अलग कौम और एक अलग जाति और एक अलग पहचान बना दो , वे किसी तरह भी अन्य सभी लोगों में मिलजुल नहीं जायें‌ और उनका अलग से ही छेका हुआ , समाज का बहिष्कृत‌ समुदाय , और नीच जाति ओछी जाति का तमगा उन पर चिपका रहना चाहिये , उन्हें इसका अहसास हमेशा रहना चाहिये‌ , गरीब जिंदा रहना चाहिये‌ जिससे उन्हें अपनी गरीबी और कमजोरी का अहसास बना रहना चाहिये , महिला को अपने पति से‌ और पुरूषों से पृथक होने‌ , उनके समान या बराबरी का नहीं बल्कि पृथकता का अहसास होना चाहिये , उन्हें आपस में मिल कर नहीं रहना चाहिये , उन्हें यह नहीं‌ लगना चाहिये कि भारत में बीवी को पद हमेशा मुफ्त में मिलता है , मसलन कंडक्टर की बीवी को लोग अपने आप कंडक्टराइन‌ , प्रोफेसर की बीवी को प्रोफेसरनी , डाक्टर की बीवी को बिना एम बी बी एस करे‌ ही लोग डाक्टरनी कहने लगते हैं , मास्टर की बीवी मास्टराइन , चौधरी की बीवी चौधराइन , ठाकुर की बीवी ठकुराइन‌, पंडित की बीवी पंडिताइन , सरपंच की बीवी सरपंचाइन , राष्ट्रपति की बीवी राषट्रपताइन अपने आप बन जातीं हैं ।
महिलाओं को इस देश में जहां अपने आप पद मिलते रहे हैं तो उनके प्रमोशन भी अपने आप होते हैं ।
मगर अब दिक्कत ये है कि अगर बीवी टी आई हो तो उसके हस्बै़ड को क्या कहें , बीवी डाक्टर है तो उसके हस्बैंड को क्या कहें‌ वगैरह वगैरह , कहां गयी समानता ओर कहां गया बराबरी का अधिकार , कुल मिला कर मतलब साफ है कि भारत मे़ यह मुमकिन नहीं जो अकबर महाराज लोग यहां कर रहे हैं या करना चाहते हैं ।
सयपंच बन जाएं चाहे मेयर , काम खसम से ही पड़ेगा जनता को ।
अंग्रेजो़ ने राजाओं में , दरबारियों मे़ , क्रांतिकारीयों मे ,जागीरदारों में फूट डालने का काम करके राज किया , मगर आज के अंग्रेज तो घरों में , समाज में , जातियों में , धर्म में , वर्गों में समुदायों में सबमें फूट डालने का काम कर चुके है , सबको सबका दुश्मन और विरोधी बना चुके है‌, बीवी वोट अगर एक पार्टी को दे तो पति दूसरी पार्टी को , बेटा तीसरी पार्टी को बहू चौथी पार्टी को और बेटी पांचवीं पार्टी को वोट दे , अगर किसी ने भी कह दिया कि हम सब मिलकर एक ही आदमी को वोट देंगें , तो आपस में ही सबमें मारपीट हो जायेगी और मामला पुलिस और कोर्ट तक पहुंच जायेगा । सब अकबर लोगों की सोच और संस्कार की देन है भारत को , सब घर बर्बाद कर दिये हैं इन अकबर अंग्रेज नेताओं ने । बस केवल पति पत्नी का बिस्तर बचा है , जहां रोज लड़ाई और राजीनामा बिना अदालत रोज ही होते हैं , देखते हैं ये अंग्रेज अकबर कब उस बिस्तर का भी बंटवारा और आरक्षण करते हैं ।
कुल मिला कर ये जो चल रहा है न देश मे अकबर , मुगलों और अंग्रेजों वाला खेल , बेफिक्र रहिये, आपका नाम लेवा और पानी देवा भी इस भारत देश में खोजे खोजे नहीं मिलेगा , आने‌ वाले समय में आपकी वो‌ हालत होने वाली है कि जो मुगलों और अ़ग्रेजों का इस देश में हुआ ,‌नाम निशान तक मिट जायेगा , इतिहास में आपका वह स्थान होगा जो आज मुगलों का और अंग्रेजों का है ।
- नरेन्द्र सिंह तोमर "आनंद"

18/09/2021

मिहिर भोज की कुल वंश और जाति , उत्पत्ति विषयक एक वैधानिक इन्वेस्टीगेशन और अनुसंधान हमारे द्वारा किया जा रहा है , जो कि आगे किसी न्यायालय में या हमारे रिसर्च आलेख में आयेगा और हमारे चैनल पर फिल्म में प्रसारित होगा । आपके पास जो भी प्रमाणिक सत्य जानकारी हो हमें 25 सितम्बर तक मय प्रमाण भेज सकते हैं , हमें सतयुग , त्रेता , द्वापर युगों से कलयुग तक संपूर्ण प्रमाणिक जानकारी , इतिहास , ऐतिहासिक तथ्य चाहिये , जिससे एक निष्पक्ष रिपोर्ट और लीगल इन्वेस्टीगेशन‌ किया जा सके । और आगे इस मामले को समाप्त किया जा सके , गुलाम भारत और उसके बाद आजाद भारत के समय का लिखा किसी भी विदेशी , गुलाम देशी और पैसे लेकर लिखे गये चारण भाटों के द्वारा लिखे गये किसी भी इतिहास या तथ्य को इस रिसर्च में शामिल नहीं किया जायेगा , जवाहर लाल नेहरू की किताब डिस्कवरी आफ इंडिया को एक काल्पनिक उपन्यास माना गया है वह तथा उस पुस्तक की कोई बात इस रिसर्च में ग्रहण नहीं की जायेगी ।‌
अपनी सामग्री मय प्रमाण और चित्रादि के हमारे निम्न ई मेल पते पर भेज दें ।
[email protected]

13/09/2021

अनेक प्रकार के लोन तकरीबन हर बैंक में उपलब्ध हैं और हर बैंक की यह सेवा आनलाइन है , आप अपनी बैंक के ई बैंकिंग पोर्टल पर जायें , अपना यूजर पासवर्ड क्रियेट करें , आपके रजिस्टर्ड मोबइल नंबर पर आपको दो तीन बार ओटीपी आयेगा , उसे भरें , आपका यूजर आई डी और पासवर्ड जनरेट हो जायेगा , अपने खाते में लागिन करें , और किसान क्रेडिट कार्ड से लेकर हर प्रकार का लोन लेने के लिये आनलाइन अप्लाई करने की सुविधा आपको अपने खाते में मिलेगी , जौनसी भी सेवा आपको चाहिये , या लोन या क्रेडिट डेबिट कार्ड चाहिये , आप यहां से ले सकते हैं या आवेदन दे सकते हैं , अधिकांश बैंक 24 घंटे के कार्य दिवस मे़ कार्यवाही करके आपको सेवा प्रदान कर देते हैं । एम एस एम ई और स्टार्ट अप के लोन केसेज 1 घंटे के कार्य दिवस और कार्यघंटे में उपलब्ध कराने का प्रावधान है । - किसी को भी भूल कर भी अपना आधार कार्ड नंबर या किसी भी ओ टी पी न बतायें और न ही इसकी डिटेल किसी को दें , यह न्यायालयीन और शासकीय तौर पर प्रतिबंधित है, किसी को भी अगर किसी के भी आधार कार्ड या पेन कार्ड का वैरीफिकेशन करना है तो उसे पहले यूनिक आइडेंटिटी अथारिटी आफ इंडिया के पास घोषणा पत्र , सत्यापन व शपथपत्र जैसे प्रमाण पत्र जमा करके लायसेंस प्राप्त कर एक ए पी आई टोकन लेना पड़ता है और इसके जरिये प्राप्त कोड स्निपेट को अपनी वेबसाइट या मोबाइल एप्लीकेशन में मुकम्मल जगह पर फीड और सेव करना पड़ता है , और तभी कोई वेबसाइट आधारकार्ड या पेन कार्ड का वैरीफिकेशन कर पाती है , जिसके हर वैरीफिकेशन की रिपोर्ट संबंधित कार्ड धारक के ई मेल पते पर तुरंत उसी समय पहुंचती है , यदि आपने खुद ऐसा वैरीफिकेशन अपने कार्ड का नही किया है तो आप वैरीफिकेशन‌ के समय आये ई मेल और वैरीफिकेशन आई डी का उल्लेख करते हुये , उडाई (आधार कार्ड अथारिटी ) तथा सायबर विभाग पुलिस को तुरंत प्रथम इंटीमेशन‌ दर्ज करा दें , इस प्रथम इंटीमेशन दर्ज कराने का समय ही आगे चलकर दर्ज होने वाली एफ आई आर का समय माना जाता है ।
इसलिये भूल कर भी किसी को अपना आधारकार्ड या मोबाइल फोन न दें , और आपके मोबाइल पर आने वाले किसी भी ओटीपी को किसी को भी भूल कर भी नहीं बतायें ।
अन्यथा आप निश्चित रूप से सायबर क्रिमिनल्स के सायबर शिकार बनेंगें । - नरेन्द्र सिंह तोमर , एडवोकेट साइबर अपराध विशेषज्ञ ( न्याय बंधु , प्रोबोनो लीगल सर्विसेज ) न्याय विभाग , भारत सरकार एवं अटार्नी ट्रेड मार्क्स , कापीराइट , पेटेंट एवं डिजाइन्स (कंट्रोलर जनरल आफ ट्रेडमार्क्स भारत सरकार द्वारा अनुमोदित एवं सूची बद्ध )

07/09/2021

मिर्ची बाबा , बैंगन बाबा, टमाटर बाबा, धनिया बाबा, ढेंढ़स बाबा, भटा बाबा, लौकी बाबा , तोरई बाबा .... जैसे सब्जी मंडी में बाबा ही बाबा पैदा होते हैं , कुछ याद आया ? इन फर्जी ढोंग धतूरों से सारा देश परेशान हैं , मिर्ची बाबा को न्यूज में रहने का बड़ा शौक है , एक और हैं कम्प्यूटर बाबा , कमाल है हमारे देश में बाबा प्रचार पाने के हथकंडे इस्तेमाल करते हैं , उससे भी बड़ा कमाल इनको सरकारों द्वारा केबिनेट या राज्य मंत्री का दर्जा देना है , मानो कि बाबा बैरागी नहीं बल्कि भोग सुख रागी हैं । तभी तुलसीदास कह गये हैं - तपसी धनवंत , दरिद्र गृही । कलि कौतुक तात न जात कही ।। नारि मुई गृह संपत नासी । मूंड़ मुंड़ाय भये सन्यासी ।। जाकें नख और जटा बिसाला । सोई तापस प्रसिद्ध कलि काला ।।
सावधान रहिये , साधू के वेष में ही रावण आता है , जो सीता जी का हरण कर ले जाता है । इसलिये बच कर रहिये इन ढोंगी पाखंडियों से । इन्हें न विधि का ज्ञान होता है , न शास्त्रों का , न वेदों का और न पुराणों का , न इनके पास साधना है और न तपस्या , न सिद्धि है और न सिद्धि विधि । साधना , सिद्धि , पूजा जप तप बेचे नहीं जाते , इन्हें बेचने वाले घोर नरक के पापी होते हैं ( शिवपुराण ) मगर पता नहीं ये लोग कैसे किसी दूसरे के लिये मंत्र जप और साधना पूजा करने के ठेके ले लेते हैं , क्योकि सिद्ध व्यक्ति कभी ऐसे ठेके नहीं लेता , वह केवल दर्शन मात्र और आशीर्वाद या बद्दुआ या भावना या इच्छा मात्र से काम कर देता है या काम तमाम कर देता है ।
मगर इन बहुरूपियों का कहना ही क्या , ये तो महामृत्युंजय जाप तक के ठेके ले लेते हैं (जो कि वर्जित है (शिव पुराण ) और इसके बाद भी जब आदमी मर जाता है तो , वे नहीं बल्कि बदनाम होता है मंत्र , बदनाम होती है मंत्र की शक्ति , और इस कदर ये नकली लोगों की सब्जी मंडी पूरे ही सनातन धर्म और उसकी ताकतों और महिमा के साथ बुनियादों को भी नाश और खोखला कर रही है । - नरेन्द्र सिंह तोमर "आनन्द"
https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=10219869387300751&id=1102812959&sfnsn=wiwspwa

27/08/2021

इस पोस्ट को केवल गणित व विज्ञान के ही लोग समझ पायेंगें - नरेन्द्र सिंह तोमर "आनंद"
निर्देशांक ज्यामिति में किसी चीज की स्थिति जानने की बेशुमार ताकत है , उसकी इस ताकत का इस्तेमाल हवाई जहाज से लेकर , पनडुब्बियों और पानी के जहाजों तथा सेना तथा आधुनिक जी पी एस में किया जाता है , लेकिन आश्चर्यजनक रूप से इसका इस्तेमाल ज्योतिष और पत्रा पंचांगों में हमेशा से किया जाता रहा है , और वहां इसे अक्षांश व देशांतर के नाम से जाना जाता है , जो किसी शहर या गांव या जन्म स्थान की लोकेशन बताते हैं ।
मोबाइल फोनों में जी पी एस ट्रेकिंग आने से यह बहुत आसान हो गया है और किसी दूरस्थ छोटे गांव की एक्जेक्ट लोकेशन से अब ज्योतिषीय गणनायें और जन्मकुंडली विज्ञान काफी एक्यूरेट और एक्जेक्ट हो गयीं हैं ।
मनुष्य की जाति एक एक ऐसा ही कोर्डिनेट है , या उसका डाक का पता भी एक ऐसा ही कोर्डिनेट है , जैसे कि नरेन्द्र नाम भारत में बहुत से लोगों का होगा , लेकिन इसके आगे सिंह लिखते ही इसकी संख्या सीमित हो जाती है , सिंह के आगे तोमर लिखते ही संख्या और ज्यादा कम होकर कुछ विशेष समुच्चय पर सिमट जाती है , पिता का नाम आगे जोड़ते ही यह समुच्चय और भी कम होकर छोटा हो जाता है और केवल मात्र कुछ लोग ही बच जाते हैं , इसके आगे शहर का नाम , प्रदेश का नाम लिखते ही पिनकोड (पुराना बायोमीट्रिक सिस्टम ) एक्टिव हो जाता है , इसके आगे उस शहर की गली मोहल्ले का नाम लिखते ही वह समुच्चय एक विशेष जगह पर सिमट कर केंद्रित हो जाता है , मकान नंबर डालते ही उस व्यक्ति विशेष तक सारा फोकस स्थिर हो जाता है और भारत में डेढ़ अरब लोगों में से उस एक शख्स को खोज कर उसकी डाक या पार्सल उस तक पहुंचा दी जाती है ।
अब आपको शायद समझ आ गया होगा कि कोर्डिनेट ज्योमेट्री के अनुसार किसी के सरनेम का होना कितना जरूरी है । सरनेम न हो तो , सही आदमी तक पहुंचना मुश्किल ही नहीं , नामुमकिन ही हो जाये ।
मोबाइल हालांकि टू डायमेशनल कोर्डिनेट शो करता है , लेकिन यह रीड थ्री डायमेंशनल कोर्डिनेट करता है , मोबाइल का कैमरा जिस डेप्थ की फोटो खींचता है , या पैनारोमा फोटो खींचता है या थ्री डी यानि थ्री डायमेंशनल फोटो खींचता है , वह सब मोबाइल के थ्री डी कोर्डिनेट रीडिंग का ही कमाल है , अच्छे फोटो वीडियो बनाने वाले इसमें मोशन सेंसरों के और कैमरे की गति के अनुसार बेहतरीन सामंजस्य बिठाना जानते हैं ।
कुल मिलाकर यही सामंजस्य व संतुलन भारत की जाति व्यवस्था में जिसे बनाकर रखना आता है , केवल वही भारत की शानदार , जानदार और दमदार तस्वीर बनाना जानता है , वरना अगड़े के दो आगे अगड़े , और पिछड़े के दो पीछे पिछड़े , आगे अगड़े पीछे पिछड़े , अब तुम बोलो कितने अगड़े कितने पिछड़े का खेल इस देश में चलता ही रहेगा और दूसरे के पिता को लोग अपना पापा जी बनाते ही रहेंगें । - नरेन्द्र सिंह तोमर "आनंद"

22/08/2021

ग्राम पंचायत बरेह, तहसील अम्बाह जिला मुरैना मध्यप्रदेश के पटेल , राघवेन्द्र सिंह तोमर को पटेल पद से हटाने हेतु , पटवारी बरेह पंचायत द्वारा एक आवेदन तहसीलदार अंबाह के यहां 4 या 6 अगस्त को पेश किया है , प्रकरण दर्ज कर लिया गया है, हमारे पास इस आवेदन पंजीकरण का स्क्रीन शाट है । यह हमारी ग्राम पंचायत है और पटवारी तथा तहसीलदार के विरूद्ध न्यायालय मुरैना में आपराधिक प्रकरण दर्ज एवं लंबित है,
किसी को पता हो तो कृपया बतायें कि - क्या शिकायत है वहां के निवासियों को पटेल राघवेन्द्र सिंह तोमर से , और किसी के पास राघवेन्द्र सिंह तोमर का मोबाइल नंबर हो तो कृपया उपलब्ध करायें ।

https://youtu.be/urgDIz74WMQ
21/02/2021

https://youtu.be/urgDIz74WMQ

ग्‍वालियर टाइम्‍स की 196 वीं फ‍िल्‍म - शनिवार 20 फरवरी मुरैना शहर में ग्वालियर टाइम्स ने लिया हाल और हालात का जायजा , मु...

16/02/2021

हमारी शिकायत सी एम हेल्पलाइन के संबंध में भेजे ई मेल पर मुख्यमंत्री कार्यालय ने अवगत कराया है कि ऊर्जा विभाग को मुख्यमंत्री ने मामला दे दिया है, तथा भारत सरकार की पी जी के बारे में अवगत कराया गया है कि यह सी एम हेल्पलाइन की शिकायतों से एक नयी शिकायत दर्ज कर मेप कर दी गयी है, और मुरैना के बिजली वितरण कंपनी के सी एम हेल्पपलाइन में झूठे व फर्जी जवाब देकर शिकायतें बंद कराने के मामले में म प्र शासन स्तर से सख्त एवं पुख्ता कार्यवाही की जा रही है । धन्यवाद म.प्र शासन एवं माननीय मुख्यमंत्री जी
कांग्रेस को इस सबसे सबक सीखना चाहिये और सीखना चाहिये कि सरकार कैसे चलती है और कैसे काम करती है ।

https://youtu.be/rFdfuJdsFy0
14/02/2021

https://youtu.be/rFdfuJdsFy0

ग्‍वालियर टाइम्‍स की 190 वीं फ‍िल्‍म - मुरैना में तीसरे दिन भी जारी रहा अवैध कालोनी माफिया के खिलाफ एंटी माफिया अभिय.....

आप सभी को परम पावन मकर संक्राति पर्व की हार्दिक शुभकायनायें , एडवोकेट नरेन्द्र सिंह तोमर "आनंद" , 42 एवं 43 गांधी कालोनी...
14/01/2021

आप सभी को परम पावन मकर संक्राति पर्व की हार्दिक शुभकायनायें , एडवोकेट नरेन्द्र सिंह तोमर "आनंद" , 42 एवं 43 गांधी कालोनी मुरैना म प्र तथा 66-67-68 अनुपम नगर, जीवाजी यूनिवर्सिटी रोड, ग्वालियर म प्र एवं ग्राम बारेकापुरा , पंचायत बरेह , तहसील अम्बाह , जिला मुरैना म प्र वेबसाइटें www.gwaliortimeslive.com www.devputra.in www.awazehind.in E Mail : [email protected] Whatsapp : 9425738101 & 7000998037 .

03/11/2020

विधानसभा उप निर्वाचन 2020 में प्रदेश के 19 जिलों के 28 विधानसभा क्षेत्रों में शाम 5 बजे तक 66.09 प्रतिशत औसत मतदान हुआ।

मुरैना जिले के विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 4-जौरा में 66, विधानसभा क्षेत्र क्रमांक-5 सुमावली में 53.36, विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 6-मुरैना में 55.6, विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 7-दिमनी में 57.5, विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 8-अम्बाह में 51.65, भिण्ड जिले के विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 12-मेहगांव में 58.13, विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 13-गोहद में 52.88, ग्वालियर जिले के विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 15-ग्वालियर में 48.75, विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 16-ग्वालियर पूर्व में 42.99 एवं विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 19-डबरा में 57.1, दतिया जिले के विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 21-भांडेर में 71.59, शिवपुरी जिले के विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 23-करेरा में 72.11, विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 24-पोहरी में 70.05, गुना जिले के विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 28-बमौरी में 77.51, अशोकनगर जिले के विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 32-अशोकनगर में 69.79 एवं विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 34-मुंगावली में 73.15 प्रतिशत मतदान हुआ ।

सागर जिले के विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 37-सुरखी में 70.55, छतरपुर जिले के विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 53-मलहरा में 68.06, अनूपपुर जिले के विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 87-अनूपपुर में 67.6, रायसेन जिले के विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 142-सॉची में 68.87, राजगढ़ जिले के विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 161-ब्यावरा में 80.01, आगर-मालवा जिले के विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 166-आगर में 80.54, देवास जिले के विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 172-हाटपिपल्या में 80.84, खण्डवा जिले के विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 175-मांधाता में 68.76, बुरहानपुर जिले के विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 179-नेपानगर में 72.65, धार जिले के विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 202-बदनावर में 81.26, इंदौर जिले के विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 211-सांवेर में 74.34 और मंदसौर जिले के विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 226-सुवासरा में 79.97 प्रतिशत मतदान हुआ।

28/09/2020

दो कृषि विधेयक पारित हुये हैं , हमने दोनों ही लोसभा से पारित मूल विधेयक सरसरी नजर से देखे , हमें कुछ भी इन विधेयकों में ऐसा नहीं दिखा कि भारत का कोई भी किसान इनका विरोध करे । दोनों ही विधेयकों में किसानों को और पशुपालकों यहां तक कि इनमें मुर्गी पालन भी शामिल है , पूरी स्वतंत्रता दी गई है और मंडीयों तथा व्यापारीयों द्वारा किसानों की उपज की बोली लगाने ( नीलामी ) की प्रथा को समाप्त करने हेतु विधेयक प्रावधानित करते हैं , दूसरे किसानों और पशुपालकों को दलाली और आढ़तियों से मुक्ति दिलाने के प्रावधान कर अपनी पैदावार , उपज तथा उत्पादन चाहे वे मुर्गी के अंडे हों या फसल की उपज , दूध या दूध से बने पदार्थ हों , प्रावधानित किया गया है कि वे अपनी चीजों का बेचने का मूल्य खुद तय कर सकेंगें । और यह भी कि वे अपना माल या उत्पाद अब नीलामी या बोली के जरिये नहीं बल्कि भारत में कहीं भी किसी को भी जहां भी उसे मुनाफा होता हो या हो रहा हो वहां उसे अंतर्राज्यीय तौर पर किसी भी राज्य में या शहर में बेचने हेतु स्वतंत्र होगा , इसके लिये किसानों को तथा अन्य इंटरनेट कंपनियों को इंटरनेट के जरिये इलेक्ट्रानिक प्रणाली से आनलाइन बिक्री करने , खरीदने , ई एग्रीकल्चर शापिंग , आदि की भी सुविधा और इस्तेमाल के लिये इजाजत और स्वतंत्रता दी गयी है , अब किसान और पशुपालक पूरे देश के हर जगह के खरीद बिक्री दाम इंटरनेट से मालुम कर सकेंगें और खरीद बेच सकेंगें । अब किसान और पशुपालक अपना माल स्थानीय मंडियों और स्थानीय स्तर पर बेचने और औने पौने दाम मजबूरी में लेने के लिये मजबूर नहीं होंगें , आनलाइन बिक्री पोर्टल से अपने दाम पर चीजें बेच सकेंगें । अब दरोगागिरी उनके माल को बाहर जाने या ले जाने से नहीं रोक सकेगी इसका प्रावधान विधेयकों में किया गया है और किसानों को पूरी स्वतंत्रता दी गयी है ! इन सबके साथ किसानों और पशुपालकों को अब अपनी फसल , उपज उत्पादों के लिये किसी भी कंपनी/सहकारी समिति / सोसाइटी / फर्म / भागीदारी के साथ अनुबंध करने की भी स्वतंत्रता दी गयी है जिससे सीमांत और छोटे किसान और पशुपालक जो अपना इंटरनेट पोर्टल नहीं चला सकते वे किसी भी कंपनी , सहकारी समिति आदि से अनुबंध कर सकेंगें और उनके जरिये या उनके पोर्टल के जरिये अपना माल या उत्पाद बेच सकेगें , और इसके लिये बाकायदा करार / अनुबंध होगा जो कि लीगल रूप में होगा और इस अनुबंध की शर्तें दोनों को माननी होंगीं । यह गौर तलब है कि कुछ लोग टाटा या बिरला या अंबानी का किसानों को गुलाम बनाने की बातें कर रहें हैं , जबकि असल में ऐसा कहीं है ही नहीं , सब किसान और पशुपालक की मर्जी पर होगा कि वह खुद अपना माल बेचे या किसी के जरिये बेचे , या बिकवाये , उसे अनुबंध करना है कि नहीं , यह सब किसानों और पशुपालकों की मर्जी पर होगा । बस इसमें इंटरनेट एक साधन के रूप में एक्स्ट्रा सुविधा किसानों और पशुपालकों को दी गई है , यह अनिवार्य नहीं है , इसका उद्देश्य मात्र किसानों और पशुपालकों को ज्यादा से ज्यादा मुनाफा दिलाना मात्र है । इस संबंध में विस्तृत आलेख दोनों अधिनियमों के सार संग्रह के साथ शीघ्र ही ग्वालियर टाइम्स पर आप पढ़ सकेंगें । - नरेन्द्र सिंह तोमर '' आनंद'' एडवोकेट

Invitation to Become a News Reporter / Anchor / writer With Gwalior Times .
30/08/2020

Invitation to Become a News Reporter / Anchor / writer With Gwalior Times .

म प्र ,  राजस्थान और उत्तर प्रदेश एवं हरियाणा दिल्ली सहित संपूर्ण भारतवर्ष एवं अब्राड के लिये ग्वालियर टाइम्स की आनलाइन ...
23/08/2020

म प्र , राजस्थान और उत्तर प्रदेश एवं हरियाणा दिल्ली सहित संपूर्ण भारतवर्ष एवं अब्राड के लिये ग्वालियर टाइम्स की आनलाइन शापिंग तथा चीजें बेचने हेतु यह पोर्टल उपलब्ध है , उल्लेखनीय है कि ग्वालियर टाइम्स की पहुंच भारत के हर गांव गांव तक है , हर विक्रेता और खरीददार अपना निशुल्क पंजीयन इस वेब साइट पर कर अपने अकाउंट में लागिन कर हर चीज खरीद और बेच तथा आनलाइन पेमेंट ले और दे सकेंगें , अन्य चीजों की या पूछताछ हेतु हमारे फेसबुक पेज पर या पेज पर दिये गये व्हाटसएप्प नंबरों पर संदेश भेज कर पूछताछ कर सकते हैं
https://gwaliortimeslive.com/eshop/index.php

एक दुर्लभ व अदभुत मंत्र जो बदल देगा आपकी जिन्दगी ..... https://youtu.be/DpnxjnWpjWY
11/08/2020

एक दुर्लभ व अदभुत मंत्र जो बदल देगा आपकी जिन्दगी .....

https://youtu.be/DpnxjnWpjWY

ग्‍वालियर टाइम्‍स की 180 वीं फ‍िल्‍म - शत्रुओं का पल में सफाया और समृद्धि और तरक्की बरकत इस मंत्र से इस फिल्‍म को हाई .....

आज के ताजा समाचार https://youtu.be/gq7FLIS0VUs
10/08/2020

आज के ताजा समाचार

https://youtu.be/gq7FLIS0VUs

म प्र के गृह , जेल और संसदीय कार्य तथा विधि विधाई मंत्री ने अनेक लोगों को दतिया में सहायता प्रदान की और 4 - 4 लाख रूपये क....

29/07/2020

भारत में 1986 के बाद नवीन शिक्षा नीति 2020 जारी हुई , शिक्षा में आमूलचूल परिवर्तन की बुनियाद रखी भारत सरकार ने , मानव संसाधन मंत्रालय भारत सरकार ने जारी की नवीन शिक्षा नीति 2020 , इससे पूर्व 1986 में राजीव गांधी सरकार ने लागू की थी नवीन शिक्षा नीति 1986 जिसमें 150 रू महीना पा रहे सरकारी शिक्षकों के वेतन 50 हजार रू महीने तक हो गये थे , नवीन शिक्षा नीति 2020 की खास बुनियाद होगी '' विश्व गुरू भारत '' और प्राच्य विद्याओं पर केन्द्रित होगी नवीन शिक्षा पद्धति , बाल बुनियाद से ही संस्कार , संस्कृति और भारत की ऐतिहासिक प्राच्य विद्या पर आधारित होंगें सभी पाठयक्रम , नवीन शिक्षा नीति में बेजोड़ अनूठा संगम होगा पुरातन विद्या और नवीन प्रौद्योगिकी का , आधुनिकता मगर प्राच्य विद्या और बुनियादी प्राच्य संस्कारों संस्कृति और भारत के असल व बुनियादी इतिहास के साथ .... सभी पाठयक्रम स्कूज की नर्सरी से लेकर इंजीनियरिंग और मेडिकल कालेजों तक सभी जगह होगी अब भारत की प्राच्य विद्या , इतिहास में होगी वंशावलियों की बुनियाद और वंशावलियों के इतिहास , अब नहीं होगी राजपूत और मुगलों की लड़ाई , अब सीधे सरनेम और वंशावली ही होंगें असल विक्रम संवत के अनुसार , ज्योतिष , तंत्र मंत्र यंत्र सहित योग , आयुर्वेद , पंचकर्म चिकत्सा , पंचवृक्ष , चौदह शास्त्र , वेद पुराण , उपनिष्द , गीता , रामचरित मानस अब नवीन शिक्षा पद्धति 2020 की बुनियाद और आत्मा होंगें , आध्यात्म , धर्म अब शिक्षा पद्धति के केन्द्र में तथा अब नवीन शिक्षा पद्धति सांप्रदायिक, धार्मिक सामाजिक विद्वेष तनाव व विवादों के खात्में के लिये काम भी करेगी , हम केवल भारतवासी की शिक्षा अवधारणा नवीन शिक्षा पद्धति के मूल में रचेगी बसेगी । ठाेेेस व कठोर एजुकेशनल परेशन मापदंड नहीं होंगें , लचीले और अंगीकार किये जा सकने और अपनाये जाने योग्य मापदंड होंगेंं , स्कूल कालेज इंस्टीटयूशन्स अब अकादमी स्वरूप में गुरूकुल के रूप में ही अवधारित होगेंं ... संचालित होंगें ..; मान्यता की प्रक्रिया व स्वरूप बदलेंगें ... आनलाइन / इनलाइन गुरूकुल अकादमियों का होगा संचालन ..... 60 पेज की जारी की गई इस नवीन शिक्षा नीति का अध्ययन हमारे द्वारा जारी है .... उसके उपरांत इस पर पूरा आलेख और फिल्म शीघ्र ही ग्वालियर टाइम्स पर आयेंगें ..... नरेन्द्र सिंह तोमर '' आनन्द'' एडवोकेट

13/07/2020

मुरैना कलेक्टर जिद पर अड़ी, जनता मरे तो मरे , बाजार अभी नहीं खुलेगा
जनता में किराना राशन और खाने पीनेे की चीजों को लेकर हाहाकार मचा
ग्ववालियर टाइम्स 14 जुलाई 2020
कलेक्टर श्रीमती प्रियंकादास ने कहा कि पिछले सात दिवस की सैम्पलिंग रिपोर्ट में 42 प्रतिशत मरीज कोविड के निकल रहे हैं जिसमें 40 प्रतिशत शहरी लोग एवं 2 प्रतिशत ग्रामीण लोग पॉजिटिव पाये गये हैं। उन्होंने कहा कि 12 जुलाई की 31 कोरोना की रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई थीं। जब तक सैम्पल रेशियो में 10 प्रतिशत से कम होकर 4 प्रतिशत तक नहीं आ जाता तब तक बाजार खोलने में जिला प्रशासन असमर्थ रहेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिये हैं कि व्यापरियों के सैम्पल शतप्रतिशत कराये जायें, उसके बाद जो परिणाम निकलकर आते हैं उस पर विचार किया जाये। व्यापारियों एवं अधिकारियों के एक जैसे विचार मिल रहे है, अवश्य ही कोरोना की चैन टूट जायेगी। यह बात बाजार ऐसोसिएशन की बैठक में कलेक्टर प्रियंका दास सोमवार को कही। इस बैठक में किराना, मेडिकल, इलेक्ट्रोनिक सहित बाजार ऐसोसिएशन के व्यपारी शामिल थे इस अवसर पर खाद्य अधिकारी अवनीश गुप्ता सहित बाजार के विभिन्न एसोसियेशन के अधिकारी उपस्थित थे।
कलेक्टर श्रीमती प्रियंका दास ने कहा कि जब तक समस्त दुकानदारों का सैम्पलिंग कार्य पूर्ण नहीं हो जाता तब तक बाजार खोलने पर विचार नहीं होगा। अधिकतर ऐसे व्यापारी हैं जो बिना लक्षण के भी संक्रमित मिल रहे हैं। इस कारण अन्य लोग भी संक्रमित हो रहे हैं। हमने व्यापरियों या शहरी लोगों के अलावा अधिकारी कर्मचारियों के सैम्पल भी नियमित कराये जा रहे हैं। अभी तक 400 से 500 सैम्पलिंग का कार्य किया जा रहा था किंतु अब 1000 सैम्पल प्रतिदिन लिये जायेंगे। इसके लिये सबसे पहले सैम्पलिंग का कार्य पंचायती धर्मशाला के क्षेत्र से प्रारंभ किया जाये। इसके लिये पंचायती धर्मशाला में एक अलग से स्थान निहित किया है। उन्होंने कहा कि क्रमवार बाजार सूची दुकानदार एवं दुकान पर कार्य करने वाले लोगों की लिस्ट बनाकर फॉर्म भरें और एक स्थान बाजार के एरिया में निहित करें वहां पर अतिरिक्त टीम भेजकर सैम्पलिंग कराई जाये। जब तक सभी व्यापरियों को सैम्पल होकर कोविड के मरीजों में ग्राफ कम नहीं होगा तब तक आगे के निर्णय नहीं लिये जायेंगे। बैठक में तय किया गया कि जिले में पांच हजार व्यापारी विभिन्न ऐसोसिएशन से जुड़े हैं। इन सभी व्यापारियों व उनके कर्मचारियों को 7 दिन के अंदर दुकान खोलने से पहले सैंपल कराने होंगे। रिपोर्ट निगेटिव आने पर ही निर्णय लिया जावेगा।
कलेक्टर ने कहा कि कई दुकानदार ऐसे हैं जो नीचे दुकान उपर मकान है और वे पॉजिटिव हैं उसके बाद भी दुकान से सामग्री बेच रहे हैं उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज होगी उनकी दुकान सील की जायेगी। व्यापारियों ने बताया कि रवि मेडिकल ऐजेंसी का व्यक्ति खुद पॉजिटिव होने के बावजूद भी दवायें बेच रहा है। कलेक्टर ने रवि मेडिकल एजेंसी को सील करने के निर्देश दिये हैं। इसके लिये ड्रग इंस्पेक्टर दुकान पर पहुंचे और मेडिकल की दुकान पर बिस्किट एवं चिप्स बिकते हुये पाये गये तो दुकान संचालक के खिलाफ कार्यवाही करें। कोई भी जनसाधारण की भावना के विरूद्ध जा रहा है उसके खिलाफ बतायें व मुझे व्हाटस एप पर सूचित करें। संबंधित व्यक्ति के खिलाफ 12 घंटे में नहीं तो 36 घंटे में कार्यवाही अवश्य होगी। उन्होंने कहा कि जब तक हम पॉजिटिव रेट कम नहीं कर लेते या संपूर्ण व्यापारियों का सैम्पल कराकर उसका निष्कर्ष नहीं निकाल लेते तब तक बाजार नहीं खुलेगा। इसके लिये अलग-अलग तिथियों में व्यापारी सैम्पल करायें। उन्होंने कहा कि समस्त बाजारों के पदाधिकारी इंसीडेंट कमाण्डर के साथ सैम्पल कराने की तिथि तय करें और स्थान निहित करें। वहीं पर टीम सैम्पल लेने के लिये पहुंचेगी। उन्होंने कहा कि जो व्यापारी ऐसोसियेशन से जुड़े हैं वे एसोसियेशन के माध्यम से सैम्पल करायें। उनके लिये काउण्टर अलग से लगाया जायेगा। जो व्यापारी बिना एसोसियेशन के जैसे गली मोहल्ले के दुकानदार हैं वे सीधे सैम्पल सेंटर पर पहुंचकर करा सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि बिना सैम्पल कराये हुये एक भी दुकान खुलते पाये गई तो उसके खिलाफ कार्यवाही होगी। इस प्रकार की एनाउंसमेंट शहर में कराने के निर्देश श्री अवनीश गुप्ता को दिये। कलेक्टर ने कहा कि जो व्यापारियों के सुझाव प्राप्त हुये हैं उस पर जिला प्रशासन अमल करेगा और कोरोना की चेन अवश्य टूटेगी।

Address

Gwalior/Morena/Central
Morena
476001

Alerts

Be the first to know and let us send you an email when ग्वालियर टाइम्स Gwalior Times posts news and promotions. Your email address will not be used for any other purpose, and you can unsubscribe at any time.

Contact The Business

Send a message to ग्वालियर टाइम्स Gwalior Times:

Videos

Share

Nearby media companies


Other Media/News Companies in Morena

Show All