ग़ालिब की याद में

ग़ालिब की याद में आपको अच्छी शायरी और वीडियो देखने को म?

22/05/2024

ये भी एक तमाशा है बाज़ार-ए-उल्फत में ''ग़ालिब''
दिल किसी का होता है और बस किसी का चलता है.. #@

22/05/2024

कुछ अजीब सा ही....
जीवन का ये दस्तूर है,
प्यार के किस्से यहां अक्सर अधूरे रह जाते हैं...।@।

इश्क नहीं धोखा होना थाप्यार भी एकतरफ़ा होना था |अँखियों के वार अब खयाल हो गये हैंतुमसे मिले कई साल हो गये हैं |अब तो मोह...
04/08/2023

इश्क नहीं धोखा होना था
प्यार भी एकतरफ़ा होना था |
अँखियों के वार अब खयाल हो गये हैं
तुमसे मिले कई साल हो गये हैं |
अब तो मोहब्बत के पन्नों में -
जाने कितने सवाल हो गये हैं ...@

पास बैठे एक अरसा हो गयादुरिया कम करने की ये भी एक तरकीब हैतुम अपना कंधा बढ़ा दोहम आंख बंद करके सर झुका लेते हैं..@
27/07/2023

पास बैठे एक अरसा हो गया
दुरिया कम करने की ये भी एक तरकीब है
तुम अपना कंधा बढ़ा दो
हम आंख बंद करके सर झुका लेते हैं..@

कलम तभी उठी जब जज़्बात उठेदिल में बहुत से एहसास उठे,हर एहसास को लफ़्ज़ों में पिरो दियाआईना बना कर हर दर्द कागज पे उतार द...
27/07/2023

कलम तभी उठी जब जज़्बात उठे
दिल में बहुत से एहसास उठे,
हर एहसास को लफ़्ज़ों में पिरो दिया
आईना बना कर हर दर्द कागज पे उतार दिया..@

नक़्शा उठा के कोई..... नया शहर ढूँढिए....!इस शहर में तो सब से...... मुलाक़ात हो गई...@
26/07/2023

नक़्शा उठा के कोई..... नया शहर ढूँढिए....!
इस शहर में तो सब से...... मुलाक़ात हो गई...@

कुछ समझ कर ही .....ख़ुदा       तुझ को कहा है .....वर्नाकौन सी बात कही ....        इतने यक़ीं से हम ने.. @
24/07/2023

कुछ समझ कर ही .....ख़ुदा
तुझ को कहा है .....वर्ना
कौन सी बात कही ....
इतने यक़ीं से हम ने.. @

ऐ याद यार तुझ से..करें क्या शिकायतेंऐ दर्द-ए-हिज्र हम भी तो पत्थर के हो गए...@
16/07/2023

ऐ याद यार तुझ से..
करें क्या शिकायतें

ऐ दर्द-ए-हिज्र हम भी
तो पत्थर के हो गए...@

आज क्यूँ हिचकियों ने बवाल किया है,...लगता है तूने..., मुझे फिर से याद किया है । तेरी मेरी तो अब यारी भी ना रही, तो फिर क...
16/10/2022

आज क्यूँ हिचकियों ने बवाल किया है,...
लगता है तूने..., मुझे फिर से याद किया है ।
तेरी मेरी तो अब यारी भी ना रही,
तो फिर क्यूँ .....
मेरे दिल ने, तेरा नाम लिया है...@

ख़्वाब होते हैं देखने के लिए, उन में जा कर मगर रहा न करो...@😄😄
12/10/2022

ख़्वाब होते हैं देखने के लिए,

उन में जा कर मगर रहा न करो...@😄😄

😊😊😊
12/10/2022

😊😊😊

आवाज़ दे के देख लो शायद वो मिल ही जाए,  वर्ना ये उम्र भर का सफ़र राएगाँ तो है@
12/10/2022

आवाज़ दे के देख लो शायद
वो मिल ही जाए,
वर्ना ये उम्र भर का सफ़र राएगाँ तो है@

वो चुप-चाप आँसू बहाने की रातेंवो इक शख़्स के याद आने की रातें.....@
11/10/2022

वो चुप-चाप आँसू बहाने की रातें
वो इक शख़्स के याद आने की रातें.....@

रंजिश ही सही दिल ही दुखाने के लिए आ आ फिर से मुझे छोड़ के जाने के लिए आ....@
07/10/2022

रंजिश ही सही दिल ही दुखाने के लिए आ

आ फिर से मुझे छोड़ के जाने के लिए आ....@

03/10/2022

ग़म की बारिश ने भी तेरे.....
नक़्श को धोया नहीं,
तू ने मुझ को खो दिया मैंने तुझे खोया नहीं...@

उस के क़रीब जाने का अंजाम ये हुआ....मुझे अपने-आप से भी बहुत दूर जा पड़ा...@
03/10/2022

उस के क़रीब जाने का अंजाम ये हुआ....
मुझे अपने-आप से भी बहुत दूर जा पड़ा...@

वो हाथ जोड़कर बस्ती को लूटने वाले........ भरी सभा में सुधारों की बात करते हैं ......बड़ा हसीन है उनकी जबान का जादू ........
03/10/2022

वो हाथ जोड़कर
बस्ती को लूटने वाले........
भरी सभा में सुधारों की बात करते हैं ......
बड़ा हसीन है
उनकी जबान का जादू .....
लगा के आग बहारों की बात करते हैं .....@

आरजू ख्वाहिशें ख़्वाब हैं....जिंदगी दर्द की क़िताब है क़िस्मत की कहानी कोई.... उम्मीदें लिखने को बेताब हैं....@
02/10/2022

आरजू ख्वाहिशें ख़्वाब हैं....जिंदगी दर्द की क़िताब है
क़िस्मत की कहानी कोई....
उम्मीदें लिखने को बेताब हैं....@

ढूँढ़ते क्या हो इन आँखों में कहानी मेरी..ख़ुद में गुम रहना तो आदत है पुरानी मेरी....@
02/10/2022

ढूँढ़ते क्या हो इन आँखों में कहानी मेरी..
ख़ुद में गुम रहना तो आदत है पुरानी मेरी....@

कश्तियाँ सब की किनारे पे पहुँच जाती हैं...नाख़ुदा जिन का नहीं उन का ख़ुदा होता है...@
02/10/2022

कश्तियाँ सब की किनारे पे पहुँच जाती हैं...
नाख़ुदा जिन का नहीं उन का ख़ुदा होता है...@

फिर बैठे बैठे ......वादा-ए-वस्ल..... उस ने कर लिया....फिर उठ खड़ा हुआ ....वही रोग इंतिज़ार का...@
02/10/2022

फिर बैठे बैठे ......वादा-ए-वस्ल.....
उस ने कर लिया....
फिर उठ खड़ा हुआ ....वही रोग इंतिज़ार का...@

हँस के फ़रमाते हैं ......वो देख के हालत मेरी.क्यूँ ....? तुम ...आसान समझते थे मोहब्बत मेरी ....@
02/10/2022

हँस के फ़रमाते हैं ......वो देख के हालत मेरी.
क्यूँ ....? तुम ...आसान समझते थे
मोहब्बत मेरी ....@

तुझ से माँगूँ मैं.....तुझी को कि ......सभी कुछ मिल जाए.... सौ सवालों से .....यही एक सवाल अच्छा है...@
02/10/2022

तुझ से माँगूँ मैं.....
तुझी को कि ......सभी कुछ मिल जाए.... सौ सवालों से .....यही एक सवाल अच्छा है...@

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