17/05/2025
साइबर धोखाधड़ी में डीआरडीओ के सेवानिवृत्त वैज्ञानिक को 62 लाख रुपये का चूना
हैदराबाद: डीआरडीओ के 65 वर्षीय सेवानिवृत्त वैज्ञानिक को साइबर जालसाजों ने स्टॉक निवेश घोटाले में 62 लाख रुपये की ठगी कर ली।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, 27 फरवरी को बदंगपेट निवासी पीड़ित को व्हाट्सएप पर एक लिंक मिला। इस पर क्लिक करने के बाद, उसे 'अवारीगाफिन एनएनएम एस116' नामक एक व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ दिया गया, जिसमें 100 से अधिक सदस्य थे। कथित तौर पर इस ग्रुप का प्रबंधन दीया वर्मा नामक एक व्यक्ति द्वारा किया जाता था, जो संस्थागत शेयरों, ओवर द काउंटर (ओटीसी) शेयरों और आईपीओ में निवेश के माध्यम से उच्च रिटर्न का वादा करता था।
पीड़ित ने शुरुआत में 20,000 रुपये 'निवेश' किए। हालांकि, धोखेबाजों ने पीड़ित को बड़ी रकम जमा करने के लिए राजी कर लिया। पीड़ित ने पुलिस को बताया, "अवारीगाफिन ऐप पर मेरे वॉलेट में 1.35 करोड़ रुपये का बैलेंस दिखा। हालांकि, जब मैंने पैसे निकालने की कोशिश की, तो मुझे कमीशन के तौर पर 21 लाख रुपये देने को कहा गया। रकम चुकाने के बाद, मुझे आयकर शुल्क के तौर पर 32.6 लाख रुपये देने को कहा गया। जब मैंने अपनी असमर्थता जताई, तो ऐप तक पहुंच को ब्लॉक कर दिया गया।"
8 मार्च से 3 मई के बीच पीड़ित ने धोखेबाजों द्वारा उपलब्ध कराए गए विभिन्न बैंक खातों में 28 लेनदेन के माध्यम से कुल 62 लाख रुपये स्थानांतरित किए।
ऐसे साइबर अपराधियों से बच कर रहें। किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक ना करें और यदि अनजान नंबर से पैसों के लेनदेन के संबंध में कॉल आए तो उस पर भी विश्वास ना करें।
दर्शील शर्मा एडवोकेट